/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz s:delhi
दिल्ली धमाके में बड़ा खुलासा: लालकिले से पहले पीएम आवास के पास गया था आतंकी डॉक्टर उमर

#delhiblastdrumaralsowenttopmresidencebeforeredfortattack

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली में हुए बम धमाके को लेकर पुलिस की जांच अभी जारी है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस इस धमाके के बाद से आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में देश के अलग-अलग राज्यों से कई संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। जिनसे फिलहाल जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। कहा जा रहा है कि आतंकी डॉक्टर प्रधानमंत्री आवास और कर्तव्य पथ जैसे अत्यंत संवेदनशील इलाकों के आसपास भी देखा गया था।

धमाके से पहले बिना रूके घूमता रहा

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ लगातार इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं कि सोमवार को लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके से ठीक पहले आतंकी डॉक्टर मोहम्मद उमर नबी के मन में क्या चल रहा था। जाँच में यह तथ्य साफ उभरकर आया है कि 9 नवंबर की रात 11:30 बजे से लेकर धमाके की घड़ी तक वह बिना रुके दिल्ली और एनसीआर में घूमता रहा। उसकी यह अनवरत मूवमेंट इस बात की ओर संकेत करती है कि वह किसी उपयुक्त स्थान की तलाश में था, जहाँ भीड़, ऐतिहासिक महत्व वाली जगहें या संभवतः वीआईपी क्षेत्र उसके निशाने पर हो सकते थे।

नौ नवंबर की रात दिल्ली में प्रवेश

जांच के दौरान ये साफ सामने आई है कि डॉक्टर उमर नौ नवंबर की रात एमपुर और दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे के संगम बिंदु रिवासन टोल के पास से दिल्ली में प्रवेश किया। वहाँ से वह फिरोजपुर झिरका गया, जहाँ से थोड़ी देर बाद ही वापस फरीदाबाद होकर बदरपुर के रास्ते दिल्ली में दाखिल हुआ। उसके बाद की रात में आश्रम चौक उसका मुख्य घूमने का बिंदु बन गया।

पीएम आवास और कर्तव्य पथ पर भी देखा गया

सबसे पहले वह आश्रम चौक से डीएनडी होकर मयूर विहार और नोएडा की ओर गया और फिर वापस आश्रम लौट आया। इसके बाद उसने आश्रम चौक से नई दिल्ली की ओर रुख किया और इंडिया गेट, अकबर रोड, तुगलक रोड और आईएनए मार्केट जैसे इलाकों में घूमने के बाद रिंग रोड के रास्ते फिर आश्रम चौक पहुँच गया। तीसरी बार वह आश्रम से नई दिल्ली की ओर गया और कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन, धौला कुंआ, पंजाबी बाग और वजीरपुर होते हुए वापस सेंट्रल दिल्ली लौट आया। अंत में वह कनॉट प्लेस से होते हुए लालकिला के पास पहुँचा और पार्किंग में अपनी कार लेकर रुका। इसके बाद वही कार लेकर वह मेट्रो स्टेशन के पास गया और विस्फोट को अंजाम दिया।

उमर के दो साथी अब भी फरार

स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिला बम धमाका करने वाला आरोपी उमर नबी के दो साथी भी फरार हैं। हो सकता है कि ये दिल्ली-एनसीआर में पनाह लिए हों।

दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा एक्शन, आतंकी डॉक्टर उमर के घर को IED से उड़ाया

#securityforcesdemolishedhouseofdelhiattackcarbomberumarin_pulwama 

Image 2Image 3Image 4Image 5

सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को पुलवामा में आतंकी डॉ उमर नबी के घर को विस्फोट कर ढहा दिया। यह कार्रवाई लाल किला ब्लास्ट मामले की जाँच के तहत की गई, जिसमें सोमवार को हुए धमाके में 13 लोग मारे गए थे और 20 से अधिक घायल हुए थे।

इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हुई और शुरुआती जांच में सामने आया कि जम्मू-कश्मीर का रहने वाला डॉ. उमर इस हमले का मास्टरमाइंड था। जांच एजेंसियों के अनुसार, वह इस वारदात की तैयारी लंबे समय से कर रहा था। घटना के बाद एजेंसियों ने लगातार छापेमारी और कार्रवाई तेज की है। इसी कार्रवाई के तहत आतंकी उमर के घर को भी IED से ढहा दिया गया है।

आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई

पुलिस के अनुसार डॉ. उमर ने ही आई20 कार में विस्फोट किया था, जिसमें वह स्वयं मारा गया। दिल्ली ब्लास्ट केस में कार चलाने वाले आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई थी, उसकी मां और उसका डीएनए मैच हुआ, जिसके बाद ये बात साफ हो गई की उमर ने ही इस आतंकी हमले को अंजाम दिया। धमाके के बाद आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास उसके पैर का एक टुकड़ा मिला था, जिसे वहां से बरामद किया गया था। इसके बाद फॉरेंसिक के लिए इसे भेज दिया गया।

जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था उमर

जांच एजेंसियों ने यह भी पुष्टि की कि इस धमाके में उमर की भी मौत हो गई। पेशे से डॉक्टर उमर, जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था। धमाके से पहले ही पुलिस ने उमर की गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था, जिनके कब्जे से 2900 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था।

फरीदाबाद से पकड़े गए थे आतंकी

दिल्ली में धमाके से ठीक पहले हरियाणा के फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन को गिरफ्तार किया गया था। इनके कई ठिकानों से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस को तीसरे डॉक्टर उमर की तलाश थी, लेकिन जब तक पुलिस उसे पकड़ पाती, तब तक उसने दिल्ली आकर बम धमाका कर दिया।

भारत खुद सक्षम...दिल्ली ब्लास्ट की जांच में मदद के ऑफर पर अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो का बड़ा बयान

#indiadontneedourhelpusstatesecretarymarcorubiodelhiblastinquiry

अमेरिका ने दिल्ली में हुए धमाके को आतंकी हमला करार दिया। साथ ही दिल्ली विस्फोट की जांच को लेकर भारत की एजेंसियों की तारीफ की है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बताया कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है। लेकिन यह भी कहा कि भारतीय अधिकारी असाधारण पेशेवर तरीके से जांच का प्रबंधन कर रहे हैं। रुबियो ने यह टिप्पणी भारत द्वारा दिल्ली में हुए विस्फोट को "आतंकवादी घटना" घोषित करने पर मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए की।

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारतीय एजेंसियों की सराहना

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, भारतीयों की सराहना की जानी चाहिए। वे बहुत ही नपे-तुले, सतर्क और बहुत ही पेशेवर तरीके से इस जांच को अंजाम दे रहे हैं। यह जांच जारी है। यह स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला था। यह अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से लदी एक कार थी जिसमें विस्फोट हुआ और कई लोग मारे गए। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वे जांच करने का बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और मुझे लगता है कि जब उनके पास तथ्य (फैक्ट) होंगे, तो वे उन तथ्यों को जारी करेंगे।

अमेरिका ने मदद की पेशकश

अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने विस्फोट के बारे में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है। रुबियो ने कहा कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है, लेकिन भारत जांच को संभालने में "बहुत सक्षम" है और उसे मदद की जरूरत नहीं है।

दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

#delhiblastcasednatestconfirmsdrumarpresentini20_car

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।

भूटान से लौटते ही पीएम मोदी सीधे पहुंचे LNJP अस्पताल, लाल किला धमाके के पीड़ितों से की मुलाकात

#pmmodiarrivesdelhifrombhutanmaymeetredfortblast_victims 

Image 2Image 3Image 4Image 5

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरा खत्म कर दिल्ली लौट चुके हैं। बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। पीएम मोदी दिल्ली ब्लास्ट में घायलों से मिले। इस दौरान उन्होंने घायलों का हाल जाना। 

सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे

भूटान से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे और दिल्ली में हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिले। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों ने भी उन्हें स्थिति की जानकारी दी। 

पीएम ने बुलाई हाई-लेवल मीटिंग

पीएम ने अस्‍पताल से लौटते ही हालात की गंभीरता को देखते हुए एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है। जिसमें जांच एजेंसियों और सुरक्षा अधिकारियों को तत्‍काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम ने साफ कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्‍शा नहीं जाएगा और इस कायराना हमले के पीछे की साजिश का जल्‍द पर्दाफाश होगा।

भूटान से आतंकियों को दिया अल्टीमेटम

इससे पहले, मंगलवार को अपनी भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि दिल्ली विस्फोट के सभी षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने भूटान में चांगलिमिथांग उत्सव मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सोमवार को दिल्ली में हुए ‘भयावह’ विस्फोट ने सभी को स्तब्ध कर दिया। उन्होंने कहा, मैं विस्फोट से प्रभावित लोगों की पीड़ा समझता हूं। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा है।

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मास्टरमाइंड है मौलवी इमरान, डॉक्टर्स का किया माइंडवॉश, दिल्ली धमाके से जुड़े तार

#whoismaulviirfanahmedmastermindoffaridabadterrormodulelinkstodelhi_blasts 

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम में हुए एक कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस बीच मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि इस विस्फोट का संबंध सोमवार को ही पकड़े गए फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का फंडाफोड़ किया है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि लोगों की जिंदगियां बचाने वाले डॉक्टर्स कैसे जानलेवा हो गए?

लाल किले के पास हुए कार धमाके से कुछ घंटे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों के शामिल होने के कारण इसे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल कहा गया है। दिल्ली बम विस्फोट की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल के पीछे असली दिमाग मौलवी इरफान अहमद का था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई में इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर्स का माइंडवॉश कर बनाया कट्टरपंथी

जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला मौलवी इरफान कथित तौर पर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल चला रहा था। यह मेडिकल छात्रों और युवा डॉक्टरों को निशाना बनाता था। सोमवार को नई दिल्ली में हुए कार विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में पकड़े गए नेटवर्क से भी इसका लिंक है। माना जा रहा है कि डॉक्टर्स का माइंडवॉश करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने में इसका अहम रोल है।

जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था मौलवी

खुफिया सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान ने फरीदाबाद मॉड्यूल के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाया था। वह पहले श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ़ था और छात्रों से लगातार संपर्क में था। इसके अलावा, वह नौगाम मस्जिद का इमाम भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था और छात्रों को इसके वीडियो दिखाता था वह टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद का प्रचार करता था। 

ऐसे मौलवी तक पहुंची पुलिस

19 अक्टूबर को बनपोरा नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर सामने आने के बाद जांच शुरू हुई, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थरबाज़ों का इतिहास रखने वाले तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को मौलवी इरफान अहमद तक पहुंचाया। उनकी सूचना के आधार पर डॉ. अदील अहमद और शोपियां के मौलवी से जुड़े ज़मीर अहंगर को गिरफ़्तार किया गया।

कोई बख्शा नहीं जाएगा...दिल्ली धमाके पर भूटान में बोले पीएम मोदी

#pmnarendramodistatementondelhiredfortblast

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली ब्लास्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने भूटान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी भूटान के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार शाम दिल्ली में बम धमाका हुआ और पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार सुबह भूटान पहुंचे। यहीं उन्होंने दिल्ली विस्फोट की घटना पर बयान दिया।

पूरा देश पीड़ितों के साथ- पीएम मोदी

थिम्फू के एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। आज पूरा देश उनके साथ खड़ा है। मैं कल रात भर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ संपर्क में था। सभी महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क में था। जानकारियों के तार जोड़े जा रहे थे।

आतंकियों को अल्टीमेटम

पीएम मोदी ने भूटान से आतंकियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा, इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को भूटान पहुंचे हैं, जहां वह हिमालयी देश के चतुर्थ नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में शामिल हुए।

दिल्ली ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा 12 तक पहुंचा

सोमवार की शाम दिल्ली में लाल किले के नजदीक एक कार में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हैं। जांच एजेंसियां विस्फोट की जांच में जुटी हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल कर धमाका गया। इससे पहले फरीदाबाद से जांच एजेंसियों ने एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और करीब तीन क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली विस्फोट के तार भी फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं।

लाल किला ब्लास्ट: 4 कातिल डॉक्टर, 3 वक्त रहते धराए, चौथे ने जान देकर मचाया कत्लेआम

#delhicarblastlatestupdatesknowaboutumarmohammedincluding3othersdoctors

Image 2Image 3Image 4Image 5

देश राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को दहल उठी। लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में नया खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया।

उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल की एक कड़ी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। पेशे से डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था।

डॉ उमर ने दिया धमाके को अंजाम

इस धमाके के पीछे एक नहीं चार-चार डॉक्टरों की हैवानियत सामने आ रही है। इनमें से तीन डॉक्टर पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके थे और जो चौथा डॉक्टर फरार बताया जा रहा था, आशंका है कि उसी ने गिरफ्तारी से पहले फिदायीन हमले को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके में इस्तेमाल जिस i20 कार के ड्राइवर को फिदायीन हमले का संदिग्ध माना जा रहा है, वह कथित रूप से डॉक्टर मोहम्मद उमर है, जो गिरफ्तारी के डर से फरार बताया जा रहा था। डॉ उमर फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में तैनात था।

पार्किंग में 3 घंटे खड़ी रही कार

सूत्रों के अनुसार धमाके में इस्तेमाल i20 कार वही चला रहा था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चार मिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गाड़ी के पार्क होने के बाद कार से बाहर नहीं निकला। अनुमान है कि संदिग्ध किसी का इंतजार कर रहा था, पार्किंग में किसी से निर्देश मिलने की प्रतिक्षा कर रहा था।

दिल्ली का फरीदाबाद कनेक्शन

सिर्फ एक शख्स यानी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर लाल किले के पास तबाही मचाने का अंदेशा ही। हालांकि इससे कहीं ज्यादा बड़ी घटना हल गई। दरअसल, इसी हमले की तीन कड़ियां पहले ही दबोच ली गईं थीं। दिल्ली ब्लास्ट की कड़ी फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी है। 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।

इन तीन को पहले ही दबोचा गया

मुजम्मिल शकील: यह पुलवामा का रहने वाला है। वह अल-फलाह अस्पताल (फरीदाबाद) में काम करता था। उसने धौज और फतेहपुर टागा गांवों में दो मकान किराए पर लेकर वहां विस्फोटक रखे थे। पुलिस ने उसे 10 नवंबर की सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक उसने उमर को विस्फोटक और उपकरण उपलब्ध कराए थे। इस एंगल पर जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह मोड्यूल दिल्ली और दूसरे शहरों में कई धमाके करने की योजना बना रहा था।

डॉ. अदील अहमद राथर: आदिल अहमद अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम कर चुका है। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने में शामिल था। इसके पास से हथियार और सामग्री मिली जो अस्पताल के लॉकर में छिपाई गई थी।

डॉ. शाहीन शाहिद: फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर है। इसने अपनी कार में हथियार छिपाने में मदद की थी। जांच में पता चला कि वह भी इसी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा थी।

लाल किला धमाका के तार पुलवामा से जुड़े, दिल्ली से कश्मीर तक कई हिरासत में

#delhiblastwithlinksto_pulwama

दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई और कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना में 20 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल

घटना का सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी।

दम घोंट रही देश की राजधानी दिल्ली की हवा, AQI 400 के करीब, सांस लेना हुआ मुश्किल

#delhiairpollutionaqiatdangerlevel

Image 2Image 3Image 4Image 5

राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। सोमवार की सुबह शहर के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा। जिससे वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 372 दर्ज हुआ, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि यह हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।

क्या है दिल्ली और आस-पास के इलाकों का हाल?

दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो बहुत खराब से गंभीर प्रदूषण की स्थिति को दिखाता है। आसपास के शहरों में भी स्थिति बेहतर नहीं रही। फरीदाबाद में यह 312, गाजियाबाद में 318, ग्रेटर नोएडा में 325, गुरुग्राम में 328 और नोएडा में 310 रहा, जो सभी 'बेहद खराब' से लेकर 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं। सोमवार सुबह-सुबह दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी कैसी रही ये इन 5 वीडियो को देखकर समझ सकते हैं।

रविवार को कई इलाकों में 400 पार एक्यूआई

इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स इस सीजन के अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। जो कई इलाकों में 400 पार रहा, ये सबसे खराब लेवल माना जाता है। धूप खुलने के बाद इसमें मामूली सुधार हुआ था, एक्यूआई 391 रिकॉर्ड किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार रविवार शाम 4 बजे एक्यूआई 370 पर था, जिससे शहर रेड जोन में आ गया। दिल्ली पंजाबी बाग में सबसे अधिक 425, बवाना में 410, जहांगीरपुरी में 401 और नेहरू नगर और वजीरपुर में 400 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं, एनसीआर के इलाकों में नोएडा में सबसे ज्यादा 354 एक्यूआई दर्ज किया गया। गाजियाबाद में 345 और ग्रेटर नोएडा में 340 एक्यूआई रहा।

बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ प्रदर्शन

इधर, दिल्ली में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम होते-होते पुलिस ने लोगों को इंडिया गेट से हटाया। इस दौरान कई लोगों को डिटेन किया गया। विरोध करने वालों में मौजूद पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने कहा कि बच्चों की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। हर तीसरे बच्चे के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगी हैं, जबकि लोगों को स्वच्छ हवा का बुनियादी अधिकार भी नहीं मिल रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार के पास प्रदूषण से निपटने के लिए न कोई प्लानिंग और न ही पॉलिसी है। सरकार प्रदूषण का डेटा भी छिपा रही है।

दिल्ली धमाके में बड़ा खुलासा: लालकिले से पहले पीएम आवास के पास गया था आतंकी डॉक्टर उमर

#delhiblastdrumaralsowenttopmresidencebeforeredfortattack

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली में हुए बम धमाके को लेकर पुलिस की जांच अभी जारी है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस इस धमाके के बाद से आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में देश के अलग-अलग राज्यों से कई संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। जिनसे फिलहाल जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। कहा जा रहा है कि आतंकी डॉक्टर प्रधानमंत्री आवास और कर्तव्य पथ जैसे अत्यंत संवेदनशील इलाकों के आसपास भी देखा गया था।

धमाके से पहले बिना रूके घूमता रहा

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ लगातार इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं कि सोमवार को लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके से ठीक पहले आतंकी डॉक्टर मोहम्मद उमर नबी के मन में क्या चल रहा था। जाँच में यह तथ्य साफ उभरकर आया है कि 9 नवंबर की रात 11:30 बजे से लेकर धमाके की घड़ी तक वह बिना रुके दिल्ली और एनसीआर में घूमता रहा। उसकी यह अनवरत मूवमेंट इस बात की ओर संकेत करती है कि वह किसी उपयुक्त स्थान की तलाश में था, जहाँ भीड़, ऐतिहासिक महत्व वाली जगहें या संभवतः वीआईपी क्षेत्र उसके निशाने पर हो सकते थे।

नौ नवंबर की रात दिल्ली में प्रवेश

जांच के दौरान ये साफ सामने आई है कि डॉक्टर उमर नौ नवंबर की रात एमपुर और दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे के संगम बिंदु रिवासन टोल के पास से दिल्ली में प्रवेश किया। वहाँ से वह फिरोजपुर झिरका गया, जहाँ से थोड़ी देर बाद ही वापस फरीदाबाद होकर बदरपुर के रास्ते दिल्ली में दाखिल हुआ। उसके बाद की रात में आश्रम चौक उसका मुख्य घूमने का बिंदु बन गया।

पीएम आवास और कर्तव्य पथ पर भी देखा गया

सबसे पहले वह आश्रम चौक से डीएनडी होकर मयूर विहार और नोएडा की ओर गया और फिर वापस आश्रम लौट आया। इसके बाद उसने आश्रम चौक से नई दिल्ली की ओर रुख किया और इंडिया गेट, अकबर रोड, तुगलक रोड और आईएनए मार्केट जैसे इलाकों में घूमने के बाद रिंग रोड के रास्ते फिर आश्रम चौक पहुँच गया। तीसरी बार वह आश्रम से नई दिल्ली की ओर गया और कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन, धौला कुंआ, पंजाबी बाग और वजीरपुर होते हुए वापस सेंट्रल दिल्ली लौट आया। अंत में वह कनॉट प्लेस से होते हुए लालकिला के पास पहुँचा और पार्किंग में अपनी कार लेकर रुका। इसके बाद वही कार लेकर वह मेट्रो स्टेशन के पास गया और विस्फोट को अंजाम दिया।

उमर के दो साथी अब भी फरार

स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिला बम धमाका करने वाला आरोपी उमर नबी के दो साथी भी फरार हैं। हो सकता है कि ये दिल्ली-एनसीआर में पनाह लिए हों।

दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा एक्शन, आतंकी डॉक्टर उमर के घर को IED से उड़ाया

#securityforcesdemolishedhouseofdelhiattackcarbomberumarin_pulwama 

Image 2Image 3Image 4Image 5

सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को पुलवामा में आतंकी डॉ उमर नबी के घर को विस्फोट कर ढहा दिया। यह कार्रवाई लाल किला ब्लास्ट मामले की जाँच के तहत की गई, जिसमें सोमवार को हुए धमाके में 13 लोग मारे गए थे और 20 से अधिक घायल हुए थे।

इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हुई और शुरुआती जांच में सामने आया कि जम्मू-कश्मीर का रहने वाला डॉ. उमर इस हमले का मास्टरमाइंड था। जांच एजेंसियों के अनुसार, वह इस वारदात की तैयारी लंबे समय से कर रहा था। घटना के बाद एजेंसियों ने लगातार छापेमारी और कार्रवाई तेज की है। इसी कार्रवाई के तहत आतंकी उमर के घर को भी IED से ढहा दिया गया है।

आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई

पुलिस के अनुसार डॉ. उमर ने ही आई20 कार में विस्फोट किया था, जिसमें वह स्वयं मारा गया। दिल्ली ब्लास्ट केस में कार चलाने वाले आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई थी, उसकी मां और उसका डीएनए मैच हुआ, जिसके बाद ये बात साफ हो गई की उमर ने ही इस आतंकी हमले को अंजाम दिया। धमाके के बाद आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास उसके पैर का एक टुकड़ा मिला था, जिसे वहां से बरामद किया गया था। इसके बाद फॉरेंसिक के लिए इसे भेज दिया गया।

जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था उमर

जांच एजेंसियों ने यह भी पुष्टि की कि इस धमाके में उमर की भी मौत हो गई। पेशे से डॉक्टर उमर, जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था। धमाके से पहले ही पुलिस ने उमर की गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था, जिनके कब्जे से 2900 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था।

फरीदाबाद से पकड़े गए थे आतंकी

दिल्ली में धमाके से ठीक पहले हरियाणा के फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन को गिरफ्तार किया गया था। इनके कई ठिकानों से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस को तीसरे डॉक्टर उमर की तलाश थी, लेकिन जब तक पुलिस उसे पकड़ पाती, तब तक उसने दिल्ली आकर बम धमाका कर दिया।

भारत खुद सक्षम...दिल्ली ब्लास्ट की जांच में मदद के ऑफर पर अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो का बड़ा बयान

#indiadontneedourhelpusstatesecretarymarcorubiodelhiblastinquiry

अमेरिका ने दिल्ली में हुए धमाके को आतंकी हमला करार दिया। साथ ही दिल्ली विस्फोट की जांच को लेकर भारत की एजेंसियों की तारीफ की है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बताया कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है। लेकिन यह भी कहा कि भारतीय अधिकारी असाधारण पेशेवर तरीके से जांच का प्रबंधन कर रहे हैं। रुबियो ने यह टिप्पणी भारत द्वारा दिल्ली में हुए विस्फोट को "आतंकवादी घटना" घोषित करने पर मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए की।

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारतीय एजेंसियों की सराहना

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, भारतीयों की सराहना की जानी चाहिए। वे बहुत ही नपे-तुले, सतर्क और बहुत ही पेशेवर तरीके से इस जांच को अंजाम दे रहे हैं। यह जांच जारी है। यह स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला था। यह अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से लदी एक कार थी जिसमें विस्फोट हुआ और कई लोग मारे गए। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वे जांच करने का बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और मुझे लगता है कि जब उनके पास तथ्य (फैक्ट) होंगे, तो वे उन तथ्यों को जारी करेंगे।

अमेरिका ने मदद की पेशकश

अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने विस्फोट के बारे में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है। रुबियो ने कहा कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है, लेकिन भारत जांच को संभालने में "बहुत सक्षम" है और उसे मदद की जरूरत नहीं है।

दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

#delhiblastcasednatestconfirmsdrumarpresentini20_car

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।

भूटान से लौटते ही पीएम मोदी सीधे पहुंचे LNJP अस्पताल, लाल किला धमाके के पीड़ितों से की मुलाकात

#pmmodiarrivesdelhifrombhutanmaymeetredfortblast_victims 

Image 2Image 3Image 4Image 5

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरा खत्म कर दिल्ली लौट चुके हैं। बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। पीएम मोदी दिल्ली ब्लास्ट में घायलों से मिले। इस दौरान उन्होंने घायलों का हाल जाना। 

सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे

भूटान से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे और दिल्ली में हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिले। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों ने भी उन्हें स्थिति की जानकारी दी। 

पीएम ने बुलाई हाई-लेवल मीटिंग

पीएम ने अस्‍पताल से लौटते ही हालात की गंभीरता को देखते हुए एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है। जिसमें जांच एजेंसियों और सुरक्षा अधिकारियों को तत्‍काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम ने साफ कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्‍शा नहीं जाएगा और इस कायराना हमले के पीछे की साजिश का जल्‍द पर्दाफाश होगा।

भूटान से आतंकियों को दिया अल्टीमेटम

इससे पहले, मंगलवार को अपनी भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि दिल्ली विस्फोट के सभी षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने भूटान में चांगलिमिथांग उत्सव मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सोमवार को दिल्ली में हुए ‘भयावह’ विस्फोट ने सभी को स्तब्ध कर दिया। उन्होंने कहा, मैं विस्फोट से प्रभावित लोगों की पीड़ा समझता हूं। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा है।

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मास्टरमाइंड है मौलवी इमरान, डॉक्टर्स का किया माइंडवॉश, दिल्ली धमाके से जुड़े तार

#whoismaulviirfanahmedmastermindoffaridabadterrormodulelinkstodelhi_blasts 

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम में हुए एक कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस बीच मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि इस विस्फोट का संबंध सोमवार को ही पकड़े गए फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का फंडाफोड़ किया है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि लोगों की जिंदगियां बचाने वाले डॉक्टर्स कैसे जानलेवा हो गए?

लाल किले के पास हुए कार धमाके से कुछ घंटे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों के शामिल होने के कारण इसे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल कहा गया है। दिल्ली बम विस्फोट की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल के पीछे असली दिमाग मौलवी इरफान अहमद का था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई में इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर्स का माइंडवॉश कर बनाया कट्टरपंथी

जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला मौलवी इरफान कथित तौर पर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल चला रहा था। यह मेडिकल छात्रों और युवा डॉक्टरों को निशाना बनाता था। सोमवार को नई दिल्ली में हुए कार विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में पकड़े गए नेटवर्क से भी इसका लिंक है। माना जा रहा है कि डॉक्टर्स का माइंडवॉश करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने में इसका अहम रोल है।

जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था मौलवी

खुफिया सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान ने फरीदाबाद मॉड्यूल के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाया था। वह पहले श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ़ था और छात्रों से लगातार संपर्क में था। इसके अलावा, वह नौगाम मस्जिद का इमाम भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था और छात्रों को इसके वीडियो दिखाता था वह टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद का प्रचार करता था। 

ऐसे मौलवी तक पहुंची पुलिस

19 अक्टूबर को बनपोरा नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर सामने आने के बाद जांच शुरू हुई, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थरबाज़ों का इतिहास रखने वाले तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को मौलवी इरफान अहमद तक पहुंचाया। उनकी सूचना के आधार पर डॉ. अदील अहमद और शोपियां के मौलवी से जुड़े ज़मीर अहंगर को गिरफ़्तार किया गया।

कोई बख्शा नहीं जाएगा...दिल्ली धमाके पर भूटान में बोले पीएम मोदी

#pmnarendramodistatementondelhiredfortblast

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली ब्लास्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने भूटान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी भूटान के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार शाम दिल्ली में बम धमाका हुआ और पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार सुबह भूटान पहुंचे। यहीं उन्होंने दिल्ली विस्फोट की घटना पर बयान दिया।

पूरा देश पीड़ितों के साथ- पीएम मोदी

थिम्फू के एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। आज पूरा देश उनके साथ खड़ा है। मैं कल रात भर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ संपर्क में था। सभी महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क में था। जानकारियों के तार जोड़े जा रहे थे।

आतंकियों को अल्टीमेटम

पीएम मोदी ने भूटान से आतंकियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा, इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को भूटान पहुंचे हैं, जहां वह हिमालयी देश के चतुर्थ नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में शामिल हुए।

दिल्ली ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा 12 तक पहुंचा

सोमवार की शाम दिल्ली में लाल किले के नजदीक एक कार में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हैं। जांच एजेंसियां विस्फोट की जांच में जुटी हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल कर धमाका गया। इससे पहले फरीदाबाद से जांच एजेंसियों ने एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और करीब तीन क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली विस्फोट के तार भी फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं।

लाल किला ब्लास्ट: 4 कातिल डॉक्टर, 3 वक्त रहते धराए, चौथे ने जान देकर मचाया कत्लेआम

#delhicarblastlatestupdatesknowaboutumarmohammedincluding3othersdoctors

Image 2Image 3Image 4Image 5

देश राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को दहल उठी। लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में नया खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया।

उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल की एक कड़ी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। पेशे से डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था।

डॉ उमर ने दिया धमाके को अंजाम

इस धमाके के पीछे एक नहीं चार-चार डॉक्टरों की हैवानियत सामने आ रही है। इनमें से तीन डॉक्टर पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके थे और जो चौथा डॉक्टर फरार बताया जा रहा था, आशंका है कि उसी ने गिरफ्तारी से पहले फिदायीन हमले को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके में इस्तेमाल जिस i20 कार के ड्राइवर को फिदायीन हमले का संदिग्ध माना जा रहा है, वह कथित रूप से डॉक्टर मोहम्मद उमर है, जो गिरफ्तारी के डर से फरार बताया जा रहा था। डॉ उमर फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में तैनात था।

पार्किंग में 3 घंटे खड़ी रही कार

सूत्रों के अनुसार धमाके में इस्तेमाल i20 कार वही चला रहा था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चार मिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गाड़ी के पार्क होने के बाद कार से बाहर नहीं निकला। अनुमान है कि संदिग्ध किसी का इंतजार कर रहा था, पार्किंग में किसी से निर्देश मिलने की प्रतिक्षा कर रहा था।

दिल्ली का फरीदाबाद कनेक्शन

सिर्फ एक शख्स यानी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर लाल किले के पास तबाही मचाने का अंदेशा ही। हालांकि इससे कहीं ज्यादा बड़ी घटना हल गई। दरअसल, इसी हमले की तीन कड़ियां पहले ही दबोच ली गईं थीं। दिल्ली ब्लास्ट की कड़ी फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी है। 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।

इन तीन को पहले ही दबोचा गया

मुजम्मिल शकील: यह पुलवामा का रहने वाला है। वह अल-फलाह अस्पताल (फरीदाबाद) में काम करता था। उसने धौज और फतेहपुर टागा गांवों में दो मकान किराए पर लेकर वहां विस्फोटक रखे थे। पुलिस ने उसे 10 नवंबर की सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक उसने उमर को विस्फोटक और उपकरण उपलब्ध कराए थे। इस एंगल पर जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह मोड्यूल दिल्ली और दूसरे शहरों में कई धमाके करने की योजना बना रहा था।

डॉ. अदील अहमद राथर: आदिल अहमद अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम कर चुका है। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने में शामिल था। इसके पास से हथियार और सामग्री मिली जो अस्पताल के लॉकर में छिपाई गई थी।

डॉ. शाहीन शाहिद: फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर है। इसने अपनी कार में हथियार छिपाने में मदद की थी। जांच में पता चला कि वह भी इसी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा थी।

लाल किला धमाका के तार पुलवामा से जुड़े, दिल्ली से कश्मीर तक कई हिरासत में

#delhiblastwithlinksto_pulwama

दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई और कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना में 20 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल

घटना का सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी।

दम घोंट रही देश की राजधानी दिल्ली की हवा, AQI 400 के करीब, सांस लेना हुआ मुश्किल

#delhiairpollutionaqiatdangerlevel

Image 2Image 3Image 4Image 5

राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। सोमवार की सुबह शहर के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा। जिससे वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 372 दर्ज हुआ, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि यह हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।

क्या है दिल्ली और आस-पास के इलाकों का हाल?

दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो बहुत खराब से गंभीर प्रदूषण की स्थिति को दिखाता है। आसपास के शहरों में भी स्थिति बेहतर नहीं रही। फरीदाबाद में यह 312, गाजियाबाद में 318, ग्रेटर नोएडा में 325, गुरुग्राम में 328 और नोएडा में 310 रहा, जो सभी 'बेहद खराब' से लेकर 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं। सोमवार सुबह-सुबह दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी कैसी रही ये इन 5 वीडियो को देखकर समझ सकते हैं।

रविवार को कई इलाकों में 400 पार एक्यूआई

इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स इस सीजन के अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। जो कई इलाकों में 400 पार रहा, ये सबसे खराब लेवल माना जाता है। धूप खुलने के बाद इसमें मामूली सुधार हुआ था, एक्यूआई 391 रिकॉर्ड किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार रविवार शाम 4 बजे एक्यूआई 370 पर था, जिससे शहर रेड जोन में आ गया। दिल्ली पंजाबी बाग में सबसे अधिक 425, बवाना में 410, जहांगीरपुरी में 401 और नेहरू नगर और वजीरपुर में 400 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं, एनसीआर के इलाकों में नोएडा में सबसे ज्यादा 354 एक्यूआई दर्ज किया गया। गाजियाबाद में 345 और ग्रेटर नोएडा में 340 एक्यूआई रहा।

बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ प्रदर्शन

इधर, दिल्ली में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम होते-होते पुलिस ने लोगों को इंडिया गेट से हटाया। इस दौरान कई लोगों को डिटेन किया गया। विरोध करने वालों में मौजूद पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने कहा कि बच्चों की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। हर तीसरे बच्चे के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगी हैं, जबकि लोगों को स्वच्छ हवा का बुनियादी अधिकार भी नहीं मिल रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार के पास प्रदूषण से निपटने के लिए न कोई प्लानिंग और न ही पॉलिसी है। सरकार प्रदूषण का डेटा भी छिपा रही है।