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कौन है भारत का असल दुश्मन? ट्रंप के टैरिफ और एच-1बी वीजा वार के बीच पीएम मोदी का बड़ा संदेश

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टैरिफ को लेकर मचे घमासान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा फैसला लिया है। यूएस प्रेसिडेंट ने एच-1बी वीजा पर 1,00,000 डॉलर की सालाना फीस लगाने का फैसला लिया है। भारत पर इसका गहरा असर पड़ने के संभावना जताई जा रही। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के भावनगर से पूरे देश को बड़ा संदेश दिया।

पीएम मोदी का आत्मनिर्भर बनने पर जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के भावनगर में आयोजित ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में देशभर के लिए कई अहम विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 34,200 करोड़ रुपये से अधिक है। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि भारत का 'असली दुश्मन' दूसरे देशों पर निर्भरता है। उन्होंने राष्ट्रीय ताकत और वैश्विक सम्मान के लिए आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया।

दूसरे देशों पर निर्भरता, हमारा सबसे बड़ा दुश्मन-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज विश्वबंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है। सच्चे अर्थ में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। यही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन को हराना ही होगा। जितनी ज्यादा विदेशी निर्भरता, उतनी ज्यादा देश की विफलता।

100 दुखों की एक ही दवा है,आत्मनिर्भर भारत-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि विश्व में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर बनना ही होगा। 140 करोड़ देशवासियों के भविष्य को हम दूसरों पर या उनकी निर्भरता पर नहीं छोड़ सकते। भावी पीढ़ी के भविष्य को दांव पर नहीं लगाया जा सकता है। 100 दुखों की एक ही दवा है और वह है आत्मनिर्भर भारत, इसलिए हमें चुनौतियों से टकराना होगा और भारत को आत्मनिर्भर बनकर दुनिया के सामने खड़ा होना होगा।

पीएम मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया

इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘भारत में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने भारत के हर सामर्थ्य को नजरअंदाज किया, इसलिए आजादी के 6-7 दशकों बाद भी भारत वो सफलता हासिल नहीं कर पाया, जिसके हम हकदार थे। लंबे समय तक कांग्रेस सरकार ने देश को लाइसेंस कोटा राज में उलझाए रखा। दुनिया के बाजार से अलग-थलग रखा। कांग्रेस सरकार की नीतियों ने देश के नौजवानों का बहुत नुकसान किया।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैश और हिजबुल मुजाहिदीन ने बदला ठिकाना, खैबरपख्तूनख्वा में शिफ्ट किए बेस

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने अपना बेस बदलना शुरू किया है और वह ज्यादा सुरक्षित जगह की तलाश करते हुए अफगानिस्तान बॉर्डर की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। सैन्य सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन ने अपना मुख्यालय पंजाब के बहावलपुर से शिफ्ट कर खैबर पख्तूनवा कर लिया। अब जैश और हिजबुल की आतंकी गतिविधियों का केंद्र अफगानिस्तान सीमा से सटा यही इलाका होगा।

जैश ने मसूद इलियास कश्मीरी को खैबर पख्तूनवा का जिम्मा सौंपा है। कश्मीरी जैश का वही कमांडर है, जिसने हाल ही में एक रैली में यह खुलासा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर में जैश मुखिया मसूद अजहर के परिजनों के परखच्चे उड़ गए थे। खुफिया सूत्रों ने बताया कि कश्मीरी जैश की हिलाल उल हक ब्रिगेड का इंचार्ज है। फिलहाल उसकी जिम्मेदारी युवाओं को कट्टरपंथी बनाना, भर्ती के लिए रैलियां करना और भारत के खिलाफ सीमापार ऑपरेशन की देखरेख करना है।

आतंकियों की भर्ती के लिए अभियान शुरू

हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी केपीके पहुंचते ही रिक्रूटमेंट अभियान चला रहे हैं। यह सबकुछ खुलेआम हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक 14 सितंबर, 2025 को केपीके के मंसेहरा जिले में गढ़ी हबीबुल्लाह में एकदम खुली भर्ती रैली आयोजित की गई। जैश ने यह सब भारत-पाक क्रिकेट मैच से कुछ घंटे पहले किया था। यह कार्यक्रम कथित तौर पर ‘देओबंदी धार्मिक सभा’ के रूप में दिखाया गया था, लेकिन इसका वास्तविक मकसद जैश के प्रशिक्षण केंद्र मरकज शोहदा-ए-इस्लाम के लिए नई भर्ती करना था। इस रैली में जैश के केपीके प्रमुख मसूद इल्यास कश्मीरी भी मौजूद था, जो भारत में मोस्ट वांटेड आतंकवादी है।

एक भर्ती रैली 25 सितंबर को

इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक मानसेहरा स्थित ट्रेनिंग कैंप पर हाल ही में कंस्ट्रक्शन भी हुआ है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक इसी तरह की एक भर्ती रैली 25 सितंबर को भी प्लान की गई है। इसके लिए केपीके में पर्चे बांटे गए हैं और इन पर्चों में जैश के छद्म नाम अल-मुराबितून का इस्तेमाल किया गया है। डिफेंस सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने भी पूर्व पाकिस्तानी कमांडो खालिद खान की अगुवाई में केपीके के लोअर दिर जिले के बंडाई इलाके में अपना नया ट्रेनिंग सेंटर बनाया है। जिसका नाम HM 313 रखा गया है।

खैबरपख्तूनख्वा में ही क्यों हुए शिफ्ट?

एक्सपर्ट के मुताबिक यहां की भौगोलिक बनावट ऐसी है कि आतंकियों को छिपने की ज्यादा जगह मिलती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कदम से आतंकवादी कई फायदे हासिल कर रहे हैं। पहला, वे भारतीय हवाई हमलों से सुरक्षित रह सकते हैं। दूसरा, यहां नई भर्ती और प्रशिक्षण के जरिए अपने नेटवर्क का विस्तार कर सकते हैं। तीसरा, केपीके में उनकी गतिविधियों पर अंतरराष्ट्रीय निगरानी कम होती है, जिससे वे अपनी साजिशों और योजनाओं को आसानी से अंजाम दे सकते हैं। वहीं वह अफगानिस्तान तक पहुंच बढ़ा सकते हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने अब फोड़ा वीजा बम, H1-B के लिए अमेरिका लेगा एक लाख डॉलर की फीस

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H1-B वीजा के आवेदन शुल्क में बड़ा बदलाव किया है। ट्रंप ने शुक्रवार को इसके संबंध में घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद H1-B वीजा के लिए सालाना 1 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 88 लाख भारतीय रुपये) आवेदन शुल्क देना होगा। इस कदम का सबसे ज्यादा असर भारतीय कामगारों पर पड़ेगा जो इसके लाभार्थियों में सबसे ज्यादा हैं।

नया H-1B वीजा आवेदन नियम क्या है?

डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को एच-1बी एप्लीकेशन वाले नए कार्यकारी आदेश पर सिग्नेचर कर दिया। इसके तहत अब H-1B वीजा के लिए आवेदन करने वाले किसी भी व्यक्ति को अपने आवेदन को संसाधित करने के लिए हर साल $100,000 का शुल्क देना होगा। भारतीय करेंसी में यह करीब 88 लाख रुपए सालाना होता है। यह नियम नए आवेदनों के साथ-साथ मौजूदा पर भी लागू होता है।

ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने जोर देकर कहा कि तकनीकी उद्योग इस कदम का विरोध नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वे नए वीजा शुल्क से बहुत खुश होंगे। वाणिज्य मंत्री लुटनिक ने कहा, 'एच-1बी वीजा के लिए सालाना 1 लाख डॉलर का भुगतान करना होगा और सभी बड़ी कंपनियां इसके लिए तैयार हैं। हमने उनसे बात की है।' 

क्या है H1-B वीजा कार्यक्रम?

H1-B वीजा कार्यक्रम अमेरिका में हाई-स्किल्ड जॉब्स के लिए सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली विदेशियों को आकर्षित करने के लिए लाया गया था। इसके बजाय यह कार्यक्रम विदेशी कर्मचारियों के लिए एक पाइपलाइन बन गया है, जो अक्सर साला 60,000 डॉलर से भी कम वेतन पर काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं। यह अमेरिकी टेक्निकल वर्कर को आमतौर पर दिए जाने वाले 100,000 डॉलर से अधिक के वेतन के मुकाबले बहुत कम है।

भारतीय होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित

अमेरिका के इस कदम से वहां रहने वाले भारतीय सर्वाधिक प्रभावित होंगे। इस बदलाव से अमेरिका में भारतीय आईटी इंजीनियरों की नौकरियों पर खतरा आएगा। वित्त वर्ष 2023-24 में दो लाख से ज्यादा भारतीयों ने एच1-बी वीजा हासिल किया था। भारत पिछले साल एच-1बी वीजा का सबसे बड़ा लाभार्थी था। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 से 2023 के बीच स्वीकृत वीजा में 73.7 फीसदी वीजा भारतीयों के थे। चीन 16 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर था। कनाडा 3% के साथ तीसरे स्थान पर, उसके बाद ताइवान (1.3%), दक्षिण कोरिया (1.3%), मैक्सिको (1.2%) और नेपाल, ब्राजील, पाकिस्तान और फिलीपींस (सभी 0.8%) हैं।

पाकिस्तान घर जैसा महूसस होता है... राहुल गांधी के करीबीसैम पित्रोदा का बयान, भाजपा भड़की

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कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने फिर विवादास्पद बयान दिया है है। शुक्रवार को एक न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने कहा, मैं पाकिस्तान गया। मुझे वहां घर जैसा महसूस हुआ। उन्होंने नेपाल से लेकर बांग्लादेश तक की तारीफ की है। साथ ही पित्रोदा ने केंद्र सरकार से पड़ोसी देशों के साथ बातचीत को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति की शुरुआत पाकिस्तान सहित पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने से होनी चाहिए।

सैम पित्रोदा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, मेरे मुताबिक, हमारी विदेश नीति पर काम होना चाहिए, हमें सबसे पहले अपने पड़ोस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। क्या हम सचमुच अपने पड़ोसियों के साथ संबंधों में सुधार ला सकते हैं? मैं पाकिस्तान गया हूं और आपको बता दूं कि मुझे वहां घर जैसा महसूस हुआ। मैं बांग्लादेश गया हूं, मैं नेपाल भी गया हूं, और मुझे वहां भी घर जैसा महसूस हुआ। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं किसी विदेशी धरती पर हूं।

बीजेपी ने लगाया राष्ट्रीय हितों को कमजोर करने का आरोप

पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा ने कांग्रेस नेतृत्व पर भारत के राष्ट्रीय हितों को कमजोर करने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, राहुल गांधी के चहेते और कांग्रेस के विदेश प्रमुख सैम पित्रोदा कहते हैं कि उन्हें पाकिस्तान में 'घर जैसा महसूस' हुआ। कोई आश्चर्य नहीं कि यूपीए ने 26/11 के बाद भी पाकिस्तान के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। पाकिस्तान का चहेता, कांग्रेस का चुना हुआ।

पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं पित्रोदा

ये पहली बार नहीं है, जब सैम पित्रोदा ने विवाद बढ़ाने वाला बयान दिया है। 2019 से लेकर अब तक 6 विवादित बयान दे चुके हैं। एक बार तो उन पर कांग्रेस ने कार्रवाई भी की थी, लेकिन पित्रोदा विवादित बयान देना नहीं छोड़ते हैं। 2019 के फरवरी में पित्रोदा ने बालाकोट एयरस्ट्राइक पर सवाल उठाया था। इसी साल अप्रैल महीने में पित्रोदा ने सिख दंगे को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। पित्रोदा ने कहा था कि दंगा हुआ तो हुआ। मई 2024 में पित्रोदा ने नस्लभेदी टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने इस्तीफा देने के लिए कहा था। हालांकि, बाद में फिर से उन्हें पद पर बहाल कर दिया गया। पित्रोदा को कांग्रेस में गांधी परिवार का करीबी माना जाता है।

चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा, वोट चोरी को अब राहुल गांधी ने किसे घेरा?

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कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी वोट चोरी के आरोपों को धार देने में जुटे हुए हैं। गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रोसेस को हाईजैक कर वोटरों के नाम डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए गए। इस गंभीर आरोप के एक दिन बाद शुक्रवार को कांग्रेस सांसद ने एक बार फिर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा।

राहुल गांधी ने दावा किया है कि सुबह चार बजे भी नाम हटाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए गए। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर कर सरकार और चुनाव आयोग को फिर से कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'सुबह चार बजे उठो, 36 सेकंड में दो वोटर मिटाओ, फिर सो जाओ। ऐसे भी हुई वोट चोरी।' उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा और चोरों को बचाता रहा।

कांग्रेस के वोटों का नाम डिलीट करने का आरोप

इससे पहले उन्होंने गुरुवार को 31 मिनट के प्रजेंटेशन में वोट चोरी के आरोप लगाए और सबूत दिखाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जानबूझकर कांग्रेस के वोटों को निशाना बना रहा है और उनके नाम डिलीट कर रहा है। राहुल गांधी गुरुवार को अपने साथ कर्नाटक के ऐसे वोटर्स भी लेकर आए, जिनके नाम वोटर्स लिस्ट से डिलीट किए गए। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों की रक्षा कर रहे हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और यूपी में यही हो रहा है।

ईसी ने आरोपों को गलत और निराधार बताया

वहीं, चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को गलत और निराधार बताया है। आयोग ने कहा कि कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन किसी का भी वोट डिलीट नहीं कर सकता। किसी का वोट डिलीट करने से पहले संबंधित व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है।

अमेरिका में भारतीय इंजीनियर की हत्या, मौत से पहले नस्लीय उत्पीड़न का लगाया था गंभीर आरोप

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अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक भारतीय इंजीनियर की गोली मारकर हत्या की खबर है। अमेरिका में मास्टर्स की पढ़ाई करने गए और सॉफ्टरवेयर इंजीनियर के रूप में काम करने वाले तेलंगाना के 30 वर्षीय स्टूडेंट मोहम्मद निजामुद्दीन की हत्या की वारदात 3 सितंबर की है। भारतीय छात्र को पुलिस द्वारा गोली मारी गई है। आरोप है कि इस महीने की शुरुआत में उसने अपने साथ रहने वाले युवक को कथित रूप से चाकू मारा था। हालांकि, पीड़ित परिवार ने अपने बेटे के साथ नस्ली भेदभाव होने का आरोप लगाया है।

मृतक के पिता मोहम्मद हसनुद्दीन का कहना है कि बेटे की मौत की सूचना उन्हें गुरुवार को मिली। जानकारी के अनुसार, 3 सितंबर को उसके और उसके रूममेट के बीच AC को लेकर एक छोटा सा विवाद हुआ, विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस की गोलीबारी से उसकी मौत हो गई।

परिवार ने सरकार से मदद मांगी

मोहम्मद हसनुद्दीन ने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से अपने बेटे के पार्थिव शरीर को महबूबनगर वापस लाने में मदद करने का अनुरोध किया है। उन्होंने विदेश मंत्री से अनुरोध किया कि वह वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास और सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास से उनके बेटे के पार्थिव शरीर को महबूबनगर लाने में मदद करने का अनुरोध करें। हसनुद्दीन ने जयशंकर को लिखे पत्र में कहा, आज सुबह मुझे पता चला कि उसे (निजामुद्दीन को) सांता क्लारा पुलिस ने गोली मार दी और उसका पार्थिव शरीर कैलिफोर्निया के सांता क्लारा के किसी अस्पताल में है। मुझे नहीं पता कि पुलिस ने उसे क्यों गोली मारी।

पुलिस ने क्या कहा?

सांता क्लारा पुलिस के बयानों के अनुसार जब घर के अंदर से चाकूबाजी के बारे में 911 पर कॉल आया तब पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे थे। पुलिस का कहना है कि अधिकारियों ने चाकू से लैस एक संदिग्ध का सामना किया, जब संदिग्ध ने पुलिस की दिए आदेशों का पालन नहीं किया तो गोली चलाई गई। पुलिस विभाग ने एक बयान में कहा कि संदिग्ध ने अपने रूममेट को नीचे गिरा दिया था और रूममेट को चाकू से कई चोटें आई थीं।

नस्लीय उत्पीड़न का लगाया था गंभीर आरोप

मौत से पहले मोहम्मद निजामुद्दीन ने खुद को नस्लीय नफरत का शिकार बताया था। उसने कहा था कि उसे नौकरी से गलत तरीके से निकाल दिया गया और जांच करने वाले अधिकारी ने भी उसे प्रताड़ित किया। मोहम्मद निजामुद्दीन ने लिंक्डइन पर अपना दर्द बयां किया था और लोगों से अपने लिए न्याय की मांग की थी। निजामुद्दीन ने अपने पोस्ट में लिखा था कि वह नस्लीय नफरत, भेदभाव, नस्लीय प्रताड़ना, शोषण, वेतन धोखाधड़ी, गलत तरीके से नौकरी से निकाले जाने का शिकार हुआ है। उसने लिखा, 'मैंने अपनी सभी मुश्किलों के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है। अब बहुत हो गया। श्वेत वर्चस्व और नस्लवादी अमेरिकी सोच को खत्म होना चाहिए। कॉर्पोरेट तानाशाही का अंत होना चाहिए और इसमें शामिल सभी लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।'

Gen Z करेंगे संविधान को बचाएंगे...राहुल गांधी की छात्रों-युवाओं से बड़ी अपील, मच गया सियासी बवाल

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लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को 'वोट चोरी' के मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसको लेकर पूरे दिन सियासी भूचाल मचा रहा। इसके बाद शाम होते-होते राहुल गांधी ने 'एक्स' पर एक ऐसा पोस्ट कर दिया जिसको लेकर सियासी बवाल मच गया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को Gen-Z को संबोधित करते हुए एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने कहा कि देश के Gen-Z संविधान की रक्षा करेंगे। इस पर भाजपा भड़क गई है।

Gen Z से राहुल की खास अपील

राहुल गांधी ने गुरूवार को सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद शाम को अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि देश के युवा, छात्र, Gen Z संविधान को बचाएंगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। मैं उनके साथ हमेशा खड़ा हूं। जय हिंद!'' उन्होंने इसके साथ एक फोटो भी शेयर किया, जिसमें वोट चोरी का जिक्र है।

निशिकांत दुबे का तीखा हमला

राहुल गांधी के इस पोस्ट पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तीखा हमला बोला है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तीन प्वाइंट में जवाब दिया। निशिकांत दुबे ने कहा कि Gen-Z परिवारवाद के खिलाफ है। वह नेहरू, इंदिरा, राजीव, सोनिया के बाद राहुल को क्यों बर्दाश्त करेगा? Gen-Z भ्रष्टाचार के खिलाफ है, आपको क्यों नहीं भगाएगा?’ साथ उन्होंने राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि आप देश छोड़ने की तैयारी करो, Gen-Z आ रहा है।

चुनाव आयोग पर लगाया गंभीर आरोप

इससे पहले गुरुवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में, राहुल गांधी ने कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के गढ़ रहे क्षेत्रों में 6,000 से ज्यादा मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए। उन्होंने कहा कि ये नाम ज्यादातर अल्पसंख्यक और वंचित समूहों के लोगों के थे, जो कांग्रेस के समर्थक माने जाते थे। 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अलंद सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बीआर पाटिल ने जीत हासिल की और पार्टी वर्तमान में राज्य में सत्ता में है।

इलेक्शन कमीशन की वोट चोरी मामले पर राहुल गांधी को दो टूक, कहा- वोट ऑनलाइन डिलीट नहीं हो सकता

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ आज चुनाव आयोग पर वोट डिलीट करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों पर अब चुनाव आयोग की तरफ से बयान सामने आया है। चुनाव आयोग ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए राहुल के सभी आरोपों को गलत ठहराया है। हालांकि, चुनाव आयोग ने स्वीकार किया कि कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के कुछ असफल प्रयास किए गए थे और मामले की जांच के लिए चुनाव आयोग ने खुद एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

चुनाव आयोग के अनुसार, कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन तरीके से किसी का भी नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटा सकता। आयोग ने यह भी कहा कि किसी का नाम हटाने से पहले उसे अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है। हालांकि, चुनाव आयोग ने ये माना कि 2023 में आलंद विधानसभा क्षेत्र में कुछ लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम हटाने की कोशिश की थी। इस मामले में खुद आयोग ने एफआईआर दर्ज कराई थी।

प्रोसेस को हाईजैक कर वोटरों का नाम डिलीट करने का आरोप

इससे पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मैं मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ 100 फीसदी सबूत रखने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि सोच-समझकर कांग्रेस के वोट काटे गए। प्रोसेस को हाईजैक कर वोटरों के नाम डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोटरों को निशाना बनाया जा रहा है।

चुनाव आयोग पर राहुल के आरोप

कांग्रेस सांसद ने कहा, कर्नाटक में अलंद एक निर्वाचन क्षेत्र है। किसी ने 6018 वोटों को हटाने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनाव में अलंद में कुल कितने वोट हटाए गए। ये संख्या 6018 से कहीं ज्यादा है, लेकिन कोई उन वोटों को हटाते हुए पकड़ा गया, और यह संयोग से हुआ। वहां के बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, 'जब उसने जांच की कि उसके चाचा का वोट किसने हटाया। उसे पता चला कि वोट हटाने वाला एक पड़ोसी था। उसने अपने पड़ोसी से पूछा, लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने कोई वोट नहीं हटाया। न तो वोट हटाने वाले व्यक्ति को और न ही जिसका वोट हटाया गया था, उसे इस बारे में पता था। किसी और ताकत ने इस प्रक्रिया को हाईजैक कर लिया और वोट हटा दिया।

ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को बचा रहे-राहुल गांधी

कांग्रेस नेता ने कहा कि हर चुनाव में वोटरों के नाम काटे गए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जानता है कि इसके पीछे कौन है। राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र के राजुरा में 6850 वोट काटे गए। उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार नहीं बता रहे हैं कि इसके पीछे कौन है। राहुल गांधी ने कहा कि ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं, जो वोट काट रहे हैं।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर राहुल गांधी का गंभीर आरोप, बोले- प्रोसेस को हाईजैक कर वोटरों के नाम काटे जा रहे

#rahulgandhipress_conference

कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष और सांसद राहुल गांधी चुनाव आयोग के साथ ही केन्द्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस सांसद ने ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ने की बात कही। हालांकि राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। लेकिन कहा, यह हाइड्रोजन बम नहीं है, हाइड्रोजन बम आने वाला है। इस दौरान उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त उन लोगों को बचा रहे हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। वे उन्हें बचा रहे हैं, जिन्होंने वोट चोरी किया है।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ 100 फीसदी सबूत रखने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि सोच-समझकर कांग्रेस के वोट काटे गए। प्रोसेस को हाईजैक कर वोटरों के नाम डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोटरों को निशाना बनाया जा रहा है।

चुनाव आयोग पर राहुल के आरोप

कांग्रेस सांसद ने कहा, कर्नाटक में अलंद एक निर्वाचन क्षेत्र है। किसी ने 6018 वोटों को हटाने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनाव में अलंद में कुल कितने वोट हटाए गए। ये संख्या 6018 से कहीं ज्यादा है, लेकिन कोई उन वोटों को हटाते हुए पकड़ा गया, और यह संयोग से हुआ। वहां के बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, 'जब उसने जांच की कि उसके चाचा का वोट किसने हटाया। उसे पता चला कि वोट हटाने वाला एक पड़ोसी था। उसने अपने पड़ोसी से पूछा, लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने कोई वोट नहीं हटाया। न तो वोट हटाने वाले व्यक्ति को और न ही जिसका वोट हटाया गया था, उसे इस बारे में पता थाय़ किसी और ताकत ने इस प्रक्रिया को हाईजैक कर लिया और वोट हटा दिया।

ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को बचा रहे-राहुल गांधी

कांग्रेस नेता ने कहा कि हर चुनाव में वोटरों के नाम काटे गए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जानता है कि इसके पीछे कौन है। राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र के राजुरा में 6850 वोट काटे गए। उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार नहीं बता रहे हैं कि इसके पीछे कौन है। राहुल गांधी ने कहा कि ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं, जो वोट काट रहे हैं।

पाकिस्तान-सऊदी अरब के रक्षा समझौता, जानें भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

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पाकिस्तान ऑपरेशन सिंदूर के बाद से अभी तक सहम हुआ है। इस बीच शहबाज शरीफ सऊदी अरब के दौरे पर हैं और उन्होंने इस दौरान उन्होंने बड़ा एग्रीमेंट साइन किया है। उन्होंने सऊदी के साथ एक खास रक्षा समझौता किया है। इस समझौते के तहत अगर किसी एक देश पर हमला होता है तो, उसे दोनों देशों पर अटैक माना जाएगा। पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुई रक्षा समझौते पर भारत की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। भारत सरकार ने सतर्क रुख अपनाते हुए कहा है कि वह पूरी स्थिति पर नजर रख रही है।

सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच मंगलवार को हुए ‘स्ट्रैटेजिक म्यूचुअल डिफेंस एग्रीमेंट’ (रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौता) को लेकर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इस समझौते की जानकारी पहले से थी और इसका असर राष्ट्रीय सुरक्षा, क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्थिरता के संदर्भ में परखा जाएगा। मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और सभी क्षेत्रों में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

समझौते के तहत परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का भी प्रावधान

पाकिस्तान और सऊदी अरब ने एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अनुसार किसी भी देश पर हमला दोनों देशों पर हमला माना जाएगा। समझौते के तहत परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का भी प्रावधान है। पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच यह समझौता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की रियाद यात्रा के दौरान हुआ। शहबाज शरीफ को क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने अल-यमामा पैलेस में रिसीव किया। इस यात्रा के दौरान ही 'सामरिक आपसी रक्षा समझौता' हुआ। पाकिस्तान और सऊदी के साझा बयान में कहा गया है कि यह समझौता न सिर्फ द्विपक्षीय सुरक्षा संबंधों को गहरा करने के लिए है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति भी इसका लक्ष्य है।

समझौता इस्लामी एकजुटता और साझा हितों पर आधारित

हाल ही में इस्राइल के कतर पर हमले के बाद कतर की राजधानी दोहा में मुस्लिम देशों की बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल हुआ। इस बैठक में पाकिस्तान ने नाटो जैसा संगठन बनाने का सुझाव दिया था। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह समझौता इस्लामी एकजुटता और साझा हितों पर आधारित है। सऊदी अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि यह एक व्यापक रक्षात्मक समझौता है, जो सभी सैन्य साधनों को कवर करता है