मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय की प्रथम वित्त समिति की बैठक संपन्न,वर्ष 2025-26 के लिए 6858.40 लाख रुपए का प्रावधान
बलरामपुर। 6 अगस्त मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के प्रथम वित्त समिति की बैठक अस्थाई विश्वविद्यालय के भवन में संपन्न हुई।कुलपति प्रो.रविशंकर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में वर्ष 2025- 26 के लिए विश्वविद्यालय में 6858.40 लाख रुपए बजट का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ। वित्तीय वर्ष 2025- 26 में विश्वविद्यालय की कुल आय 6858.4 0 लाख रुपए के सापेक्ष कुल व्यय 6744.00 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। वित्तीय वर्ष 2025- 26 में विश्वविद्यालय निर्माण के लिए 5931 लाख रुपए बजट प्रस्तावित है जिसे इसी वित्तीय वर्ष में कार्यदाई संस्था को हस्तांतरित किए जाने का प्रावधान है।
वित्तीय वर्ष 2025- 26 में विश्वविद्यालय के वेतन मद में कुल 250 लाख रुपए व्यय का प्रावधान किया गया है जिसमें से शिक्षणेत्तर अधिकारी संवर्ग के वेतन पर 50 लाख रुपए,शिक्षणेत्तर गैर अधिकारी वर्ग के वेतन पर 85 लाख रुपए,वाह्य सेवा प्रदाता के माध्यम से नियुक्त कार्मिकों पर 50 लाख रुपए और शिक्षक वर्ग पर 30 लाख रुपए व्यय का प्रावधान किया गया है।
शासन से गैर वेतन अनुदान के रूप में प्राप्त 100 लाख रुपए के सापेक्ष गैर वेतन मद में 105 लाख रुपए व्यय का प्रावधान किया गया है इनमें से 05 लाख रुपए विश्वविद्यालय के आय स्रोतों से किया जाएगा।
विश्वविद्यालय की आय से विश्वविद्यालय के संचालन के लिए गैर व्यय वेतन मद में 147 लाख रुपए व्यय का प्रावधान किया गया है।
गैर वेतन मद में ही 16 लाख रुपए का प्रावधान है। वित्त समिति ने
विश्वविद्यालय की परीक्षाओं केग आयोजन एवं मूल्यांकन हेतु 199 लाख रुपए व्यय को मंजूरी दी है। विश्वविद्यालय की आय से परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने,अंक पत्र एवं उपाधि आदि के मुद्रण तथा वेबसाइट एवं इसके संचालन हेतु कुल 30 लाख रुपए बजट का प्रावधान किया गया है।
विश्वविद्यालय की आय से ही विश्वविद्यालय के विकास योजनाओं एवं पूंजीगत कार्य हेतु कुल 36 लाख रुपए व्यय का प्रावधान है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में विश्वविद्यालय की आय से विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के गोपनीय मुद्रण,जिसमें प्रश्न पत्र भी शामिल हैं,के लिए कुल 30 लाख रुपए बजट का प्रावधान किया गया है।
वित्त समिति की बैठक में वर्ष 2025-26 में विश्वविद्यालय की अनुमानित आय पर भी चर्चा की गई। जिसमें उच्च शिक्षा विभाग से प्राप्त 100 लाख रुपए शामिल है। इसी प्रकार वेतन मद, गैर वेतन मद एवं विश्वविद्यालय के निर्माण हेतु कुल 6241 लाख रुपए का अनुदान उच्च शिक्षा विभाग से विश्वविद्यालय को प्राप्त होना है। विश्वविद्यालय परिसर से कुल 49.40 लाख की धनराशि प्राप्त होने का अनुमान है जिसमें परीक्षाओं से 4.40 लाख,प्रवेश परीक्षा से 10 लाख तथा संबद्धता शुल्क से 35 लाख रुपए की धनराशि शामिल है। विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय से परीक्षा,खेल,रोवर्स - रेंजर्स एवं पंजीकरण मदों से 567 लाख रुपए की धनराशि प्राप्त होने का अनुमान है।इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2025-26 में विश्वविद्यालय की कुल आय 6858.40 लाख रुपए अनुमानित है।
विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रथम किस्त के रूप में 3347 लाख की धनराशि तथा द्वितीय किस्त के रूप में 5000 लाख की धनराशि उच्च शिक्षा विभाग से प्राप्त हुई थी जिसे कार्यदाई संस्था को हस्तांतरित कर दिया गया था। उक्त धनराशि के व्यय हेतु वित्त समिति में कार्योत्तर अनुमोदन भी पारित किया गया। वित्त समिति की बैठक में अध्यक्ष की अनुमति से विश्वविद्यालय परिसर में संचालित स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के शुल्क निर्धारण के लिए गठित की गई समिति पर भी चर्चा की गई। शुल्क निर्धारण समिति के द्वारा पाठ्यक्रमों के शुल्क निर्धारण के प्रस्ताव को वित्त समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
वित्त समिति की बैठक में विश्वविद्यालय निधि से एक मिनी बस क्रय किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ। इसके साथ ही अध्यक्ष की अनुमति से 20 हजार रुपए के व्यय का भुगतान सहायक कुल सचिव/ लेखाकार के माध्यम से किए जाने को समिति ने संस्तुति प्रदान की।वित्त समिति के बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो.रवि शंकर सिंह ने की। बैठक का संचालन समिति के सचिव वित्त अधिकारी श्याम लाल जायसवाल ने किया।
बैठक में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ अश्वनी मिश्रा,अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन योगेंद्र प्रताप सिंह,विश्वविद्यालय के कुल सचिव परमानंद सिंह और कृषक राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक सर्वेश सिंह शामिल हुए। डॉक्टर अश्वनी मिश्रा और योगेंद्र प्रताप सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से वित्त समिति की बैठक में शामिल हुए।
Aug 13 2025, 10:03