फतेहपुर में विवादित स्थल पर बवाल: ध्वज फहराने के बाद पथराव, 160 पर मुकदमा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के आबूनगर रेडइया स्थित एक विवादित धार्मिक स्थल पर सोमवार को हिंदू संगठनों और मुस्लिम समुदाय के बीच भारी तनाव फैल गया। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इसे ठाकुरजी का मंदिर बताते हुए पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर मकबरे के भीतर प्रवेश किया, भगवा ध्वज फहराया और पूजा-अर्चना की। इस दौरान कथित रूप से मजारों में तोड़फोड़ भी की गई।
दूसरे समुदाय के विरोध और पथराव से माहौल बिगड़ गया, जिसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस को भारी बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालनी पड़ी।
हिंदू संगठनों का जमावड़ा और बैरिकेडिंग तोड़कर किया प्रवेश
सोमवार सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल, विहिप प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय और बजरंग दल संयोजक धर्मेंद्र जनसेवक के आह्वान पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कर्पूरी ठाकुर चौराहे पर जुटे। सुबह करीब 11 बजे भीड़ विवादित स्थल की ओर बढ़ी और तीन किलोमीटर के दायरे में लगी तीन बैरिकेडिंग तोड़ते हुए मकबरे तक पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुलिस बल मौजूद होने के बावजूद कार्यकर्ताओं ने लगभग 20 मिनट तक धार्मिक स्थल पर कब्जा जमाए रखा, मजारों पर डंडे पटके, धूपबत्ती जलाई और भगवा झंडा लहराया।
दूसरे पक्ष का विरोध और पथराव
स्थल से करीब 50 मीटर दूर मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोग भगवा ध्वज देख भड़क गए और नारेबाजी शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों में कहासुनी, फिर पथराव और मारपीट होने लगी। इस घटना में बजरंग दल संयोजक धर्मेंद्र सिंह जनसेवक, रामप्रताप अनुरागी और सजल समेत कई लोगों को चोटें आईं।
लगभग दो घंटे तक मौके पर नारेबाजी और हंगामा चलता रहा।
प्रशासन का हस्तक्षेप और सुरक्षा बढ़ाई
स्थिति बिगड़ने पर जिलाधिकारी रविंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह, एडीएम अविनाश त्रिपाठी, एएसपी महेंद्र पाल सिंह और सीओ गौरव शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों से वार्ता कर भीड़ को हटाया गया और स्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गई। शांति बनाए रखने के लिए 10 थानों की फोर्स, एक प्लाटून पीएसी और कौशांबी व बांदा से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।
विवादित स्थल का रिकॉर्ड और पृष्ठभूमि
राजस्व अभिलेखों के अनुसार, यह स्थल नवाब अब्दुस समद मकबरा (खसरा संख्या 753, मौजा रेडइया, आबूनगर, तहसील सदर) के रूप में दर्ज है, जिसके अधिकृत मुतवल्ली मोहम्मद अनीश हैं।
हालांकि, “मठ मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति” के पदाधिकारियों ने इसे ठाकुरद्वारा मंदिर बताते हुए 11 अगस्त को नवीनीकरण और नियमित पूजा शुरू करने का ऐलान किया था।
एफआईआर और कार्रवाई,एडीजी की नाराजगी
पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि 10 नामजद और करीब 150–160 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजदों में भाजपा जिला पंचायत सदस्य अजय सिंह, सभासद रितिक पाल, विनय तिवारी, पुष्पराज पटेल और अन्य शामिल हैं।उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो और फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है, झंडे हटा दिए गए हैं और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। एडीजी संजीव गुप्ता भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। उन्होंने सतर्कता में कमी को लेकर पुलिस अधिकारियों से नाराजगी जताई।
Aug 12 2025, 10:32
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