25 जुलाई को काला दिवस के दिन सीएम योगी से शिक्षामित्रों ने पूछा- 10 हजार में कैसे चलाएं घर परिवार, कब बढ़ेगी पगार, लगाई ये गुहार
संजीव सिंह बलिया। 25 जुलाई 2017 को सर्वोच्च न्यायालय के तकनीकी निर्णय के पश्चात उत्तर प्रदेश के 137000 शिक्षामित्र का शिक्षक पद सरकार ने एक झटके में समाप्त कर दिया। जिससे आहत निर्दोष शिक्षामित्रों ने आर्थिक तंगी, अवसाद, मानसिक तनाव और गंभीर बीमारी के कारण 10000 से अधिक शिक्षामित्र काल काल के काल में समा गए।आज उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ, जनपद बलिया द्वारा शिक्षामित्रों की वर्षों पुरानी समस्याओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। यह ज्ञापन शिक्षामित्रों की वेतन वृद्धि, आर्थिक सहायता और सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर सौंपा गया। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि लगभग 25 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षामित्र मात्र ₹10,000 मासिक मानदेय पर कार्य कर रहे हैं, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण करना अत्यंत कठिन हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उच्च स्तरीय समिति द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं को लेकर कई बैठकें की गई थीं और 14 नवम्बर 2023 को अंतिम बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय भी लिया गया था, लेकिन आज तक उस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई गईं हैं: अन्य राज्यों (राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार) की तर्ज पर शिक्षामित्रों के मानदेय में तत्काल वृद्धि की जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। शिक्षामित्रों को स्थायीकरण का लाभ दिया जाए और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्राप्त हो। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष पंकज सिंह, प्रांतीय पदाधिकारी अखिलेश पांडेय, मंडल प्रवक्ता श्याम नंदन 'मंटू 'मिश्र कोषाध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ राम एवं जिला महामंत्री अमृत सिंह ,जिला मंत्री अजय श्रीवास्तव व सभा में ब्लॉक अध्यक्ष दुबहर लालजी वर्मा, महामंत्री वसीम अहमद, हनुमानगंज के ब्लॉक महामंत्री राजेश प्रजापति, बेलहरी के ब्लॉक अध्यक्ष मंजूर अहमद, बेरुआरबारी के ब्लॉक अध्यक्ष आनंद पाण्डेय, सीयर ब्लॉक अध्यक्ष अभय सिंह , नवानगर ब्लॉक अध्यक्ष फैसल अजीज, रसडा ब्लॉक अध्यक्ष तेज नरायण सिंह के अलावा
बैठक में वसुंधरा राय, निरुपमा सिंह, कंचन यादव, जीत मिश्रा, रंजू मिश्रा, रिंकू सिंह, चंद्रावती वर्मा, पूनम तिवारी, रीता पाण्डेय, शिवकुमार प्रजापति अनिल कुमार मिश्र, सुनील कुमार वर्मा, संतोष कुमार, जवाहर सिंह, नीरज कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, जयप्रकाश सिंह, सुधीर कुमार शुक्ल, संजय कुमार प्रसाद, सुनील कुमार, भवानी प्रसाद गुप्ता, सनोज कुमार, मनीष कुमार, मनोज कुमार वर्मा, मंगनी राम, रमेश कुमार गुप्ता, हंसनाथ गिरी, धीरेंद्र कुमार सिंह, रघुनाथ शर्मा, राजेश कुमार, विनोद कुमार वर्मा, वीरेंद्र कुमार, मृत्युंजय सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश तिवारी, हरीश कुमार शुक्ल, बृजेश कुमार राय, शाकिब अंसारी, सुनील कुमार गुप्ता आदि प्रमुख रहे।सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सूर्यनाथ राम व संचालन जिलाप्रवक्ता निर्भय नरायण राय ने किया।उपस्थित रहे। सभी ने उम्मीद जताई कि सरकार शीघ्र निर्णय लेकर शिक्षामित्रों के हित में ठोस कदम उठाएगी।
Jul 25 2025, 23:20