कांवड़ यात्रा को लेकर डीजीपी और मुख्य सचिव ने दिए सख्त निर्देश
लखनऊ । कांवड़ यात्रा 2025 को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से मंगलवार को मेरठ मंडल स्थित आयुक्त सभागार में एक उच्चस्तरीय अंतर्राज्यीय और अंतरजनपदीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने संयुक्त रूप से की।
बहुत सारी अधिकारी वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े
बैठक में मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, आगरा, बरेली के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी, साथ ही उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। कुछ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े। बैठक में स्वास्थ्य, विद्युत, पीडब्ल्यूडी, खाद्य आपूर्ति, रेलवे और इंटेलिजेंस सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
डीजे संचालन को मानकों के अनुरूप रखने का निर्देश
बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधाएं, स्वच्छता, महिला कांवड़ियों की व्यवस्था, डीजे नियंत्रण, सोशल मीडिया निगरानी और सामुदायिक भागीदारी जैसे बिंदुओं पर चर्चा की गई।प्रमुख निर्णयों में कांवड़ मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू करना, डीजे संचालन को मानकों के अनुरूप रखना, डाक कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, मेडिकल कैंप और एम्बुलेंस की तैनाती, CCTV और ड्रोन से निगरानी, सोशल मीडिया पर अफवाहों की निगरानी और आवश्यक स्थानों पर पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती शामिल है।
सभी विभाग आपसी समन्वय से करेंगे कार्य
यात्रा मार्गों को जोन, सेक्टर और सब-सेक्टर में बांटकर वहां मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के अधिकारियों के बीच समन्वय के लिए एक अंतर्राज्यीय व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है।डीजीपी ने सभी पुलिसकर्मियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्पष्ट ब्रीफिंग देने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव और डीजीपी ने उम्मीद जताई कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करेंगे और कांवड़ यात्रा 2025 शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सफलतापूर्वक सम्पन्न होगी।
डीजीपी का पुलिस लाइन में हुआ स्वागत
पुलिस महानिदेशक के मेरठ आगमन पर पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। पुलिस लाइन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस लाइन स्थित नवनिर्मित Officers’ Mess का उद्घाटन किया और परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया।डीजीपी ने पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहे नव आरक्षियों की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने परेड, बैरक, भोजनालय और अनुशासन संबंधी व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने रिक्रूट्स से बातचीत भी की और उन्हें प्रशिक्षण पूरे मनोयोग से पूरा करने की सलाह दी। सही उत्तर देने वाले एक रिक्रूट को उन्होंने पुरस्कार भी दिया।
बैठक के दौरान यह दिये गए दिशा निर्देश
ट्रैफिक प्रबंधन: यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन और भारी वाहनों पर रोक।
डीजे नियंत्रण: ध्वनि स्तर और आकार मानक के अनुरूप रखने के निर्देश।
महिला कांवड़ियों के लिए अलग व्यवस्था: शिविरों में उनकी सुविधा और सुरक्षा का ध्यान।
डाक कांवड़ियों की सुरक्षा: तेज गति से चलने वालों पर विशेष निगरानी।
सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी: संवेदनशील स्थानों पर विशेष नजर।
सोशल मीडिया पर रखे निगरानी
मेडिकल कैंप और आपात सेवा: एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया।
सफाई और सुविधाएं: यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, शौचालय और पेयजल की व्यवस्था।
समन्वय प्रणाली: सभी राज्यों के बीच संपर्क के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया।
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग: अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सोशल मीडिया सेल को सक्रिय किया गया।
विशेष बलों की तैनाती: PAC, RAF, ATS, महिला पुलिस और QRT की तैनाती होगी।
कांवड़ कंट्रोल रूम: यात्रा के दौरान 24x7 कार्यरत रहेंगे।
मुख्य सचिव और डीजीपी का निर्देश
मुख्य सचिव व डीजीपी ने कहा कि यात्रा के दौरान सभी पुलिसकर्मियों को साफ निर्देश दिए जाएं कि उन्हें क्या जिम्मेदारी निभानी है। मुख्य मार्गों के साथ-साथ छोटे रास्तों पर भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए। इंटेलिजेंस यूनिट को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से पहले ही निपटा जा सके।मुख्य सचिव और डीजीपी ने कहा कि सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करना होगा ताकि कांवड़ यात्रा सुरक्षित, शांतिपूर्ण और सफल तरीके से संपन्न हो सके।
11 hours ago