झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उत्तर प्रदेश में की शिष्टाचार मुलाकात, गृह राज्य से जुड़ाव पर प्रकाश
बरेली/लखनऊ, झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज अपनी जन्मभूमि उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जहां उन्होंने बरेली में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार मुलाकात की। यह दौरा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, खासकर इसलिए क्योंकि गंगवार का उत्तर प्रदेश से गहरा और लंबा संबंध रहा है।
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राजभवन सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सोमवार को उत्तर प्रदेश पहुंचे और बरेली में उनकी व्यस्त दिनचर्या रही। उन्होंने सबसे पहले उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। यह एक सौहार्दपूर्ण भेंट थी, जिसमें दोनों राज्यों के राज्यपालों ने विभिन्न मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा की। मुलाकात के दौरान, राज्यपाल गंगवार ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मान व्यक्त किया। इस मुलाकात की तस्वीरें राज्यपाल के आधिकारिक 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से साझा की गईं, जिससे यह जानकारी सार्वजनिक हुई।
इसके उपरांत, राज्यपाल गंगवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलग से मुलाकात की। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश और झारखंड के बीच संभावित सहयोग के क्षेत्रों पर संक्षिप्त बातचीत होने की उम्मीद है, हालांकि किसी विशिष्ट एजेंडे की पुष्टि नहीं की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज्यपाल गंगवार ने पुष्पगुच्छ भेंट किया। इन मुलाकातों को प्रोटोकॉल के तहत एक शिष्टाचार भेंट बताया गया है, जो दो संवैधानिक प्रमुखों के बीच सामान्य है।
यह यात्रा संतोष गंगवार के लिए व्यक्तिगत रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उत्तर प्रदेश उनका गृह राज्य है। उनका जन्म 1 नवंबर 1948 को बरेली, उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपने लंबे और प्रतिष्ठित राजनीतिक जीवन में, उन्होंने बरेली सीट से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए। संतोष गंगवार बरेली की जनता के बीच "विकास पुरुष" के नाम से प्रसिद्ध हैं, यह उपाधि उन्हें क्षेत्र में किए गए उनके उल्लेखनीय विकास कार्यों के लिए मिली है। वह लगातार छह बार बरेली लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं, जो उनकी लोकप्रियता और जनता के बीच गहरी पैठ को दर्शाता है।
उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब देश के विभिन्न राज्यों के बीच सांस्कृतिक और प्रशासनिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जा रहा है। झारखंड के राज्यपाल के रूप में, गंगवार का अपनी जन्मभूमि का दौरा दोनों राज्यों के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक हो सकता है, भले ही यह एक औपचारिक शिष्टाचार भेंट ही क्यों न हो। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे दौरे राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद करते हैं।
हालांकि इन मुलाकातों में किसी बड़े नीतिगत निर्णय या घोषणा की उम्मीद नहीं थी, लेकिन यह झारखंड और उत्तर प्रदेश के शीर्ष संवैधानिक और कार्यकारी पदों पर बैठे व्यक्तियों के बीच व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। राज्यपाल गंगवार का लंबा राजनीतिक अनुभव और उत्तर प्रदेश की गहरी समझ उन्हें अपने वर्तमान पद पर भी लाभ पहुंचा सकती है।
राजभवन के अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल की यह यात्रा पूरी तरह से निजी और शिष्टाचार उद्देश्यों के लिए थी, जिसमें कोई आधिकारिक एजेंडा शामिल नहीं था। फिर भी, उनकी उपस्थिति और उत्तर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात ने मीडिया और जनता का ध्यान आकर्षित किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन मुलाकातों का कोई दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है या नहीं। फिलहाल, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार की यह यात्रा उनकी जन्मभूमि से उनके अटूट संबंध को एक बार फिर रेखांकित करती है।
Jun 30 2025, 19:42