योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में 10 अहम प्रस्तावों को मंजूरी , कृषि, उद्योग और नागरिक सेवाओं को मिलेगी नई रफ्तार
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की अहम बैठक संपन्न हुई। बैठक में कुल 10 प्रमुख प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनका उद्देश्य प्रदेश के सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास को गति देना है। इन फैसलों में कृषि, उद्योग, दुग्ध विकास, नगर विकास, पंचायती राज और नागरिक उड्डयन विभाग से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया।
लखनऊ में बनेगा चौधरी चरण सिंह सीड पार्क
कैबिनेट ने कृषि विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए लखनऊ में 130.63 एकड़ भूमि पर 251.70 करोड़ रुपये की लागत से चौधरी चरण सिंह सीड पार्क की स्थापना का निर्णय लिया। यह बीज अनुसंधान और उत्पादन केंद्र किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराने, कृषि उत्पादन में वृद्धि और निर्यात को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर सराहना
कैबिनेट ने हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर सुरक्षा बलों को सम्मानित करते हुए अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया। इस ऑपरेशन में भारतीय जवानों ने सीमा पार आतंकी मंसूबों को विफल किया था।
अमृत योजना के तहत निकायों को राहत
नगर विकास विभाग के तहत अमृत योजना के प्रथम चरण में शामिल सात नगरीय निकायों के 90 करोड़ रुपये के अंश को माफ कर दिया गया है। इससे इन क्षेत्रों में शहरी विकास परियोजनाओं को गति मिलेगी।
दुग्ध क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति-2022 में संशोधन करते हुए सरकार ने नई दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयों को 35% तक पूंजीगत अनुदान देने का निर्णय लिया है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
उद्योगों को मिली LOC स्वीकृति
उद्योग विभाग ने 5 कंपनियों को LOC (Letter of Comfort) जारी करने की मंजूरी दी है, जिससे राज्य में हजारों करोड़ रुपये का निवेश आएगा। इन कंपनियों में जेके सीमेंट, मून बेवरेजेज, सिल्वर पल्प एंड पेपर, ग्लोबल स्पिल्ट्स और चांदपुर इंटरप्राइजेज शामिल हैं।
पंचायत भवनों को मिलेगा नाम, ग्राम सभा को प्रोत्साहन
पंचायती राज विभाग ने विभिन्न ‘पंचायत उत्सव भवनों’ को नाम देने की प्रक्रिया को स्वीकृति दी है। साथ ही, ग्राम सभा बैठकों के आयोजन पर व्यय हेतु नई प्रोत्साहन नीति को मंजूरी दी गई है, जिससे गांव स्तर पर प्रशासनिक भागीदारी को बल मिलेगा।
नागरिक उड्डयन कर्मियों को मिलेगा सातवां वेतनमान
नागरिक उड्डयन निदेशालय में संविदा पर कार्यरत पायलट, को-पायलट, इंजीनियर व तकनीकी कर्मियों को अब सातवें वेतन आयोग के अनुरूप वेतन मिलेगा। यह निर्णय सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है।
निवेश नीति और तकनीकी शिक्षा में सुधार
कैबिनेट ने इन्वेस्टमेंट प्रमोशन सब्सिडी नीति को पारदर्शी और व्यावहारिक बनाने हेतु संशोधन को मंजूरी दी। इसके अलावा, तकनीकी संस्थानों के आधुनिकीकरण के लिए जल्द ही विस्तृत योजना पेश की जाएगी। इन सभी प्रस्तावों को विकास के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
May 15 2025, 17:08