भारतीय कुर्मी महासभा ने कराया 83वां श्रद्धांजलि कार्यक्रम, परंपराओं को बदलने की ऐतिहासिक पहल
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज के ग्राम सभा रामदास का पूरा, शिवलाल का पूरा, दहियावां, होलागढ़ के निवासी और समाज के प्रतिष्ठित नागरिक राजेश कुमार पटेल एवं सुरेश कुमार पटेल सप्लाई इंस्पेक्टर ने अपने दिवंगत बाबा जी की स्मृति में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि इसमें भारतीय कुर्मी महासभा की ओर से 83वें मृत्यु भोज का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार किया गया। यह बहिष्कार समाज में व्याप्त पुरानी और आर्थिक रूप से बोझिल परंपराओं को समाप्त करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
श्रद्धांजलि सभा: एक नई सोच की शुरुआत
इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कुर्मी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री रामकिशोर पटेल के नेतृत्व में हुआ, जिन्होंने कुशल संचालन भी किया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री छेदीलाल पटेल ने की जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे रानीगंज विधानसभा के विधायक डॉ. आर. के. वर्मा। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इंजीनियर श्री राजेंद्र पटेल, जिन्होंने समाज को एक नई दिशा देने वाली बातें कहीं।
मुख्य अतिथि की अपील: शिक्षा और विज्ञान को अपनाएं, पाखंड को त्यागें
मुख्य अतिथि डॉ. आर. के. वर्मा ने अपने उद्बोधन में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को अब संविधान और विज्ञान की राह पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज का युग विज्ञान का युग है। हम सुबह से लेकर शाम तक विज्ञान की देन का उपयोग करते हैं—मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल, घड़ी, टी.वी., ट्रक, बस आदि सभी हमारी दिनचर्या में शामिल हैं। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि हम अपनी सोच को भी वैज्ञानिक आधार पर विकसित करें।”
उन्होंने आगे कहा कि मृत्युभोज जैसी परंपराएं हमारे समाज में आर्थिक और सामाजिक विषमता को बढ़ावा देती हैं। डॉ. वर्मा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर का उल्लेख करते हुए कहा, “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो इसे पिएगा वही दहाड़ेगा।” उन्होंने कहा कि मृत्युभोज जैसे आयोजन पशुवत भोजन कहलाते हैं और इन्हें समाज से शीघ्र समाप्त करना चाहिए। इस धन को अपने बच्चों की शिक्षा और भविष्य सुधारने में लगाना चाहिए।
भारतीय कुर्मी महासभा का अभियान: परंपरा से प्रगति की ओर
भारतीय कुर्मी महासभा वर्षों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए कार्य कर रही है। इस संगठन का मूल उद्देश्य केवल सामाजिक एकता बनाए रखना नहीं, बल्कि सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वासों और परंपरागत बोझ को समाप्त करके समाज को नई दिशा देना है। इसी क्रम में 83वें मृत्युभोज का बहिष्कार इस बात का प्रमाण है कि समाज अब जागरूक हो रहा है और बदलाव के लिए तैयार है।
कार्यक्रम में सम्मान और सेवा भाव का अद्वितीय संगम
श्रद्धांजलि सभा केवल एक विचार मंच नहीं रहा, बल्कि इसमें सेवा और सम्मान का भी आदान-प्रदान हुआ। कार्यक्रम में समाज के जरूरतमंदों को अंग वस्त्र वितरित किए गए, बच्चों को शिक्षा सामग्री—कॉपी, पेंसिल, रबर आदि—दी गई, जिससे यह कार्यक्रम एक सामाजिक समर्पण का उदाहरण बन गया।
साथ ही, कार्यक्रम के आयोजनकर्ता राजेश कुमार पटेल एवं सुरेश कुमार पटेल को भारतीय कुर्मी महासभा के सभी पदाधिकारियों की ओर से सरदार वल्लभभाई पटेल का तैल चित्र एवं अंग वस्त्र देकर विधायक डॉ. वर्मा के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया।
विशिष्ट उपस्थितिगण:
कार्यक्रम में सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं प्रदेश सचिव दूधनाथ पटेल, भारतीय कुर्मी महासभा के जिला अध्यक्ष संजय कुमार पटेल, मंडल संरक्षक डॉ. राम पूजन पटेल, फाफामऊ विधानसभा अध्यक्ष अजय कुमार पटेल, जयकरन पटेल, एडवोकेट देवेंद्र यादव, श्रृंगवेरपुर ब्लॉक अध्यक्ष धनीराम पटेल, होलागढ़ ब्लॉक अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ बाबा जी, कमल पटेल, सुनील पटेल, सुभाष पटेल, सुरेश पटेल, लल्लन, मुन्ना पटेल, कमलेश कुमार पटेल, राम मनोहर पटेल, विनोद पटेल, सचिन पटेल , मुनेश पटेल, राम पूजन पटेल, इंग्लेश पटेल, ओम प्रकाश पटेल, राजेश पटेल, राम लखन पटेल, रामदुलार पटेल, शिवाकांत पटेल, तुलसीराम पटेल, रामप्रताप सिंह, लालजी पटेल, राम सूरत पटेल, घनश्याम पटेल, मुरली मनोहर, अरविंद कुमार पटेल, सुरेश चंद्र पटेल आदि सम्मिलित थे।
समाज के लिए संदेश: शिक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण
यह आयोजन समाज के लिए एक संदेश है—कि अब समय आ गया है जब हमें पुरानी रूढ़ियों से मुक्त होकर आधुनिक और शिक्षित समाज की स्थापना की ओर बढ़ना होगा। यह कार्यक्रम यह स्पष्ट करता है कि मृत्यु भोज जैसी परंपराएं केवल सामाजिक और आर्थिक बोझ हैं, जिन्हें त्याग कर समाज को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आवश्यक क्षेत्रों में निवेश करना चाहिए।
May 05 2025, 20:28