मुझे नहीं लगता कि यह किसी से छिपा हुआ”, ख्वाजा आसिफ के बाद बिलावल ने कबूला पाकिस्तान का सच
#bilawalbhuttoadmitspakistantiestoterror
![]()
पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह है...पहले पड़ोसी मुल्क के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ये बात कबूला अब पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस पर मुहर लगा दी है। बिलावल भुट्टो ने कहा है कि पाकिस्तान का अतीत आतंकी समूहों से जुड़ा रहा है, यह कोई रहस्य नहीं है। ये एक सच है कि देश में ये सब हुआ है। भारत की ओर से सख्त कार्रवाइयों और जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान के नेताओं की बौखलाहट ने मुल्क का असली चेहरा दुनिया के सामने ला दिया है।
मुजाहिदीन को धन और समर्थन देने बात मानी
अमेरिकी टीवी चैनल स्काई न्यूज की यल्दा हकीम से बात करते हुए बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, रक्षा मंत्री ने जो कहा मुझे नहीं लगता कि यह कोई सीक्रेट या छिपी हुई बात है कि पाकिस्तान का एक अतीत रहा है। जिसका खामियाजा हमने भुगता है, पाकिस्तान ने भुगता है। उन्होंने पहले अफगान युद्ध के दौरान मुजाहिदीन को धन और समर्थन देने में पाकिस्तान की सक्रिय भूमिका की ओर इशारा किया। ख्वाजा आसिफ की तरह उन्होंने भी कहा कि पाकिस्तान ने यह काम पश्चिमी देशों के साथ मिलकर किया, जिसका खामियाजा बाद में उनके देश ने भुगता है। हम एक के बाद एक चरमपंथ यानी आतंकवाद की मार झेलते रहे हैं। लेकिन जिस भी तकलीफ से हम गुजरे हैं, उससे हमने सबक भी लिया है।
आतंक पर हमारी नीति पूरी तरह बदल गई-बिलावल
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा, हमने अपने देश में कट्टरपंथ और आतंक के कई दौर देखे लेकिन हाल के वर्षों में स्थिति बदल गई। पाकिस्तान में हालिया वर्षों में आतंक को कोई पनाह नहीं मिली है बल्कि हम खुद इससे पीड़ित और आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए हमने आंतरिक सुधार किए हैं। खासतौर से मेरी मां पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद आतंक पर हमारी नीति पूरी तरह बदल गए। पाकिस्तान ने बीते वर्षों में आतंकी समूहों के खिलाफ गंभीर और सफल कार्रवाई की है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी किया था सच कबूल
इससे पहले रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था, हमने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए गंदा काम किया। यह एक बड़ी गलती थी, जिसकी सजा हमने भुगती। अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध में और बाद में 9/11 के बाद के युद्ध में शामिल नहीं होते तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता।
यह कबूलनामा ऐसे समय में आया है जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया, जो पाकिस्तान से संचालित एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है।
May 02 2025, 15:09