दुमका : NSS से जुड़कर समाज के लिए कुछ करने का आया ख्याल, असफलता को स्वीकारा और खुद पर रखा भरोसा, चयनित IAS सौरव सिन्हा से खास बातचीत..
दुमका : UPSC में देशभर में 49 वाँ रैंक प्राप्त करनेवाले दुमका के सौरव सिन्हा ने कहा कि दुमका जैसे छोटे शहर से भी सिविल सर्विसेस में सफलता मिल सकती है। इंटरनेट के इस दौर में सिविल सर्विसेस की तैयारियों में किसी तरह की कमियों को दूर किया जा सकता है। अगर इंटरनेट और सोशल मीडिया का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो सिविल सर्विसेस की तैयारियों में उससे मदद मिल सकती है।
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सौरव सिन्हा ने कहा कि मुझे कॉलेज के समय NSS से जुड़ने का मौका मिला और इस दौरान मुझे आसपास के गांव में बच्चों को पढ़ाने का अवसर मिला और मैंने बच्चों की परेशानियों को करीब से महसूस किया। उसी समय मुझे लगा कि गांव और समाज के लिए कुछ करना चाहिए। तब मैंने सिविल सर्विसेस में जाने का मन बनाया।
अगर मुझे झारखण्ड कैडर मिला तो मेरे लिए काफी अच्छा होगा क्योंकि यहाँ की परेशानियों को समझ सकता हूँ और प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं को दूर किया जा सकता, खासकर शिक्षा के क्षेत्र में।
बता दें कि सौरव सिन्हा की प्रारम्भिक शिक्षा दुमका के ग्रीन माउंट एकेडमी से हुई। सौरव ने ग्रीन माउंट एकेडमी से ही मैट्रिक और प्लस टू की परीक्षा पास की। स्कूल प्रबंधन की ओर से सौरव को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सौरव ने कहा कि जब आप एक लक्ष्य निर्धारित कर लेते हो तो बहुत चुनौतियां और परेशानी आएगी, लोग बहुत कुछ कहेंगे लेकिन अपने आप पर भरोसा रखना होगा। जो चीजें गलत होंगी उसे सुधारना चाहिए। असफलता को स्वीकार कर अपने कमियों को दूर करने की दिशा में काम करना होगा। वहीं ग्रीन माउंट एकेडमी के निदेशक करुण राय ने सौरव की सफलता और कामयाबी पर ख़ुशी जहिर की।
कहा कि सौरव की कामयाबी सिर्फ दुमका ही नहीं बल्कि इस स्कूल के लिए भी गौरव का क्षण है। मौके पर सौरव की माताविभा सिन्हा एवं पिता प्रियव्रत सिन्हा भी मौजूद थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)









Apr 30 2025, 15:40
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