दुमका : वक्फ बिल के खिलाफ सड़क पर उतरे मुस्लिम, निकाला मौन जुलूस, कहा- मुस्लिमों के हक व अधिकार छीनने की साजिश
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दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में वक्फ बिल के खिलाफ आज हजारों मुस्लिम सड़क पर उतर गए। बिल के खिलाफ मुस्लिमों ने विशाल मौन जुलूस निकाला औऱ एक दिवसीय धरना दिया। जुलूस का नेतृत्व ख़्वाजा गरीब नवाज मुस्लिम कल्याण समिति ने किया। वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिमों के इस जुलूस औऱ प्रदर्शन में दुमका के जे एम एम सांसद नलिन सोरेन भी शामिल हुए।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पहलगाम में हुए आतंकी घटना के खिलाफ मुस्लिम समुदाय द्वारा एक मिनट का शोक सभा का भी आयोजन किया गया। मुस्लिम नेताओं ने पहलगाम की घटना की निंदा भी की औऱ पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जतायी। कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी घटना के विरोध में संगठन ने वक्फ बिल के खिलाफ आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके एवं मौन जुलूस के रूप में निकालने का निर्णय लिया। बाद में संगठन की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को संबोधित आठ सूत्री ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को सौंपा जिसमें वक्फ बिल 2025 को मुस्लिमों के धार्मिक भावना के खिलाफ बताया गया और बिल को वापस लेने की मांग की गयी।
जे एम एम सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि वक्फ बिल एक काला क़ानून है और इसे लेकर यह आंदोलन और तेज होगा। कहा कि झारखण्ड में यह क़ानून लागू नहीं हो, इस विषय पर वह खुद मुख्यमंत्री से बात करेंगे। कहा कि इस बिल में काफी खामियाँ है। वहीं पहलगाम की घटना पर सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार का जब पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण है बावजूद इसके ऐसी घटनाएं हो रही है। जब गृह मंत्री देश की रक्षा ही नहीं कर पा रहे है तो बेकार है।
वहीं जे एम एम के केंद्रीय समिति सदस्य एवं मुस्लिम नेता अब्दुल सलाम अंसारी ने कहा कि मुस्लिमों का हक़ और अधिकार छिना जा रहा है और यह सब केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है। मोदी सरकार देश के मुसलमानों को दोयम दर्जे का बनाना चाहती है। हमारी पूर्वजों की जमीन छीनने का हर प्रयास किया जा रहा है। कहा कि मुस्लिमों की जमीन पर अडानी-अंबानी की नजर है। देश का संविधान ऐसा करने की आजादी नहीं देता लेकिन केंद्र की मोदी सरकार जबरन ऐसा बिल लाकर मुस्लिमों की हक़ व अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में वक्फ बोर्ड के मालिक मुसलमान होते थे लेकिन अब ऐसा बिल लाकर बोर्ड में दूसरे सदस्यों को शामिल करने और डीसी को मालिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
अगर यह सिलसिला नहीं रुका तो आज यह टेलर है फ़िल्म बाकी है। पूरे देश के मुसलमान गोलबंद हो रहे है। पहलगाम की घटना पर उन्होंने कहा कि कश्मीर की घटना दुःखद और निंदनीय है और दहशतगर्दो के कारण मुसलमान बदनाम हो रहा है। दुमका अंजुमन इस्लामिया जामा मस्जिद के अध्यक्ष मो परवेज एवं उपाध्यक्ष मो शकील आलम ने कहा कि हमारी संपत्ति को छीनने की साजिश हो रही है। वक्फ बोर्ड की जमीने हमारी पूर्वजों की है और इसे किसी सूरत में छीनने नहीं दिया जाएगा चाहे उग्र आंदोलन करने की जरूरत पड़े। हमारी संपत्ति को छीनने की साजिश रची जा रही है।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 23 2025, 22:00