दुमका : मंत्री हफीजुल हसन के विवादित बयान के खिलाफ भाजपा का आक्रोश मार्च, मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
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दुमका : झारखंड सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन के विवादित और संविधान विरोधी बयान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को जोरदार आक्रोश प्रदर्शन किया। भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव कांत के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने दुमका के पुराने समाहरणालय से कचहरी परिसर होते हुए उपायुक्त कार्यालय के प्रवेश द्वार तक पैदल आक्रोश मार्च निकाला और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि संविधान का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार यदि मंत्री हफीजुल हसन को तुरंत बर्खास्त नहीं करती है, तो यह साफ संकेत होगा कि सरकार भी उनके विचारों से सहमति रखती है।
पार्टी विधायक देवेंद्र कुंवर ने कहा कि मंत्री पद की शपथ संविधान के नाम पर ली जाती है और जो मंत्री संविधान से ऊपर किसी अन्य व्यवस्था को मानते हैं, उन्हें तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए।
जिलाध्यक्ष गौरव कांत ने कहा कि मंत्री हफीजुल हसन का यह बयान कि संविधान से ऊपर शरीयत है, न केवल भारत के संविधान का अपमान है बल्कि यह बाबा भीमराव अंबेडकर के विचारों का भी अपमान है। यह बयान लोकतंत्र के मूल भावना के विरुद्ध है और ऐसे मंत्री को एक क्षण भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। कहा कि यदि मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया, तो पार्टी व्यापक जनांदोलन छेड़ेगी और सड़कों पर उतरकर लोकतांत्रिक तरीके से सरकार को घेरने का काम करेगी।
मौके पर प्रदेश मंत्री रविकांत मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य निवास मंडल, अमरेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, रघुनाथ दत्ता, बबलु मंडल, मार्शल ऋषिराज टुडू, जिला महामंत्री मनोज पांडेय, जिला मीडिया सह प्रभारी नवल किस्कू, पवन केशरी, सोनी हेम्ब्रम, गुंजन मरांडी, विमल मरांडी, रूपेश मंडल, श्रीधर दास सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 22 2025, 19:31