अज्ञात हिंसक जंगली जानवर की चहलकदमी व पद चिन्हों के देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रावल अदेसर व उसके आसपास अज्ञात हिंसक जंगली जानवर की चहलकदमी व पद चिन्हों के देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत, गेहूं की फसल की कटाई प्रभावित, किसान खेतों में जाने से डर रहे हें, वन विभाग की कांबिंग के बाद भी अज्ञात जंगली जानवर का नहीं लग रहा सुराग।
ज्ञातव्य है कि ग्राम रावल अदेसर में दो सांडों को निवाला बनाने व एक सांड को हमला कर घायल कर दिए जाने के बाद वन विभाग ने प्रभावित स्थान पर जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरा व कैमरे लगाए गए थे, परंतु चालाक जंगली जानवर पिंजरे व कैमरे के आसपास भी नहीं फटका। शुक्रवार देर रात बारिश के बाद शनिवार को एक बार फिर ग्रामीणों के द्वारा जंगली जानवर के स्पष्ट पद चिन्ह गांव में देखें जाने से हड़कंप मच गया और वन विभाग व ग्रामीणों ने पद चिन्हों की सहायता से जंगली जानवर का पता लगाने का प्रयास किया, ग्राम प्रधान नरेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि रावल अदेशर में विगत 20 दिन से डेरा जमाये हिंसक जंगली जानवर के पद चिन्ह शनिवार को अपने रुकने या होने की प्रभावित जगह से रावल ट्यूबेल ल्लङ्म 14 के सामने से पुत्तन्नीलाल के खेत होते हुए रावल का नाला पार कर बृजवासिन पुरवा के चारों तरफ घूम कर जगमालपुर के खेतोँ मे होते हुए फिर से निबौरी नाला पार कर उसी संभावित छेत्र मे फिर से प्रवेश के पग चिन्ह स्पष्ट देखे गए हैं जिससे पडोसी गावों में भय का वातावरण बना हुआ है। ग्राम प्रधान ने बताया कि, जो खेतिहर मजदूर कटाई की सीजन में दूसरे बड़े किसानो के गेहूँ काट कर अपने परिवार के पालन पोषण के लिए थोड़ी अलग से व्यवस्था कर लेते थे वह आतंक के कारण आज अपना बीघा, 2 बीघा गेहूं कम्पाइन मशीन से कटाने को विवश है यही नहीं आमों की बागों की रखवाली करने के लिए बागवान भी अपनी अपनी बागों में रखवाली करने के लिए नहीं जा रहे हैं।
किसान रामसागर मौर्या, निर्मल, सकटू, सुन्दरलाल, हरिमोहन, पंकज, मुनीस, गुलाली मौर्या ने बताया कि गेहूं की फसल कटने को तैयार है परंतु आतंक के चलते गेहूं की फसल नहीं काट पा रहे हैं। इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा लगातार कांबिंग की जा रही है व पिंजरा व कैमरे लगाकर जानवरों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
Apr 20 2025, 20:08