चौमुखी महादेव शिवलिंग के दर्शन से पूरी हो
वैशाली
जिले के वैशाली प्रखंड के कम्मन छपरा गांव स्थित ऐतिहासिक चौमुखी महादेव मंदिर का अपना अलग महत्व है। मंदिर के चौमुखी महादेव रूपी शिवलिंग के संबंध में यहां प्रधान पुजारी अमीरनाथ मिश्र कहते हैं कि यह शिवलिंग ब्लैक बसाल्ट पत्थर का है।
चौमुखी महादेव शविलिंग ब्लैक बसाल्ट का बना हैं यहां मनोकमना पूर्ण होती हैं
अपने आप में अनोखे शिवलिंग की खासियत यह है कि आप जितनी देर वहां पर खड़े रहेंगे। उतनी देर आपको ऊर्जा मिलती रहेगी। यह ऊर्जा मनुष्य की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। इससे भी बड़ी बात यह है कि इस ब्लैक बसाल्ट के शिवलिंग के स्पर्श मात्र से ही अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है। यहां पर मन्नत मांगने वालों की मनोकामना जरूर पूर्ण होती है।
खेत में हल चला रहे किसान को विशाल पत्थर होने का अनुमान लगा तब खुदाई के बाद चार मुख वाले भगवान शिव का विशाल शिवलिंग उत्पन्न हुआ
गुप्त कालीन यह ऐतिहासिक चौमुखी महादेव शिवलिंग खुदाई के दरम्यान प्राप्त हुआ था। गांव वाले जब यहां खेती बारी हेतु हल चला रहे थे तभी विशाल पत्थर होने का अनुमान लगा। उस समय के तत्कालीन विधायक स्व. नागेन्द्र सिंह को लोगों ने इसकी सूचना दी। विधायक की पहल पर आर्कोलॉजी विभाग की टीम ने यहां सर्वे कर खुदाई करवाई जिसमें चार मुख वाले भगवान शिव का विशाल शिवलिंग उत्पन्न हुआ। आर्कोजी विभाग यहां से इस शिवलिंग को ले जाने को तत्पर हुआ मगर स्थानीय विधायक स्व. नागेन्द्र सिंह एवं लोगों के विरोध एवं मांग पर भगवान को ईसी जगह पर स्थापीत कर पूजा पाठ शुरू कराई गई। लगभग 03 दशक तक यह स्थल काफी उपेक्षित रहा।
यह स्थल ढेलफोड़वा महादेव के उद्धार कार्य के लिए स्थानीय लोग सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह, पारू विधायक नीतीश्वर प्रसाद सिंह से मिले
उस समय यह स्थल ढेलाफोडवा महादेव के नाम से भी चर्चा में रहे। तत्कालीन स्थानीय सांसद डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह की पहल पर यहां मंदिर के समीप भव्य विश्राम स्थल का निर्माण कराया गया। मंदिर की दुर्दशा एवं स्थल का विकास कार्य को लेकर स्थानीय लोग मुजफ्फरपुर के पारू विधानसभा के तत्कालीन विधायक स्व. नीतीश्वर प्रसाद सिंह से मिले। स्व. सिंह तत्काल मंदिर स्थल का भ्रमण करने पहुंचे और स्थल के उद्धार की ठानी। आनन-फानन में लोगों की बैठक बुलाई गई और निर्माण कार्य को लेकर चर्चा हुई।
वैशाली राजा विशाल ने करवाई थी स्थापना
इतना ही नहीं वैशाली घूमने आने वाले पर्यटक पहले चौमुखी महादेव मंदिर की पूजा करते हैं। तत्पश्चात पर्यटक स्थल का भ्रमण करते हैं। ऐसा माना जाता है कि राजा विशाल जो वैशाली के राजा थे उनके समय में इस महादेव की स्थापना कराई गई थी एवं राजा द्वारा यहां पूजा अर्चना की जाती थी। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष हरिहर प्रसाद सिंह, सचिव डॉ बसंत कुमार सिंह की देख रेख में यहां मंदिर का विकास कार्य लगातार किया जा रहा है।
कमेटी का गठन कर निर्माण किया गया था शुरू
निर्माण कार्य को लेकर कमेटी का गठन किया गया एवं निर्माण कार्य शुरू हो गया। करीब 10 साल समय लगा एवं भव्य मंदिर तैयार हुआ। मंदिर के प्रधान पुजारी अमीरनाथ मिश्र, सतीश मिश्रा ने ऐतिहासिक चौमुखी महादेव मंदिर के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जब भी वैशाली आते हैं ऐतिहासिक चौमुखी महादेव का दर्शन पूजन एवं रूद्राभिषेक करते हैं।
Feb 25 2025, 17:26