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“बांग्लादेश को मैं पीएम मोदी पर छोड़ता हूं”,क्या है ट्रंप के इस बयान के मायने?


#trump_dismisses_question_on_bangladesh_said_i_will_leave_this_to_pm_modi 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में चल रहे संकट में अमेरिकी सरकार की किसी भी भूमिका से इनकार कर दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हुए सत्ता परिवर्तन पर कहा कि इसमें हमारी भूमिका नहीं है। 

दरअसल, जब पीएम नरेंद्र मोदी के सामने ट्रंप से बांग्लादेश की यूनुस सरकार को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इशारों में एक बड़ा संकेत दे दिया। जब उनसे पूछा गया कि बांग्लादेश में चल रहे संकट में क्या अमेरिकी 'डीप स्टेट' का हाथ है? ट्रंप ने इससे इनकार करते हुए कहा कि मैं बांग्लादेश (का मुद्दा) प्राइम मिनिस्टर मोदी पर छोड़ता हूं।

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदुओं पर हो रही हिंसा को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद भारत में लोगों की उम्मीद जगी थी कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद वो बांग्लादेश में हस्तक्षेप कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में समझा जा रहा है कि ट्रंप का यह कहना कि बांग्लादेश का मुद्दा मोदी देखेंगे, एक तरह से भारत को खुली छूट देने का इशारा है।

पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद भारत और बांग्लादेश के संबंध काफी खराब हो गये हैं। देश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस एक के बाद एक भारत विरोधी फैसले ले रहे हैं। वहीं शेख हसीना भारत में हैं और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार उनके प्रत्यर्पण के लिए प्रेशर बनाने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान एक्सपर्ट्स मानना था कि बांग्लादेश को लेकर दोनों नेताओं में बातचीत हो सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।

व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मोदी के लिए खींची कुर्सी, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का दिखा अलग अंदाज


#donald_trump_pulls_chair_for_pm_modi_during_meeting_in_white_house 

व्हाइट हाउस में दो पुराने दोस्त लंबे अरसे के बाद मिले। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिन्हें देखकर लोग मोदी-ट्रंप की गहरी दोस्ती की बात कर रहे हैं। यही नहीं, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का ये अंदाज देख हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स समझा जाता है। इसी शख्स ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के लिए सम्मानपूर्वक कुर्सी पीछे खींची। इसके अलावा ट्रंप तब तक पीएम मोदी की कुसी के पीछे खड़े रहे, जब पीएम मोदी ने एक किताब पर अपने अनुभव साझा नहीं कर दिए। 

जब पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उनके पास पहुंचे तो ट्रंप ने गले मिलकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके अलावा एक वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींचते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप के पास पहुंचते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति बाहें फैलाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। इसके बाद वो दोनों गले मिलते हैं। इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं,'वी मिस यू, वी मिस यू अलॉट' यानी हमने आपको बहुत याद किया। इसके ट्रंप पीएम मोदी को कुछ अन्य लोगों से भी मिलवाते हैं।

वीडियो के आखिर में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी एक कुर्सी बैठे हुए नोटबुक में अपना नोट लिख रहे हैं और ट्रंप उनके पीछे खड़े हुए हैं। इसी दौरान जब पीएम मोदी अपना नोट पूरा कर लेते हैं और उठने की कोशिश करते हैं तो पीछे खड़े ट्रंप आगे आते हैं और पीएम मोदी की कुर्सी पीछे खींचते हैं। ताकि प्रधानमंत्री मोदी को उठने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। इसके बाद जब पीएम मोदी कुर्सी से उठ जाते हैं तो ट्रंप वापस उस कुर्सी वहीं पर रख देते हैं।

बाद में एक समाचार सम्मेलन में, ट्रंप ने अपनी पुरानी दोस्ती का जिक्र किया और अपनी पिछली मुलाकातों को याद किया। ट्रंप ने कहा, मैं अपने मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री का व्हाइट हाउस में फिर से स्वागत करते हुए रोमांचित हूं। उन्होंने कहा, 'वह एक खास व्यक्ति हैं।' उन्होंने 2020 में भारत में उनके और उनकी पत्नी मेलानिया के प्रति पीएम मोदी के आतिथ्य को याद किया और कहा कि उन्हें भी वैसा ही करने में खुशी होगी।

व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मोदी के लिए खींची कुर्सी, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का दिखा अलग अंदाज


#donald_trump_pulls_chair_for_pm_modi_during_meeting_in_white_house

व्हाइट हाउस में दो पुराने दोस्त लंबे अरसे के बाद मिले। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिन्हें देखकर लोग मोदी-ट्रंप की गहरी दोस्ती की बात कर रहे हैं। यही नहीं, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का ये अंदाज देख हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स समझा जाता है। इसी शख्स ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के लिए सम्मानपूर्वक कुर्सी पीछे खींची। इसके अलावा ट्रंप तब तक पीएम मोदी की कुसी के पीछे खड़े रहे, जब पीएम मोदी ने एक किताब पर अपने अनुभव साझा नहीं कर दिए। 

जब पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उनके पास पहुंचे तो ट्रंप ने गले मिलकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके अलावा एक वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींचते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप के पास पहुंचते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति बाहें फैलाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। इसके बाद वो दोनों गले मिलते हैं। इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं,'वी मिस यू, वी मिस यू अलॉट' यानी हमने आपको बहुत याद किया। इसके ट्रंप पीएम मोदी को कुछ अन्य लोगों से भी मिलवाते हैं।

वीडियो के आखिर में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी एक कुर्सी बैठे हुए नोटबुक में अपना नोट लिख रहे हैं और ट्रंप उनके पीछे खड़े हुए हैं। इसी दौरान जब पीएम मोदी अपना नोट पूरा कर लेते हैं और उठने की कोशिश करते हैं तो पीछे खड़े ट्रंप आगे आते हैं और पीएम मोदी की कुर्सी पीछे खींचते हैं। ताकि प्रधानमंत्री मोदी को उठने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। इसके बाद जब पीएम मोदी कुर्सी से उठ जाते हैं तो ट्रंप वापस उस कुर्सी वहीं पर रख देते हैं।

बाद में एक समाचार सम्मेलन में, ट्रंप ने अपनी पुरानी दोस्ती का जिक्र किया और अपनी पिछली मुलाकातों को याद किया। ट्रंप ने कहा, मैं अपने मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री का व्हाइट हाउस में फिर से स्वागत करते हुए रोमांचित हूं। उन्होंने कहा, 'वह एक खास व्यक्ति हैं।' उन्होंने 2020 में भारत में उनके और उनकी पत्नी मेलानिया के प्रति पीएम मोदी के आतिथ्य को याद किया और कहा कि उन्हें भी वैसा ही करने में खुशी होगी।

“मोदी का कोई मुकाबला नहीं”, भारतीय प्रधानमंत्री से मिलकर क्या-क्या बोले ट्रंप


#donald_trump_praises_pm_modi 

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गुरुवार को वाइट हाउस में मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने अपने पुराने संबंध को याद किया और दोनों देशों के विकास के लिए साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी जैसे ही वाइट हाउस पहुंचे तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। दोनों नेता गले मिले।इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे कहीं ज्यादा कठोर वार्ताकार हैं। उनसे कोई मुकाबला ही नहीं है। बातचीत या समझौते को लेकर ट्रंप ने मोदी को खुद से कहीं ज्यादा सख्त और बेतहर बताया। पीएम मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब ट्रंप से पूछा गया कि उनमें से कौन आज ज्यादा सख्त मोलभाव कर सकता है तो ट्रंप ने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी मुझसे कहीं ज्यादा सख्त मोलभाव करने वाले हैं और वह मुझसे कहीं ज्यादा बेहतर वार्ताकार हैं। कोई मुकाबला ही नहीं है।

ट्रंप ने कहा कि मोदी अपने देश के हित को सबसे ऊपर रखते हैं। मैं उनसे हमेशा सीखता हूं। दोनों नेता एक दूसरे के गले लगे। उनके बीच ये दोस्ती इस मुलाकात से नहीं बल्कि सालों पुरानी है। उन्होंने एल्बम में पुरानी तस्वीरें देखीं और उनपर मुस्कुराते हुए दिखाई दिए। ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच ये दोस्ती इस मुलाकात के बाद और भी गहरी होगी।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,'भारत के प्रधानमंत्री मोदी का हमारे साथ होना बहुत सम्मान की बात है। वे लंबे समय से मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। हमारे बीच बहुत बढ़िया संबंध रहे हैं और हमने अपने 4 साल के कार्यकाल के दौरान इस संबंध को बनाए रखा। हमने अभी फिर से शुरुआत की है। मुझे लगता है कि हमारे पास बात करने के लिए कुछ बहुत बड़ी चीजें हैं।पहली बात है तेल और गैस की बात है और हमारे पास काफी तेल और गैस है और इंडिया में उसकी जरूरत है जो हम देंगे। बाद में बात आती है ट्रेड की, व्यापार की, इसके अलावा हमें बहुत खुशी और बहुत ही हमारे लिए एक सम्मान की बात है कि मेरे एक मित्र आज वापस यहां आए हैं और उनसे मिलकर मुझे बहुत खुशी है।

राज्यसभा में वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पेश, मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया फर्जी, कहा- हम नहीं मानेंगे

#parliamentbudgetsessionjpcreportonwaqf_bill

संसद के बजट सत्र के पहले चरण का आज आखिरी कामकाजी दिन है। राज्यसभा में वक्फ विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट पेश की गई। राज्यसभा में जेपीसी रिपोर्ट मेधा कुलकर्णी ने पेश की। रिपोर्ट पेश होने के बाद नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इससे कई सदस्य असहमत हैं। खरगे ने जेपीसी की रिपोर्च को फर्जी और अलोकतांत्रिक करार दिया।

खरगे ने कहा- असंसदीय रिपोर्ट

राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, विपक्ष की ओर से जो सुझाव दिए गए थे उनको कंसीडर ही नहीं किया गया। नॉन स्टेक होल्डर को बाहर से बुलाकर उनका स्टेक ले रहे हैं। क्या हम पढ़े-लिखे नहीं हैं। जानकार नहीं हैं। डिसेंट नोट पर आपको बोलना चाहिए था। ऐसी फर्जी रिपोर्ट को हम कभी नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि बाहर से सदस्यों को आमंत्रित कर बयान दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसी असंसदीय रिपोर्ट को सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए। खरगे ने कहा कि अगर रिपोर्ट में असहमति के स्वर को जगह नहीं दी गई है तो ऐसी स्थिति में इसे अस्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट को हर हाल में वापस किया जाना चाहिए।

टीएमसी ने राज्यसभा का किया वॉकआउट*

वहीं, टीएमसी ने वक्फ पर जेपीसी रिपोर्ट टेबल करने के दौरान वॉक आउट किया। टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि ये लोकतंत्र में कैसे होगा कि आपने हमारे डिसेंट को नोट नहीं लिया। राज्य सभा में पेश कर दिया। इसलिए हमने विरोध किया कि यह रिपोर्ट जल्दबाजी में आई है।

मैं RAW का एजेंट..', पत्नी पर ISI एजेंट होने के आरोप पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का तीखा पलटवार


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#bjpaccusescongressmpgauravgogoiswifeofhavingisi_links

भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और इसकी खुफिया एजेंसी ISI से संबंध होने का आरोप लगाया। अब कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर जोरदार पलटवार किया है। गौरव गोगोई ने कहा, अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान के ISI की एजेंट हैं तो मैं RAW का एजेंट हूं। दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान और आईएसआई सं संबंध होने के दावे किए थे। विस्वा के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार अली तौकीर शेख और ISI से संबंध के आरोप लगाए थे।

भाजपा के आरोपों पर गौरव गोगोई का जवाब

बीजेपी के आरोपो को लोकसभा में विपक्ष के उपनेता ने 'हास्यास्पद और मनोरंजक' बताकर खारिज कर दिया। गोगोई ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसे 'निराधार' आरोप इसलिए लगाए हैं, क्योंकि उसके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। गोगोई ने कहा, 'अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की ISI एजेंट हैं तो मैं भारत के RAW का एजेंट हूं। मुझे इन आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता। जिस परिवार पर खुद कई आरोप लगे हैं, वह मुझ पर भी आरोप लगा रहा है।' उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि खुद पर लगे आरोपों से ध्यान भटकाया जा सके।

सीएम हिमंत ने क्या आरोप लगाए

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर कहा था कि देर-सवेर, यह पता चल जाएगा कि जॉर्ज सोरोस के इकोसिस्टम के नेतृत्व में विदेशी शक्तियों ने 2014 में असम कांग्रेस के एक बड़े फैसले को कैसे प्रभावित किया। समय आने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि कपल को आईएसआई के साथ अपने करीबी संबंध होने और युवा प्रभावशाली दिमागों को ब्रेनवॉश और कट्टरपंथ के लिए पाकिस्तान हाईकमीशन में ले जाने के संबंध में उठाए गए गंभीर सवालों के जवाब देने चाहिए।

भारतीय नागरिकता नहीं लेने पर भी उठाए सवाल

सरमा ने आगे कहा था कि इन चीजों पर जवाबदेही जरूरी है। देश पारदर्शिता और सच्चाई जानने का हकदार है। इस से पहले असम के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि ISI से संबंध जुड़ने पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जिनका जवाब दिया जाना जरूरी है। उन्होंने गौरव गोगोई की पत्नी की तरफ इशारा करते हुए कहा, ब्रेनवॉशिंग और कट्टरपंथ के लिए युवाओं को पाकिस्तान दूतावास में ले जाना और पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करना कई सवाल खड़े करता है।

बीजेपी प्रवक्ता का भी हमला

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी एलिजाबेथ कोलबर्न के आईएसआई से कथित संबंधों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कोलबर्न इस्लामाबाद में Climate and Development Knowledge Network (CDKN) के लिए काम कर चुकी हैं, जहां वे पाकिस्तान योजना आयोग के पूर्व सलाहकार अली तौकीर शेख के अधीन थीं। भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि कोलबर्न अभी तक ब्रिटिश नागरिक बनी हुई हैं और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों में शामिल होने की आशंका है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा,'उम्मीद है कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे जी और गौरव गोगोई पाकिस्तान और ISI के साथ अपने संबंधों के बारे में सफाई देंगे।

संसद में आज नया आयकर बिल होगा पेश, पर जेपीसी रिपोर्ट भी आएगी, हंगामे के आसार*
#parliament_budget_session_income_tax_bill
संसद का बजट सत्र जारी है। आज बजट सत्र के 10वें दिन की कार्यवाही होगी। कुछ देर बार नया इनकम टैक्स बिल संसद में पेश क‍िया जाना है। नए इनकम टैक्स बिल का मकसद मौजूदा इनकम टैक्स एक्ट, 1961 को आम आदमी के ल‍िए आसान बनाना और मुकदमेबाजी कम करना है। मौजूदा इनकम टैक्स एक्ट, 1961 में लागू होने के बाद से अब तक 66 बजट (दो अंतरिम बजट सहित) में काफी बदलाव देख चुका है। नया इनकम टैक्स बिल को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इस बिल का ड्राफ्ट भी जारी हो गया है। नए इनकम टैक्स बिल में 536 धाराएं और 23 चैप्टर हैं। मौजूदा कानून में 14 अनुसूचियां हैं जो नए कानून में बढ़कर 16 हो जाएंगी। नए बिल में चैप्टर की संख्या 23 ही रखी गई है। पेजों की संख्या काफी कम होकर 622 हो गई है, जो वर्तमान भारी-भरकम कानून का लगभग आधा है, जिसमें पिछले छह दशकों में किए गए संशोधन शामिल हैं। जब इनकम टैक्स कानून 1961 लाया गया था, तो इसमें 880 पेज थे। लोकसभा में बिल पेश किए जाने के बाद इसे विस्तृत चर्चा के लिए संसद की स्थायी समिति के पास भेजे जाने की संभावना है। प्रस्तावित कानून में कर विवादों के मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए नये प्रावधान किए गए हैं। *आज वक्फ बोर्ड पर जेपीसी रिपोर्ट भी होगी पेश* इसके अलावा, लोकसभा में आज वक्फ बोर्ड पर जेपीसी रिपोर्ट भी पेश होगी। इस दौरान वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा के पटल पर रखी जाएगी। लोकसभा की कार्यवाही सूची के मुताबिक, समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल विधेयक से संबंधित रिपोर्ट और साक्ष्यों का रिकॉर्ड सदन के पटल पर रखेंगे। यह रिपोर्ट राज्यसभा के पटल पर भी रखी जाएगी। *वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पर क्या बोले जगदम्बिका पाल?* समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, 'आज जेपीसी और वक्फ की रिपोर्ट को लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यसूची पर रखा है, जिसे आज हम प्रस्तुत करने जा रहे हैं। छह महीने पहले जब सरकार इस बिल पर संशोधन लेकर आई थी, तब केंद्रीय मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आग्रह किया था कि इस बिल पर विस्तार से चर्चा की जाए, क्योंकि यह देश का ज्वलंत मुद्दा है। आज जेपीसी ने पूरे छह महीने में कई बैठकों और सभी राज्यों के दौरे के बाद रिपोर्ट तैयार की है।
मोदी-ट्रंप के बीच क्या होंगे चर्चा के मुद्दे? मुलाकात पर दुनिया की नजर
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* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर अमेरिका पहुंच गए हैं। पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक भी करेंगे, ये ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी पहली द्विपक्षीय बैठक होगी। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को भारत-अमेरिका संबंधों के लिहाज से अहम माना जा रहा है। नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बैठक में कई मुद्दों पर बातचीत होने की उम्मीद है। इसमें भारतीयों के अमेरिका से डिपोर्टशन में खराब बर्ताव, ट्रंप की टैरिफ नीति और चीन की आक्रामकता शामिल हो सकती है। *प्रवासियों को लेकर सहमति बनाने की कोशिश* नरेंद्र मोदी के इस दौरे के दौरान एक मुख्य मुद्दा भारतीय निर्वासितों के साथ मानवीय व्यवहार का हो सकता है। अमेरिका से हाल ही में 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों के पहले जत्थे को भारत वापस भेजा गया है। भारत में अपने नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार पर भारी गुस्सा देखा गया है। भारतीयों को जंजीरों में बांधकर भेजे जाने के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार को भी आलोचना सहनी पड़ी है। ऐसे में भारत इस दौरे पर अमेरिका से नागरिकों के साथ मानवीय बर्ताव करा आश्वासन मांग सकता है। *टैरिफ का मुद्दा अहम* डोनाल्ड ट्रंप पद संभालने के बाद से व्यापार शुल्क पर काफी आक्रामक हैं। ट्रंप ने कई देशों पर टैरिफ लगाए हैं और भारत के लिए भी सख्ती के संकेत दिए हैं। ट्रंप ने हाल ही में साथ एल्युमीनियम और स्टील के आयात पर 25 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया है। भारतीय कंपनियां घरेलू स्टील की कीमतों पर इसके प्रभाव और अमेरिकी स्टील बाजार में जोखिम को लेकर चिंतित हैं। भारत ने नरेंद्र मोदी की यात्रा से पहले हाईएंड मोटरसाइकिलों और इलेक्ट्रिक बैटरियों पर शुल्क घटाए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि इस मुद्दे पर दोनों पक्ष व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ बातचीत कर सकते हैं। *रक्षा उत्पादन में सहयोग बढ़ाने पर मंथन* इसके अलावा मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के दौरान भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल और फाइटर जेट इंजन के सह-उत्पादन को लेकर बड़ी डील हो सकती है। इसके अलावा भारत अमेरिका से माउंटेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम और सैकड़ों स्ट्राइकर व्हीकल्स खरीदने की योजना भी बना रहा है।
अमेरिका पहुंचते ही नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मिले पीएम मोदी, मस्क से भी होगी मुलाकात
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* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय अमेरिका की यात्रा पर हैं। इस दौरान वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात होगी। पीएम और ट्रंप आज मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के सहयोग, मजबूती को लेकर कई विषयों पर चर्चा करेंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका पहुंचने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप से पहले नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। पीएम मोदी ने तुलसी गबार्ड से मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, तुलसी गबार्ड से मुलाकात हुई। उनके इस पद पर कायम होने के लिए उनको बधाई। भारत-अमेरिका की दोस्ती के कई पहलुओं पर चर्चा की। तुलसी गबार्ड एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ सैन्य अधिकारी हैं। फिलहाल वो डोनाल्ड सरकार में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के तौर पर अपनी जिम्मेदारियां निभा रही हैं। खास बात यह है कि पीएम मोदी के साथ मुलाकात से कुछ घंटों पहले ही उनको यह पद दिया गया था। सीनेट में अंतिम मतदान के बाद बुधवार (12 फरवरी) को तुलसी गबार्ड को आधिकारिक रूप से अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक नियुक्त कर लिया गया। तुलसी गबार्ड अमेरिकी खुफिया एजेंसी का नेतृत्व करने वाली पहली हिंदू बन गई हैं। गबार्ड के हाथों में अमेरिका की 18 खुफिया एजेंसियों की कमान है। *खुद को हिंदू बताती हैं गोबार्ड* मीडिया रिपोर्ट की मानें तो तुलसी गबार्ड खुद को हिंदू बताती हैं लेकिन वह भारतीय मूल की नहीं हैं। उनकी मां ने हिंदू धर्म अपनाया था। अब तुलसी हिंदू धर्म का पालन करती हैं। दरअसल, तुलसी गबार्ड की मां हिंदू धर्म का पालन करती रही हैं जबकि पिता समोआ से हैं। हिंदू धर्म से गहरा जुड़ाव होने के कारण ही उनका नाम तुलसी रखा गया। *पीएम मोदी की एलन मस्क से मुलाकात संभव* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान एलन मस्क से मिलेंगे और इस दौरान दक्षिण एशियाई बाजार में स्टारलिंक के प्रवेश पर चर्चा हो सकती है। दरअसल, स्टारलिंक भारत में प्रवेश करना चाहता है। भारत सरकार ने मस्क के इस विचार का समर्थन किया है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी के बजाय उसे आवंटित किया जाना चाहिए। हालांकि, स्टारलिंक के लाइसेंस आवेदन की अभी भी समीक्षा की जा रही है।
अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी, हुआ जोरदार स्वागत, लगे 'मोदी-मोदी' के नारे
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* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की अमेरिका की यात्रा पर हैं। गुरुवार को पीएम मोदी जॉइंट एंड्रूज बेस पर उतरे, जहां भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। भारतीय प्रवासी प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए ब्लेयर हाउस के बाहर जमा हुए और कड़ाके की ठंड के बावजूद 'मोदी, मोदी' के नारे गूंज रहे थे, भीड़ ने जयकारे लगाए और भारतीय तिरंगा भी लहराया। पीएम मोदी ने लोगों से बातचीत की और उनके गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। लोगों ने भारत और अमेरिका के झंडे और 'अमेरिका नरेंद्र मोदी का स्वागत करता है' लिखे पोस्टर लिए हुए थे और पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा पर उत्साह व्यक्त किया। बुधवार की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने कहा,'सर्दियों की ठंड में गर्मजोशी से स्वागत! ठंड के मौसम के बावजूद, वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही खास स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर पीएम मोदी दो दिनों की यात्रा पर अमेरिका गए हुए हैं। इस दौरे पर उनके साथ विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद हैं। अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और अन्य अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा है। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। हमारे देश अपने लोगों के लाभ और बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।