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क्या है संगम नोज? जहां मची भगदड़, सीएम योगी आदित्यनाथ ने वहां ना जाने की दी सलाह

#whatissangam_noj 

मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर आज प्रयागराज में भगद़ड़ की घटना हुई है, जिसमें अब तक 10 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है और कई लोगों के घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल हालात पर काबू पा लिया गया है और स्थिति नियंत्रण में हैं। भगदड़ मचने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम नोज न जाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वो यहाँ पहुंचने की कोशिश ना करें और जिस घाट पर हैं, वहीं स्नान करें। ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर संगम नोज क्या है, इसका क्या महत्व है?

असल में संगम नोज प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ स्थल पर स्थित एक प्रमुख स्नान स्थल है। इसका नाम इसके विशेष आकार की वजह से पड़ा है। इसे सबसे पवित्र स्थान माना जाता है क्योंकि यही वह स्थान है जहां गंगा, यमुना और पौराणिक नदी सरस्वती का संगम होता है। यहां दोनों नदियों का पानी अलग-अलग रंग में दिखाई देता है। यमुना का पानी जहाँ हल्का नीला होता है, वहीं गंगा का पानी हल्का मटमैला दिखाई देता है। यहां आकर यमुना नदी समाप्त हो जाती है और गंगा में मिल जाती है। कुंभ में इस क्षेत्र को संगम घाट के तौर पर चिह्नित किया गया है।

इस कारण यहां होती है भारी भीड़

साधु-संत और श्रद्धालु संगम नोज को स्नान के लिए सर्वोत्तम मानते हैं और यहां विशेष स्नान का आयोजन होता है। संगम नोज वो जगह है, जहां अलग-अलग अखाड़ों के संत अपने धार्मिक अनुष्ठान और अमृत स्नान करते हैं। अमृत स्नान के दिन संगम घाट पहुंचने के लिए अखाड़ों के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए जाते हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि संगम नोज पर स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही वजह है कि हर श्रद्धालु संगम पहुंचकर स्नान करना चाहता है।यही कारण है कि हर बार यहां भारी भीड़ देखने को मिलती है, इस बार भी यही हुआ।

अमृत स्नान के दिन संगम नोज पर भीड़ को कैसे किया जाता है नियंत्रित

प्रयागराज का कुंभ 13 जनवरी शुरू होकर 26 फ़रवरी तक चलेगा। इससे पहले साल 2019 में अर्धकुंभ और साल 2013 में पूर्णकुंभ का आयोजन प्रयागराज में किया गया था। हर 12 साल में चार बार क्रमिक रूप से हरिद्वार, उज्जैन, नासिक और प्रयागराज में कुंभ का आयोजन होता है। प्रयागराज का कुंभ मेला क्षेत्र करीब 4 हज़ार हेक्टेयर जमीन पर फैला है। इसे 25 सेक्टरों में बाँटा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कुंभ मेला क्षेत्र को राज्य का 76 वां जिला घोषित किया है। मेला क्षेत्र में प्रशासन ने कुल 41 घाट तैयार किए हैं। इनमें 10 पक्के घाट हैं जबकि 31 अस्थायी घाट हैं। इन घाटों पर पहुंचने के लिए 14 प्रमुख मार्ग समेत 30 से मार्ग हैं। अमृत स्नान के दिन अलग अलग रास्तों से प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को नजदीकी घाट पर रोका जाता है ताकि संगम घाट पर भीड़ ज्यादा ना हो। अमृत स्नान के अलावा अन्य दिनों में लोग अरैल घाट से नाव में बैठकर संगम नोज पहुंचते हैं और स्नान करते हैं। लेकिन अमृत स्नान के दिन घाटों पर नावों को बंद कर दिया जाता है ताकि श्रद्धालु नाव लेकर संगम ना पहुंच पाए और श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

सीएम योगी ने दी संगम नोज जाने से बचने की सलाह

यही वजह है कि मौनी अमावस्या के दिन हे हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज जाने से बचें और अपने निकटतम घाटों पर ही स्नान करें। सीएम योगी ने कहा कि मेला क्षेत्र में स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। इसलिए किसी भी एक स्थान पर अधिक भीड़ इकट्ठा करने से बचा जाए। उन्होंने प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

महाविनाश के और करीब पहुंची दुनिया! परमाणु वैज्ञानिकों ने एक बार फिर 'प्रलय घड़ी' को किया सेट

#doomsdayclockmovesclosestmidnight

इंसानी सभ्यता हर पल विनाश के और करीब आती जा रही है। दुनिया में प्रलय कब आएगा, कितने करीब है, ये समय भी हर साल तय होता है। दुनिया के नामी-गिरामी वैज्ञानिकों का एक समूह हर साल पृथ्वी के विनाश का समय तय करते हैं। समय निर्धारण के लिए एक घड़ी भी बनाई गई है। इसे डूम्सडे क्लॉक या प्रलय की घड़ी, या प्रलय घड़ी जाता है। यह घड़ी दिखाती है कि इंसानी सभ्यता विनाश के कितने करीब है। इस घड़ी में एक सेकंड और बढ़ा दिया गया है। मंगलवार को इस घड़ी को फिर से सेट करके आधी रात से 89 सेकंड पहले कर दिया गया है।

बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स (बीएएस) के वैज्ञानिकों का पैनल हर साल इस घड़ी को सेट करता है। बीएएस के अनुसार, आधी रात को उस क्षण के बारे में बताती है जब पृथ्वी इंसानों के रहने लायक नहीं होगी और सर्वनाश हो जाएगा। इससे पहले के दो वर्षों के लिए बुलेटिन ने यूक्रेन पर रूस हमले, परमाणु हथियारों की दौड़ की संभावना, गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष और जलवायु संकट के कारण घड़ी को आधी रात से 90 सेकंड पहले सेट किया था। इस तरह वैज्ञानिकों ने इसे 1 सेकंड पहले सेट किया है। घड़ी सेट करने को लेकर बीएएस ने कहा कि परमाणु खतरे, बायोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के गलत इस्तेमाल और जलवायु परिवर्तन इसके मुख्य कारण हैं।

घड़ी में एक सेकंड की बढ़ोतरी बेहद खतरनाक

बीएएस के वैज्ञानिक डैनियल होल्ज ने कहा कि यह कदम दुनिया के सभी नेताओं के लिए एक चेतावनी है। यह एक सांकेतिक घड़ी है जो दिखाती है कि दुनिया तबाही के कितने करीब जा रही है। बीएएस ने एक बयान में कहा, दुनिया पहले से ही विनाश की कगार पर है और इस घड़ी में एक सेकंड की बढ़ोतरी बेहद खतरनाक है। हर सेकंड की देरी वैश्विक तबाही की संभावना बढ़ा देती है।

पहली बार 7 मिनट पर सेट किया गया था समय

परमाणु वैज्ञानिकों ने 78 साल पहले ये अनोखी घड़ी बनाई थी। सबसे पहली बार इस घड़ी को 1947 में मध्यरात्रि से 7 मिनट पर सेट किया गया था। पिछले साल यह मध्यरात्रि 90 सेकंड पर थी। लेकिन इसे एक सेकंड और करीब ले आया गया है।

भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी, 7 हजार करोड़ से ज्यादा नकदी, जानें कांग्रेस के पास कितना बैंक बैलेंस?

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2014 से केंद्र की सत्ता में काबिज भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी है। भाजपा के पास 7113 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस है। निर्वाचन आयोग को मुहैया कराए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास सिर्फ 857.15 करोड़ रुपए हैं। भाजपा के पास कांग्रेस से करीब साढ़े 8 गुना ज्यादा कैश और बैंक बैलेंस है।

आंकड़ों के मुताबिक भाजपा ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 1700 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यह खर्च 2022-23 के खर्च से 60% ज्यादा है। उस साल पार्टी ने करीब 1000 करोड़ रुपए खर्च किए थे।

इसकी तुलना में कांग्रेस ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब छह सौ करोड़ रुपए खर्च किए। यह 2022-23 के खर्च से करीब 3 गुना ज्यादा है। उस साल कांग्रेस ने करीब दो सौ करोड़ रुपए खर्च किए थे।

भाजपा को पिछले साल से 2 गुना चंदा मिला

निर्वाचन आयोग को वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भाजपा को पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 2 गुना चंदा मिला है। भाजपा को 2023-24 के दौरान चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के माध्यम से 1,685.69 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ, जबकि उसके पिछले वर्ष यह 1294.15 करोड़ रुपये था। सत्तारूढ़ दल ने वर्ष के दौरान 2,042.75 करोड़ रुपये का अन्य चंदा भी प्राप्त किया जबकि उसके पिछले वर्ष 2022-23 में उसे 648.42 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था।

वहीं, कांग्रेस को 2023-24 के दौरान कुल 1225.11 करोड़ रुपए का चंदा मिला। इसमें 828.36 करोड़ रुपए चुनावी बॉण्ड के जरिए मिले हैं। चुनावी बॉण्ड को अब सुप्रीम कोर्ट ने बैन कर दिया है।

भाजपा और कांग्रेस ने विज्ञापन पर कितने किए खर्च

रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने विज्ञापनों पर 591 करोड़ खर्च किए। इसमें से 434.84 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और 115.62 करोड़ प्रिंट मीडिया में दिए गए विज्ञापनों पर खर्च शामिल है। सत्तारूढ़ पार्टी ने 2023-24 के दौरान विमानों और हेलिकॉप्टरों के मद में 174 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि, 2022-23 में यह राशि 78.23 करोड़ रुपये थी।

कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान विज्ञापनों पर 251.67 करोड़ खर्च किए। इसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विज्ञापनों पर 207.94 करोड़ और प्रिंट मीडिया के विज्ञापनों पर 43.73 करोड़ शामिल हैं। इस दौरान विमान और हेलिकॉप्टर के किराए के मद में पार्टी को 62.65 करोड़ खर्चने पड़े। पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि उसने 2023-24 के दौरान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपए खर्च किए। पहली भारत जोड़ो यात्रा पर 71.84 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।

अंतरिक्ष में इसरो की एक और बड़ी कामयाबी, अंतरिक्ष में 100वां मिशन सफल, एनवीएस-2 नेविगेशन सैटेलाइट लॉन्च

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भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसरो बुधवार को अपना 100वां ऐतिहासिक मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया। सुबह 6:23 बजे जीएसएलवी-एफ12 रॉकेट ने नेविगेशन उपग्रह एनवीएस-2 को अंतरिक्ष में स्थापित किया। यह प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया गया। यह प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और मील का पत्थर साबित हुआ।

इसरो ने मिशन को लेकर कहा है कि मिशन सफल सफल हो गया है. भारत अंतरिक्ष नेविगेशन में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। इसरो के मिशन सफल होने पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘श्रीहरिकोटा से 100वें प्रक्षेपण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के लिए इसरो को बधाई। इस रिकॉर्ड उपलब्धि के ऐतिहासिक क्षण में अंतरिक्ष विभाग से जुड़ना सौभाग्य की बात है। टीम इसरो, आपने एक बार फिर जीएसएलवी-एफ15/एनवीएस-02 मिशन के सफल प्रक्षेपण से भारत को गौरवान्वित किया है।’

नेविगेशन प्रणाली का विस्तार

एनवीएस-2 उपग्रह भारतीय नेविगेशन प्रणाली 'नाविक' का हिस्सा है। इसका उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप और 1,500 किलोमीटर तक के क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं को सटीक समय, गति और स्थिति की जानकारी देना है। 2,250 किलोग्राम वजनी इस उपग्रह में एल-1, एल-5 और एस-बैंड में पेलोड्स लगाए गए हैं, जो कृषि, बेड़े प्रबंधन और लोकेशन-आधारित सेवाओं में उपयोगी साबित होंगे।

वी नारायणन के नेतृत्व में पहला मिशन

यह इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन के नेतृत्व में पहला मिशन है। उन्होंने 13 जनवरी को पदभार संभाला था। प्रक्षेपण से पहले इसरो अध्यक्ष नारायणन ने तिरुपति मंदिर में पूजा अर्चना की।

दिल्ली चुनाव: यमुना में जहर मिलाने के आरोप पर अमित शाह की अरविंद केजरीवाल को 3 चुनौतियां

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाने के लिए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और इसे झूठा आरोप बताते हुए आम आदमी पार्टी के मुखिया को चुनौती दी कि वह दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट सार्वजनिक करें, जिसका हवाला उन्होंने आरोप लगाने के लिए दिया था।


दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को यह बताने की चुनौती दी कि यमुना में जो जहर मिलाया गया है, उसका नाम क्या है। एक अन्य चुनौती में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री से वह आधिकारिक आदेश दिखाने को कहा, जिसमें केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को बचाने के लिए यमुना के "जहरीले" पानी को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए कहा था।


अमित शाह ने अपने हमले में कहा, "केजरीवाल जी, हार-जीत तो चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है। मासूमियत से मुंह बनाकर आपने हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाया और दिल्ली के लोगों को डराने की कोशिश की। राजनीति इससे ज्यादा गंदी नहीं हो सकती।" सोमवार को आप ने हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा पर यमुना में औद्योगिक कचरा डालने का आरोप लगाया, जबकि अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा नदी में जहर मिलाकर लोगों को मारने की कोशिश कर रही है। हालांकि, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की सीईओ शिल्पा शिंदे ने दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र को लिखे पत्र में केजरीवाल के आरोपों का खंडन किया और दावे को "तथ्यात्मक रूप से गलत, आधारहीन और भ्रामक" बताया।


शाह ने आप नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वादे तोड़ने के मामले में केजरीवाल का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। "5 फरवरी दिल्ली के लोगों के लिए इस 'आपदा' से छुटकारा पाने का बहुत बड़ा मौका है। भाजपा को वोट दें... रमेश बिधूड़ी को (कालकाजी सीट से) जिताएं। शाह ने सभा में कहा, "कालकाजी को दिल्ली में नंबर वन बनाया जाएगा।"


70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव 5 फरवरी को होंगे और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। जनता के पैसे का इस्तेमाल आम आदमी के लिए या बड़े कॉरपोरेट्स के लिए: केजरीवाल ने भाजपा पर हमला किया अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को भाजपा की कड़ी आलोचना की और आगामी दिल्ली चुनावों को आम आदमी के कल्याण के लिए जनता के पैसे का इस्तेमाल करने और बड़े कॉरपोरेट्स को बचाने के बीच एक विकल्प के रूप में पेश किया।


उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घोंडा निर्वाचन क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर 400 प्रमुख निगमों के 10 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ करके करदाताओं के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, जबकि वादा किया कि आप जन-कल्याण योजनाओं में निवेश करना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, "यह चुनाव यह तय करने के लिए है कि हमारा सार्वजनिक पैसा कहां जाता है - क्या इसका इस्तेमाल आम लोगों के लिए किया जाना चाहिए या उन बड़े कॉरपोरेट्स को दिया जाना चाहिए, जिन्हें ऋण माफी से लाभ हुआ है।"
“जब आए थे तो छोटी सी कार थी, आज शीश महल में रहते हैं” अरविंद केजरीवाल पर राहुल गांधी का जोरदार हमला
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दिल्ली के विधानसभा चुनाव में प्रचार अब अपने पूरे जोर पर है। सभी पार्टी के बड़े चेहरे मैदान में नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने आज पटपड़गंज में एक चुनावी रैली की। जिसमें उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला है। आम आदमी पार्टी के साथ-साथ राहुल गांधी ने रैली में बीजेपी पर भी निशाना साधा।

कांग्रेस सांसद ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी कथनी और करनी में अंतर है। राहुल गांधी ने कहा कि केजरीवाल ने पहले तो बड़े-बड़े वादे किए मगर सत्ता में आने के बाद उनका असली रंग सामने आया है। दिल्ली में प्रदूषण इतना ज्यादा है कि सांस नहीं ली जाती है, वहीं दिल्ली की सड़कें टूटी हैं।

*आए थे तो छोटी सी कार थी, आज शीश महल में रहते हैं-राहुल गांधी*
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, केजरीवाल जो मन में आता है बोल देते हैं, जब वे आए थे तो उनके पास एक छोटी कार थी और उन्होंने कहा था कि वे एक नई तरह की राजनीति करेंगे। उन्होंने कहा था कि वे दिल्ली को बदल देंगे लेकिन जब गरीबों को जरूरत थी, तो वे वहां नहीं थे, जब दंगे हुए तो वे वहां नहीं थे। उन्होंने कहा था कि वे स्वच्छ राजनीति करेंगे, लेकिन दिल्ली में शराब का सबसे बड़ा घोटाला हुआ और आपने उनके घर की फोटो देखी होगी। केजरीवाल एक महल में रहते हैं, 'शीश महल' में। तो यह सच है।"

*आप के साथ बीजेपी को भी लपेटा*
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, एक तरफ नफरत फैलाने वाले बीजेपी-आरएसएस के लोग हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस है-हम नफरत का हिंदुस्तान नहीं चाहते हैं। हमें मोहब्बत का हिंदुस्तान चाहिए। आरएसएस-बीजेपी जो एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाते हैं एक धर्म को दूसरे धर्म से, एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाते हैं।
छोटी कार में आए, शीश महल में रहे: राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर हमला किया

वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को चुनावी राज्य दिल्ली में एक जनसभा में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री 'छोटी कार में आए, लेकिन शीश महल में रहे'। वह नीली वैगन आर का जिक्र कर रहे थे, जो पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने पर केजरीवाल की प्राथमिक गाड़ी थी। गांधी का शीश महल वाला संदर्भ भाजपा के उस आरोप से जुड़ा था, जिसमें कहा गया था कि केजरीवाल ने अपने पूर्व सरकारी आवास के नवीनीकरण के लिए जनता का पैसा खर्च किया है।

पटपड़गंज रैली में गांधी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह अलग राजनीति करेंगे, छोटी कार में आए, लेकिन शीश महल में रहे।" राहुल गांधी ने दावा किया कि जब दिल्ली में हिंसा हुई, तब अरविंद केजरीवाल दिखाई नहीं दिए। उन्होंने कहा, "जब गरीबों को उनकी जरूरत थी और जब दिल्ली में हिंसा हुई, तब आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल कभी दिखाई नहीं दिए।" उन्होंने दिल्ली आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को जेल भेजे जाने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने दावा किया, "पटपड़गंज के विधायक मनीष सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के साथ शराब घोटाले के सूत्रधार थे, इसलिए सिसोदिया सीट छोड़कर भाग गए।"


सिसोदिया और केजरीवाल दोनों ने शराब घोटाले में कई महीने जेल में बिताए। पिछले साल उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। मनीष सिसोदिया जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। गांधी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने राजनीति अलग तरीके से करने का वादा किया था, लेकिन दिल्ली को सबसे बड़ा शराब घोटाला दे दिया।" पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आज गांधी ने संदीप दीक्षित के लिए प्रचार किया, जो 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।


पानी की गुणवत्ता पर भाजपा बनाम आप पानी की गुणवत्ता को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ आप के बीच टकराव चल रहा है। अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर दिल्ली में बहने वाले यमुना के पानी को अमोनिया से जहरीला करने का आरोप लगाया। दिल्ली कांग्रेस ने आज कहा कि अगर केजरीवाल का आरोप झूठा है तो यह देशद्रोह के बराबर है।


70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी। 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी, जबकि AAP ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
जसप्रीत बुमराह का ऐतिहासिक कारनामा, चुने गए ICC क्रिकेटर ऑफ द ईयर
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भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आईसीसी के साल 2024 के सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी चुने गए हैं। बुमराह को यह अवॉर्ड 2024 में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है। बुमराह ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज और टी20 विश्व कप में भारत को मिली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बुमराह इससे पहले सोमवार को सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी चुने गए थे। वह ये खिताब जीतने वाले 5वें भारतीय खिलाड़ी होंगे।

आईसीसी ने हाल ही में साल की बेस्ट टेस्ट टीम चुनी थी। प्लेइंग-XI में बुमराह का नाम था। आईसीसी ने अपनी विज्ञप्ति में बुमराह को लेकर कहा, 'जसप्रीत बुमराह को आईसीसी पुरस्कारों में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरूष क्रिकेटर के सर गारफील्ड सोबर्स पुरस्कार के लिये चुना गया। वर्ष 2024 में उन्होंने टेस्ट और सीमित ओवरों के प्रारूप में विरोधी टीमों पर दबाव बनाये रखा।

*बुमराह के लिए साल 2024 काफी यागदार*
जसप्रीत बुमराह के लिए साल 2024 काफी यागदार रहा। पिछले साल उन्होंने कोई वनडे नहीं खेला, लेकिन टेस्ट और टी20 में वह सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने टीम इंडिया को 17 साल के बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतना में सबसे अहम योगदान दिया। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 8 मैचों में सिर्फ 4.17 की इकॉनमी से रन खर्च किए और 15 विकेट हासिल किए। वह सबसे किफायती गेंदबाज रहे और सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर हे।

*टेस्ट में शानदार रहा था प्रदर्शन*
बुमराह ने हाल ही में टेस्ट में 200 विकेट पूरे किए थे। बुमराह 2024 में टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने 13 मैच में 14.92 की औसत और 30.16 के स्ट्राइक रेट से 71 विकेट चटकाए, जो पारंपरिक प्रारूप में किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। चाहे दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियां हों या स्वदेश में तेज गेंदबाजों के लिए कठिन परिस्थितियां, बुमराह ने पूरे साल प्रभावशाली प्रदर्शन किया। भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इस तेज गेंदबाज ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।

*7 साल बाद भारतीय खिलाड़ी को खिताब*
वहीं, आईसीसी के इस अवॉर्ड के लिए 7 साल बाद किसी भारतीय का नाम आया है। पिछली बार विराट कोहली को इस अवॉर्ड से नवाजा गया था। राहुल द्रविड़ (2004), सचिन तेंदुलकर (2010), रविचंद्रन अश्विन (2016) और विराट कोहली (2017 और 2018) को यह पुरस्कार मिल चुका है।
श्रीलंका की नौसेना ने भारतीय मछुआरों पर बरसाईं गोलियां, भारत ने जताई नाराजगी
0#india_strongly_protests_sri_lankan_navy_firing_on_fishermen श्रीलंकाई नौसेना ने डेल्फ्ट द्वीप के पास से गुजर रहे भारतीय मछुआरों को पकड़ने के लिए गोलियां चलाई। इस दौरान श्रीलंकाई नौसेना ने 13 भारतीय मछुआरों को पकड़ा है। भारत ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भारत ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में बल का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है। भारत में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया और कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।

विदेश मंत्रालय ने इस मामले में बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, आज सुबह डेल्फ्ट द्वीप के नजदीक 13 भारतीय मछुआरों को पकड़ने के दौरान श्रीलंकाई नौसेना की ओर से गोलीबारी की घटना की सूचना मिली। मछली पकड़ने वाली नाव पर सवार 13 मछुआरों में से दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनका इलाज जाफना टीचिंग अस्पताल में चल रहा है। तीन अन्य मछुआरों को मामूली चोटें आईं हैं। उनका भी इलाज किया जा रहा है। जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने घायल मछुआरों से अस्पताल में मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने मछुआरों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की है।

बयान में आगे कहा गया, नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को आज सुबह विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। कोलंबो में हमारे उच्चायोग ने भी इस मामले को श्रीलंका सरकार के विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है। भारत सरकार ने हमेशा मछुआरों से जुड़े मुद्दों को मानवीय और मानवीय तरीके से निपटाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। इसमें आजीविका संबंधी चिंताओं को भी ध्यान में रखा गया है। किसी भी परिस्थिति में बल का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है। इस संबंध में दोनों सरकारों के बीच मौजूदा सहमति का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।

वहीं, पुदुचेरी सरकार के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि सरकार 13 गिरफ्तार मछुआरों और उनकी मशीनीकृत नौका को छुड़वाने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग करेगी। गिरफ्तार किए गए मछुआरों के नामों का पता लगाया जा रहा हैं। पुडुचेरी के मत्स्य पालन मंत्री के. लक्ष्मीनारायणन ने दावा किया कि नौका सहित मछुआरों की रिहाई के लिए सरकार विदेश मंत्री से संपर्क में है। ये मछुआरे कुछ दिन पहले मछली पकड़ने निकले थे।
ट्रंप ने भारत-चीन को बताया अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाला देश, टैरिफ लगाने की दी धमकी
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोन पर बात हुई है। खुद ट्रंप और पीएम मोदी ने इसकी जानकारी दी है। ट्रंप की मानें तो भारत के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं। हालांकि, दूसरे ही पल उन्होंने भारत को अमेरिका को ‘नुकसान’ पहुंचाने वाला देश बताया और हाई टैरिफ लगाने की धमकी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को फ्लोरिडा में एक कार्यक्रम में भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों पर हाई टैरिफ लगाने की बात कही है।

फ्लोरिडा में हाउस रिपब्लिकन्स के एक रिट्रीट के दौरान ट्रंप ने 'अमेरिका फर्स्ट' आर्थिक एजेंडे पर जोर दिया।  ट्रंप ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि अमेरिका वापस उस सिस्टम को अपनाए जिसने उसे धनी और ताकतवर बनाया है। ट्रंप ने कहा- हम उन देशों और बाहरी लोगों पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। देखिए दूसरे देश क्या करते हैं। चीन बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। भारत, ब्राजील और बाकी देश भी ऐसा ही करते हैं। हम ऐसा अब और नहीं होने देंगे क्योंकि हम अमेरिका को सबसे पहले रखेंगे। ट्रंप ने कहा कि ये तीनों देश (ब्राजील, चीन, भारत) अपने हितों के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन इससे अमेरिका को नुकसान पहुंच रहा है। अमेरिका एक ईमानदार सिस्टम तैयार करेगा, जिससे हमारे खजाने में पैसा आएगा और अमेरिका फिर से बहुत अमीर हो जाएगा। यह सब कुछ बहुत जल्द होगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दूसरे देशों को अमीर बनाने के लिए अपने लोगों पर टैक्स लगाने की जगह हम अपने लोगों को अमीर बनाने के लिए दूसरे देशों पर टैक्स लगाएंगे। विदेशी कंपनियां हाई टैरिफ से बचना चाहती हैं, तो उन्हें अमेरिका में ही अपना प्लांट लगाना होगा।

ट्रंप ने एक बहुत निष्पक्ष प्रणाली स्थापित करने की योजना की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे पैसा अमेरिका के खजाने में आएगा और देश फिर से अमीर बन जाएगा। ट्रंप ने कहा कि यह बहुत जल्दी होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने विदेशी कंपनियों से ऊंचे टैरिफ से बचने के लिए अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने का भी आग्रह किया।