पिंगली वेंकैया ने किया तिरंगे का डिजाइन, जानें इसके रंगों और चक्र का रहस्य
भारत का राष्ट्रीय ध्वज न केवल हमारे देश की स्वतंत्रता का प्रतीक है, बल्कि यह देश की एकता, विविधता और सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाता है। आइए जानते हैं इसके डिजाइन, रंगों का अर्थ और इसके इतिहास के बारे में विस्तार से।
1. राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन किसने तैयार किया?
भारत के राष्ट्रीय ध्वज का वर्तमान स्वरूप पिंगली वेंकैया ने तैयार किया था।
पिंगली वेंकैया एक स्वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक थे।
उन्होंने 1916 में भारतीय ध्वज के लिए कई डिजाइनों पर काम किया।
1931 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने उनके डिजाइन को संशोधित रूप में स्वीकार किया।
22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने इसे स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया।
2. ध्वज का स्वरूप और रंगों का रहस्य
राष्ट्रीय ध्वज को "तिरंगा" कहा जाता है क्योंकि इसमें तीन क्षैतिज पट्टियां हैं। हर रंग का अपना विशेष महत्व है:
केसरिया रंग (ऊपरी पट्टी)
यह साहस, बलिदान और शक्ति का प्रतीक है।
यह देशवासियों को निस्वार्थ सेवा और समर्पण का संदेश देता है।
सफेद रंग (मध्य पट्टी)
यह शांति, सच्चाई और पवित्रता का प्रतीक है।
यह देश में शांति और सद्भाव बनाए रखने का संदेश देता है।
हरा रंग (निचली पट्टी)
यह समृद्धि, हरियाली और प्रगति का प्रतीक है।
यह पर्यावरण और कृषि के महत्व को दर्शाता है।
3. अशोक चक्र का महत्व
सफेद पट्टी के केंद्र में अशोक चक्र स्थित है।
यह सम्राट अशोक के सारनाथ स्तंभ से लिया गया है।
चक्र में 24 तीलियां हैं, जो समय, प्रगति और सतत विकास का प्रतीक हैं।
यह धर्म, न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
4. राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास
1906: पहला भारतीय ध्वज (वंदे मातरम ध्वज) कोलकाता में फहराया गया।.
1921: महात्मा गांधी ने पिंगली वेंकैया के डिजाइन को कांग्रेस के अधिवेशन में प्रस्तुत किया।
1931: तिरंगे को स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बनाया गया।
1947: भारत के स्वतंत्र होने पर इसे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया।
5. राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े नियम
राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार किया जाना चाहिए।
इसे हमेशा सम्मान के साथ फहराया जाना चाहिए।
ध्वज को जमीन पर गिराना, फाड़ना या किसी अनुचित तरीके से इस्तेमाल करना अपराध है।
इसे केवल खादी या हाथ से बुने कपड़े से बनाया जा सकता है।
6. राष्ट्रीय ध्वज का महत्व
राष्ट्रीय ध्वज न केवल भारत की आजादी का प्रतीक है, बल्कि यह हर भारतीय के गर्व, एकता और देशभक्ति का प्रतीक भी है। यह हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।
निष्कर्ष:
भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी आजादी और राष्ट्रीयता का प्रतीक है। इसके रंग और अशोक चक्र हमें साहस, शांति और सतत विकास की प्रेरणा देते हैं। तिरंगा हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है।
Jan 26 2025, 10:33