झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली में राहुल गाँधी ने कहा -भाजपा और आर एस एस आदिवासियों की जल जंगल और जमीन छीनना चाहती है
झारखंड डेस्क
झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी आपको ‘वनवासी’ कहते हैं क्योंकि भाजपा मानती है कि जल, जंगल और जमीन भाजपा, आरएसएस और पूंजीपतियों की है। भाजपा ‘तथाकथित विकास’ के नाम पर आदिवासियों की जमीन हड़पने में विश्वास करती है. भाजपा आदिवासियों से ‘जल, जंगल, जमीन’ छीनना चाहती है.
उन्होंने झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन और भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के बीच विचारधारा की लड़ाई बताया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि आरएसएस-भाजपा का अभियान देश के संविधान को ‘‘नष्ट’’ करने के लिए है जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) इसकी ‘‘रक्षा करना चाहता है’’.
उन्होंने दावा किया कि संविधान पर ‘‘लगातार हमला’’ हो रहा है और ‘इंडिया’ गठबंधन ‘‘इसकी रक्षा करने का प्रयास कर रहा है’’. गांधी ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस जाति जनगणना सुनिश्चित करेगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाएगी. उन्होंने दावा किया, ‘‘संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और इसे बचाए जाने की जरूरत है. हम किसी भी कीमत पर 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को हटाएंगे. अगर हम झारखंड में सत्ता में आए तो हम अनुसूचित जनजाति (एसटी) का आरक्षण मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, अनुसूचित जाति (एससी) का आरक्षण मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण मौजूदा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि देश की विभिन्न संस्थाओं और संपदा में आदिवासियों, दलितों और ओबीसी की भागीदारी की पहचान के लिए जाति जनगणना जरूरी है. कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘जब मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे और बाद में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं.
विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद यह गांधी का दूसरा झारखंड दौरा था.झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी.














झारखंड डेस्क लोकआस्था का महापर्व झारखंड में धूमधाम से मनाया जा रहा है। खरना के साथ ही छठव्रतियों के 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया है। झारखंड में छठ पूजा पर भी चुनावी छाप भी दिखायी दे रही है। हालांकि आचार संहिता के बंधन की वजह से राजनेता इस बार सार्वजनिक कार्यक्रमों से तो दूर है, लेकिन वो इस मौके पर भी अलग अंदाज में वोटरों के दिल में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कल्पना सोरेन का छठ व्रतियों के साथ तस्वीर सामने आयी है। जिसमें कल्पना सोरेन छठ मईया की अराधना और और सिंदूर लगाती दिख रही है। उन्होंने आज गांडेय विधानसभा कहा है कि में छठव्रती माँ और दीदियों के कठिन तपस्या में शामिल होने का परम सौभाग्य मुझे मिला। छठ पूजा के दूसरे दिन आज खरना प्रसाद ग्रहण करने का भी अवसर मिला। छठी मइयां और भगवान भास्कर, आप सभी छठव्रती माताओं-बहनों का विराट तप सफल करे, यही कामना करती हूं। जय छठी मइयां! इस अवसर पर वे तस्वीरों में छठव्रतियों के साथ ना सिर्फ तस्वीरें खिंचवा रही है, बल्कि महिलाओं के सुहागिनों का प्रतीक भी छठ पूजा के आस्था के अनुरूप लगवा रही है। वे खरना के लिए बने विशेष प्रसाद खीर को भी ग्रहण करती दिख रही है। आपको बता दें कि कल्पना सोरेन गांडेय से झामुमो की प्रत्याशी है। वो तूफानी चुनाव प्रचार कर रही है। वो लगातार ना सिर्फ झामुमो बल्कि गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए भी सभाएं कर रही है। इस चुनाव में झामुमो ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है। कल्पना सोरेन लगातार चुनाव प्रचार कर रही है। वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है। आपको बता दें कि कल छठ घाट पर छठव्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देगी, जबकि अगले दिन सुबह-सुबह सूर्य भगवान को अर्घ्य के साथ ये पावन पूजा का समापन होगा।
Nov 09 2024, 12:46
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