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आज इंडी गठबंधन के लिए सबसे ज्यादा डिमांडिग स्टार प्रचारक बन गयी है कल्पना सोरेन,हेमन्त सोरेन से भी ज्यादा लोकप्रिय है आज वह जनता के बीच

झारखंड डेस्क

आज चुनाव प्रचार के दौरान अगर जनता के बीच सबसे ज्यादा कोई प्रभाव डालने वाली झारखंड में स्टार प्रचारक है तो वह  कल्पना सोरेन है,आज उनकी लोकप्रियता लगातार लोगों के बीच बढ़ रही है.

 झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उनकी सभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. खास कर के जनजातीय मतदाओं के लिए वो आकर्षण का केंद्र बन गई हैं.

झारखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. जिसके बाद राज्य के तमाम नेता चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गए हैं. लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड की सियासत में एक नाम बहुत तेजी से उभरा है, वो है कल्पना सोरेन का है. कल्पना सोरेन के प्रचार में लोगों का हुजूम देखने को मिल रहा है. खास कर के जनजातीय मतदाताओं के लिए वो आकर्षण का केंद्र बन गई हैं. 

राज्य के खूंटी जिले में बुधवार की दोपहर जब कल्पना सोरेन चुनाव प्रचार के लिए पहुंची तो उनकी सभा में जन सैलाब उमड़ गया. उन्होंने 2019 के पत्थलगड़ी आंदोलन का जिक्र करते हुए जनजातीय समुदाय के लोगों को याद दिलाया कि कैसे बीजेपी ने उनके लड़कों पर देशद्रोह का मामला दर्ज कर दिया था.

कल्पना के चुनाव प्रचार से झामुमो हुई मज़बूत,

JMM के एक नेता ने कहा कि सोरेन अपने चॉपर से रोज पांच जन सभाएं करती हैं और शाम का समय अपने निर्वाचन क्षेत्र गिरिडीह के गाण्डेय के लिए रखती हैं. सोरेन परिवार के एक करीबी व्यक्ति ने बताया कि आजकल हेमंत सोरेन से ज्यादा, लोग कल्पना सोरेन को ही पसंद कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कल्पना जी की के साथ बैठक के लिए रोज 10 से 12 रिक्वेस्ट आते हैं, लेकिन हमारे पास समय की कमी रहती है.

एक वरिष्ठ नेता कहा कि कल्पना की रैलियां पार्टी के लिए गेम चेंजर का काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि झारखंड में दो चरणों में होने वाले चुनाव में JMM के हाथ बंध जाते क्योंकि राज्य में INDIA ब्लॉक की तरफ से एक ही स्टार प्रचारक हेमंत सोरेन हैं. अब कल्पना के चुनाव प्रचार करने से पार्टी को चुनाव में संबल मिला है.

कल्पना सोरेन ने बहुत कम समय में लंबी राजनीतिक यात्रा तय की है. उनकी नई पहचान तब बनी जब राज्य के मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था. उनका पहला भाषण राहुल गांधी की रैली में मुंबई के आजाद मैदान में था. उसके बाद दिल्ली के राम लीला मैदान में अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ इंडिया ब्लॉक की रैली में वो शामिल हुईं, इस बात की जानकारी झारखंड के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दी.

लोकसभा चुनाव से बनाई अपनी पहचान

कल्पना सोरेन ने कहा कि साल 2024 की शुरुआत से उभरी चुनौतियों ने मुझे पूरी तरह से बदल दिया. मेरे ऊपर परिवार की जिम्मेदारी थी. अब मुझे गुरुजी (शिबू सोरेन) और JMM ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. सोरेन जब वहां से हेलिकॉप्टर की ओर बढ़ी तब उन्होंने बांस के बैरिकेड पर झुकी हुई भीड़ को 'जोहार' कहकर अभिवादन किया. 

बीजेपी पर उसके हमले का हुआ असर

कल्पना सोरेन ने बीजेपी के नारे 'बटेंगे तो कटेंगे' पर हमला करते हुए कहा कि ये बीजेपी की कमजोरी की तरफ इशारा करता है. सोरेन ने कहा कि भाजपा के कुछ नेता बंटोगे तो कटोगे जैसे बयानों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये वे नेता हैं जो सम्मानित पदों पर बैठे हैं. ये शर्मनाक हरकत है. उन्होंने कहा कि स्थानीय भाजपा नेता इस तरह की टिप्पणी नहीं कर रहे हैं. उनके पास दिखाने के लिए कोई रिपोर्ट कार्ड नहीं है.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि सरमा को अपने राज्य की देखभाल करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिमंता, हेमंत सोरेन के लिए बिल्कुल भी चुनौती नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि हिमंता को पहले आदिवासियों के लिए काम करना चाहिए. 

हिमंता पर आरोप लगाते हुए कल्पाना सोरेन ने कहा कि असम का सीएम बनने के लिए एक आदिवासी नेता को बाहर कर दिया. झारखंड की जनता ने अपने राज्य की जिम्मेदारी हेमंत सोरेन को दी है और वह उनका ख्याल रखेंगे.

झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली में राहुल गाँधी ने कहा -भाजपा और आर एस एस आदिवासियों की जल जंगल और जमीन छीनना चाहती है

झारखंड डेस्क 

झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी आपको ‘वनवासी’ कहते हैं क्योंकि भाजपा मानती है कि जल, जंगल और जमीन भाजपा, आरएसएस और पूंजीपतियों की है। भाजपा ‘तथाकथित विकास’ के नाम पर आदिवासियों की जमीन हड़पने में विश्वास करती है. भाजपा आदिवासियों से ‘जल, जंगल, जमीन’ छीनना चाहती है.

 उन्होंने झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन और भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के बीच विचारधारा की लड़ाई बताया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि आरएसएस-भाजपा का अभियान देश के संविधान को ‘‘नष्ट’’ करने के लिए है जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) इसकी ‘‘रक्षा करना चाहता है’’.

उन्होंने दावा किया कि संविधान पर ‘‘लगातार हमला’’ हो रहा है और ‘इंडिया’ गठबंधन ‘‘इसकी रक्षा करने का प्रयास कर रहा है’’. गांधी ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस जाति जनगणना सुनिश्चित करेगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाएगी. उन्होंने दावा किया, ‘‘संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और इसे बचाए जाने की जरूरत है. हम किसी भी कीमत पर 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को हटाएंगे. अगर हम झारखंड में सत्ता में आए तो हम अनुसूचित जनजाति (एसटी) का आरक्षण मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, अनुसूचित जाति (एससी) का आरक्षण मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण मौजूदा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करेंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि देश की विभिन्न संस्थाओं और संपदा में आदिवासियों, दलितों और ओबीसी की भागीदारी की पहचान के लिए जाति जनगणना जरूरी है. कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘जब मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे और बाद में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं.

विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद यह गांधी का दूसरा झारखंड दौरा था.झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी.

झारखंड विधानसभा के 13 नवम्बर को होने वाले पहले चरण के मतदान में चम्पई,सीपी सिंह, बान्ना, और सरयू राय समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

झारखंड डेस्क 

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. यही कारण है कि जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और नेताओं की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं. चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है. वैसे तो इस चुनाव में कुल 683 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन झारखंड विधानसभा की झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. यही कारण है कि जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और नेताओं की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं. चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है. वैसे तो इस चुनाव में कुल 683 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन झारखंड विधानसभा की कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं पूर्व स्पीकर तो कहीं पूर्व मुख्यमंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इस महामुकाबले में एक तरफ भाजपा की अगुआई वाले एनडीए के उम्मीदवार हैं तो दूसरी तरफ जेएमएम की अगुआई वाले इंडी गठबंधन के उम्मीदवार हैं. कमोबेश सभी सीटों पर इन दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है. पहले चरण के चुनाव के कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. पहले चरण के चुनाव में जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, वहीं पूर्व स्पीकर और रांची से लगातार छह बार चुनाव जीत चुके सीपी सिंह पर सबकी नजर है. सरायकेला सीट पर इस बार झामुमाे के गणेश महाली का मुकाबला चंपाई सोरेन से है. इसी तरह रांची सीट से झामुमाे की महुआ माजी का मुकाबला सीपी सिंह से है.

इसके अलावा हेमंत कैबिनेट के सबसे प्रभावशाली मंत्री माने जाने वाले मिथिलेश ठाकुर एक बार फिर गढ़वा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. मिथिलेश ठाकुर का मुकाबला भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के गिरिनाथ सिंह से है. डाल्टनगंज में कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और भाजपा के आलोक चौरसिया के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. हालांकि, झारखंड विधानसभा के पहले स्पीकर इंदर सिंह नामधारी के बेटे दिलीप सिंह नामधारी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. वह भी चुनाव किसी ओर पलट सकते हैं.

जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू के टिकट पर सरयू राय का मुकाबला हेमंत सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता से है. यहां दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे डॉ. अजय कुमार के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है.

पहले चरण के चुनाव में 683 प्रत्याशियों में से 73 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. इस चुनाव में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, गीता कोड़ा, गीता बलमुचु, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा दास समेत कई महिला प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जनता करेगी. कोडरमा सीट पर एक बार फिर कमल खिलाने के लिए चुनाव लड़ रहीं डॉ. नीरा यादव को चुनौती देने के लिए राजद के सुभाष प्रसाद यादव मैदान में हैं. इसी तरह मांडर सीट से शिल्पी नेहा तिर्की को चुनौती देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सनी टोप्पो मैदान में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस बार वे जगन्नाथपुर सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सोना राम सिंकू से होने वाला है.

कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं पूर्व स्पीकर तो कहीं पूर्व मुख्यमंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इस महामुकाबले में एक तरफ भाजपा की अगुआई वाले एनडीए के उम्मीदवार हैं तो दूसरी तरफ जेएमएम की अगुआई वाले इंडी गठबंधन के उम्मीदवार हैं. कमोबेश सभी सीटों पर इन दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है. पहले चरण के चुनाव के कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. पहले चरण के चुनाव में जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, वहीं पूर्व स्पीकर और रांची से लगातार छह बार चुनाव जीत चुके सीपी सिंह पर सबकी नजर है. सरायकेला सीट पर इस बार झामुमाे के गणेश महाली का मुकाबला चंपाई सोरेन से है. इसी तरह रांची सीट से झामुमाे की महुआ माजी का मुकाबला सीपी सिंह से है.

इसके अलावा हेमंत कैबिनेट के सबसे प्रभावशाली मंत्री माने जाने वाले मिथिलेश ठाकुर एक बार फिर गढ़वा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. मिथिलेश ठाकुर का मुकाबला भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के गिरिनाथ सिंह से है. डाल्टनगंज में कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और भाजपा के आलोक चौरसिया के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. हालांकि, झारखंड विधानसभा के पहले स्पीकर इंदर सिंह नामधारी के बेटे दिलीप सिंह नामधारी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. वह भी चुनाव किसी ओर पलट सकते हैं.

जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू के टिकट पर सरयू राय का मुकाबला हेमंत सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता से है. यहां दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे डॉ. अजय कुमार के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है.

पहले चरण के चुनाव में 683 प्रत्याशियों में से 73 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. इस चुनाव में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, गीता कोड़ा, गीता बलमुचु, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा दास समेत कई महिला प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जनता करेगी. कोडरमा सीट पर एक बार फिर कमल खिलाने के लिए चुनाव लड़ रहीं डॉ. नीरा यादव को चुनौती देने के लिए राजद के सुभाष प्रसाद यादव मैदान में हैं. इसी तरह मांडर सीट से शिल्पी नेहा तिर्की को चुनौती देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सनी टोप्पो मैदान में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस बार वे जगन्नाथपुर सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सोना राम सिंकू से होने वाला है.

जयराम महतो के पार्टी के एक और प्रत्याशी झामुमो में शामिल, लगातार लग रही है जयराम महतो को झटका


झारखंड डेस्क 

रांची। जयराम महतो की पार्टी JLKM ने झारखंड की राजनीति में बड़े बदलाव करने का एलान किया था। सबसे पहले JLKM ने प्रत्‍याशियों की घोषणा करना शुरू कर दिया था। अब पार्टी को लगातार झटका लग रहा है। अब एक और प्रत्‍याशी ने झामुमो का दामन थाम लिया है।

जानकारी के मुताबिक जयराम महतो की पार्टी JLKM ने गढ़वा से सोनू यादव को प्रत्‍याशी बनाया था। सोनू यादव गुरुवार को झामुमो में शामिल हो गए। पार्टी में उनका मिथिलेश ठाकुर ने स्‍वागत किया। उन्‍होंने अपना समर्थन गढ़वा से झामुमो के उम्मीदवार मंत्री मिथिलेश ठाकुर को देने का एलान किया है।

टुंडी पुलिस ने अवैध नक़ली शराब लदा टेपों को किया जब्त

धनबाद :टुंडी व बरवाअड्डा मुख्य पथ बसहा जंगल के पास टेंपू में लदा करीब 75 हजार रुपये की लागत की अवैध दस पैंटी नकली शराब को टुंडी पुलिस ने जब्त किया। बताया जाता है कि टुंडी बरवाअड्डा मुख्य पथ बसहा जंगल के पास बुधवार को अहले सुबह तीन बजे ग्राम रक्षा दल के सदस्यों ने संदेह के आधार पर एक टेंपों को रोका, जांच में पता चला कि टेंपों में अवैध शराब लदा हुआ है। इसकी जानकारी टुंडी पुलिस को दी। 

सूचना मिलते ही टुंडी थानेदार उमाशंकर दलबल के साथ पहुंचे व टैंपों को जब्त कर लिया। थानेदार उमा शंकर ने बताया कि टैंपों में दस पेटी जो गिरिडीह सिंडिकेट तक पहुंचाने का लक्ष्य था। अवैध शराब बरामद में मैकडेवेल 68 बोतल, इम्पेरियल 96 बोतल, हेबडस 24 पीस है। 

जिसका मूल्य लगभग 75हजार रुपये है। पुलिस ने बताया कि टेंपो चालक विजय राय उम्र 33 वर्ष अनुग्रह नगर जोड़ाफाटक धनसार धनबाद को गिरफ्तार कर जेल टुंडी पुलिस ने अवैध नक़ली शराब लदी टैंपो को जब्त किया।

आरोप -प्रत्यारोप का दौर जारी,बाबूलाल मरांडी ने कहा JSSC -CGL के एक एक पोस्ट को 25 लाख में बेचीं गई

हेमंत सोरेन ने कहा सारा एजेंसी आप के पास है, जाँच करा लीजिये, अगर यह सब सच है तो 50 साल तक जेल में डाल दीजिये, उफ़ तक नहीं कहूंगा


झारखंड डेस्क 

झारखंड: 5 नहीं…50 साल के लिए जेल में डाल दीजिये, उफ्फ नहीं करूंगा…. बाबूलाल मरांडी ने ऐसी क्या कह दी बात, कि हेमंत सोरेन बोले, और कितना गिरेंगे…

रांची। झारखंड में चुनावी सरगर्मियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है। खासकर JSSC CGL को लेकर भाजपा कुछ ज्यादा ही आक्रामक है। बीजेपी पहले ही ऐलान कर चुकी है कि अगर भाजपा की सरकार बनी तो CGL परीक्षा को रद्द किया जायेगा और मामले की जांच की जायेंगी।

इधर रोजगार के मुद्दे पर भी भाजपा लगातार हीं हेमंत सरकार को घेर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा है कि काम के दाम मांगते, ऐसी तो अभिलाषा है झूठ और अन्याय की, हेमंत इकलौती परिभाषा है।

भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ने के बाद हेमंत सरकार ने युवाओं के सुनहरे भविष्य को बर्बाद करने का निर्णय लिया है, इसी का नतीजा है कि जेएसएससी सीजीएल में नौकरी देने के नाम पर सीट बेची जा रही है।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि छात्रों के भविष्य और सपनों की कीमत लगाकर हेमंत सोरेन एवं उनके सहयोगी अपना पेट भरने में मस्त है, एक एक सीट के लिए 25 – 25 लाख रूपये तक की बोली लग रही है, जिसके कारण छात्रों का हाल दिन ब दिन बदतर होता जा रहा है।

हाल यह है कि हेमंत सरकार में ऐसी रीति बन गई है कि पढ़ने वाले पढ़ते रहे, पैसे वाले बढ़ते रहें।

हेमंत सोरेन ने किया पलटवार

बाबूलाल मरांडी के पोस्ट पर जवाब देते हुए हेमंत सोरेन ने लिखा है कि आपके पास ED है, CBI है और दुनिया की सभी एजेंसियों का कुनबा है। आप किसी भी एजेंसी से जांच करवा लीजिए – अगर युवाओं के मुद्दों पर एक गलती निकल जाए तो मुझे 5 महीने नहीं 50 साल के लिए जेल डाल दीजिए – मैं उफ़्फ़ नहीं करूँगा।

आपके रघुबर दास द्वारा विरासत में मुझे जो परेशानियां/अबूझ नीतियाँ दी गई उन सबको दूर करते हुए हम लगातार परीक्षा ले रहे हैं, पर आपके और आपके दल द्वारा पोषित कोचिंग माफिया और PIL गैंग द्वारा जो लगातार झूठे केस पर केस कर परीक्षाओं को बाधित किया जा रहा है उसे कौन नहीं जानता।

हेमंत सोरेन ने आगे लिखा है कि जब मैंने लीक रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया – आपने उसे काला कानून बता कर राजभवन से लेकर विधान सभा में हंगामा किया – 

आख़िर किसके हित साध रहे थे आप ? आप लगातार नियुक्तियों को लटका रहे हैं – आख़िर अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा की सिद्धि हेतु कितना गिरेंगे आप ? 

आख़िर मे – झारखंड सरकार में लंबित हर एक नौकरी आपके दल के तमाम अड़चनों एवं साज़िशों के बावजूद मैं ही राज्य के युवाओं को दूँगा।

इधर हेमंत सोरेन के पोस्ट का झारखंड बीजेपी ने X हैंडल पर जवाब लिखा। बीजेपी लिखा है कि हार नज़दीक देख जबरन की छाती पीटना बंद कीजिए! जब केंद्रीय एजेंसियां खुलकर जांच करने पर उतारू होती हैं तब आप राज्य सरकार की परमिशन लिए बिना जांच करने को मना कर देते हैं।

आप ज़रा एक बार हिम्मत करके ED और CBI को खुली छूट देकर काम करने की परमिशन तो दीजिये, गलती भी निकलेगी, सजा भी होगी और हां इन सबके बीच एक बार भी उफ्फ मत करियेगा प्लीज़! जिस तरह आपने झारखंड के युवाओं के साथ छल किया है, यकीन मानिए 23 नवंबर को आपकी हार पर अगर कोई सबसे ज़्यादा खुश होगा तो वो प्रदेश का युवा वर्ग ही होगा।

झामुमो ने साधा भाजपा पर निशाना


वहीं झामुमो ने भी सोशल मीडिया पर ही भाजपा को जवाब दिया है। झामुमो ने कहा कि रघुबर सरकार ने नियोजन से लेकर स्थानीय नीति का जो कचूमर बनाया – किसने नहीं देखा । उसके कारण नियुक्तियों में जो आप लोगों ने ख़ुद पेंच फँसाया किसने नहीं देखा। आज जो आप युवाओं के सरताज बन रहे हैं, पहले बताइए –

हर साल की 2 करोड़ नौकरी कहाँ है ?

• सैनिकों को अग्निवीर क्यों बनाया ?

• पकोड़ा तलना, साइकिल बनाना, टेम्पो चलाना को रोज़गार किसने बनाया ?

• किसने IIT से पास होने वालों को भी बेरोज़गार बनाया ? किसने रेलवे से लेकर सभी सरकारी उपक्रमों को बेच – युवाओं को बेरोजगार बनाया ?

• नौकरी और रोज़गार तो हेमंत सोरेन ही देंगे – लिख कर के ले लो लुटस छाप वालों।

झारखंड में मनी लाउंड्रिंग के आरोपी अफसरों खिलाफ जाँच के लिए ईडी ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की*


झारखंड डेस्क झारखंड में ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के आरोपी अफसरों और नेताओं के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग को लेकर झारखंड हाइकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि मनी लाउंड्रिंग की जांच के दौरान मिले तथ्यों को पीएमएलए की धारा-66(2) के तहत राज्य सरकार को भेजी गयी थी, लेकिन सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय ईडी के अफसरों पर ही मामला दर्ज करा दिया। याचिका में कहा गया है कि राज्य के विधि पदाधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। याचिका में कहा गया है कि इसम मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच सीबीआई से करायी जाये। ईडी की ओर से दायर याचिका में कहा गया कि ईडी ने पीएमएलए की धारा-66(2) के तहत जमीन घोटाला, टेंडर घोटाला, मनरेगा घोटाला, अवैध खनन, ग्रामीण विकास विभाग में भ्रष्टाचार, लघु उद्योगों को कोल लिंकेज आवंटन में भ्रष्टाचार, बालू और शराब के अवैध कारोबार से संबंधित सूचनाएं राज्य सरकार के साथ साझा की थीं। राज्य सरकार को मामले में एफआईआर दर्ज करानी थी, लेकिन लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी। राजस्व से जुड़े अधिकारी के घर से मिले दस्तावेज और उसमें की गयी छेड़छाड़ से संबंधित सूचनाएं भी साझा की गयी थीं। इस मामले में सदर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, लेकिन, उसमें भी आइपीसी की धारा-120बी को जोड़ने के बाद उसे पेन से काट दिया गया था। याचिका में कहा गया कि विजय मदन लाल चौधरी के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये फैसले के आलोक में ईडी द्वारा साझा की गयी सूचनाओं के आधार पर संबंधित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच करना जरूरी है, लेकिन, राज्य सरकार ने ईडी द्वारा साझा की गयी सूचनाओं के आलोक में प्राथमिकी दर्ज नहीं की। ईडी बनाम राज्य सरकार के इस मामले में मुख्य सचिव, डीजीपी, एसीबी के डीजी और सीबीआइ को प्रतिवादी बनाया गया है। याचिका में ईडी की ओर से पीएमएलए की धारा-66(2) के तहत साझा की गयी सूचनाओं की कॉपी भी संलग्न की गयी है। इसमें पूजा सिंघल, बीरेंद्र राम, राजीव अरुण एक्का, छवि रंजन, संजीव लाल, विष्णु अग्रवाल, योगेंद्र तिवारी, आलमगीर आलम, पंकज मिश्रा सहित अन्य लोगों से जुड़े मामले शामिल हैं। याचिका में यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार ने सूचनाओं के आलोक में कार्रवाई करने के बदले जांच में बाधा पहुंचायी। राज्य सरकार के प्रधान सचिव की ओर से एक आदेश जारी कर अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि वे बिना सरकार की अनुमति के किसी केंद्रीय एजेंसी द्वारा जारी किये गये समन के आलोक में हाजिर नहीं हों। राज्य सरकार ने ईडी के अधिकारियों के खिलाफ झूठे आरोपों में प्राथमिकी दर्ज करायी।
झारखंड: इंडी गठबंधन नेताओं के हिमंता बिस्वा सरमा पर विभाजनकारी भाषण के आरोप को देवघर डीसी ने किया ख़ारिज

* झारखंड डेस्क देवघर के डीसी ने सारठ में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को क्लीन चिट दे दी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, माले और राजद के नेताओं ने चुनाव आयोग से हिमंत पर विभाजनकारी भाषण देने का आरोप लगाया था. इस क्लीन चिट पर भाजपा ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि हिमंता सरमा को मिली इस क्लीन चिट से झामुमाे और उसके सहयोगी पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं. साथ ही यह भी स्पष्ट हो गया है कि हिमंता की आवाज झारखंड के आम लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करती है. साह ने कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा ने हमेशा बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ आवाज उठाई है और जिस तरह उन्होंने असम में घुसपैठ के खिलाफ कदम उठाए, भाजपा झारखंड में भी वही कार्य करेगी. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी इस बात को दोहरा चुके हैं कि देश में अवैध घुसपैठियों को चिह्नित करके बाहर निकाला जाएगा. यही कारण है कि झामुमाे और कांग्रेस घबरा रहे हैं. क्योंकि, उनका वोट बैंक इस प्रकार की गतिविधियों में ही सुरक्षित रहता है. साह ने कहा कि जब बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवाकर यहां बसाने की कोशिश होती है और उन्हें स्थानीय आदिवासी लड़कियों से शादी करवाने में मदद की जाती है, तब इसे भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक कहा जाता है लेकिन जब हिमंता सरमा इस घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई जाती है. इस पूरे घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई जैसे संस्थानों पर बिना कारण कीचड़ उछालने का प्रयास किया जाता है. हार के डर से हताश झामुमाे और कांग्रेस के लिए अब संस्थाओं और भाजपा के बड़े नेताओं को बदनाम करना एक चलन बन गया है.
कल रात कल्पना सोरेन छठ ब्रती के बीच खरना का प्रसाद ग्रहण किया,छठव्रती माताओं-बहनों का विराट तप सफल करने की कामना की*

झारखंड डेस्क लोकआस्था का महापर्व झारखंड में धूमधाम से मनाया जा रहा है। खरना के साथ ही छठव्रतियों के 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया है। झारखंड में छठ पूजा पर भी चुनावी छाप भी दिखायी दे रही है। हालांकि आचार संहिता के बंधन की वजह से राजनेता इस बार सार्वजनिक कार्यक्रमों से तो दूर है, लेकिन वो इस मौके पर भी अलग अंदाज में वोटरों के दिल में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कल्पना सोरेन का छठ व्रतियों के साथ तस्वीर सामने आयी है। जिसमें कल्पना सोरेन छठ मईया की अराधना और और सिंदूर लगाती दिख रही है। उन्होंने आज गांडेय विधानसभा कहा है कि में छठव्रती माँ और दीदियों के कठिन तपस्या में शामिल होने का परम सौभाग्य मुझे मिला। छठ पूजा के दूसरे दिन आज खरना प्रसाद ग्रहण करने का भी अवसर मिला। छठी मइयां और भगवान भास्कर, आप सभी छठव्रती माताओं-बहनों का विराट तप सफल करे, यही कामना करती हूं। जय छठी मइयां! इस अवसर पर वे तस्वीरों में छठव्रतियों के साथ ना सिर्फ तस्वीरें खिंचवा रही है, बल्कि महिलाओं के सुहागिनों का प्रतीक भी छठ पूजा के आस्था के अनुरूप लगवा रही है। वे खरना के लिए बने विशेष प्रसाद खीर को भी ग्रहण करती दिख रही है। आपको बता दें कि कल्पना सोरेन गांडेय से झामुमो की प्रत्याशी है। वो तूफानी चुनाव प्रचार कर रही है। वो लगातार ना सिर्फ झामुमो बल्कि गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए भी सभाएं कर रही है। इस चुनाव में झामुमो ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है। कल्पना सोरेन लगातार चुनाव प्रचार कर रही है। वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है। आपको बता दें कि कल छठ घाट पर छठव्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देगी, जबकि अगले दिन सुबह-सुबह सूर्य भगवान को अर्घ्य के साथ ये पावन पूजा का समापन होगा।
झरिया की भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह ने किया छठ घाटों की सफाई के लिए श्रमदान

* झारखंड डेस्क झरिया :झरिया कोयलांचल मे महापर्व बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में छठ पूजा घाटों पर छठ पूजा में शामिल होने वालों के लिए विशेष तैयारियां की जाती है। बुधवार को एन डी ए झरिया प्रत्याशी रागिनी सिंह ने शहर के विभिन्न घाटों का निरीक्षण करके वहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया। रागिनी सिंह ने विक्ट्री कोलियरी तालाब , बस्ताकोला गोशाला तालाब , राजा तालाब, आनंद भवन तालाब , चार नंबर टैक्सी स्टैंड स्थित मां मंगला चंडी मंदिर छठ पूजा घाट समेत विभिन्न छठ पूजा घाटों की साफ सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। कई ऐसे तालाब जहां भी भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह को लगा कि वहां अभी तक साफ सफाई नहीं हो पाई है वहां खुद श्रमदान किया साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को स्थानीय छठ पूजा आयोजन कमेटियों के साथ मिलकर सफाई व्यवस्था पूर्ण करने का जरूरी निर्देश दिया। छठ व्रतियों को परेशानी न हो इसको लेकर सभी छठ पूजा घाटों पर फिटकिरी और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया। भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह ने कहा कि भले ही पिछले पांच वर्षों से नगर निगम का चुनाव नहीं हो पाया लेकिन स्थानीय पार्षदों ने अपनी जिम्मेदारी बखूभी निभाई है। आज पार्षदों की देन है कि छठ पूजा घाट छठ व्रतियों के लिए साफ सुथरा नजर आ रहा है। अगर नगर निगम द्वारा साफ सफाई व्यवस्था की जाती तो तालाबों मे गंदगी नहीं होती। रागिनी सिंह ने स्थानीय लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि तालाबों का संरक्षण, साफ सफाई व्यवस्था हम सभी की जिम्मेदारी है। तालाब मे कचड़े समेत ऐसे चीजों को नहीं डालना चाहिए जिससे दूसरों को परेशानी और तकलीफ हो। तालाबों के जल को शुद्ध रखना हम सभी का फर्ज है।