सेवा सहयोग समिति द्वारा पर्यावरणीय स्थिति पर आयोजित संगोष्ठी: जागरूकता और संरक्षण की दिशा में कदम
रिपोर्टर पिंटू कुमार।
सेवा सहयोग समिति द्वारा आयोजित एकदिवसीय संगोष्ठी में हजारीबाग की पर्यावरणीय स्थिति पर गहन चर्चा हुई। यह कार्यक्रम मुख्य कार्यालय परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें पर्यावरणविद, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, डॉक्टर, अधिवक्ता और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें सेवा सहयोग समिति के अध्यक्ष और युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा ने अपनी नई सोच के साथ सहभागिता दिखाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता हर्ष अजमेरा ने की, जबकि मंच संचालन प्रोफेसर मृत्युंजय प्रसाद ने किया। स्वागत संबोधन संयोजक डॉक्टर अरविंद सहाय ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन सामाजिक सलाहकार मिथिलेश कुमार सिंह द्वारा किया गया।संगोष्ठी में सॉइल डायरेक्टर डीवीसी संजय कुमार, जियोलॉजिकल प्रोफेसर डॉ. एच एन सिन्हा, जियोग्राफिकल प्रोफेसर डॉ. सरोज कुमार सिंह और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
सभी ने अपने विचार साझा करते हुए शहर को स्वच्छ, समृद्ध और हरित बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।हर्ष अजमेरा ने कहा, “पर्यावरण की अनदेखी करना हमारे आने वाले कल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हमें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से कदम उठाने की आवश्यकता है।
” उन्होंने पर्यावरण संकट को एक वैश्विक चुनौती मानते हुए कहा कि हम सभी को पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी उठानी होगी।संजय कुमार ने कहा कि हजारीबाग की पर्यावरणीय स्थिति में तेजी से गिरावट हो रही है, जिसके कारण जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने जल संसाधनों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।डॉ. एच एन सिन्हा ने हजारीबाग में जल संकट की गंभीरता पर चर्चा की, जबकि डॉ. सरोज कुमार सिंह ने पर्यावरण शिक्षा के समावेश की आवश्यकता को उजागर किया।
सभी वक्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीरता से अपने विचार रखे और सामूहिक प्रयासों की अपील की।इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य हजारीबाग की बिगड़ती पर्यावरणीय स्थिति पर विचार-विमर्श करना और इसके संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों को सम्मानित करने के साथ हुआ और एक सामूहिक तस्वीर के साथ इसे यादगार बनाया गया।
Sep 08 2024, 19:55