नवादा :- फाइलेरिया की रोकथाम के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान प्रारंभ, मानकों का ध्यान रख खिलायें फाइलेरियारोधी दवा का सेवन-एडीएम।
नवादा :- फाइलेरिया की रोकथाम के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान प्रारंभ, मानकों का ध्यान रख खिलायें फाइलेरियारोधी दवा का सेवन-एडीएम, सभी योग्य लाभुकों से फाइलेरियारोधी दवा सेवन करने की अपील।
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान का शुभारंभ किया गया। श्री चन्द्रशेखर आजाद अपर समाहर्ता, नवादा ने समाहरणालय परिसर, नवादा में सर्वजन दवा सेवन के लिए लगाये गये शिविर पर दवा सेवन कर अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि फाईलेरिया को दूर करने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति तथा जिला प्रशासन के तत्वाधान में जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके डोज को लोगों में बांटा जा रहा है। सभी लोगों को खिलाया जा जायेगा।
जिला में फाइलेरिया का गंभीर असर है। कई लोग हाथीपांव से पीड़ित हैं। फाइलेरिया को दूर करने के लिए सभी योग्य लाभार्थी फाइलेरियारोधी दवा का सेवन जरूर करें। इस अभियान में स्कूल, पंचायती राज जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, सरकारी तथा निजी कार्यालयों के कर्मचारी सहित सभी लोग अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता दें और दवा का सेवन जरूर करें। युवा वर्ग इस अभियान में आगे आये। जिला से फाइलेरिया का पूरी तरह उन्मूलन हो सके, सभी का सहयोग मिले।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभियान की अच्छी तरह मॉनिटरिंग करें। फील्ड में जाकर देखें कि दवा का सेवन किस प्रकार कराया जा रहा है। दवा सेवन कराने के सभी मानकों का ध्यान रखें। दवा पूरी तरह सुरक्षित, डरें नहीं जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने कहा कि सभी 14 प्रखंडों तथा एक शहरी इंप्लीमेंटशन यूनिट में फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराया जाना है। 25 लाख 42 हजार योग्य लाभुक को इसके लिए लक्षित किया गया है।
दवा सेवन को लेकर भ्रांति नहीं रखें ना ही डरें। फाइलेरियारोधी दवा का सेवन पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर फाइलेरिया रोधी दवा खाने के बाद किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है लेकिन वैैसे लोग जिनके अंदर फाइलेरिया के जीवित परजीवी होते हैं, दवा खाने के बाद कुछ प्रतिक्रियाएं जैसे बुखार, सिरदर्द, चक्कर आदि देखा जाता है। दवा सेवन के उपरांत फाइलेरिया परजीवियों के मरने के कारण ये प्रतिक्रिया होती है. इसे एडवर्स ड्रग रिएक्शन या एडीआर कहा जाता है, इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
ऐसी स्थिति में इसकी सूचना आशा, एएनएम या अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को दें। सर्वजन दवा सेवन के लिए दो तरह की दवा दी जायेगी। इसमें अल्बेंडाजोल और डीईसी शामिल है। उन्होंने सभी लोगों से अपील किया कि वे स्वास्थ्यकर्मियों, आशा तथा आंगनबाड़ी सेविकाओं के सामने ही दवा का सेवन करें साथ ही दवा सेवन के दौरान किसी भी प्रखंड से कोई उल्टी या मिचली तथा चक्कर देने की शिकायत मिलती है तो, उसकी निगरानी के आरआरटी टीम (रैपिड रेस्पॉन्स टीम) के सदस्य मौके पर पहुंचकर उसकी देखभाल करेंगे।
फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। ध्यान रखने योग्य जानकारी । खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है। दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है। अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है। फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
इस अवसर पर डीआईओ डॉ0 अशोक कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आफताब कलीम के साथ अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी आदि उपस्थित थे।
नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
Aug 11 2024, 13:07