सोनभद्र: खामियां देख भड़के भाजपा विधायक, ग्रामीणों की शिकायत पर सदर विधायक ने संपर्क मार्ग का किया निरीक्षण
![]()
विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र। सदर भाजपा विधायक भूपेश चौबे ने सिरपालपुर-करारी संपर्क मार्ग का औचक निरीक्षण किया। ग्रामीण लंबे समय से मानकों की अनदेखी का आरोप लगा रहे थे। सदर विधायक सोनभद्र ने जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर निर्मित सिरपालपुर करारी संपर्क मार्ग का अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए।
लगभग ढाई सौ मीटर माइनर की पटरी पर आरसीसी सड़क बनाई गई है सड़क के दोनों तरफ की पटरिया इतनी लापरवाही पूर्ण तरीके से निर्मित है वह दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। उसके आगे एक करोड रुपए से अधिक लागत की बनाई गई सड़क भी पूरी तरह गुणवत्ता विहीन बताई गई।
गुणवत्ता में मिली खामियां संबंधितो को लगाई कड़ी फटकार
मौके पर सड़क जगह-जगह धंसी और फटी हुई पाई गई। सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण हुए अभी 1 वर्ष भी नहीं हुआ है, ऐसे में सड़क की दयनीय स्थिति देख विधायक का पारा सातवें आसमान पहुंच गया। सदर विधायक ने कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड 2 के अधिशाषी अभियंता को कड़ी फटकार मोबाइल फोन के जरिये लगाई, साथ ही साथ जे ई को भी खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि जनता के हितों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अब कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। जिसकी भी कमी जांच के बाद पाई जाएगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण के समय ही शिकायत की गई परंतु अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। ज्ञात हो कि उक्त संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए लंबे अरसे से मांग की जा रही थी और लखनऊ में विधानसभा में भी इस सड़क का मुद्दा सदर विधायक ने उठाया और मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आने के बाद सड़क के लिए बजट जारी हुआ था। इसी संपर्क मार्ग पर बेलन नदी में एक करोड की लागत से पुल का भी निर्माण कराया गया है, जिससे चंदौली जनपद के लगभग दो दर्जन गांव का आवागमन इसी संपर्क मार्ग से हो रहा है।
चंदौली से सोनभद्र की दूरी लगभग 15 किलोमीटर कम हो गई है, लेकिन गुणवत्ता विहीन संपर्क मार्ग बनने से सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। इस दौरान सदर विधायक के साथ में भाजपा जिला मिडिया प्रभारी अनूप तिवारी, मण्डल अध्यक्ष महेन्द्र पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, सन्तोष केशरी, विकास मिश्रा, सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।


विकास कुमार अग्रहरि ,सोनभद्र। इसे विडंबना कह ले या दुर्भाग्य कि जहां से उत्पन्न होने वाली बिजली से कई राज्य जगमग हो रहें हैं वहीं खुद वहीं नगर बिजली की मनमानी कटौती का दंश झेलने को विवश हैं। यों कह ले कि चिराग तले अंधेरा की कहावत यहां चरितार्थ होती हुई दिखाई दे रही है। जिस पर न तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कोई जोर है और नाही समाजसेवा का दंभ भरने वाले लोगों का ऐसी सूरत में उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के कोप का शिकार होकर इस उमश भरी गर्मी में उबलना पड़ रहा है।
विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र।जब जीवन हमारी उम्मीद के मुताबिक नहीं होता तो अक्सर निराशा होती है। ऐसा लगता है कि सब कुछ हमारे खिलाफ है और हमें चिंता है कि चीजें कभी नहीं सुधरेंगी। हर नए विचार के साथ हमारा दिमाग नकारात्मकता में डूब सकता है। ऐसे क्षणों में, उन गतिविधियों और दिनचर्या को छोड़ना लुभावना हो जाता है जो हमारी मदद कर सकती हैं और इसके बजाय, हम खालीपन से निपटने और उसे भरने के लिए अस्वस्थ आदतें अपनाते हैं। जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए, हम अक्सर कठिनाइयों के आगे झुक जाते हैं और अपना रास्ता खो देते हैं।
Jul 23 2024, 16:58
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
5.2k