देश की प्रतिष्ठित कंपनी टाटा ग्रुप मुंबई कृषि, उद्यान, वानिकी, बाढ़ प्रबन्धन, मत्स्यपालन व मार्केटिंग के क्षेत्र में बड़े स्तर पर जिला प्रशासन क
बलरामपुर । पिछड़े जनपद का दंश झेल रहे जनपद बलरामपुर में किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने तथा नई-नई तकनीक के माध्यम से कृषि, मत्स्य पालन, जलाशयों की डिसिलटिंग, फूलों की खेती और उसकी मार्केटिंग, गन्ने के उत्पादन बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा किए गए बड़े-बड़े कार्य एवं इस्तेमाल की जा रही तकनीको का सहयोग लेने के लिए डीएम अरविंद सिंह द्वारा टाटा ग्रुप मुंबई से संपर्क किया गया है । इसको लेकर जिलाधिकारी ने रविवार की छुट्टी के दिन टाटा ग्रुप मुंबई से आए वरिष्ठ प्रतिनिधियो के साथ अपने आवास पर बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चा की गई थी ।
इसी की क्रम में आज टाटा ग्रुप के डिप्टी जनरल मैनेजर (डीजीएम) संतोष कुमार एवं टीम के साथ डीएम की बैठक संपन्न हुई , बैठक में डीएम ने टाटा ग्रुप मोटर्स के डीजीएम एवं टीम को जनपद के भ्रमण के लिए बधाई दी ।
टाटा ग्रुप द्वारा जिला प्रशासन के साथ सहयोग एवं काम करने की सहमति दे दी है । जल्द ही राज्य सरकार, जिला प्रशासन बलरामपुर और टाटा ग्रुप के बीच M.O.U. भी हो सकता है।
गौरतलब है कि डीएम अरविंद सिंह द्वारा जनपद में लगातार बड़े स्तर के विकास कार्य कराए का रहे हैं। इसी कड़ी में डीएम के निर्देशन में रेहरा बाजार में बड़े पैमाने पर फूलों की खेती कराई जा रही है तथा इसकी मार्केटिंग को अयोध्या धाम लखनऊ एवं गोरखपुर से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जिससे कि किसानों उपज का अच्छा मूल्य मिले और उनकी आय में वृद्धि हो सके। कृषि एवं औद्यानिक उत्पादों तथा मत्स्य उपज को लखनऊ एयरपोर्ट के माध्यम से देश विदेश भेजने को लेकर रणनीति पर भी काम किया जाएगा।
जिले में कराए का रहे विकास कार्यों को गति देने की कड़ी में डीएम के व्यक्तिगत प्रयासों से टाटा मोटर्स के महाराष्ट्र से आए डीजीएम संतोष कुमार के साथ इस विषय पर व्यापक पर परिचर्चा हुई।
डीएम श्री सिंह द्वारा प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार को होने वाली मुख्य सचिव महोदय के बैठक में तराई क्षेत्र में पहाड़ी नालों से होने वाली बाढ़ के स्थाई समाधान के लिए रिजर्वॉयर की सिल्ट सफाई के संबंध में नीतिगत निर्णय लेने की बात कही गई ।
डीएम श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 1930 में बने रिजर्वॉयर वन क्षेत्र में चले गए हैं , जिससे कि उनकी सिल्ट सफाई नहीं हो पा रही है , सिल्ट सफाई न होने से रिजर्वॉयर की जल धारण क्षमता 80 से 90 प्रतिशत कम हो गई है , जिससे कि नेपाल में भारी बारिश के दौरान आने वाला पानी इन रिजर्वायर में ना जाकर बाढ़ का कारण बनता है। रिजर्वॉयर की सिल्ट सफाई से पहाड़ी नालों से आने वाले बाढ़ का स्थाई समाधान मिलेगा साथ ही साथ बड़े पैमाने सिंचाई का भी साधन मिलेगा।
इन रिजर्वॉयर की सिल्ट सफाई के लिए अति आधुनिक तकनीकी के प्रयोग में सहयोग के लिए टाटा ग्रुप आगे आया है , शासन से नीतिगत निर्णय के पश्चात जनपद में पहाड़ी नालों से आने वाले बाढ़ को रोके जाने का स्थाई समाधान हो सकेगा।
जिलाधिकारी श्री सिंह ने टाटा ग्रुप के प्रतिनिधि के साथ जनपद में गन्ने की उत्पादकता में कैसे वृद्धि की जा सके एवं उत्पादकता वृद्धि के लिए किस प्रकार के प्रद्योगिकी का प्रयोग बेहतर रहेगा तथा फूलों की खेती, मत्स्य पालन, गन्ने की उत्पादकता में वृद्धि, हॉर्टिकल्चर के कार्य में उत्पादकता में कैसे वृद्धि की जा सके
इस संबंध में जिलाधिकारी अरविंद सिंह द्वारा महाराष्ट्र से आये टाटा ग्रुप के प्रतिनिधियों से व्यापक परिचर्चा की गई तथा सी0एस0आर0-लेब एंड ट्रेनिंग के संबंध में भी परिचर्चा हुई।
इस परिचर्चा में महाराष्ट्र से आए टाटा ग्रुप के प्रतिनिधि से जिलाधिकारी द्वारा जनपद में कराया जा रहे हैं बड़े विकास कार्य एवं इनोवेशन की सराहना की तथा टाटा मोटर्स द्वारा पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया।
विदित हैँ कि टाटा ग्रुप भारत की एक प्रतिष्ठित एवं महत्वपूर्ण कंपनी है जिलाधिकारी अरविंद सिंह की आईआईएम की पढ़ाई के समय से टाटा ग्रुप की तकनीक एवं मैनेजमेंट के बारे रुचि रही है और टाटा ग्रुप में वरिष्ठ स्तर पर संपर्कों का लाभ जिले को मिलने वाला है
Jun 19 2024, 17:49