नालंदा के सोगरा स्कूल में दावते इफ्तार का हुआ आयोजन, हिंदू-मुस्लिम दोनों सम्प्रदाय के लोग एकसाथ हुए शामिल
नालंदा : मुक़द्दस रमजान के 24 वेन रोजा के मौके पर शहर के सोगरा स्कूल के प्रांगण में दावते इफ्तार का आयोजन किया गया| इस मौके पर हिंदू-मुस्लिम दोनों सम्प्रदाय के लोगों ने हिस्सा लेकर गंगा यमुना तहज़ीब को कायम रखा|
इस मौके पर बड़ी दरगाह के गद्दीनशीं पीर बाबा ने कहा कि रमजान के महीने मे रोजेदारों को इफ्तार देना 70 गुना सवाब माना जाता है| रोजेदारों को इफ्तार कराना काफी सवाब कमाने के बराबर होता है। रोजेदार खुदा के नेक बंदे होते है। रोजेदार अपने भूख व प्यास को बर्दाश्त कर खुदा की इबादत में मशगूल रहते है। रोजेदार की एहतराम करना एक बहुत बड़ा नेकी का कार्य होता है।
उन्होंने ने कहा कि रमजान के महीने मे अल्लाह तआला नेकियों का बदला एक से सतर गुना बढ़ा देता है। गंगा यमुना तहज़ीब को बरकरार रखने के लिए दोनों समुदाय के लोगो ने आपस मे एकसाथ मिलकर यह इफ्तार आयोजित किया गया है | एक साथ बैठकर इफ्तार करने से प्यार मोहब्बत और भाई चारा बढ़ता है|
इस मौके पर सुल्तान अंसारी,आफ़ताब आलम,शाहीना नाज़ ,मौलाना अरशद अली , कामेश्वर पाण्डेय , विपिन चंद्रवंशी , मुखतारुल हक़ , एस एम रिज़वान , मो० साकिर आलम के अलावा अन्य शामिल थे|
नालंदा से राज
Apr 07 2024, 09:54