दुमका : 'वाशिंग मशीन' वाले बयान पर बीजेपी सांसद की तीखी प्रतिक्रिया, कहा– कांग्रेस अपने ही लोगों को जेल भेजती है और फिर एस्टॉर्शन करती है
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दुमका : कांग्रेस के बुधवार को 'वाशिंग मशीन' वाले ट्वीट पर गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ0 निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
फरवरी 2020 को देवघर के वैधनाथधाम मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान उत्पन्न एक विवाद के मामले में आज दुमका के एसडीजेएम एवं एमपी / एमएलए के विशेष कोर्ट में पत्नी संग पेश होने एवं बरी होने के बाद बीजेपी सांसद डॉ0 निशिकांत दुबे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई मुंह नहीं है। अपने लोगों को जेल भेजती है और उसके बाद एस्टॉर्शन करती है जबकि बीजेपी चोरों को सीधे जेल भेजती है, दोनों में यही फर्क है। उन्होने कहा कि कांग्रेस किस वाशिंग मशीन की बात कर रही है। कांग्रेस के एक विधायक पर यहाँ दुष्कर्म का केस चल रहा है। कांग्रेस एक बलात्कारी को एमएलए बनाती है, टिकट देने की बात करती है। कहा कि झारखण्ड में जब मधु कोड़ा को कांग्रेस ने जेल भेजा था तो श्री कोड़ा उस वक्त सीएम थे।
राजा को डीएमके के आदमी को जेल भेजा, कन्नीमोजी को जेल भेजा जिसके साथ चुनाव लड़ रही थी उस वक्त वो वाशिंग मशीन था। कहा कि कांग्रेस जेल जाते हुए आदमी को मंत्री बनाकर बैठे हुए है। दयानिधि मारन को हटाना पड़ा। लालू को बीजेपी ने जेल नहीं भेजा लेकिन लालू प्रसाद यादव उस वक्त वाशिंग मशीन थे।
वहीं गोड्डा संसदीय सीट से इंडी गठबंधन द्वारा अब तक प्रत्याशी की घोषणा नहीं किये जाने से जुड़े सवाल पर निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं घोषणा करता हूँ कि गोड्डा संसदीय सीट से झामुमो अगर अपने किसी प्रत्याशी को उतारेगी तो मै चुनाव प्रचार नहीं करूँगा या कांग्रेस कोटे से प्रदीप यादव को उम्मीदवार बनाया जाता है तो फिर भी मैं चुनाव प्रचार नहीं करूँगा बल्कि मैं देवघर में बैठा रहूँगा, किसी के घर चाय पिऊंगा, खाना खाऊंगा, या कही क्रिकेट खेलता नजर आऊंगा। प्रदीप यादव के अलावा कांग्रेस का कोई और उम्मीदवार होंगे तो शायद मैं चुनाव प्रचार करूँ। कहा कि दुमका संसदीय क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार के सामने सभी की जमानत जब्त हो जाएगी। झामुमो के पास सीता सोरेन के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं है। ऐसे में दुमका क्षेत्र से इंडी गठबंधन का कोई दमदार उम्मीदवार नहीं है।
डॉ0 निशिकांत दुबे आज दुमका एसडीजेएम एवं एमपी / एमएलए की विशेष अदालत में आज कुल तीन मामलों में पेश हुए।
बचाव पक्षके वकील प्रतीक झा के मुताबिक फरवरी 2020 में देवघर के विश्व प्रसिद्ध वैधनाथधाम मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान पंडा धर्मरक्षिणी सभा के तत्कालीन महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर के साथ हुई बकझक एवं विवाद मामले में कोर्ट ने दोनों पक्षो के बीच हुए सुलह समझौता के बाद निशिकांत दुबे एवं उनकी पत्नी अनुकांत दुबे सहित अन्य को बरी कर दिया।
वहीं गोड्डा थाना में अप्रैल 2019 को दर्ज आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में कोर्ट ने बहस के लिए छह अप्रैल 2024 की तारीख मुकर्रर की। इस मामले में निशिकांत दुबे आरोपी है। जबकि बुढ़हैत थाना में अप्रैल 2021 को दर्ज दूसरे राजनीतिक दल का झंडा हटाने के मामले में कोर्ट में अभियोजन का सारांश सुनाया गया।
इस मामले में भी निशिकांत दुबे सहित अन्य पर मामला दर्ज है। पेशी के बाद निशिकांत दुबे ने अपने परिवार एवं पार्टी कार्यकर्ताओं संग कोर्ट के बाहर एक दुकान में सत्तू भी पिया।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 04 2024, 20:57