नव साक्षर महापरीक्षा में दिखा अद्भूत नजारा, कहीं सास-बहू तो किसी ने पहली बार पकड़ी कलम
नालंदा : मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत जिले के नवसाक्षर महिलाओं के बीच महापरीक्षा का आयोजन किया गया। इस महापरीक्षा में कहीं सास बहू एक साथ तो किसी ने उम्र के अंतिम पड़ाव में हाथों में कलम पकड़ प्रश्नों का उत्तर बनाती दिखी।
दीपनगर मध्य विद्यालय राणाबिगहा में परीक्षा में शामिल होने आई बिहारशरीफ प्रखंड के तिऊरी गांव की 55 वर्षीया वीणा रानी ने बताया कि बचपन में किसी कारणवश नहीं पढ़ पाई थी। अब घर पोता - पोती को पढ़ते देख उनके भी मन में आया कि कम से कम नाम लिखने के लिए आना चाहि।ए इस कारण लोक लाज को छोड़कर कलम पकड़ी और आज नाम ही लिखना बल्कि बच्चों को अंग्रेजी में वन टू भी पढ़ा लेती हूं।
इसी तरह इसी गांव की रीता देवी बहू गीता देवी के साथ सेंटर पर परीक्षा देने आई, जहां महापरीक्षा में शामिल होकर काफी उत्साहित दिखीं।
सेंटर पर मौजूद परीक्षा की निगरानी कर रहे शिक्षा सेवक मुन्ना मांझी, सरस्वती देवी, संजय कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत महादलित, अल्पसंख्यक वैसी महिलाएं जो किसी कारणवश बचपन में नहीं पढ़ पाई उन्हें खोज कर साक्षर करने के लिए प्रेरित किया जाता है। छह माह में लिखना पढ़ना सीखा दिया जाता हैं। उसके बाद महापरीक्षा में शामिल होती है।
नालंदा से राज
Mar 17 2024, 20:21