मोदी ने मैक्रों संग निहारा भारत के पेरिस का हैरिटेज, तोहफे में दिया राममंदिर का मॉडल, दिया यह दिया संदेश
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों का भारत दौरा दिल्ली में शुक्रवार को आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह से एक दिन पहले ही भारत के पेरिस यानि गुलाबीनगरी में यादगार बन गया। गुलाबीनगर के हैरिटेज का शो केस, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राष्ट्रपति मैक्रों के हवामहल के सामने चाय की चुस्की लेने व खरीदारी करने के पल और रोड शो के दौरान पीएम मोदी की ओर से राष्ट्रपति मैक्रों को तोहफे में भेंट किया राममंदिर का मॉडल। करीब 40 मिनट के रोड शो के दौरान त्रिपोलिया गेट से बड़ी चौपड, हवामहल व जाैहरी बाजार होते हुए सांगानेरी गेट तक सडक के दोनों ओर खड़े हजारों महिला-पुरूष और उनके साथ आए बच्चों ने अभिवादन में दोस्ती का सैलाब उड़ेल दिया। इसके बाद दोनों नेताओं ने राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लिया।
राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस के शुक्रवार को दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। वे पेरिस से दिल्ली न जाकर गुरूवार दोपहर करीब ढाई बजे सीधे जयपुर पहुंचे। यहां राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इसके बाद एयरपोर्ट से जैसे ही आगे बढ़े जवाहर सर्किल तक एनसीसी छात्र-छात्राओं ने फ्रेंच भाषा में लिखे शब्दों और प्रफुल्लित भाव से उनका भारत की धरती पर अभिनंदन किया। बच्चों ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया, तो राष्ट्रपति मैक्रों ने बच्चों से संवाद भी किया। इस दौरान करीब आधा किलोमीटर दूरी तक कलाकारों ने नृत्य व संगीत के जरिए राजस्थानी संस्कृति की झलक पेश की, जिसे देखकर राष्ट्रपति मैक्रों अभिभूत नजर आए। रास्ते में जय हो-जय हो का घोष भी सुनाई दिया।
स्टेट हैंगर से वे आमेर किला देखने पहुंचे, जहां उनका राजस्थानी तौर-तरीकों से स्वागत किया गया। आमेर तक रास्ते में जगह-जगह उनका राजस्थानी संस्कृति से स्वागत किया गया। वे कुछ दूर पैदल चलकर आमेर महल पहुंचे, जहां उन्होंने हैरिटेज का सौंदर्य निहारा और उसकी प्रशंसा की। इस दौरान उप मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री दिया कुमारी उनके साथ रही। उन्होंने महल के इतिहास की जानकारी दी। इस दौरान पारम्परिक नृत्यों के साथ यहां की कला-संस्कृति से भी राष्ट्रपति मैक्रों को रूबरू कराया गया। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से बातचीत की और सहज भाव से उनके साथ फोटो खिचवाए। आमेर किला देखने के बाद वे यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित जंतर-मंतर रवाना हो गए। इसी बीच करीब साढ़े चार बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर पहुंच गए और वे भी एयरपोर्ट से सीधे जंतर-मंतर पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति मैक्रों को रिसीव किया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। दोनों नेता यहां करीब एक घंटा यहां रहे और उन्हें जंतर-मंतर स्थित ज्योतिष गणना से संबंधित यंत्रों की जानकारी दी गई।
इसके बाद दोनों खास मेहमान एक खुली गाड़ी में गुलाबीनगरी के परकोटे में रोड शो के लिए निकले। रोड़ शो का ऐतिहासिक टाउन हॉल राजस्थान की पुरानी विधानसभा भी साक्षी बना। इसी दौरान वे हवामहल पहुंचे, जहां दोनों नेता एक स्टाॅल पर बैठे और चाय की चुस्कियां ली। चाय पीते समय पीएम मोदी ने कहा, यहां का ट्रेडिशनल (पारंपरिक) स्वाद है। कुल्हड में चाय पीते समय राष्ट्रपति मैक्रों ने उसके बारे में पूछा तो पीएम मोदी ने जवाब में कहा - दिस इज मोस्ट एनवायरमेंट फ्रेंडली। स्टॉल वाले से पीएम मोदी ने चाय के पैसे पूछे, तो उसने पैसे लेने से मना कर दिया। बाद में पीएम मोदी ने यूपीआई से चाय वाले को पेमेंट दिया।
चाय पर चर्चा, यूपीआई से खर्चा
हवामहल पर चाय पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों से कहा, जो भी ट्यूरिस्ट आते हैं यहां जरूर आते हैं। फ्रांस के ज्यादातर पर्यटक भी यहां आते हैं। पर्यटक यहां पारंपरिक स्वाद चखते हैं। दोनों के बीच गुलाबी नगरी के हैरिटेज की चर्चा भी हुई। हवामहल देखते समय राष्ट्रपति मैक्रों ने दो सवाल पूछे। पहला, हवामहल में कितनी खिड़कियां हैं। दूसरा- इसमें लगे शीशे का रंग नीला क्यों है? राष्ट्रपति मैक्रो ने पीएम मोदी के साथ हवामहल के सामने सेल्फी ली। हवामहल के पास पीएम मोदी ने राममंदिर का मॉडल खरीदकर भेंट किया, इस पर राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा- इट्स ए ब्यूटीफुल। इस मॉडल के लिए पीएम मोदी ने भीम यूपीआई से 500 रुपए का पेमेंट किया। इसके बाद दोनों नेता फिर रोड शो के लिए निकले और बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार होकर सांगानेरी गेट पहुंचे। रोड शो खत्म होने के बाद दोनों नेता द्विपक्षीय वार्ता के लिए रामबाग होटल रवाना हो गए।
हाथ जोड़कर किया अभिवादन
रोड शो के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों ने भी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे। इससे पहले आमेर महल में भी हाथ जोड़कर ही कलाकारों को धन्यवाद देते नजर आए।
यह दिया संदेश
-हैरिटेज संरक्षण और उसका पर्यटन की दृष्टि से महत्व।
-राममंदिर का मॉडल भेंटकर मंदिर की भव्यता और रामलला के प्रति लोगों की आस्था दर्शाई।
-यूपीआई से भुगतान कर डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने का संदेश
-इस खास दौरे से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी, खासकर फ्रांस के पर्यटकों की।
मोटे अनाज के व्यंजन परोसे गए
दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी की ओर से राष्ट्रपति मैक्रों को रामबाग होटल में दिए गए भोज में मोटे अनाज के व्यंजन परोसे गए। भोजन शाकाहारी था, जिसमें बेजड़ की रोटी की सहित अन्य व्यंजनों के साथ 4 तरह के सूप और पारंपरिक राजस्थानी भोजन दाल-बाटी-चूरमा परोसे गए।
Jan 27 2024, 11:29