दुमका : 16 को डिलिस्टिंग महारैली में झारखण्ड समेत बिहार-बंगाल के जनजाति लोगों का होगा महाजुटान, पद्मभूषण कड़िया मुंडा होंगे शामिल
दुमका : जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले 16 दिसम्बर को दुमका के सोनुआ डंगाल मैदान में होने वाले डिलिस्टिंग महारैली में झारखण्ड समेत बिहार और पश्चिम बंगाल के जनजाति समुदाय से जुड़े हजारों लोगों का जुटान होगा।
डिलिस्टिंग महारैली के मुख्य अतिथि पद्मभूषण कड़िया मुंडा होंगे। महारैली के सफल आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। उक्त जानकारी गुरुवार को
जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ राजकिशोर हांसदा ने एक प्रेस कान्फ्रेस में दी।
उन्होंने कहा की देशभर के 15 राज्यो और 221 जिलों में इस महारैली के सफल आयोजन के बाद अब दुमका की बारी है जिसमे बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। कुछ अन्य राज्यों में भी आनेवाले दिनों में प्रांत स्तरीय रैलियाँ होनी है। उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर महारैली की तैयारी की जाएगी। कहा कि जनजाति सुरक्षा मंच पूरे देश में जनजाति समाज की अस्मिता एवं अस्तित्व के संरक्षण के लिए संघर्ष कर रहा है।
जनजातियों के हक, अधिकार और न्याय के लिए प्रयासरत है। डॉ हांसदा ने कहा कि अस्मिता, अस्तित्व और विकास के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर देश के करीब 12 करोड़ जनजातियों के साथ सभी को खडे होकर उनकी आवाज बनने की जरूरत है।
महारैली में विशिष्ट अतिथि गुरुमाता रेखा हेंब्रम गोड्डा, संग्राम बेसरा जमुई , गंगा प्रसाद मुर्मू मालदा एवं दर्जन भर से ज्यादा जनजाति विचारक तथा प्रतिनिधि शामिल होंगे।
रैली में संथाल परगना के छह जिलों के अलावा गिरिडीह, धनबाद, बिहार के बांका, जमुई तथा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों से एक बड़ी संख्या मेंजनजाति समुदाय से जुड़े लोग शामिल हो रहे है।
उन्होंने कहा कि महारैली के जरिये सरकार से अनुसूचित जाति की तरह अनुसूचित जनजाति से ईसाई और इस्लाम में धर्मांतरित सदस्यों के डी-लिस्टिंग की मांग की जाएगी क्योंकि ऐसे लोग कानूनन अल्पसंख्यक हो गए हैं। कहा कि संसद में 1970 से डी-लिस्टिंग बिल लम्बित हैं और अब उसे पारित कराना हमारी मांग है।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Dec 17 2023, 18:03