वाराणसी में सीएम नीतीशी की रैली को लेकर जदयू और बीजेपी आमने-सामने, दोनो लगा रहे एक दूसरे पर आरोप
डेस्क : विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रैली करने वाले थे। लेकिन ऐन वक्त पर उनकी रैली स्थगित हो गई। रैली के स्थगित होने को लेकर बिहार की सत्तासीन जदयू और बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे है। जदयू का जहां कहना है कि यूपी सरकार ने जान-बूझकर रैली करने की परमिशन नहीं दी। वहीं बीजेपी इसे झूठा बता रही है। बीजेपी का कहना है कि जहां रैली होनी थी वहां जदयू की ओर से कोई सूचना ही नहीं दी गई थी।
जदयू की रैली स्थगित होने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तंज कसा है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जदयू ने लिखित आवेदन उत्तरप्रदेश सरकार को नहीं दिया था और न ही किसी कॉलेज में आवेदन दिया था। जदयू केवल बहाना बना रहा है। उन्होंने कहा कि जदयू के लोग बहाना बनाकर जनता के बीच से भागना चाहते हैं। नीतीश कुमार का उत्तरप्रदेश में स्वागत है। हम लोग उनको परमिशन दिलवाएंगे। लेकिन जनता उनको स्वयं जुटाना पड़ेगा।
वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता व ग्रामीण विकास मंत्री और जदयू के यूपी प्रभारी श्रवण कुमार ने कहा कि यदि वाराणसी में रैली के लिए जगह नहीं मिली तो किसान के खेत में पार्टी की रैली करेंगे। लेकिन रैली अवश्य करेंगे। रैली की तारीख की घोषणा शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। कहा कि उन्हें लिखित आवेदन दिया गया था। अंतिम समय में रैली के लिए जगह नहीं दी गयी।
मंत्री ने दावा किया कि जदयू के कई नेता कॉलेज प्रशासन के संपर्क में थे। हम लगातार वाराणसी में कैंप कर रहे थे। हमारे पार्टी के संयोजक और तीन महासचिव कॉलेज प्रबंधन से मिल चुके हैं। उन्होने शुरू में आश्वासन भी दिया था। हमने तैयारी भी शुरू कर दी थी। उस समय तो किसी प्रकार की रोक की बात नहीं की गयी। अब अचानक क्या हो गया? श्री कुमार ने यह भी कहा कि अंतिम समय में कॉलेज प्रशासन ने बताया, यदि हमने रैली को मंजूरी दी तो हमारे कॉलेज की मान्यता ़खत्म कर दी जाएगी। कॉलेज पर बुलडोजर चला दिया जाएगा। यही नहीं, कॉलेज को दी गयी अनुदान की राशि भी वापस करनी पड़ जाएगी।
Dec 17 2023, 09:57