दुमका : बाल विवाह मुक्त जिला बनाने का लिया संकल्प, जिले भर में निकाली गयी जागरूकता रैली
दुमका : उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे के निर्देश पर सोमवार को जिला प्रशासन के सौजन्य से सभी प्रखंडों, विद्यालयों, पंचायतों, आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल विवाह के विरुद्ध एक दिवसीय विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
विद्यालय के बच्चों द्वारा बाल विवाह के विरुद्ध प्रभात फेरी निकाली गई एवं बाल विवाह के विरुद्ध शपथ लिया गया । बच्चों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर एवं दीप प्रज्जवलित कर बाल विवाह मुक्त जिला बनाने का संकल्प लिया गया।
जिला समाज कल्याण विभाग के द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन यूएस के सहयोग से राजकीयकृत कन्या उच्च विद्यालय में बाल विवाह के विरुद्ध कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ० अमरेंद्र कुमार ने कहा कि पहली बार सभी विभाग सामूहिक रूप से समन्वय स्थापित कर बाल विवाह के विरुद्ध एक साथ खड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक अभिशाप है यह हमारे समाज को खोखला करता है, इससे बच्चों का मानसिक एवं शारीरिक विकास अवरूद्ध होता है। साथ ही उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि अगर कहीं भी बाल विवाह होने की संभावना हो या बाल विवाह हो रहा हो तो तुरन्त इसकी सूचना बाल कल्याण समिति, डीसीपीयू, बीडीओ, सीओ, बीईओ, सीडीपीओ सहित सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं टोल फ्री नंबर 112 पर सूचना दी जाए।
बाल कल्याण समीति के सदस्य डॉ राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करने व करवाने वाले पर तीन वर्ष की सख्त सजा और दो लाख रुपए का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है ।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र की अगुवाई में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय दुमका सदर के द्वारा भी बाल विवाह के विरुद्ध कार्यक्रम आयोजित की गई जिसमें किशोरियों ने बाल विवाह के विरुद्ध चित्रकला, लेखन, नुक्कड़ नाटक, नृत्य, गायन कर व बाल विवाह के विरुद्ध रैली निकाला व शपथ लेकर समाज को जगाने का प्रयास किया।
संध्या बेला में स्वयंसेवी संस्था ग्राम ज्योति के कार्यक्रम प्रबंधक आभा जी के द्वारा ग्राम गांदो में एसएचजी ग्रुप, सेविका, सहिया, सहायिका एवं ग्रामीणों के बीच बाल विवाह के विरुद्ध कैंडल मार्च निकालकर व बाल विवाह के विरुद्ध शपथ करने का भी कार्य किया गया जिससे समाज के बीच इस बाल विवाह के कुप्रथा के जंजीर को तोड़ा जा सके।
कार्यक्रम का संचालन ग्राम ज्योति के मुकेश कुमार दुबे ने किया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में बाल कल्याण समिति के सदस्य, जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी, सदस्य, शिक्षा विभाग, पंचायती विभाग, जेएसएलपीएस, पुलिस प्रशासन सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के वार्डन एवं शिक्षिकाएं, ग्राम ज्योति के कार्यकर्ता, जिले के स्वयंसेवी संस्था प्रवाह, मानवी, लोक कल्याण सेवा केंद्र, लहंती,जबाला, चाइल्ड फंड, प्रयास फाउंडेशन सहित कई सीएसओ, ग्राम के मुखिया, प्रधान, वार्ड सदस्य, सेविका, सहिया, सहायिका, स्वयं सहायता समूह, ग्राम सखी, किशोरी समूह, ग्रामवासी एवं किशोर किशोरियां ने अहम भूमिका निभाई।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Oct 16 2023, 20:21