जिले में 400 बेसिक विद्यालयों में नहीं है बाउंड्री वॉल,जबकि करीब 390 विद्यालय भवन हैं जर्जर,किसी भी टाइम हो सकता है हादसा
रायबरेली। जिले के 2299 बेसिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों सापेक्ष करीब 400 विद्यालयों में बाउंड्री वॉल नही है जबकि करीब 390 विद्यालयों को जर्जर विद्यालयों के रूप में विभाग ने चिन्हित किया है। इसमें से अधिकांश मरम्मत के योग्य ही है जिनकी मरम्मत कर इन्हें ठीक कराया जायेगा ।
जिन विद्यालयों का ध्वस्तीकरण होना है उसके लिए विभाग ने तैयारी शुरु कर थी है। इन विद्यालयों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
इस संबंध में डीसी सिविल सत्यम कुमार ने बताया की जिले में करीब 400 बेसिक विद्यालय बाउंड्री वॉल विहीन हैं जिनकी बाउंड्री वॉल बनवाने का कार्य मनरेगा के तहत कराया जा रहा है जिले के सभी 18 ब्लाकों में कार्य चल रहा है। जर्जर विद्यालयों के रुप में करीब 390 बेसिक विद्यालय चिन्हित किए गए हैं जिनमे अधिकांश मरम्मत के योग्य हैं जो ठीक कराए जायेंगे । जो मरम्मत के योग्य नही हैं उनका ध्वस्तीकरण कराया जायेगा विभाग इसके लिए तैयारियां कर रहा है।
मंगलवार को इसकी की पड़ताल में जिले की इन स्कूलों की हकीकत को परखा तो सच्चाई सामने आई पेश है ये रिपोर्ट।
बाउंड्री न होने से स्कूल बन गए मवेशियों का अड्डा
सरेनी। विकास क्षेत्र के डेढ़ दर्जन प्राथमिक स्कूलों में बाउंड्री न होने से स्कूल आवारा मवेशियों के अड्डा बन गए हैं। इससे शिक्षकों व छात्र-छात्राओं में गुस्सा है ।
स्कूल आते ही आवारा पशुओं को भगाना पड़ता है ।कभी कभी सफाई कर्मियों को बुलाकर सफाई करानी पड़ती है । क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय छिवलहा भवानीपुर गोविंदपुर दरियापुर पहुरी उसुरू पश्चिम ताल छतौना माधवपुर समेत 17 स्कूलों में बाउंड्री नहीं बनी है । इससे आवारा पशु रात में आराम करते हैं ।सुबह जब छात्र व शिक्षक स्कूल आते हैं तो मवेशियों को भगाना पड़ता है । उधर क्षेत्र की जर्जर इमारतो को 2 साल पहले गिरा दिया गया था। नए कमरों में कक्षाएं संचालित हो रही हैं ।
विद्यालयों की व्यवस्था जस की तस
महाराजगंज।उच्चाधिकारियों की उदासीनता के चलते विकास क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में जर्जर भवनों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
कस्बा स्थित प्राथमिक विद्यालय महराजगंज में सन् 1890 के बने हुए दो कक्ष जर्जर अवस्था में खड़े हुए हैं और काफी बाद में बनवाए गए एक कक्ष की छत पूर्णत: जर्जर है। प्रधानाध्यापिका माधुरी मिश्रा ने बताया कि जर्जर कक्षों में शिक्षण कार्य नहीं कराया जा रहा है। जर्जर कक्षों की सूचना मांगे जाने पर कई बार विभाग को लिखित सूचना प्रेषित की गई है।
इसी प्रकार कस्बा स्थित कम्पोजिट विद्यालय महराजगंज में भी एक पुराना भवन बिल्कुल जर्जर हो चुका है , जिसमें अब शिक्षण कार्य नहीं किया जाता।प्राथमिक विद्यालय जुगराजपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक राहुल मौर्य ने बताया कि विद्यालय गहराई में बना होने के कारण जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
प्रधानाध्यापक कक्ष और दो शिक्षण कक्षों में लगातार पानी टपक रहा है। प्राथमिक विद्यालय बलीपुर के प्रधानाध्यापक डॉ०अमरपाल ने बताया कि किचन की छत जर्जर होने के कारण टपक रही है।
दर्जनों विद्यालयों में नहीं है बाउंड्री वॉल
लालगंज। विकासखंड क्षेत्र के 123 प्राथमिक विद्यालय एवं 27 जूनियर हाई स्कूल में से लगभग 30% विद्यालय हैं जिनमें बाउंड्री वॉल नहीं है। प्राथमिक एवं जूनियर हाई स्कूल कायाकल्प शासन के मंसानुरूप नहीं हो पा रहे हैं। बिदयालय के शिक्षकों का कहना है कि ग्राम प्रधान कायाकल्प कार्य में भी रूचि भी दस प्रतिशत लोग ही कर रहे हैं।
क्षेत्र के मटेहना,कोरिहरा जमुवांवा, समेत चार दर्जन से अधिक विद्यालय है जिनमें बाउंड्री वाल नहीं बनाई गई है। खंड शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में विभागीय कार्य से रायबरेली में है सही डाटा आज नहीं दे सकते हैं। लेकिन चालिस से अधिक स्कूल है जिनमें बाउंड्री वॉल बनायी जानी है। उन्होंने बताया कि लगभग 30 विद्यालय हैं जिनमें बाउंड्री वॉल बनाई जा चुकी है। विकासखंड कार्यालय को कायाकल्प विद्यालय के लिए एक सूची भेजी गई है।
जर्जर व बदहाल स्थित में है प्राथमिक विद्यालय सूदन खेड़ा
लालगंज। विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत आलमपुर के प्राथमिक विद्यालय सूदनखेडा लगभग चार वर्षों से भवन जर्जर पड़ा है। इस विद्यालय के शिक्षक व छात्र प्राथमिक विद्यालय चिकमंडी में शिफ्ट किये गये है। जहां शिक्षक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। विद्यालय में दो शिक्षक दो शिक्षा मित्र प्रधानाचार्य समेत पांच लोग तैनात रहे हैं प्रधानाचार्य सुमन चौधरी को भी प्राथमिकता पाठशाला चिकमंडी में अटैच है।
विद्यालय में पंजीकृत आधा सैकड़ा से अधिक छात्राएं लगभग 500 मीटर दूर के विद्यालय में पढ़ने के लिए जाने को विवश है यदि भवन का निर्माण कर दिया जाए तो उन्हें इस समस्या से निजात मिल सकती है। बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय सूदनखेडा में 4 वर्ष पूर्व 100 से अधिक छात्र छात्राएं पंजीकृत थे विद्यालय परिसर विद्यालय भवन विवादित होने के कारण भवन निर्माण नहीं हो पा रहा है जिसके कारण बच्चों को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया गया है।
वर्तमान में सरकारी दस्तावेज पर सूदनखेडा प्राथमिक विद्यालय चल रहा है जिसमें चार शिक्षक समेत पांच शिक्षकों की तैनाती है जिसमें दो सहायक अध्यापक दो शिक्षामित्र एक प्रधानाचार्य की नियुक्ति है। विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन चौधरी ने बताया कि वर्तमान में सूडान खेड़ा प्राथमिक विद्यालय में 63 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। खंड शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिंह को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया जिसके कारण उनका पक्ष नहीं जाना जा सका है।
चौपाल का हुआ आयोजन
शिवगढ़।कम्पोजिट विद्यालय गुमावां में शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक चौपाल का आयोजन किया गया l शुरुआत मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षाधिकारी शिवगढ गौतम प्रकाश द्वारा माँ शारदे के सन्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर की गयी l बच्चो द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम वंदना, स्वागत गीत आदि काफी आकर्षक रहे l कार्यक्रम में शिक्षा की जागरूकता के उद्देश्य से अभिनय भी किया गया l चौपाल मे बीईओ गौतम प्रकाश ने काया कल्प योजना से विद्यालयों में कराए जा रहे कार्यों की सराहना की कहा कायाकल्प से विद्यालयों की जहां भौतिक स्थिति सुधर रही है वहीं निपुण भारत अभियान में बच्चो को नई नई विधाओ से शिक्षित किया जा रहा है l
उन्होंने अभिभावकों को बिग बुक, निपुण तालिका, निपुण लक्ष्य, एफएलएन कार्यक्रम आदि के सम्बन्ध मे विस्तृत जानकारी दी l इस मौके पर ग्राम प्रधान कमलेश कुमार, प्रभारी प्रधानाध्यापक नवीन कुमार सिंह,एआरपी डॉ चन्द्र प्रकाश , रमेश चन्द्र यादव, नन्हेलाल, कृष्ण मोहन, राज बहादुर, आशीष सिंह, ग्राम पंचायत गुमाँवा के विद्यालयों के शिक्षक एवं अभिभावक मौजूद रहे l
काफी दिनों से गिरी है बाउंड्री
शिवगढ़।कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम की बाउंड्री वॉल काफी दिनों से गिरी पड़ी है किंतु किसी भी जिम्मेदार की नजर इस पर नहीं पड़ रही है l
बाउंड्रीवाल न होने से मवेशी पूरे परिसर को जहां गंदा कर देते हैं वहीं इसी परिसर में स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम के बच्चों के लिए आवारा मवेशी हमेशा खतरा बने रहते हैं l करीब 1 वर्ष पूर्व गिरी बाउंड्रीवॉल को बनवाने के लिए तमाम लिखा पढ़ी भी की गई किंतु समस्या जस की तस बनी हुई है l जबकि इसी परिसर में खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी स्थित है जहां सैकड़ों शिक्षकों का आना जाना बना रहता है l
इस बाबत खंड शिक्षा अधिकारी शिवगढ़ गौतम प्रकाश ने फोन पर बताया कि अब शिवगढ़ नगर पंचायत हो गया है क्योंक बीआरसी विद्यालय के कैंपस में है इसलिए अब विद्यालय की बाउंड्री वाल का निर्माण नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा कराया जाएगा जिसके लिए प्रधानाध्यापक नीरज कुमार वर्मा द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष को पत्र भेजा गया है आशा है जल्द ही बाउंड्री वॉल बन जाएगी l
उप्रमा शिक्षक संघ (संयुक्त मोर्चा) ने किया चाकडाउन
रायबरेली। उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ (संयुक्त मोर्चा) के प्रान्तीय आवाह्न पर जनपद के समस्त शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम द्वारा उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 की धारा-21, 18 व 12 को समाप्त कर दिया गया।जो शिक्षकों की सेवा सुरक्षा से सम्बन्धित थी, जिन्हें वापस सम्मिलित कराने, पुरानी पेंशन बहाल कराने, माध्यमिक विद्यालयों का प्रान्तीयकरण कराने, तथा निजीकरण को समाप्त कराने सहित विभिन्न माँगां को लेकर सांकेतिक विरोध स्वरूप चाकडाउन किया और अध्यापन के कार्य से विरत रहे।
इस अवसर पर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट (संयुक्त मोर्चा) के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार ने कहा कि संयुक्त मोर्चा का यह प्रथम कार्यक्रम है, इसके बाद भी सरकार ने उक्त माँगों पर ध्यान नहीं दिया तो आन्दोलन तेज किया जायेगा।
जिलामंत्री मनोज कुमार पटेल ने कहा कि अभी तो सरकार को चेता रहे हैं, फिर भी सरकार ने हम शिक्षकों की माँगों पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले चुनावों में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
चौदह विद्यालयों में नहीं है बाउंड्री
जगतपुर।विकास क्षेत्र के 14 प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालय में बाउंड्री न होने से आवारा पशुओं का अड्डा बन गया है। बच्चे जब विद्यालय आते हैं तो पशुओं को बाहर हटाते हैं। तब विद्यालय में शिक्षण कार्य शुरू होता है।
पशुओं की वजह से कोई भी घटना कर सकती है। प्राथमिक विद्यालय पूरे बनिया सिद्धौर नवाबगंज भीख मनोहरगंज मखदुमपुर सिंघापुर कल्याणपुर सहित 14 विद्यालयों में अभी बाउंड्री नहीं बनाई गई है ।जिससे बच्चों को शिक्षक करने में काफी दिक्कतें आ रही है।
Sep 26 2023, 20:02