*अघोषित बिजली कटौती से मचा हाहाकार, शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक हो रही है अघोषित बिजली कटौती*
रायबरेली। सूखे की मार झेल रहे जनपद में गर्मी और उमस बढ़ते ही बिजली बेपटरी हो गयी है।दिन रात हो रही अघोषित कटौती ने बिजली विभाग के सारे दावे खोल दिये।
गर्मी व उमस बढ़ने के साथ ही बिजली पूरी तरह से बे पटरी हो गई है दिन रात हो रही अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली न मिलने से खेत खडी़ धान की फसल सूख रही है। सबसे खराब हालत ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से लेकर 13 घण्टे अघोषित बिजली कटौती हो रही है। लोगों को दिन में बिजली मिल रही है न ही रात में बिजली न मिलने से लोग रात भर जाग कर बिजली आने का केवल इन्तजार ही कर रहे हैं।
किसानों को बिजली न मिलने से खेत में खड़ी धान की फसल सूख रही है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों को इस समय बिजली की ज्यादा आवश्यकता है लेकिन फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती और बढ़ गई है।वहीं बिजली विभाग के अधिकारी मांग बढ़ने से कटौती का बहाना बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं वही दिन रात हो रही कटौती से लोग बहुत परेशान हैं।
क्यों होती है अघोषित कटौती
बिजली विभाग के अधिकारीयों ने बताया कि बिजली की मांग बढ़ने पर ग्रिड को बचाने के लिए कन्ट्रोल बिजली कटौती कराता है उसमें सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों ही बिजली कटौती होती है।
क्या कहा ट्रांसमिशन के अधिकारी
ट्रांसमिशन के एसडीओ सौरभ प्रजापति ने बताया कि पनकी कंट्रोल से मैसेज आने पर कटौती की जाती है। सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों की ही बिजली कटौती का आदेश जारी किया जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
अधीक्षण अभियंता द्वितीय रामकुमार ने बताया कि ट्रांसमिशन से जितनी बिजली मिल रही वह दी जा रही है मांग बढ़ने के कारण कन्ट्रोल बिजली कटौती कराता है।
Aug 22 2023, 21:47