डोभी में CSIR फ्लोरीकल्चर मिशन के दौरान किसानों को नए तकनीक सें पौधा लगाने का दिया गया प्रशिक्षण
गया। गया जिला के डोभी में CSIR NBRI लखनऊ फ्लोरीकल्चर मिशन के मिशन डायरेक्टर डॉक्टर अजित कुमार सासने क़ी अध्यक्षता में बिहार के गया जिला के डोभी नगर पंचायत के बिभिन्न गावों में बिहार राज्य के फ्लोरिकल्चर मिशन के बिहार राज्य कोडीनेटर डॉक्टर बिक्रमा सिंह के द्वारा लगभग छः हजार रजनी गंधा एवं चार लाख साठ हजार गेंदा फूल के पौधा कों किसानो के बिच किया गया फ्री वितरण।
इस दौरान किसानों को दिया गया नए तकनीक से पौधा रोपन करने क़ी भी प्रशिक्षण। यह प्रशिक्षण तीन दिनों तक अलग अलग गाँव में चलते रहेगा।इस मिशन के किसान सलाहकार एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बिक्रमा सिंह ने किसानो कों गेंदा, रजनीगंधा आदि फूल के पौधों कों लगाने का सही तकनीक बताया। उन्होंने बताया कि सही तकनीक अपनाकर फूलो का खेती कर बहुत लाभ कमाया जा सकता हैं।
यह अभियान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद निदेशक, बागवानी, खादी और ग्रामोद्योग आयोग,कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण, ट्राइफेड, खुशबू और स्वाद विकास केंद्र कन्नौज,सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) और विश्वविद्यालयों के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है। CSIR फ्लोरीकल्चर मिशन देश के 25 राज्यों में चलाया जा रहा है। जिसमें देश के किसान भाई बढ़ चढ़ के भाग ले रहे है।भारत में विविध कृषि-जलवायु, विभिन्न तरह की मृदा और समृद्ध पादप विविधता के बावजूद वैश्विक फूलों की खेती का केवल 0.6% हिस्सा ही है। विभिन्न देशों से हर साल कम से कम 1200 मिलियन डॉलर के पुष्प उत्पादन एवं आयात किए जा रहे हैं। इस अभियान के तहत मधुमक्खी पालन के लिए वाणिज्यिक फूलों की खेती, मौसमी यानि सालभर होने वाले फूलों की खेती, जंगली फूलों की फसलों पर ध्यान दिया जा रहा हैं।
भारतीय फूलों की खेती का बाजार 2018 में 15700 करोड़ रुपये का था। 2019-24 के दौरान इसके 47200 करोड़ रुपये तक का हो जाने का अनुमान है। इस आयोजन में लगभग 150 कि संख्या में डोभी नगर पंचायत क़ी किसानो ने पहले रजिस्ट्रेशन कराया उसके उपरांत किसानो के बिच फूल के पौधों कों फ्री बितरण किया गया। इस आयोजन में डोभी नगर पंचायत के अध्यक्ष मथुरा यादव, बार्ड पारसद कृष्णा यादव, सिंटू वर्मा, कृष्णा वर्मा, अनूप विश्वकर्मा, CSIR NBRI सें आये हुए श्रोत छात्र राममनोहर पटेल के साथ डोभी नगर पंचायत के किसान भाई शामिल रहे।
रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।
Jul 23 2023, 21:43