कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में होगी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम,मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक
(झारखंड डेस्क)
रांची: राज्य सरकाGर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विधालय की सुरक्षा को।लेकर गंभीर है। पिछले दिन कुछ विधालय में घटित घटना के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए अब इन विद्यालयों के अलावा झारखंड बालिका आवासीय विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा का नियमित आडिट होगा।
इस मामले को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने की बैठक,मुख्य सचिव थे उपस्थित
मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य कार्यकारिणी समिति ने यह निर्णय लेते हुए इसका अनुपालन के निर्देश स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा परिषद के पदाधिकारियों को दिए हैं।
कस्तूरबा विद्यालयों की समस्या का आकलन करेगी टीम
राज्य कार्यकारिणी ने इन विद्यालयों में उपायुक्तों के सहयोग से चार-चार महिलाओं की टीम भेजने काे कहा है। यह टीम विद्यालयों में छात्राओं की समस्याएं जानेगी तथा उनके निदान के लिए आवश्यक उपाय करेगी। विद्यालयों में अनिवार्य रूप से लैंडलाइन फोन रखे जाएंगे ताकि छात्राएं अपनी किसी समस्या की जानकारी अपने अभिभावक या पदाधिकारियों को दे सकें।
राज्य कार्यकारिणी समिति ने की हेल्पलाइन नंबर जारी
राज्य कार्यकारिणी समिति ने राज्य स्तर पर एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करने के भी निर्देश दिए हैं। प्रत्येक विद्यालय में एक शिकायत पेटी रखी जाएगा जिसमें छात्राएं अपनी समस्या लिखित रूप से डाल सकेंगी। 15 दिनों के अंदर शिकायत पेटी को जिले के प्रभारी प्रखंड के पदाधिकारी खोलकर समस्या का निदान कराएंगे।
कस्तूरबा विद्यालयों की सुरक्षा पट उठते रहे हैं सवाल
राज्य में 203 प्रखंडों में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय तथा 57 विद्यालयों में झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हैं। बता दें कि बालिका आवासीय विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल उठते रहे हैं।
हाल ही में पश्चिमी सिंहभूम की खूंटपानी प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 61 छात्राएं रात के एक बजे भागकर डीसी आवास पहुंच गई थीं। छात्राओं ने विद्यालय में कुव्यवस्था तथा वार्डेन के विरुद्ध प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
विद्यालयों में प्रवेश को लेकर बनेगें नियम
बालिका विद्यालयों में किसका प्रवेश होगा किसका नहीं, इसके लिए एसओपी तैयार किया जाएगा। इस संबंध में भी पर्षद के पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बालिका विद्यालयों में निर्माण कार्य के दौरान आने-जाने वाले मजदूरों, ठेकेदारों आदि को पहचान पत्र जारी किया जाएगा। विद्यालय में आने-जानेवाले लोगों को अनिवार्य रूप से रजिस्टर में अपना नाम व आने एवं जाने का समय दर्ज करना होगा।
Mar 10 2023, 12:04