दुमका : स्थानीयता व नियोजन नीति पर सरकार कर रही राजनीति, बाबूलाल मरांडी का सरकार को सुझाव
दुमका : झारखण्ड में स्थानीयता और नियोजन नीति के मुद्दे को लेकर एक बार फिर बीजेपी ने हेमंत सरकार को घेरा। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि स्थानीयता और नियोजन नीति को लेकर हेमंत सरकार की कोई दिलचस्पी नही है और इस मुद्दे पर सरकार राजनीति कर रही है।
उन्होंने राज्य में विधि सम्मत स्थानीयता और नियोजन नीति को परिभाषित करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार अविलंब स्थानीयता नीति को परिभाषित कर नियोजन नीति बनाये, अन्यथा पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से अब प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेगी।
शुक्रवार को दुमका परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रोजगार की तलाश में राज्य के नौजवान पलायन कर रहे है। हेमंत सरकार ने राज्य के युवाओं को रोजगार देने के साथ हर साल नियुक्ति वर्ष मनाने की घोषणा की थी लेकिन स्थिति यह है कि नियुक्ति के लिए जो वैकेंसी निकली, वो भी रद्द हो गया।
राज्य के नौजवान रोजगार की मांग को लेकर सड़कों पर है, लगातार आंदोलन हो रहे है। कहा कि सरकार ने जो नियोजन नीति बनायी वो अव्यावहारिक है। जो भी झारखण्ड के लोग है उसका वास्तव में झारखंड के अतिरिक्त कहीं और ठौर ठिकाना ना हो, ऐसे लोगों के साथ अन्याय नहीं हो उसके लिए हम हमेशा तत्पर रहेंगे। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सरकार जब भ्रष्टाचार के आरोप में फंसती है तो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के बड़े बड़े वकीलों की मदद लेती है तो फिर स्थानीय और नियोजन नीति के मुद्दे पर सरकार इन वकीलों की मदद क्यों नही ले रही है।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में वैध कार्य बंद हो चुके है। अवैध कार्य शुरू हुआ और पत्थर, कोयला और बालू के अवैध कार्य दूसरे राज्यों के बिचौलियों के हाथों सिमटकर रह गया। ऐसे बिचौलियों और दलालों ने पूरे राज्य को खोखला कर दिया और यहाँ के लोग त्राहिमाम कर रहे है और यह सब सोरेन परिवार के संरक्षण में हुआ। कहा कि बालू घाटों की तीन सालों से नीलामी नही हो रही है। सरकार इन घाटों की नीलामी का जिम्मा क्यों नही संबंधित जिले के उपायुक्त को देती है ताकि स्थानीय लोगो को भी वहाँ रोजगार मिल सके। यही हाल शराब की बंदोबस्ती का भी है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से स्थिति भयावह होती जा रही है और अब गांव में भी पैसे का प्रवाह पूरी तरह से खत्म होता जा रहा है।
वही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के शनिवार को साहेबगंज जिले के गुमानी में प्रस्तावित दौरे पर बाबूलाल ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे को अपने दौरे के दौरान साहेबगंज जिले में हुए माइनिंग घोटाले में उनकी पार्टी को कितना हिस्सा मिला, इसकी भी जानकारी लेनी चाहिए। अभी तो ईडी वाले ने वहाँ के डीसी को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।
वही साहेबगंज जिले के मिर्जाचौकी थाना अंतर्गत महादेव बरन पंचायत के निरंजन मंडल की अपराधियों द्वारा की गई पीट पीटकर हत्या और पुलिस की लापरवाही के सवाल पर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि किसी विवाद में निरंजन को अपराधियों ने बुरी तरह पीटा और पुलिस पीड़ित परिवार को ही उठाकर ले गयी। कहा कि निरंजन के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक निरंजन को इलाज की जरूरत थी लेकिन पुलिस उनके परिजनों को घुमाती रही और फिर रात में निरंजन की मौत हो गयी। बाबूलाल मरांडी ने निरंजन की पुलिस द्वारा भी पिटाई करने की आशंका जतायी और कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कहा कि राज्य में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। पुलिस को सरकार ने वसूली में लगा रखा है। सरकार ने पुलिस का हर महीने का वसूली का टारगेट तय कर दिया है।
अगर किसी घटना में पुलिस की संदिग्ध भूमिका सामने आती है तो सरकार को वैसे पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
मौके पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बिनोद शर्मा और मीडिया प्रभारी पिंटू अग्रवाल उपस्थित थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Feb 10 2023, 20:14