दुमका: विधेयक के खिलाफ एकजुट हुए व्यवसायी, बंद रखी अपनी प्रतिष्ठानें, 15 फरवरी से आंदोलन तेज
दुमका : कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक 2022 के विरोध में बुधवार को उपराजधानी दुमका के खाद्यान व्यवसायियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखा।
व्यवसायियों ने दो टूक में कहा कि जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नही लेती तब तक उनलोगों का विरोध जारी रहेगा।
इधर विधेयक को निरस्त करने की मांग को लेकर फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के तत्वावधान में होनेवाली राज्यव्यापी आंदोलन को लेकर रांची में बुलाई गई एक बैठक में चैम्बर से जुड़े दुमका के कई व्यवसायी शामिल हुए।
चैम्बर के सचिव डॉ मनोज कुमार घोष ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक 2022 का विधानसभा से पारित करना व राज्यपाल द्वारा सहमति प्रदान करने के खिलाफ विरोध किया गया है।
राज्यव्यापी बैठक में मुख्य रूप से निर्णय लिया गया कि पूरे राज्य में 15 फरवरी से खाद्यान्न वस्तुओं जैसे खाने-पीने के सामाग्री के अलावे फल एवं सब्जी का आवाक एवं बिक्री पूरी तरह से बंद रहेगा। साथ ही चावल मिल, फ्लोर मिल, आटा मिल भी पूरा बंद रहेगा।
मीडिया प्रभारी रमण कुमार वर्मा ने बताया बैठक में आंदोलन के लिए जो रूपरेखा तैयार की गई हैं उसका सभी व्यवसायी समर्थन करते हुए आंदोलन को तेज गति देगें जब तक सरकार द्वारा लगाए गए दो फीसदी शुल्क को वापस लेने का निर्णय नहीं लिया जाता है।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Feb 09 2023, 16:06