ओबरा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज़, मतदाताओं से मिल रहे हैं सभी प्रत्याशी
औरंगाबाद ,ओबरा जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नज़दीक आती जा रही है, ओबरा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ होती जा रही हैं। सभी दलों के प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान में पूरी ताकत झोंक रहे हैं और जनता के बीच पहुँचकर अपने-अपने मुद्दे रख रहे हैं।
इसी क्रम में एनडीए घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रत्याशी डॉ. प्रकाश चन्द्रा ने भी हाल के दिनों में क्षेत्र के विभिन्न गाँवों और बाज़ारों में जनसंपर्क किया। उन्होंने स्थानीय नागरिकों, व्यापारी वर्ग, युवाओं और महिलाओं से मुलाकात की तथा उनकी समस्याओं को सुना। डॉ. चन्द्रा का कहना है कि उन्हें क्षेत्र की जनता से अच्छा सहयोग और समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जनता विकास, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं के मुद्दों पर गंभीर है। लोगों की अपेक्षा है कि आने वाले समय में क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर ठोस कदम उठाए जाएँ। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क के दौरान उन्हें हर वर्ग से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। वहीं, अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशी भी ओबरा विधानसभा में सक्रिय हैं।
वे भी जनसभाओं, नुक्कड़ बैठकों और पदयात्राओं के ज़रिए जनता तक अपनी बात पहुँचा रहे हैं। स्थानीय मतदाता इस बार के चुनाव को लेकर काफी सजग और उत्साहित दिखाई दे रहे हैं। कई मतदाताओं का कहना है कि वे इस बार अपने क्षेत्र के विकास और पारदर्शिता के आधार पर मतदान करेंगे। चुनाव पर्यवेक्षकों का मानना है कि ओबरा विधानसभा में इस बार मुकाबला कड़ा हो सकता है। यहाँ ग्रामीण और शहरी दोनों तरह के मतदाता बड़ी भूमिका निभाएँगे। चुनाव आयोग की ओर से आचार संहिता लागू होने के बाद प्रशासन ने भी निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है
कि सभी राजनीतिक दलों को नियमों के तहत प्रचार करने की अनुमति है, और किसी भी प्रकार के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चुनावी रुझान के जानकारों के अनुसार, इस क्षेत्र में विकास कार्यों, स्थानीय मुद्दों और प्रत्याशियों की व्यक्तिगत छवि का प्रभाव मतदान पर देखने को मिल सकता है। कई सामाजिक संगठन भी मतदाताओं को अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
फिलहाल ओबरा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल पूरी तरह गर्म है। प्रत्याशियों के दौरे और सभाओं से ग्रामीण इलाकों से लेकर कस्बों तक राजनीतिक चर्चा चरम पर है। जनता अब अपने-अपने स्तर पर उम्मीदवारों के कामकाज और वादों का मूल्यांकन कर रही है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नज़दीक आएगी, चुनावी प्रचार और भी तेज़ होने की संभावना है।







Oct 24 2025, 16:56
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