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झारखंड में कार्यकर्ता से बने भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य साहू, बधाई देने का लगा तांता

रांची : भाजपा ने झारखंड प्रदेश की नए कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी है। रवींद्र कुमार राय की जगह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू को भाजपा झारखंड प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष के लिए नियुक्त किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर यह नियुक्ति की गई है।

नियुक्ति होने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे आदित्य साहू का कार्यकर्ताओं में फूल माला देकर स्वागत किया। राजनीति करने वाले आदित्य साहू भाजपा के लिए हमेशा समर्पित कार्यकर्ता के रूप में बने रहे। और आज कार्यकारी अध्यक्ष तक का सफर तय किए। 2019 तक रामटहल चौधरी कॉलेज में प्रोफेसर रहने के बाद 2022 में राज्यसभा सदस्य के रूप में चयनित हुए थे। प्रदेश महामंत्री के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे आदित्य साहू की छवि साफ सुथरी रही है। आगे भी अपने कार्यों को ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने की बात उन्होंने कहा।

पीवीयूएनएल टाउनशिप में दुर्गा पूजा और दशहरा का भव्य उत्सव: संस्कृति और सामूहिकता का अद्भुत मेल

पीवीयूएनएल टाउनशिप, (दिनांक): पीवीयूएनएल टाउनशिप में दुर्गा पूजा एवं दशहरा का उत्सव इस वर्ष श्रद्धा, उल्लास और सांस्कृतिक वैभव के साथ मनाया गया। कर्मचारियों और उनके परिवारजनों ने उत्साहपूर्वक इन भव्य कार्यक्रमों में भाग लिया, जिसने पूरे टाउनशिप को सामूहिकता, संस्कृति और परंपरा की छटा से सराबोर कर दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला

उत्सव की शुरुआत माता की चौकी के भक्तिमय आयोजन से हुई, जिसने पहले ही दिन सभी को भावविभोर कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में निम्न कार्यक्रम आयोजित किए गए:

संगीत संध्या एवं इंटर हाउस प्रतियोगिता: दूसरे दिन आयोजित इन प्रतियोगिताओं में पीवीयूएनएल परिवार के सदस्यों ने अपनी कला और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।

डांडिया कार्यक्रम: रात्रि में आयोजित डांडिया कार्यक्रम आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा, जिसने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया और सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।

छाऊ नृत्य: छाऊ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जो सांस्कृतिक विविधता का परिचायक था।

रामलीला मंचन: दशहरे के दिन बाल भवन के बच्चों द्वारा रामलीला का मंचन किया गया, जिसने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की आदर्श गाथा को जीवंत कर दिया।

रावण दहन और अधिकारियों की उपस्थिति

रामलीला के उपरांत, टाउनशिप ग्राउंड में रावण दहन का भव्य आयोजन किया गया, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। रावण दहन के साथ ही असत्य पर सत्य की विजय का संदेश पूरे टाउनशिप में गूंज उठा।

इस अवसर पर पीवीयूएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ए.के. सेहगल और स्वरनरेखा महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती रेनू सेहगल विशेष रूप से उपस्थित रहीं। इनके साथ ही जीएम (ओएंडएम) श्री मनीष खेतरपाल, सीजीएम (प्रोजेक्ट) श्री अनुपम मुखर्जी, जीएम (प्रोजेक्ट) श्री विष्णु दाश, जीएम (मेंटेनेंस) श्री ओ.पी. सोलंकी, जीएम (टीएस) श्रीमती संगीता दाश सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं उनके परिजन बड़ी संख्या में समारोह में शामिल हुए।

पूरे आयोजन ने कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को एक सूत्र में जोड़ दिया और टाउनशिप के माहौल में एक नई ऊर्जा का संचार किया।

हवलदार दिलीप तिर्की को विदाई: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 40 साल की अनुकरणीय सेवा को सराहा

रांची, 03 अक्टूबर 2025: कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में आज विशेष शाखा के हवलदार श्री दिलीप तिर्की को उनकी सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी विदाई दी गई। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने उन्हें सम्मानित करते हुए उनकी लंबी और समर्पित सेवा के लिए सराहना की।

मुख्यमंत्री ने अनुकरणीय कार्यकाल को सराहा

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने हवलदार दिलीप तिर्की को पुष्प गुच्छ, शॉल एवं छाता भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री तिर्की का कार्यकाल अनुकरणीय रहा है। उन्होंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी से राज्य की सेवा की है।

मुख्यमंत्री ने कहा, "ऐसे कर्मठ और समर्पित कर्मियों का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।"

40 वर्षों की समर्पित सेवा

श्री दिलीप तिर्की 30 सितंबर 2025 को सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने लगभग 40 वर्षों की सेवा अवधि में अपनी कार्यकुशलता और ईमानदारी से विभाग एवं राज्य की सेवा की।

विशेष रूप से, वह वर्ष 2000 से मुख्यमंत्री आवास में तैनात रहे और निरंतर निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहे। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने उनके स्वस्थ, सुखमय और उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएं कीं।

गांधी जयंती पर बापू वाटिका में श्रद्धांजलि: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को नमन किया

रांची, 02 अक्टूबर 2025: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर आज बापू वाटिका, मोरहाबादी में श्रद्धा और उत्साह का माहौल रहा। माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने इस पावन अवसर पर समस्त राज्य वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि महात्मा गांधी के अहिंसा और सत्य के विचार आज भी पूरे देश और विश्व के लिए मार्गदर्शक हैं।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन

मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने गांधी जयंती को "भारत के इतिहास का स्वर्णिम दिवस" बताते हुए कहा कि बापू का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गांधी जी की शिक्षा और सिद्धांतों ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी, बल्कि आजादी के बाद भी लोकतंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से बापू के सिद्धांतों को जीवन में अपनाने और समाज में शांति, भाईचारा एवं एकता के माहौल को मजबूत करने का आह्वान किया।

पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि

इसी क्रम में, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर भी उन्हें नमन किया। उन्होंने शास्त्री जी को सादगी, ईमानदारी एवं कर्मठता की मिसाल बताया। मुख्यमंत्री ने उनके दिए गए कालजयी नारे “जय जवान, जय किसान” का स्मरण करते हुए कहा कि यह आज भी देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी के जीवन से हमें कर्तव्यपरायणता, देशभक्ति और जनसेवा की सीख मिलती है, जिसे आत्मसात कर झारखंड और भारत को और सशक्त बनाया जा सकता है।

विजयदशमी पर रावण दहन के जश्न पर मंडराया बारिश का खतरा, झारखंड के 11 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट

रांची। झारखंड की राजधानी रांची समेत अधिकतर जिलों में विजयदशमी (2 अक्टूबर) के दिन होने वाले रावण दहन कार्यक्रमों पर इस बार बारिश का साया मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के गहरे अवदाब (Deep Depression) में तब्दील होने की आशंका जताते हुए रांची सहित 11 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

2 से 4 अक्टूबर तक रहेगा भारी बारिश का दौर

मौसम विभाग के अनुसार, यह मौसमी प्रणाली 3 अक्टूबर की सुबह दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्रप्रदेश तटों को पार करेगी, जिसके प्रभाव से झारखंड में 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक लगभग सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी। कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है। इस दौरान वज्रपात और आंधी की भी आशंका है।

रावण दहन पर असर: रांची में कम से कम 5 बड़ी जगहों पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिनमें से दो में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शामिल होने की संभावना है। भारी बारिश और तेज हवा के कारण:

रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों के गिरने की आशंका है।

पुतलों और पटाखों के गीला होने से रावण दहन का कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है।

बारिश के कारण रावण दहन देखने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम हो सकती है।

आयोजकों और श्रद्धालुओं ने अब दुआ करना शुरू कर दिया है कि रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को जलाए जाने के समय भगवान बारिश न दें, ताकि वे बिना किसी व्यवधान के रावण दहन का मजा ले सकें। मौसम विभाग ने जनता से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है।

राँची के उपायुक्त ने मुख्य सचिव अविनाश कुमार से की शिष्टाचार मुलाकात

रांची। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी राँची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने आज (01 अक्टूबर 2025) झारखंड के नवनियुक्त मुख्य सचिव, श्री अविनाश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की

जिला जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उपायुक्त श्री भजन्त्री ने मुख्य सचिव के नए दायित्व ग्रहण करने पर उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। यह मुलाकात एक औपचारिक भेंट थी

रांची से अंबाला वन वे (एक तरफा) स्पेशल ट्रेन का परिचालन 2 अक्टूबर से

दीपावली और छठ के मद्देनजर ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेल मंत्रालय द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए रांची – अंबाला के बीच वन वे (एक तरफा) स्पेशल ट्रेन का परिचालन होगा |

ट्रेन संख्या 08107 रांची – अंबाला वन वे (एक तरफा) स्पेशल ट्रेन गुरुवार यानी 2 अक्टूबर को रांची से प्रस्थान करेगी।

समय सारणी

इस ट्रेन का परिचालन समय 2 अक्टूबर को रांची से 22:45 बजे प्रस्थान करेगी, मूरी आगमन 23:45 बजे प्रस्थान 23:47 बजे, बोकारो स्टील सिटी आगमन 01:05 बजे प्रस्थान 01:10 बजे, गोमो आगमन 02:25 बजे प्रस्थान 02:30 बजे, कोडरमा आगमन 03:35 बजे प्रस्थान 03:37 बजे, गया आगमन 06:00 बजे प्रस्थान 06:10 बजे, सासाराम आगमन 08:50 बजे प्रस्थान 08:52 बजे दीनदयाल उपाध्याय आगमन 10:55 बजे प्रस्थान 11:05 बजे, प्रयागराज आगमन 13:50 बजे प्रस्थान 13:55 बजे, लखनऊ आगमन 18:20 बजे प्रस्थान 18:25 बजे, बरेली आगमन 21:00 बजे प्रस्थान 21:05 बजे, मुरादाबाद आगमन 22:45 बजे प्रस्थान 22:50 बजे एवं अंबाला आगमन शनिवार 04:45 बजे होगा |

इस ट्रेन में एसएलआरडी के 02 कोच, सामान्य श्रेणी के 06 कोच, द्वितीय श्रेणी स्लीपर के 12 कोच एवं वातानुकूलित 3- टियर का 01 कोच कुल 21 कोच होंगे |

झारखंड और महात्मा गांधी: वह यात्रा जिसने बापू को दी ताकत

रांची/जमशेदपुर। महात्मा गांधी की भारत में पहली बड़ी सफलता, चंपारण आंदोलन, में भले ही बिहार का नाम अग्रणी रहा हो, लेकिन इस आंदोलन को मिली मजबूती और गांधी जी के प्रभाव को देश भर में फैलाने में झारखंड (तत्कालीन बिहार का हिस्सा) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। झारखंड की यात्राओं ने न केवल गांधी जी को जनजातीय समुदायों से जोड़ा, बल्कि राष्ट्रीय आंदोलन के लिए एक मजबूत वैचारिक आधार भी प्रदान किया।

चंपारण के बाद रांची का निर्णायक दौरा (1917)

चंपारण आंदोलन की सफलता के ठीक बाद, गांधी जी को जून 1917 में तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर सर एडवर्ड गेट से वार्ता के लिए रांची बुलाया गया था। ब्रजकिशोर प्रसाद के साथ रांची पहुँचे गांधी जी को गिरफ्तारी की आशंका थी, इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी कस्तूरबा गांधी और बेटे को भी बुला लिया था। हालांकि, सर गेट के साथ हुई सफल वार्ता के बाद गिरफ्तारी नहीं हुई और इसके बजाय एक जांच कमेटी का गठन हुआ। यहीं से गांधी जी का झारखंड से अटूट संबंध स्थापित हुआ।

जनजातीय समुदायों ने दी नई ऊर्जा

गांधी जी 1917 के बाद 1925, 1934 और 1940 में कई बार झारखंड (रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, रामगढ़, हजारीबाग, गिरिडीह, देवघर आदि) आए। उनकी यात्राओं का सबसे गहरा असर यहां के जनजातीय समाज पर पड़ा:

टाना भगतों का समर्पण: रांची में टाना भगतों ने गांधी जी से मुलाकात की, जिसके बाद वे उनके कट्टर अनुयायी बन गए। उनकी भक्ति ऐसी थी कि वे गया, कोलकाता और रामगढ़ के कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने के लिए पैदल ही चले गए। 'गांधी जी की जय' उनका मुख्य नारा बन गया और 1942 के आंदोलन में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई।

हो और संतालों से संवाद: 1925 में चाईबासा में गांधी जी ने हो समुदाय के लोगों से उनकी वीरता की कहानियाँ सुनीं। उन्होंने बेरमो और देवघर में संतालों से मुलाकात कर उन्हें राष्ट्रीय आंदोलन में खुलकर भाग लेने के लिए प्रेरित किया, जिसका परिणाम 1942 के आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी के रूप में सामने आया।

सामाजिक सुधार और श्रमदान पर जोर

गांधी जी ने अपनी यात्रा के दौरान केवल राजनीतिक चेतना ही नहीं जगाई, बल्कि सामाजिक सुधार पर भी ध्यान केंद्रित किया:

उन्होंने खादी, शराब से दूरी, महिलाओं की आत्मनिर्भरता, और समाज सेवा पर विशेष जोर दिया।

शिक्षा और चरित्र निर्माण: रांची के योगदा सत्संग स्थित विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था से वे काफी प्रभावित हुए थे। हजारीबाग के संत कोलंबा कॉलेज में छात्रों को उन्होंने समाज सेवा और चरित्र निर्माण का महत्व समझाया और हो आदिवासियों के बारे में शोध करने को कहा।

कर्म में विश्वास: गिरिडीह में, सड़क मरम्मत के लिए पैसे की कमी की शिकायत पर, गांधी जी ने स्पष्ट कहा था कि लोग श्रमदान करें और सफाई करें, क्योंकि "सबसे बड़ी बीमारी निठल्लापन है।" उन्होंने खुद हरिजन स्कूल में बच्चों के नाखून और कान की सफाई की जाँच की और अध्यापकों को स्वच्छता को शिक्षा का आरंभ बिंदु बनाने को कहा।

जमशेदपुर: पूंजीपतियों का समर्थन और मजदूरों का नेतृत्व

गांधी जी 1925, 1934 और 1940 में जमशेदपुर भी गए, जहां उन्होंने मजदूरों और टाटा प्रबंधन के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहां यह उल्लेखनीय है कि गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका आंदोलन के दौरान सर रतनजी टाटा ने उन्हें 25 हजार रुपये की सहायता राशि भेजी थी, जिसका जिक्र गांधी जी ने स्वयं किया था।

झारखंड की इन यात्राओं ने महात्मा गांधी के नेतृत्व को जन-जन तक पहुँचाया और उन्हें राष्ट्रीय पटल पर एक शक्तिशाली नेता के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।

झारखंड: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी को दी भावभीनी विदाई, अविनाश कुमार ने संभाला राज्य के नए मुख्य सचिव का पदभार

रांची। झारखंड मंत्रालय में मंगलवार, 30 सितंबर 2025 को राज्य के प्रशासनिक नेतृत्व में बदलाव हुआ। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हो रही वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती अलका तिवारी को भावभीनी विदाई दी और साथ ही, श्री अविनाश कुमार को राज्य के नए मुख्य सचिव का पदभार संभालने पर शुभकामनाएँ दीं।

निवर्तमान मुख्य सचिव की सेवाओं की सराहना

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने निवर्तमान मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की सेवाकाल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बेहतर प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और नीतियों के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके मार्गदर्शन से कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में मदद मिली।

मुख्यमंत्री ने श्रीमती तिवारी के ईमानदारी, निष्ठा और कर्तव्यपरायणता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि श्रीमती तिवारी ने राज्य प्रशासन को एक नई दिशा दी और प्रशासनिक परंपराओं को मजबूती प्रदान की। मुख्यमंत्री ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि वे आगे भी अपने अनुभव से समाज को लाभान्वित करती रहेंगी।

नवनियुक्त मुख्य सचिव को शुभकामनाएँ

इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार को पदभार ग्रहण करने पर शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि श्री अविनाश कुमार की कार्यकुशलता, दूरदर्शिता एवं प्रशासनिक अनुभव से राज्य प्रशासन को और अधिक मजबूती मिलेगी तथा राज्य सरकार की विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी आएगी।

इस मौके पर नवनियुक्त मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, राज्य के नए विकास आयुक्त श्री अजय कुमार सिंह सहित विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव/सचिव तथा अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

डॉ. इरफान अंसारी करेंगे भव्य रावण दहन समारोह का उद्घाटन- आलोक कुमार दुबे”

रांची। राजधानी रांची के एचईसी स्थित शालीमार बाजार, धुर्वा में इस वर्ष भी परंपरागत विजयादशमी रावण दहन समारोह भव्य रूप से आयोजित होगा। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर विजयादशमी रावण दहन समारोह समिति और रांची नगर निगम अधिकारियों ने संयुक्त रूप से स्थल का निरीक्षण किया और विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान समिति के मुख्य संरक्षक एवं झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे, समिति अध्यक्ष संजीत यादव, महासचिव सौरव पाण्डेय तथा मुख्य सहयोगी अभिषेक साहू उपस्थित थे। वहीं नगर निगम की ओर से मुख्य प्रशासक सुशांत गौरव, अपर प्रशासक संजय कुमार, उप प्रशासक रवीन्द्र कुमार, शाखा पदाधिकारी ओंकार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।

निरीक्षण के बाद नगर निगम के मुख्य प्रशासक सुशांत गौरव ने कहा कि निगम की ओर से स्वच्छता, सुरक्षा और यातायात की सभी आवश्यक तैयारियों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि लोग बिना किसी असुविधा के कार्यक्रम का आनंद उठा सकें। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस ऐतिहासिक परंपरा को सफल और भव्य बनाने में निगम हरसंभव सहयोग करेगा। वहीं समिति के मुख्य संरक्षक आलोक कुमार दूबे ने कहा कि 1968 से चली आ रही इस परंपरा को हम सब मिलकर और भी भव्य रूप देंगे। ‌उन्होंने कहा कि रावण दहन केवल एक प्रतीकात्मक आयोजन भर नहीं है, बल्कि यह हमारी सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।

आलोक दूबे ने बताया कि इस वर्ष रावण का पुतला 55 फीट और मेघनाद का पुतला 50 फीट ऊँचा तैयार किया जा रहा है।पुतला दहन के पूर्व आतिशबाजी की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया जा रहा है।चलंत शौचालय, मेडिकल टीम भी रहेंगे।समिति के पदाधिकारी राहुल तिवारी, राजेश यादव, मंटू यादव, रवि शंकर सिंह, राहुल कुमार बिट्टू, अमित राय,मेंहुल दूबे और शुभम पंडित कार्यक्रम की सफलता को लेकर लगातार काम कर रहे हैं, मैदान को युद्ध स्तर पर समतल किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. इरफान अंसारी करेंगे जबकि मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की और श्रीमती दीपिका पाण्डेय सिंह उपस्थित रहेंगी। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में सुबोधकांत सहाय समारोह की शोभा बढ़ाएंगे।

समिति की ओर से यह भी कहा गया कि एचईसी धुर्वा और डोरंडा क्षेत्र एवं रावण दहन कार्यक्रम हर साल पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की नजरों से उपेक्षित रहता है। जबकि 2 अक्टूबर को यहां एक लाख से अधिक लोग शामिल होते हैं, फिर भी यह आयोजन फोकस में नहीं रहता। आयोजकों ने उम्मीद जताई है कि इस वर्ष प्रशासन समिति और जनता को निराश नहीं करेगा और सभी स्तर पर बेहतर सहयोग प्रदान करेगा।

इस वर्ष का रावण दहन समारोह आलोक कुमार दूबे के नेतृत्व में समिति के मुख्य संरक्षक के रूप में और संजीत यादव अध्यक्ष, अभिषेक साहू मुख्य सहयोगी तथा सौरव पाण्डेय महासचिव के रूप में आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों का कहना है कि दशकों से चली आ रही इस परंपरा को और भी यादगार और ऐतिहासिक रूप देने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।