चार दिन बीतने के बाद भी दुष्कर्म पीड़िता का नहीं कराया मेडिकल ,मिशन शक्ति की धज्जियां उड़ाती अमृतपुर थाना पुलिस
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अमृतपुर फर्रुखाबाद।प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ का महिला सशक्तिकरण को लेकर चलाया जा रहा महिला शक्ति मिशन को अमृतपुर थानाध्यक्ष जो खुद एक महिला होने के बावजूद इस मिशन को पलीता लगा रहीं हैं। अमृतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पिथनापुर का मजरा जेल की मड़ैया का मामला इस समय क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जेल की मड़ैया के रहने वाले एक व्यक्ति की पत्नी जो मानसिक रूप से परेशान भी रहती हैं जिनका इलाज भी बरेली के किसी डॉक्टर के यहां उस महिला का इलाज चल रहा है। पीड़ित महिला 18 सितंबर को समय करीब 10 बजे अपने खेत में जानवरों के लिए घास काटने गई थी, वहीं पास के खेतों में गांव का ही रहने वाला लालबहादुर पुत्र द्वारिका भी घास काट रहा था।
आरोपी लालबहादुर ने खेत पर महिला को अकेला देख लिया वासना में डूबे आरोपी ने जाकर महिला को दबोच लिया और महिला के साथ दुष्कर्म करने लगा महिला के चीखने चिल्लाने की आवाज सुन महिला के जेठ का लड़का घटना स्थल की तरफ दौड़कर पहुंचा तो देखा लालबहादुर उसकी चाची के साथ दुष्कर्म कर रहा था। महिला के जेठ के लड़के ने दुष्कर्मी लालबहादुर को ललकारा और दुष्कर्मी को दबोच लिया महिला के जेठ के लड़के और दुष्कर्मी से काफी देर तक हाथपाई होती रही इसी बीच किसी तरह दुष्कर्मी लालबहादुर चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया।
चश्मदीद जेठ के लड़के ने दुष्कर्मी लालबहादुर का काफी दूर तक पीछा भी किया लेकिन वो हांथ नहीं लगा। तबतक गांव के अन्य लोग भी घटना स्थल पर पहुंच गए उन्होंने महिला के अस्तव्यस्त हो रहे कपड़ों को ठीक कर महिला को घर लेकर पहुंचे। महिला का पति और परिजन महिला को लेकर अमृतपुर थाना पहुंचे थानाध्यक्ष मोनू शाक्या को अपनी आप बीती सुनाई थाना मोनू शाक्या ने पीड़ित पति को प्रार्थना पत्र लिखकर देने को कहा पीड़ित कम पढ़ा लिखा होने की बात कही तो थाना प्रभारी ने थाने पर तैनात होमगार्ड से प्रार्थना पत्र लिखने को कहा होमगार्ड ने प्रार्थना पत्र लिखकर पीड़ित को दिया पीड़ित ने प्रार्थना पत्र थाना प्रभारी मोनू शाक्या को देकर कार्यवाही की गुहार लगाई और महिला का मेडिकल करवाने का भी आग्रह किया लेकिन थाना प्रभारी ने कहा जांच पड़ताल करने के बाद ही महिला का मेडिकल करवाया जाएगा।
पीड़ित से थाना प्रभारी मोनू शाक्या ने कहा कि तुम लोग जाओ हम घटना स्थल पर आते हैं। थाना प्रभारी मोनू शाक्या गांव पहुंच कर घटना स्थल पर गई और जांच पड़ताल की और दुबारा आने को कहकर चली गई फिर दुबारा भी गांव गई लेकिन कार्यवाही के नाम पर वही कहावत चरितार्थ हुई नौ दिन चले अढ़ाई कोस कहने का मतलब न तो दुष्कर्मी लालबहादुर को ही गिरफ्तार किया और ना ही महिला का मेडिकल परीक्षण ही कराया। हार थककर दूसरे दिन पीड़ित जिले की तेज तर्रार कप्तान आरती सिंह की चौखट पर पहुंच अपनी आप बीती बताई और प्रार्थना पत्र लिखकर दिया पुलिस कप्तान आरती सिंह ने कार्यवाही का भरोसा देकर घर भेज दिया। पीड़ित महिला के पति को अब न्याय की उम्मीद धुंधली पड़ती नजर आने लगी हताश निराश पीड़ित ने आज मीडिया कर्मियों के सामने अपना दर्द बयान किया पीड़ित पति ने कहा कि आज चार दिन हो चुके हैं मेरी पीड़ित पत्नी का पुलिस ने मेडिकल परीक्षण नहीं कराया अब जो दिन बीत रहे हैं न्याय की आस टूटती जा रही है।
वहीं महिला के पति ने पुलिस और आरोपी के बीच साठगांठ होने का आरोप लगाया पीड़ित ने सीधे तौर पर कहा कि आखिर साठगांठ नहीं हो गई तो और क्या है कि दुष्कर्म जैसे संवेदनशील मामले में पुलिस की चुप्पी खुद में चुगली करती नजर आ रही है।इस संबंध में थाना प्रभारी मोनू शाक्या ने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है।जांच के उपरांत मुकदमा लिखा जाएगा तथा महिला का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा।
काम में व्यस्तता होने के कारण अभी मेडिकल परीक्षण नहीं कराया जा सका है।इस संबंध में क्षेत्राधिकारी अमृतपुर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी प्राप्त करता हूं ।मामले पर कार्यवाही की जाएगी।
Sep 22 2025, 13:49