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26वें शिवकु‌मार सिंह स्मृति राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच में देवरिया को हराकर बलिया बना विजेता
संजीव सिंह बलिया । ताड़ीबड़ागावं : श्री सुभाष इण्टर कॉलेज के मैदान में आयोजित 26वें शिवकु‌मार सिंह स्मृति राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच बलिया और देवरिया के बीच खेला खेला गया। टॉस जीतकर देवरिया की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 18.3 ओवर  में 95 रन पर ऑल आउट हो गयी। विवेक सिंह ने 24 गेंदों में 20 रनों की पारी खेली, जिनका साथ देते हुए कृष्णा पाण्डे ने 11 गेंदों पर 14 रन बनाया। बाकी कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका। 
वहीं, बलिया टीम की तरक से गेंदबाजी करते हुए आकाश, अमित, दीपक पाण्डे व वीरेन्द्र भारद्वाज को 2-2 सफलताएं मिली। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बलिया की टीम 11.4 ओवर में ही जीत दर्ज की। देवरिया के गेंदबाजों ने अतिरिक्त के 46 स खर्च किए। बालिया की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए दीपक पाण्डे ने 14 रन बनाए। कप्तान अमरेन्द्र तिवारी 13 रन व मुरारी यादव ने 6 गेंदों का सामना करते हुए 14 रन बनाए। देवरिया के तरफ से गेंद‌बाजी करते हुए प्रिंस साहनी को दो सफलताएं मिली। 
मैच का उद्धघाटन छट्ठू राम ने फीता काटने के साथ ही खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। वहीं, मैन ऑफ द मैच आकाश यादव को पूर्व ABRC चिलकर बलवंत सिंह द्वारा दिया गया। मैन ऑफ द सीरिज बलिया टीम के दीपक पाण्डे को सूर्य प्रताप सिंह पूर्व मण्डल अध्यक्ष BJP भीमपुरा द्वारा दिया गया। बेस्ट फिल्डर का इनाम दीपक पाण्डे को राणा सिंह भीमपुरा तथा बेस्ट बॉलर का इनाम आकाश यादव को गुमान सिंह द्वारा दिया गया। वहीं, बेस्ट बल्लेबाज का इनाम दीपक पांडेय को प्रदीप सिंह ने दिया। उपविजेता की ट्रॉफी खंड शिक्षा अधिकारी  नगरा राम प्रताप सिंह  ने देवरिया टीम के कप्तान दुर्गेश पाण्डेय को चमचमाती ट्रॉफी व नगद 20 हजार रुपये दिया। बतौर मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी चिलकहर हिमांशू सिंह ने चमचमाती ट्रॉफी तथा नगद 30 हज़ार रुपये से पुरस्कृत किया। मैच में स्कोरिंग का कार्य राजीव सिंह व कुंवर सिंह ने किया, जबकि कमेंटेटर की भूमिका चन्द्रशेखर सिंह व शुभम सिंह ने निभाई। अम्पायर की भूमिका में हीरालाल सिंह व रघूधन प्रसाद रहे।मैच के दौरान आयोजन समीति के अध्यक्ष मैनुद्दीन अंसारी, मुकेश सिंह, राजीव सिंह, मुकेश, शैलेश्वर सिंह, रमेश सिंह, अमित चौबे, अश्विनी सिंह सोनू, आशीष सिंह, चन्नू पिंटू सिंह, टीपू सिंह, रजनीश सिंह,अभिषेक सिंह, विनय सिंह, धर्मेंद्र गुप्ता, राजेश यादव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।  मैच का पुरस्कार वितरण समारोह कार्य राजेश सिंह व विपिन ने बखूबी निभाई। मैच सूरू होने से पहले जबलपुर टीम के कोच रहे स्व. राहुल राजभर ताडी बड़ा गांव को आयोजन समीति के साथ ही मेहमान टीमों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। 
भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी, 7 हजार करोड़ से ज्यादा नकदी, जानें कांग्रेस के पास कितना बैंक बैलेंस?

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2014 से केंद्र की सत्ता में काबिज भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी है। भाजपा के पास 7113 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस है। निर्वाचन आयोग को मुहैया कराए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास सिर्फ 857.15 करोड़ रुपए हैं। भाजपा के पास कांग्रेस से करीब साढ़े 8 गुना ज्यादा कैश और बैंक बैलेंस है।

आंकड़ों के मुताबिक भाजपा ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 1700 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यह खर्च 2022-23 के खर्च से 60% ज्यादा है। उस साल पार्टी ने करीब 1000 करोड़ रुपए खर्च किए थे।

इसकी तुलना में कांग्रेस ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब छह सौ करोड़ रुपए खर्च किए। यह 2022-23 के खर्च से करीब 3 गुना ज्यादा है। उस साल कांग्रेस ने करीब दो सौ करोड़ रुपए खर्च किए थे।

भाजपा को पिछले साल से 2 गुना चंदा मिला

निर्वाचन आयोग को वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भाजपा को पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 2 गुना चंदा मिला है। भाजपा को 2023-24 के दौरान चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के माध्यम से 1,685.69 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ, जबकि उसके पिछले वर्ष यह 1294.15 करोड़ रुपये था। सत्तारूढ़ दल ने वर्ष के दौरान 2,042.75 करोड़ रुपये का अन्य चंदा भी प्राप्त किया जबकि उसके पिछले वर्ष 2022-23 में उसे 648.42 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था।

वहीं, कांग्रेस को 2023-24 के दौरान कुल 1225.11 करोड़ रुपए का चंदा मिला। इसमें 828.36 करोड़ रुपए चुनावी बॉण्ड के जरिए मिले हैं। चुनावी बॉण्ड को अब सुप्रीम कोर्ट ने बैन कर दिया है।

भाजपा और कांग्रेस ने विज्ञापन पर कितने किए खर्च

रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने विज्ञापनों पर 591 करोड़ खर्च किए। इसमें से 434.84 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और 115.62 करोड़ प्रिंट मीडिया में दिए गए विज्ञापनों पर खर्च शामिल है। सत्तारूढ़ पार्टी ने 2023-24 के दौरान विमानों और हेलिकॉप्टरों के मद में 174 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि, 2022-23 में यह राशि 78.23 करोड़ रुपये थी।

कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान विज्ञापनों पर 251.67 करोड़ खर्च किए। इसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विज्ञापनों पर 207.94 करोड़ और प्रिंट मीडिया के विज्ञापनों पर 43.73 करोड़ शामिल हैं। इस दौरान विमान और हेलिकॉप्टर के किराए के मद में पार्टी को 62.65 करोड़ खर्चने पड़े। पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि उसने 2023-24 के दौरान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपए खर्च किए। पहली भारत जोड़ो यात्रा पर 71.84 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।

बीजेपी नेताओं के कुंभ स्नान पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का तंज कसना पड़ा महंगा, दर्ज हुआ परिवाद

डेस्क : महाकुंभ में इन दिनों रोजाना एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डूबकी लगाने के लिए आ रहे हैं। जिसमें बीजेपी नेता भी शामिल हैं जो महाकुंभ में आकर गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। जिसपर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। उनके खिलाफ बिहार में परिवाद दायर किया गया है। कुंभ स्नान को लेकर खड़गे ने मध्यप्रदेश में जो बयान दिया था उसी के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दर्ज हुआ है। मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने खड़गे के खिलाफ परिवाद दायर किया है। इस मामले पर अगली सुनवाई 03 फरवरी को होगी।

बता दें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी नेताओं के महाकुंभ में गंगा स्नान को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'अरे भाई, गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपको खाना मिलता है क्या? मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यप्रदेश के महू में यह बातें कही।

खड़गे ने आगे कहा था कि मैं किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचना चाहता हूं। मेरी बातों से यदि किसी को ठेस पहुंचता है तो माफी मांगता हूं। लेकिन आप बताइए कि बच्चा भूखा मर रहा है। बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है। मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है। उधर गंगा में डुबकी लगाने के लिए बीजेपी नेताओं में होड़ मची हुई है। हजारों रुपये खर्च करके कम्पटीशन में डुबकियां मार रहे हैं। ऐसे लोगों से देश की भलाई नहीं होने वाली है। खड़गे ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी देशद्रोही है उन्होंने आगे कहा कि यदि गरीबी-बेरोजगारी से मुक्ति चाहते हैं तो संविधान की रक्षा करें।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि महू की धरती पर बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर का जन्म हुआ था। देश में दलितों और वंचितों को उनके अधिकार दिलाने का काम बाबा साहेब ने किया था। जब अकेले बाबा साहेब इतना काम कर सकते हैं, तो आप सभी यदि बाबा साहेब जैसे बन जाएं तो BJP की सरकार हिल जाएगी। बाबा साहेब, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसा आप लोगों को बनना है और संविधान की रक्षा करनी है और यह लड़ाई आपकी तरफ से राहुल गांधी लड़ रहे हैं।

मध्य प्रदेश के महू में सोमवार को रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा गंगा में डूबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? क्या इससे रोजगार मिलता है क्या? खड़के के इस बयान को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर में एक अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने परिवाद दायर किया है। कहा है कि मल्लिकार्जून ने इस तरह की टिप्पणी जान बूझकर सनातन व हिन्दुओं के भावना को ठेस पहुंचाने की नियत से किया है।

जिनकी गंगा मईया में आस्था है और जो कुम्भ नहाने गये है या फिर जा रहे हैं उन हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम उन्होंने किया है। हिन्दुओं की भावना उनके इस बयान  से आहत हुई है। इसका काफी विरोध भी हो रहा है। अपने दल के तुच्छ लाभ पहुंचाने के लिए इस तरह की टिप्पणी सार्वजनिक किया है। जो अखबार और टीवी चैनेल पर आया है। अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने खड़गे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है।
70वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के साथ नामांकन भरने पहुंचीं महापौर उम्मीदवार मीनल चौबे,मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल रहे मौजूद

रायपुर- छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में आज नामांकन जमा करने का आखिरी दिन है। रायपुर नगर निगम से BJP (भारतीय जनता पार्टी) की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने आज निगम के सभी 70 वार्डों में पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों के साथ विशाल रैली निकालकर शहर का भ्रमण करते हुए अपना नामांकन जमा किया। इस दौरान उनके साथ मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन, विधायक सुनील सोनी, महामंत्री संजय श्रीवास्तव समेत हजारों की संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का मिलेगा लाभ – महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे

रायपुर महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे इस चुनाव को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आशीर्वाद लेकर नामांकन फॉर्म जमा करने आई हूँ। आज का दिन मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। हमारे भाजपा परिवार ने मुझ पर भरोसा जताया है। हम विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले समय में एक सुंदर रायपुर बनाकर रहेंगे। रायपुर शहर की जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार से हताश, निराश और परेशान हो चुकी है। कांग्रेस सरकार ने रायपुर शहर की जनता और रायपुर नगर निगम को लूटा है। हम चुनकर आएंगे तो महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को रोजगार और हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे। हमारे समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का लाभ पहुँचाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।

रायपुर में अब विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है – मंत्री नेताम

नामांकन रैली के दौरान रायपुर के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हमारी बहन मीनल चौबे भारी मतों से चुनाव जीतकर आएँगी। इस बार विकास की चाबी हमारी महापौर और भाजपा की सरकार के पास रहेगी। इस दौरान मंत्री नेताम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस के महापौरों ने रायपुर शहर के विकास को पूरी तरह रोक दिया था, अब वह विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है। कांग्रेस पार्षद बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भविष्य में कांग्रेस की और दुर्गति होने वाली है।

रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है BJP – सांसद बृजमोहन

रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि इस नामांकन रैली की भीड़ जनता के भरपूर समर्थन को स्पष्ट करती है। इस बार भारतीय जनता पार्टी रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है। जिस तरीके से पिछली सरकार ने छल-कपट के साथ जनता को ठग लिया था, उसका हिसाब इस चुनाव में निकाला जाएगा।

भाजपा के पंद्रह साल का वनवास समाप्त हो पाएगा – विधायक मूणत

रायपुर पश्चिम से बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने रायपुर महापौर चुनाव को लेकर कहा कि वनवास भी टूटेगा और रामराज भी आएगा। कांग्रेस पार्टी ने मिलकर रायपुर शहर की जनता को लूटा है। इस शहर को विकसित प्लानिंग के साथ बढ़ाना और आम जनता को लाभ पहुँचाना हमारा संकल्प है। कांग्रेस का दिवाला निकल चुका है। कांग्रेस के पास मेयर की दावेदारी के लिए नेता नहीं था, इसलिए नेता की पत्नी को चुनाव लड़वाने पर मजबूर होना पड़ा।

हम लाखों मतों की लीड से जीतेंगे चुनाव – भाजपा महामंत्री श्रीवास्तव

आज की नामांकन रैली ने यह साबित कर दिया कि हम लाखों मतों की लीड से चुनाव जीतने वाले हैं। हमारे सभी वार्डों में पार्षद भी चुनकर आएँगे और महापौर भी हम ही बनाएँगे। यह केवल माहौल नहीं, यह हमारे कामों का प्रतिफल है। कांग्रेस अभी प्रत्याशी ही घोषित कर रही है, और हम नामांकन भी भर रहे हैं। कांग्रेस नेता-आधारित पार्टी है, किसी का किसी पर नियंत्रण नहीं है। इसीलिए आज बागी सामने आ रहे हैं।

गौरतलब है कि रायपुर नगर निगम में पिछले चुनाव में कड़ा मुकाबला रहा था, हालांकि महापौर के पद पर कांग्रेस के एजाज ढेबर जीते थे, रायपुर में 70 वार्ड हैं, 2019 के चुनाव में बीजेपी के 29 पार्षद चुनाव जीते थे, जबकि कांग्रेस के 34 पार्षद चुनाव जीते, वहीं सात निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते थे। ऐसे में यहां भी मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है।
पार्षद प्रत्याशी श्वेता विश्वकर्मा, विशाल पाण्डेय, भगतराम हरवंश, मनमोहन मनहरे, नन्दकुमार साहू, अम्बिका साहू, खगपति सोनी, खेमकुमार सेन, आर्ची साहू, गोपेश कुमार साहू, देवदत्त द्विवेदी, मोहन साहू, साधना प्रमोद साहू, महेंद्र खोडियार, सूर्यकांत राठौर, राजेश देवांगन, गज्जू साहू, प्रमिला साहू, सोहन साहू, प्रीतम ठाकुर, अमन ठाकुर, गायत्री सुनील चंद्राकर, मीना ठाकुर, कृष्णा पंचुराम भारती, राधिका साहू, भोलाराम साहू, रामहीन कुरें, अवतारसिंह बागल, कृतिका जैन, कैलाश बेहरा, राजेश कुमार गुप्ता, पुष्पा रोहित साहू, प्रभा मनोज विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा, ज्ञानचंद चौधरी, घनश्याम रक्सेल, दीपक जायसवाल, आनंद अग्रवाल, सुमन अशोक पाण्डेय, आशु चंद्रवंशी, सरिता दुबे, अम्बर अग्रवाल, अजय साहू, मुरली शर्मा, प्रीति परताले, संजना संतोष हियाल, संतोष साहू, महेश ध्रुव, अनामिका सिंह, गायत्री नौरंगे, उत्तरा सिंह, विनय पंकज निर्मलकर, मनोज जांगडे, सुषमा तिलक साहू, विनय प्रताप सिंह ध्रुव, सचिन मेघानी, अमर गिदवानी, स्वप्निल मिश्रा, अंजलि जितेन्द्र गोलछा, रमेश सपहा, रवि सोनकर, बद्री प्रसाद गुप्ता, प्रमोद कुमार साहू, मनोज वर्मा, मंजू राजेंद्र सिंह यादव, श्याम सुंदर अग्रवाल, ममता तिवारी, दुर्गा यादराम साहू, महेंद्र औसर और अर्जुन यादव ने भी रैली में शामिल होकर नामांकन दाखिल किया।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम करने का मिलेगा फायदा, कांग्रेस में टिकट विवाद पर सिंहदेव बोले –

रायपुर-  नगर निगम रायपुर के कांग्रेस महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने आज नामांकन जमा किया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हमने पूरे नगरीय निकाय में बेहतर काम किया है. रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम किया है, इसका फायदा मिलेगा. इस बार भी महापौर के लिए बेहतर प्रत्याशी का चयन किया है.

लेन-देन का आरोप, बघेल बोले – क्या बिलासपुर में BJP को OBC महिला नहीं मिला

नेताओं-कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर बघेल ने कहा, कही-कही नाराजगी है, उन्हें मना लेंगे. नगरीय निकाय क्षेत्र में साय सरकार में एक ढेला काम नहीं हुआ है. इस बार भी कांग्रेस की जीत निश्चित है. भाजपा ने कांग्रेस में टिकट के लिए लेन-देन का आरोप लगाया है. इस पर भूपेश बघेल ने कहा, बिलासपुर में क्या इन्हें ओबीसी महिला नहीं मिला. भाजपा के लोग पैसे की भाषा समझते हैं, इसलिए पैसे की बात करते हैं.

सभी को खुश नहीं कर सकते : टीएस सिंहदेव

कांग्रेस में टिकट विवाद पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा, यह तो प्रक्रिया है. कुछ लोग नाराज हैं, लेकिन उनको मना लिया जाएगा. छत्तीसगढ़ में विधानसभा में 90 सीट है, जबकि नगर निगम रायपुर में अकेला 70 सीट है. इसमें सभी को खुश नहीं किया जा सकता.

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के कुंभ पर दिए बयान को लेकर सिंहदेव ने कहा, यह संवेदनशील विषय है. इस पर उन्होंने अपना दृष्टिकोण बताया है. अब हर बात में सनातन की बात होती है. 72 साल की उम्र में मुझे भी लगता है अब सनातन समझना होगा. धर्म अलग है और कर्म अलग है. धर्म के साथ कर्म और मेहनत भी जरूरी है.

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आया भाजपा नेता का नाम, बेटे जीशान के दावे के बाद मामले में नया मोड़
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एनसीपी अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी है। इस चार्जशीट में बाबा को गोली मारने वाले मेन शूटर शिवकुमार गौतम ने दावा किया है कि सिद्दीकी के दाऊद इब्राहिम से संबंध और 1993 के मुंबई धमाकों में शामिल होने के कारण अनमोल ने उसे मारने का आदेश दिया था। वहीं दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने एक बड़ा बयान देकर मामले में और गर्माहट ला दी है। जीशान ने दावा किया कि उनके पिता के साथ कई डेवलपर्स, कॉन्ट्रैक्टर्स और भाजपा नेताओं का संपर्क था, जो पुनर्विकास परियोजनाओं से जुड़े हुए थे। साथ ही उन्होंने इस मामले में अपने पिता की एक डायरी का भी जिक्र किया। 

जीशान ने पुलिस को बताया कि एक बार एक डेवलपर ने उनके पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता और वे खुद बांद्रा में झुग्गीवासियों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे थे और इस कारण उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए थे। जीशान सिद्दीकी ने पुलिस को बताया कि उनके पिता बाबा सिद्दीकी के साथ कई डेवलपर्स का नियमित संपर्क था। इसलिए उनके पिता को अपनी चिजें डायरी में लिखने की आदत थी।

जीशान ने यह भी बताया कि हत्या के दिन शाम 5:30 से 6 बजे के बीच भाजपा कार्यकर्ता मोहित कंबोज ने उनके पिता से व्हाट्सएप पर संपर्क किया था। मोहित, जो बांद्रा में मुंद्रा बिल्डर्स के एक प्रोजेक्ट के बारे में उनके पिता से मिलना चाहता था, इस बारे में उनसे बात कर रहा था।

बता दें कि बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 26 आरोपियों में से छह ने मजिस्ट्रेट के सामने विस्तृत कबूलनामा दिया है, जो चार्जशीट का हिस्सा है। पुलिस ने चार्जशीट में जीशान सिद्दीकी के बयान को भी शामिल किया है। पूर्व विधायक ने पुलिस को दिए अपने बयान में शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब का भी नाम लिया है। उन्होंने दावा किया है कि परब ने एसआरए परियोजना के बारे में झुग्गीवासियों की एक बैठक की थी।

24 अक्टूबर, 2024 को दर्ज कराए गए बयान में जीशान सिद्दीकी ने कहा कि वह बांद्रा ईस्ट और वेस्ट में एसआरए परियोजनाओं में काम करने वालों के अधिकारों के लिए लड़ रहे थे। कई डेवलेपर्स वहां के लोगों के साथ अन्याय कर रहे थे। बयान में उन्होंने दावा किया है कि पृथी चव्हाण, शाहिद बलवा, शिवालिक वेंचर्स, अडानी, नबील पटेल, विनोद गोयनका, परवेज लकड़वाला, मुंद्रा बिल्डर्स, विनय ठक्कर, ओमकार बिल्डर्स और बीजेपी नेता मोहित कंबोज सहित कई बिल्डर मेरे पिता के साथ नियमित संपर्क में थे।अपने बयान में जीशान सिद्दीकी ने बताए गए सभी प्रोजेक्ट की जांच की मांग की थी।

वहीं, जीशान के बयान में नाम आने के बाद मोहित कंबोज ने प्रतिक्रिया दी है। मोहित का कहना है कि पूरे मामले में जीशान के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. बाबा सिद्दीकी मेरे अच्छे दोस्त थे। हफ्ते में दो से तीन बार मैं उनसे बात करता था। कंबोज के मुताबिक हत्या के दिन उसी शाम मेरी बात बाबा सिद्दीकी से हुई और वे एनडीए के नेता थे। हम दोनों में राजनीति और नॉर्मल बाते होती रहती थी। मैं भी बांद्रा में रहता हूं और सिद्दीकी भी यहीं पर रहते थे।
50 फीसदी से ज्यादा बढ़ाएंगे रिजर्वेशन, ‘जय संविधान’ कार्यक्रम में राहुल गांधी ने किया ऐलान

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मध्य प्रदेश के महू में सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ी रैली की। महू में राहुल गांधी ने जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत जय बापू, जय भीम, जय संविधान से की। साथ ही जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी से लेकर पेट्रोल की कीमतों तक को लेकर बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। इसमें आंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, भगवान बुद्ध, फुले जी जैसे महापुरुषों की आवाज है। कांग्रेस नेता ने कहा, बीजेपी ने लोकसभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी, इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे, लेकिन उनके सामने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता खड़े हुए हैं। नतीजा ये हुआ कि लोकसभा में नरेंद्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा।

राहुल गांधी ने कहा कि जिस दिन ये संविधान खत्म हो जाएगा, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा। दलितों-आदिवासियों-पिछड़ों के लिए देश में कुछ नहीं बचेगा। इनका यही लक्ष्य है। राहुल गांधी ने कहा कि संविधान से पहले गरीबों और आदिवासियों के पास कोई अधिकार नहीं थे। बीजेपी और आरएसएस चाहती है कि आजादी से पहले जो स्थिति थी, वैसा ही भारत वे लोग चाहते हैं। गरीब भूखे मर जाएं, वे लोग कोई सपना नहीं देखें। हिंदुस्तान को सिर्फ अरबपति चलाएं। सारे कॉन्ट्रैक्ट उनके हाथ में चले जाएं। संविधान की लड़ाई आरएसएस और बीजेपी के लोगों से है।

संघ प्रमुख मोहन भागवत पर कड़ा प्रहार

राहुल गांधी ने संघ प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ दिन पहले आरएसएस के नेता मोहन भागवत ने कहा कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी, असली आजादी तो मोदी जी के आने के बाद मिली थी। राहुल गांधी ने कहा कि ये सीधा संविधान पर आक्रमण है।

सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में

राहुल गांधी ने अंबानी की शादी पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि आज 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में है। यहां के अरबपति अरबों रुपये अपने बेटे की शादी में खर्चा कर देते हैं। कोई दस करोड़ की घड़ी पहनता है तो कोई 15 करोड़ की घड़ी पहनता है, मगर आपको अपने बच्चे की शादी करवानी हो तो कर्जा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा एक बात भूलिए मत, जितना धन अदाणी और अंबानी के पास जाएगा, उतना कम रोजगार आपके बच्चों को मिलेगा।

जीएसटी अरबपति नहीं देते

राहुल ने कहा कि जो नोटबंदी इन्होंने की, जो जीएसटी लागू की, ये हिन्दुस्तान के गरीब लोगों को खत्म करने के औजार है। ये योजना नहीं ये हथियार है। उन्होंने कहा कि जीएसटी कौन देता है, जीएसटी अरबपति नहीं देते हैं। जीएसटी हिन्दुस्तान के गरीब लोग देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि लाखों करोड़ों रुपये आपके जेब से निकाला जाता है।

आदिवासी राष्ट्रपति को मंदिर में नहीं जाने दिया

इसके साथ ही राहुल गांधी ने राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन में किसी गरीब को आपने देखा क्या। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इन्होंने मंदिर के उद्घाटन में नहीं जाने दिया। इसके साथ ही संसद भवन के उद्घाटन में भी राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया।गरीब, जनरल कास्ट और दलितों/पिछड़ों के हाथ में क्या आ रहा है? 90 फीसदी आबादी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।

सत्ता में आते ही जाति जनगणना कराने का वादा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश का बजट 90 अफसर बनाते हैं, उनमें से दलित, पिछड़ा, गरीब जनरल कास्ट, आदिवासी कितने है मैंने सोचा पता लगाते हैं। इनमें से 3 पिछड़े हैं, कहते हैं उनको की चुप बैठो वरना तुम्हारी एसीआर बिगाड़ देंगे। क्या ये अन्याय नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि आप या तो मजदूरी करो या चिल्लाओगे तो जेल जाओ। ये बीजेपी का विजन है। हम सत्ता में आते ही जाति जनगणना कर देंगे। पिछड़ों को ये भी नहीं मालूम कि उनकी आबादी कितनी है, शर्म की बात है। मोदी जी कहते हैं कि मैं ओबीसी हूं लेकिन आबादी का पता नहीं। आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से ज्यादा करेंगे।

वक्फ कानून में संशोधन के सभी 14 प्रस्ताव पास, विपक्ष के सभी सुझाव संसदीय समिति से खारिज

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वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा कर रही ज्‍वाइंट पार्लियामेंट कमेटी यानी जेपीसी ने सोमवार को बीजेपी और एनडीए के सभी संशोधनों को स्वीकार कर लिया। संसदीय समिति ने सोमवार को सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को स्वीकार कर लिया। इस दौरान विपक्ष द्वारा पेश किए गए हर बदलाव को ठुकरा दिया गया।जेपीसी की अगली बैठक 29 जनवरी को होगी।विपक्ष ने आरोप लगाया है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है।

जेपीसी की बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि 44 संशोधनों पर चर्चा हुई। 6 महीने के दौरान विस्तृत चर्चा के बाद, हमने सभी सदस्यों से संशोधन मांगे। यह हमारी अंतिम बैठक थी इसलिए समिति द्वारा बहुमत के आधार पर 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया है। विपक्ष ने भी संशोधन सुझाए थे। हमने उनमें से प्रत्येक संशोधन को आगे बढ़ाया और इस पर वोटिंग हुई। मगर उनके के समर्थन में 10 वोट पड़े और इसके विरोध में 16 वोट पड़े। इसके बाद विपक्षी दलों को संशोधन को अस्वीकार कर दिया गया।

जगदंबिका पाल पर तानाशाही का आरोप

वहीं, विपक्षी सांसदों ने जेपीसी की बैठकों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया नष्ट होने का आरोप लगाया। टीएमसी सांसद और जेपीसी के सदस्य कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि जेपीसी बैठक के दौरान उनकी बात नहीं सुनी गई और जगदंबिका पाल तानाशाही तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने पूरी प्रक्रिया को हास्यास्पद करार दिया।

जगदंबिका पाल ने आरोपों को खारिज किया

हालांकि जगदंबिका पाल ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि पूरी प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से हुई और बहुमत के आधार पर फैसले लिए गए। विधेयक में जो अहम संशोधन प्रस्तावित हैं, उनमें से एक ये है कि मौजूदा कानून में प्रावधान है कि वक्फ संपत्तियों पर सवाल नहीं उठाए जा सकते, लेकिन प्रस्तावित विधेयक में इसे हटा दिया गया है।

संशोधन विधेयक में कई प्रस्ताव

वक्फ संशोधन विधेयक वक्फ बोर्डों के प्रशासन के तरीके में कई बदलावों का प्रस्ताव करता है, जिसमें गैर-मुस्लिम और (कम से कम दो) महिला सदस्यों को नामित करना शामिल है। इसके अलावा, केंद्रीय वक्फ परिषद में (यदि संशोधन पारित हो जाते हैं) एक केंद्रीय मंत्री और तीन सांसद, साथ ही दो पूर्व न्यायाधीश, चार 'राष्ट्रीय ख्याति' वाले लोग और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होने चाहिए, जिनमें से किसी का भी इस्लामी धर्म से होना आवश्यक नहीं है। इसके अलावा, नए नियमों के तहत वक्फ परिषद भूमि पर दावा नहीं कर सकती।

टिकट न मिलने से BJP के पूर्व पार्षद का झलका दर्द : शैव्या ने पार्टी पर लगाया परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप, कहा – हमारी मेहनत क्या कम थी?
खैरागढ़-   नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के ऐलान के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. खैरागढ़ जिले के छुईंखदान नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की सियासी गलियों में भूचाल आ गया है. वार्ड नंबर एक की पूर्व पार्षद और जिला महिला मोर्चा मंत्री शैव्या वैष्णव ने टिकट न मिलने से आहत होकर सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो जारी किया है. वीडियो में शैव्या रोते हुए न केवल पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है, बल्कि राजनीति में महिलाओं के संघर्ष और उनके साथ होने वाले अन्याय पर भी खुलकर अपनी बात रखी है. बताया जा रहा कि शैव्या वैष्णव को अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के करीबी वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख की बेटी शीतल जैन को उम्मीदवार बनाया है.

अपने वीडियो में शैव्या ने कहा, “मैं शैव्या वैष्णव, पूर्व पार्षद यह वीडियो उन सभी महिलाओं के लिए बना रही हूं, जो राजनीति में हैं. महिलाओं के लिए राजनीति करना आसान नहीं है. परिवार और बच्चों को छोड़कर मैदान में मेहनत करनी पड़ती है. मैंने भी दिन-रात मेहनत की थी, लेकिन नतीजा क्या मिला? उन महिलाओं को टिकट दिया गया, जिनके पीछे बड़े नेताओं और परिवार का हाथ है. हमारी मेहनत क्या कम थी? आरक्षण इसलिए आया था कि महिलाएं आगे बढ़ सकें, लेकिन यहां आरक्षण भी परिवारवाद का भेंट चढ़ गया.”

भाजपा ने शीतल जैन को बनाया है प्रत्याशी

स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शैव्या के प्रति जताई सहानुभूति

शैव्या ने पार्टी पर सीधे-सीधे परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि महिलाओं के संघर्ष और योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया. उनका यह बयान न केवल छुईंखदान, बल्कि पूरे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. शैव्या का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी हलकों में खलबली मच गई. लोगों ने भी इस वीडियो को शेयर कर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया है. वीडियो पर कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी कमेंट कर शैव्या के प्रति सहानुभूति जताई है. कुछ ने पार्टी नेतृत्व के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह भाजपा की “महिला सशक्तिकरण” के दावे को कमजोर करता है.

कांग्रेस ने कहा – भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी

शैव्या के वीडियो पर विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला बोला है. कांग्रेस नेताओं ने कहा, “भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी है. महिलाओं को सिर्फ दिखावे के लिए आगे बढ़ाने की बातें होती हैं, असल में उनके साथ अन्याय होता है.” BJP नेतृत्व इस पूरे मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि यह विवाद चुनाव में पार्टी को भारी पड़ सकता है. शैव्या का यह बयान और वायरल वीडियो छुईंखदान में BJP के चुनावी समीकरण बिगाड़ सकता है. पार्टी के सामने अब शैव्या को मनाने और कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.

टिकट वितरण के बाद कई जिलों के भाजपाइयों में असंतोष

भाजपा में टिकट वितरण के बाद लगातार असंतोष देखने को मिल रहा है. सक्ती नगर पालिका से चिराग अग्रवाल को टिकट मिलते ही वरिष्ठ भाजपा नेता संजय रामचंद्र ने इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि टिकट वितरण में लेन-देन और वरिष्ठ नेताओं की साजिशें शामिल हैं. इसी तरह रतनपुर नगर पालिका में टिकट काटे जाने पर भाजपा नेता कन्हैया यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. वहीं सुकमा में वर्तमान पार्षदों समेत 19 लोगों ने बीजेपी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.

निकाय चुनाव 2025: BJP ने रायपुर नगर निगम के सभी 70 वार्डों में अपने प्रत्याशियों का किया ऐलान, देखें पूरी लिस्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025 को लेकर BJP (भारतीय जनता पार्टी) अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है। इसी कड़ी में रविवार को पार्टी ने रायपुर नगर निगम के सभी 70 वार्डों के लिए अपने पार्षद प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की है। बीजेपी की इस लिस्ट की सबसे दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने इस बार 50% सिटिंग पार्षदों के टिकट काटे हैं। वहीं महापौर पद की रेस में रही सीमा साहू का भी टिकट काटा गया है। जानिए पार्टी ने किस वार्ड से किस प्रत्याशी को मौका दिया है।

26वें शिवकु‌मार सिंह स्मृति राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच में देवरिया को हराकर बलिया बना विजेता
संजीव सिंह बलिया । ताड़ीबड़ागावं : श्री सुभाष इण्टर कॉलेज के मैदान में आयोजित 26वें शिवकु‌मार सिंह स्मृति राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच बलिया और देवरिया के बीच खेला खेला गया। टॉस जीतकर देवरिया की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 18.3 ओवर  में 95 रन पर ऑल आउट हो गयी। विवेक सिंह ने 24 गेंदों में 20 रनों की पारी खेली, जिनका साथ देते हुए कृष्णा पाण्डे ने 11 गेंदों पर 14 रन बनाया। बाकी कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका। 
वहीं, बलिया टीम की तरक से गेंदबाजी करते हुए आकाश, अमित, दीपक पाण्डे व वीरेन्द्र भारद्वाज को 2-2 सफलताएं मिली। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बलिया की टीम 11.4 ओवर में ही जीत दर्ज की। देवरिया के गेंदबाजों ने अतिरिक्त के 46 स खर्च किए। बालिया की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए दीपक पाण्डे ने 14 रन बनाए। कप्तान अमरेन्द्र तिवारी 13 रन व मुरारी यादव ने 6 गेंदों का सामना करते हुए 14 रन बनाए। देवरिया के तरफ से गेंद‌बाजी करते हुए प्रिंस साहनी को दो सफलताएं मिली। 
मैच का उद्धघाटन छट्ठू राम ने फीता काटने के साथ ही खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। वहीं, मैन ऑफ द मैच आकाश यादव को पूर्व ABRC चिलकर बलवंत सिंह द्वारा दिया गया। मैन ऑफ द सीरिज बलिया टीम के दीपक पाण्डे को सूर्य प्रताप सिंह पूर्व मण्डल अध्यक्ष BJP भीमपुरा द्वारा दिया गया। बेस्ट फिल्डर का इनाम दीपक पाण्डे को राणा सिंह भीमपुरा तथा बेस्ट बॉलर का इनाम आकाश यादव को गुमान सिंह द्वारा दिया गया। वहीं, बेस्ट बल्लेबाज का इनाम दीपक पांडेय को प्रदीप सिंह ने दिया। उपविजेता की ट्रॉफी खंड शिक्षा अधिकारी  नगरा राम प्रताप सिंह  ने देवरिया टीम के कप्तान दुर्गेश पाण्डेय को चमचमाती ट्रॉफी व नगद 20 हजार रुपये दिया। बतौर मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी चिलकहर हिमांशू सिंह ने चमचमाती ट्रॉफी तथा नगद 30 हज़ार रुपये से पुरस्कृत किया। मैच में स्कोरिंग का कार्य राजीव सिंह व कुंवर सिंह ने किया, जबकि कमेंटेटर की भूमिका चन्द्रशेखर सिंह व शुभम सिंह ने निभाई। अम्पायर की भूमिका में हीरालाल सिंह व रघूधन प्रसाद रहे।मैच के दौरान आयोजन समीति के अध्यक्ष मैनुद्दीन अंसारी, मुकेश सिंह, राजीव सिंह, मुकेश, शैलेश्वर सिंह, रमेश सिंह, अमित चौबे, अश्विनी सिंह सोनू, आशीष सिंह, चन्नू पिंटू सिंह, टीपू सिंह, रजनीश सिंह,अभिषेक सिंह, विनय सिंह, धर्मेंद्र गुप्ता, राजेश यादव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।  मैच का पुरस्कार वितरण समारोह कार्य राजेश सिंह व विपिन ने बखूबी निभाई। मैच सूरू होने से पहले जबलपुर टीम के कोच रहे स्व. राहुल राजभर ताडी बड़ा गांव को आयोजन समीति के साथ ही मेहमान टीमों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। 
भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी, 7 हजार करोड़ से ज्यादा नकदी, जानें कांग्रेस के पास कितना बैंक बैलेंस?

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2014 से केंद्र की सत्ता में काबिज भाजपा देश की सबसे अमीर पॉलिटिकल पार्टी है। भाजपा के पास 7113 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस है। निर्वाचन आयोग को मुहैया कराए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास सिर्फ 857.15 करोड़ रुपए हैं। भाजपा के पास कांग्रेस से करीब साढ़े 8 गुना ज्यादा कैश और बैंक बैलेंस है।

आंकड़ों के मुताबिक भाजपा ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 1700 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यह खर्च 2022-23 के खर्च से 60% ज्यादा है। उस साल पार्टी ने करीब 1000 करोड़ रुपए खर्च किए थे।

इसकी तुलना में कांग्रेस ने 2023-24 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब छह सौ करोड़ रुपए खर्च किए। यह 2022-23 के खर्च से करीब 3 गुना ज्यादा है। उस साल कांग्रेस ने करीब दो सौ करोड़ रुपए खर्च किए थे।

भाजपा को पिछले साल से 2 गुना चंदा मिला

निर्वाचन आयोग को वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भाजपा को पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 2 गुना चंदा मिला है। भाजपा को 2023-24 के दौरान चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के माध्यम से 1,685.69 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ, जबकि उसके पिछले वर्ष यह 1294.15 करोड़ रुपये था। सत्तारूढ़ दल ने वर्ष के दौरान 2,042.75 करोड़ रुपये का अन्य चंदा भी प्राप्त किया जबकि उसके पिछले वर्ष 2022-23 में उसे 648.42 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था।

वहीं, कांग्रेस को 2023-24 के दौरान कुल 1225.11 करोड़ रुपए का चंदा मिला। इसमें 828.36 करोड़ रुपए चुनावी बॉण्ड के जरिए मिले हैं। चुनावी बॉण्ड को अब सुप्रीम कोर्ट ने बैन कर दिया है।

भाजपा और कांग्रेस ने विज्ञापन पर कितने किए खर्च

रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने विज्ञापनों पर 591 करोड़ खर्च किए। इसमें से 434.84 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और 115.62 करोड़ प्रिंट मीडिया में दिए गए विज्ञापनों पर खर्च शामिल है। सत्तारूढ़ पार्टी ने 2023-24 के दौरान विमानों और हेलिकॉप्टरों के मद में 174 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि, 2022-23 में यह राशि 78.23 करोड़ रुपये थी।

कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान विज्ञापनों पर 251.67 करोड़ खर्च किए। इसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विज्ञापनों पर 207.94 करोड़ और प्रिंट मीडिया के विज्ञापनों पर 43.73 करोड़ शामिल हैं। इस दौरान विमान और हेलिकॉप्टर के किराए के मद में पार्टी को 62.65 करोड़ खर्चने पड़े। पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि उसने 2023-24 के दौरान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपए खर्च किए। पहली भारत जोड़ो यात्रा पर 71.84 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।

बीजेपी नेताओं के कुंभ स्नान पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का तंज कसना पड़ा महंगा, दर्ज हुआ परिवाद

डेस्क : महाकुंभ में इन दिनों रोजाना एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डूबकी लगाने के लिए आ रहे हैं। जिसमें बीजेपी नेता भी शामिल हैं जो महाकुंभ में आकर गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। जिसपर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। उनके खिलाफ बिहार में परिवाद दायर किया गया है। कुंभ स्नान को लेकर खड़गे ने मध्यप्रदेश में जो बयान दिया था उसी के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दर्ज हुआ है। मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने खड़गे के खिलाफ परिवाद दायर किया है। इस मामले पर अगली सुनवाई 03 फरवरी को होगी।

बता दें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी नेताओं के महाकुंभ में गंगा स्नान को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'अरे भाई, गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपको खाना मिलता है क्या? मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यप्रदेश के महू में यह बातें कही।

खड़गे ने आगे कहा था कि मैं किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचना चाहता हूं। मेरी बातों से यदि किसी को ठेस पहुंचता है तो माफी मांगता हूं। लेकिन आप बताइए कि बच्चा भूखा मर रहा है। बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है। मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है। उधर गंगा में डुबकी लगाने के लिए बीजेपी नेताओं में होड़ मची हुई है। हजारों रुपये खर्च करके कम्पटीशन में डुबकियां मार रहे हैं। ऐसे लोगों से देश की भलाई नहीं होने वाली है। खड़गे ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी देशद्रोही है उन्होंने आगे कहा कि यदि गरीबी-बेरोजगारी से मुक्ति चाहते हैं तो संविधान की रक्षा करें।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि महू की धरती पर बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर का जन्म हुआ था। देश में दलितों और वंचितों को उनके अधिकार दिलाने का काम बाबा साहेब ने किया था। जब अकेले बाबा साहेब इतना काम कर सकते हैं, तो आप सभी यदि बाबा साहेब जैसे बन जाएं तो BJP की सरकार हिल जाएगी। बाबा साहेब, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसा आप लोगों को बनना है और संविधान की रक्षा करनी है और यह लड़ाई आपकी तरफ से राहुल गांधी लड़ रहे हैं।

मध्य प्रदेश के महू में सोमवार को रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा गंगा में डूबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? क्या इससे रोजगार मिलता है क्या? खड़के के इस बयान को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर में एक अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने परिवाद दायर किया है। कहा है कि मल्लिकार्जून ने इस तरह की टिप्पणी जान बूझकर सनातन व हिन्दुओं के भावना को ठेस पहुंचाने की नियत से किया है।

जिनकी गंगा मईया में आस्था है और जो कुम्भ नहाने गये है या फिर जा रहे हैं उन हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम उन्होंने किया है। हिन्दुओं की भावना उनके इस बयान  से आहत हुई है। इसका काफी विरोध भी हो रहा है। अपने दल के तुच्छ लाभ पहुंचाने के लिए इस तरह की टिप्पणी सार्वजनिक किया है। जो अखबार और टीवी चैनेल पर आया है। अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने खड़गे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है।
70वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के साथ नामांकन भरने पहुंचीं महापौर उम्मीदवार मीनल चौबे,मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल रहे मौजूद

रायपुर- छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में आज नामांकन जमा करने का आखिरी दिन है। रायपुर नगर निगम से BJP (भारतीय जनता पार्टी) की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने आज निगम के सभी 70 वार्डों में पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों के साथ विशाल रैली निकालकर शहर का भ्रमण करते हुए अपना नामांकन जमा किया। इस दौरान उनके साथ मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन, विधायक सुनील सोनी, महामंत्री संजय श्रीवास्तव समेत हजारों की संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का मिलेगा लाभ – महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे

रायपुर महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे इस चुनाव को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आशीर्वाद लेकर नामांकन फॉर्म जमा करने आई हूँ। आज का दिन मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। हमारे भाजपा परिवार ने मुझ पर भरोसा जताया है। हम विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले समय में एक सुंदर रायपुर बनाकर रहेंगे। रायपुर शहर की जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार से हताश, निराश और परेशान हो चुकी है। कांग्रेस सरकार ने रायपुर शहर की जनता और रायपुर नगर निगम को लूटा है। हम चुनकर आएंगे तो महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को रोजगार और हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे। हमारे समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का लाभ पहुँचाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।

रायपुर में अब विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है – मंत्री नेताम

नामांकन रैली के दौरान रायपुर के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हमारी बहन मीनल चौबे भारी मतों से चुनाव जीतकर आएँगी। इस बार विकास की चाबी हमारी महापौर और भाजपा की सरकार के पास रहेगी। इस दौरान मंत्री नेताम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस के महापौरों ने रायपुर शहर के विकास को पूरी तरह रोक दिया था, अब वह विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है। कांग्रेस पार्षद बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भविष्य में कांग्रेस की और दुर्गति होने वाली है।

रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है BJP – सांसद बृजमोहन

रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि इस नामांकन रैली की भीड़ जनता के भरपूर समर्थन को स्पष्ट करती है। इस बार भारतीय जनता पार्टी रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है। जिस तरीके से पिछली सरकार ने छल-कपट के साथ जनता को ठग लिया था, उसका हिसाब इस चुनाव में निकाला जाएगा।

भाजपा के पंद्रह साल का वनवास समाप्त हो पाएगा – विधायक मूणत

रायपुर पश्चिम से बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने रायपुर महापौर चुनाव को लेकर कहा कि वनवास भी टूटेगा और रामराज भी आएगा। कांग्रेस पार्टी ने मिलकर रायपुर शहर की जनता को लूटा है। इस शहर को विकसित प्लानिंग के साथ बढ़ाना और आम जनता को लाभ पहुँचाना हमारा संकल्प है। कांग्रेस का दिवाला निकल चुका है। कांग्रेस के पास मेयर की दावेदारी के लिए नेता नहीं था, इसलिए नेता की पत्नी को चुनाव लड़वाने पर मजबूर होना पड़ा।

हम लाखों मतों की लीड से जीतेंगे चुनाव – भाजपा महामंत्री श्रीवास्तव

आज की नामांकन रैली ने यह साबित कर दिया कि हम लाखों मतों की लीड से चुनाव जीतने वाले हैं। हमारे सभी वार्डों में पार्षद भी चुनकर आएँगे और महापौर भी हम ही बनाएँगे। यह केवल माहौल नहीं, यह हमारे कामों का प्रतिफल है। कांग्रेस अभी प्रत्याशी ही घोषित कर रही है, और हम नामांकन भी भर रहे हैं। कांग्रेस नेता-आधारित पार्टी है, किसी का किसी पर नियंत्रण नहीं है। इसीलिए आज बागी सामने आ रहे हैं।

गौरतलब है कि रायपुर नगर निगम में पिछले चुनाव में कड़ा मुकाबला रहा था, हालांकि महापौर के पद पर कांग्रेस के एजाज ढेबर जीते थे, रायपुर में 70 वार्ड हैं, 2019 के चुनाव में बीजेपी के 29 पार्षद चुनाव जीते थे, जबकि कांग्रेस के 34 पार्षद चुनाव जीते, वहीं सात निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते थे। ऐसे में यहां भी मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है।
पार्षद प्रत्याशी श्वेता विश्वकर्मा, विशाल पाण्डेय, भगतराम हरवंश, मनमोहन मनहरे, नन्दकुमार साहू, अम्बिका साहू, खगपति सोनी, खेमकुमार सेन, आर्ची साहू, गोपेश कुमार साहू, देवदत्त द्विवेदी, मोहन साहू, साधना प्रमोद साहू, महेंद्र खोडियार, सूर्यकांत राठौर, राजेश देवांगन, गज्जू साहू, प्रमिला साहू, सोहन साहू, प्रीतम ठाकुर, अमन ठाकुर, गायत्री सुनील चंद्राकर, मीना ठाकुर, कृष्णा पंचुराम भारती, राधिका साहू, भोलाराम साहू, रामहीन कुरें, अवतारसिंह बागल, कृतिका जैन, कैलाश बेहरा, राजेश कुमार गुप्ता, पुष्पा रोहित साहू, प्रभा मनोज विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा, ज्ञानचंद चौधरी, घनश्याम रक्सेल, दीपक जायसवाल, आनंद अग्रवाल, सुमन अशोक पाण्डेय, आशु चंद्रवंशी, सरिता दुबे, अम्बर अग्रवाल, अजय साहू, मुरली शर्मा, प्रीति परताले, संजना संतोष हियाल, संतोष साहू, महेश ध्रुव, अनामिका सिंह, गायत्री नौरंगे, उत्तरा सिंह, विनय पंकज निर्मलकर, मनोज जांगडे, सुषमा तिलक साहू, विनय प्रताप सिंह ध्रुव, सचिन मेघानी, अमर गिदवानी, स्वप्निल मिश्रा, अंजलि जितेन्द्र गोलछा, रमेश सपहा, रवि सोनकर, बद्री प्रसाद गुप्ता, प्रमोद कुमार साहू, मनोज वर्मा, मंजू राजेंद्र सिंह यादव, श्याम सुंदर अग्रवाल, ममता तिवारी, दुर्गा यादराम साहू, महेंद्र औसर और अर्जुन यादव ने भी रैली में शामिल होकर नामांकन दाखिल किया।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम करने का मिलेगा फायदा, कांग्रेस में टिकट विवाद पर सिंहदेव बोले –

रायपुर-  नगर निगम रायपुर के कांग्रेस महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने आज नामांकन जमा किया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हमने पूरे नगरीय निकाय में बेहतर काम किया है. रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम किया है, इसका फायदा मिलेगा. इस बार भी महापौर के लिए बेहतर प्रत्याशी का चयन किया है.

लेन-देन का आरोप, बघेल बोले – क्या बिलासपुर में BJP को OBC महिला नहीं मिला

नेताओं-कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर बघेल ने कहा, कही-कही नाराजगी है, उन्हें मना लेंगे. नगरीय निकाय क्षेत्र में साय सरकार में एक ढेला काम नहीं हुआ है. इस बार भी कांग्रेस की जीत निश्चित है. भाजपा ने कांग्रेस में टिकट के लिए लेन-देन का आरोप लगाया है. इस पर भूपेश बघेल ने कहा, बिलासपुर में क्या इन्हें ओबीसी महिला नहीं मिला. भाजपा के लोग पैसे की भाषा समझते हैं, इसलिए पैसे की बात करते हैं.

सभी को खुश नहीं कर सकते : टीएस सिंहदेव

कांग्रेस में टिकट विवाद पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा, यह तो प्रक्रिया है. कुछ लोग नाराज हैं, लेकिन उनको मना लिया जाएगा. छत्तीसगढ़ में विधानसभा में 90 सीट है, जबकि नगर निगम रायपुर में अकेला 70 सीट है. इसमें सभी को खुश नहीं किया जा सकता.

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के कुंभ पर दिए बयान को लेकर सिंहदेव ने कहा, यह संवेदनशील विषय है. इस पर उन्होंने अपना दृष्टिकोण बताया है. अब हर बात में सनातन की बात होती है. 72 साल की उम्र में मुझे भी लगता है अब सनातन समझना होगा. धर्म अलग है और कर्म अलग है. धर्म के साथ कर्म और मेहनत भी जरूरी है.

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आया भाजपा नेता का नाम, बेटे जीशान के दावे के बाद मामले में नया मोड़
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एनसीपी अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी है। इस चार्जशीट में बाबा को गोली मारने वाले मेन शूटर शिवकुमार गौतम ने दावा किया है कि सिद्दीकी के दाऊद इब्राहिम से संबंध और 1993 के मुंबई धमाकों में शामिल होने के कारण अनमोल ने उसे मारने का आदेश दिया था। वहीं दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने एक बड़ा बयान देकर मामले में और गर्माहट ला दी है। जीशान ने दावा किया कि उनके पिता के साथ कई डेवलपर्स, कॉन्ट्रैक्टर्स और भाजपा नेताओं का संपर्क था, जो पुनर्विकास परियोजनाओं से जुड़े हुए थे। साथ ही उन्होंने इस मामले में अपने पिता की एक डायरी का भी जिक्र किया। 

जीशान ने पुलिस को बताया कि एक बार एक डेवलपर ने उनके पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता और वे खुद बांद्रा में झुग्गीवासियों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे थे और इस कारण उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए थे। जीशान सिद्दीकी ने पुलिस को बताया कि उनके पिता बाबा सिद्दीकी के साथ कई डेवलपर्स का नियमित संपर्क था। इसलिए उनके पिता को अपनी चिजें डायरी में लिखने की आदत थी।

जीशान ने यह भी बताया कि हत्या के दिन शाम 5:30 से 6 बजे के बीच भाजपा कार्यकर्ता मोहित कंबोज ने उनके पिता से व्हाट्सएप पर संपर्क किया था। मोहित, जो बांद्रा में मुंद्रा बिल्डर्स के एक प्रोजेक्ट के बारे में उनके पिता से मिलना चाहता था, इस बारे में उनसे बात कर रहा था।

बता दें कि बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 26 आरोपियों में से छह ने मजिस्ट्रेट के सामने विस्तृत कबूलनामा दिया है, जो चार्जशीट का हिस्सा है। पुलिस ने चार्जशीट में जीशान सिद्दीकी के बयान को भी शामिल किया है। पूर्व विधायक ने पुलिस को दिए अपने बयान में शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब का भी नाम लिया है। उन्होंने दावा किया है कि परब ने एसआरए परियोजना के बारे में झुग्गीवासियों की एक बैठक की थी।

24 अक्टूबर, 2024 को दर्ज कराए गए बयान में जीशान सिद्दीकी ने कहा कि वह बांद्रा ईस्ट और वेस्ट में एसआरए परियोजनाओं में काम करने वालों के अधिकारों के लिए लड़ रहे थे। कई डेवलेपर्स वहां के लोगों के साथ अन्याय कर रहे थे। बयान में उन्होंने दावा किया है कि पृथी चव्हाण, शाहिद बलवा, शिवालिक वेंचर्स, अडानी, नबील पटेल, विनोद गोयनका, परवेज लकड़वाला, मुंद्रा बिल्डर्स, विनय ठक्कर, ओमकार बिल्डर्स और बीजेपी नेता मोहित कंबोज सहित कई बिल्डर मेरे पिता के साथ नियमित संपर्क में थे।अपने बयान में जीशान सिद्दीकी ने बताए गए सभी प्रोजेक्ट की जांच की मांग की थी।

वहीं, जीशान के बयान में नाम आने के बाद मोहित कंबोज ने प्रतिक्रिया दी है। मोहित का कहना है कि पूरे मामले में जीशान के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. बाबा सिद्दीकी मेरे अच्छे दोस्त थे। हफ्ते में दो से तीन बार मैं उनसे बात करता था। कंबोज के मुताबिक हत्या के दिन उसी शाम मेरी बात बाबा सिद्दीकी से हुई और वे एनडीए के नेता थे। हम दोनों में राजनीति और नॉर्मल बाते होती रहती थी। मैं भी बांद्रा में रहता हूं और सिद्दीकी भी यहीं पर रहते थे।
50 फीसदी से ज्यादा बढ़ाएंगे रिजर्वेशन, ‘जय संविधान’ कार्यक्रम में राहुल गांधी ने किया ऐलान

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मध्य प्रदेश के महू में सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ी रैली की। महू में राहुल गांधी ने जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत जय बापू, जय भीम, जय संविधान से की। साथ ही जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी से लेकर पेट्रोल की कीमतों तक को लेकर बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। इसमें आंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, भगवान बुद्ध, फुले जी जैसे महापुरुषों की आवाज है। कांग्रेस नेता ने कहा, बीजेपी ने लोकसभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी, इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे, लेकिन उनके सामने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता खड़े हुए हैं। नतीजा ये हुआ कि लोकसभा में नरेंद्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा।

राहुल गांधी ने कहा कि जिस दिन ये संविधान खत्म हो जाएगा, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा। दलितों-आदिवासियों-पिछड़ों के लिए देश में कुछ नहीं बचेगा। इनका यही लक्ष्य है। राहुल गांधी ने कहा कि संविधान से पहले गरीबों और आदिवासियों के पास कोई अधिकार नहीं थे। बीजेपी और आरएसएस चाहती है कि आजादी से पहले जो स्थिति थी, वैसा ही भारत वे लोग चाहते हैं। गरीब भूखे मर जाएं, वे लोग कोई सपना नहीं देखें। हिंदुस्तान को सिर्फ अरबपति चलाएं। सारे कॉन्ट्रैक्ट उनके हाथ में चले जाएं। संविधान की लड़ाई आरएसएस और बीजेपी के लोगों से है।

संघ प्रमुख मोहन भागवत पर कड़ा प्रहार

राहुल गांधी ने संघ प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ दिन पहले आरएसएस के नेता मोहन भागवत ने कहा कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी, असली आजादी तो मोदी जी के आने के बाद मिली थी। राहुल गांधी ने कहा कि ये सीधा संविधान पर आक्रमण है।

सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में

राहुल गांधी ने अंबानी की शादी पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि आज 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में है। यहां के अरबपति अरबों रुपये अपने बेटे की शादी में खर्चा कर देते हैं। कोई दस करोड़ की घड़ी पहनता है तो कोई 15 करोड़ की घड़ी पहनता है, मगर आपको अपने बच्चे की शादी करवानी हो तो कर्जा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा एक बात भूलिए मत, जितना धन अदाणी और अंबानी के पास जाएगा, उतना कम रोजगार आपके बच्चों को मिलेगा।

जीएसटी अरबपति नहीं देते

राहुल ने कहा कि जो नोटबंदी इन्होंने की, जो जीएसटी लागू की, ये हिन्दुस्तान के गरीब लोगों को खत्म करने के औजार है। ये योजना नहीं ये हथियार है। उन्होंने कहा कि जीएसटी कौन देता है, जीएसटी अरबपति नहीं देते हैं। जीएसटी हिन्दुस्तान के गरीब लोग देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि लाखों करोड़ों रुपये आपके जेब से निकाला जाता है।

आदिवासी राष्ट्रपति को मंदिर में नहीं जाने दिया

इसके साथ ही राहुल गांधी ने राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन में किसी गरीब को आपने देखा क्या। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इन्होंने मंदिर के उद्घाटन में नहीं जाने दिया। इसके साथ ही संसद भवन के उद्घाटन में भी राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया।गरीब, जनरल कास्ट और दलितों/पिछड़ों के हाथ में क्या आ रहा है? 90 फीसदी आबादी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।

सत्ता में आते ही जाति जनगणना कराने का वादा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश का बजट 90 अफसर बनाते हैं, उनमें से दलित, पिछड़ा, गरीब जनरल कास्ट, आदिवासी कितने है मैंने सोचा पता लगाते हैं। इनमें से 3 पिछड़े हैं, कहते हैं उनको की चुप बैठो वरना तुम्हारी एसीआर बिगाड़ देंगे। क्या ये अन्याय नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि आप या तो मजदूरी करो या चिल्लाओगे तो जेल जाओ। ये बीजेपी का विजन है। हम सत्ता में आते ही जाति जनगणना कर देंगे। पिछड़ों को ये भी नहीं मालूम कि उनकी आबादी कितनी है, शर्म की बात है। मोदी जी कहते हैं कि मैं ओबीसी हूं लेकिन आबादी का पता नहीं। आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से ज्यादा करेंगे।

वक्फ कानून में संशोधन के सभी 14 प्रस्ताव पास, विपक्ष के सभी सुझाव संसदीय समिति से खारिज

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वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा कर रही ज्‍वाइंट पार्लियामेंट कमेटी यानी जेपीसी ने सोमवार को बीजेपी और एनडीए के सभी संशोधनों को स्वीकार कर लिया। संसदीय समिति ने सोमवार को सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को स्वीकार कर लिया। इस दौरान विपक्ष द्वारा पेश किए गए हर बदलाव को ठुकरा दिया गया।जेपीसी की अगली बैठक 29 जनवरी को होगी।विपक्ष ने आरोप लगाया है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है।

जेपीसी की बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि 44 संशोधनों पर चर्चा हुई। 6 महीने के दौरान विस्तृत चर्चा के बाद, हमने सभी सदस्यों से संशोधन मांगे। यह हमारी अंतिम बैठक थी इसलिए समिति द्वारा बहुमत के आधार पर 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया है। विपक्ष ने भी संशोधन सुझाए थे। हमने उनमें से प्रत्येक संशोधन को आगे बढ़ाया और इस पर वोटिंग हुई। मगर उनके के समर्थन में 10 वोट पड़े और इसके विरोध में 16 वोट पड़े। इसके बाद विपक्षी दलों को संशोधन को अस्वीकार कर दिया गया।

जगदंबिका पाल पर तानाशाही का आरोप

वहीं, विपक्षी सांसदों ने जेपीसी की बैठकों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया नष्ट होने का आरोप लगाया। टीएमसी सांसद और जेपीसी के सदस्य कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि जेपीसी बैठक के दौरान उनकी बात नहीं सुनी गई और जगदंबिका पाल तानाशाही तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने पूरी प्रक्रिया को हास्यास्पद करार दिया।

जगदंबिका पाल ने आरोपों को खारिज किया

हालांकि जगदंबिका पाल ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि पूरी प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से हुई और बहुमत के आधार पर फैसले लिए गए। विधेयक में जो अहम संशोधन प्रस्तावित हैं, उनमें से एक ये है कि मौजूदा कानून में प्रावधान है कि वक्फ संपत्तियों पर सवाल नहीं उठाए जा सकते, लेकिन प्रस्तावित विधेयक में इसे हटा दिया गया है।

संशोधन विधेयक में कई प्रस्ताव

वक्फ संशोधन विधेयक वक्फ बोर्डों के प्रशासन के तरीके में कई बदलावों का प्रस्ताव करता है, जिसमें गैर-मुस्लिम और (कम से कम दो) महिला सदस्यों को नामित करना शामिल है। इसके अलावा, केंद्रीय वक्फ परिषद में (यदि संशोधन पारित हो जाते हैं) एक केंद्रीय मंत्री और तीन सांसद, साथ ही दो पूर्व न्यायाधीश, चार 'राष्ट्रीय ख्याति' वाले लोग और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होने चाहिए, जिनमें से किसी का भी इस्लामी धर्म से होना आवश्यक नहीं है। इसके अलावा, नए नियमों के तहत वक्फ परिषद भूमि पर दावा नहीं कर सकती।

टिकट न मिलने से BJP के पूर्व पार्षद का झलका दर्द : शैव्या ने पार्टी पर लगाया परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप, कहा – हमारी मेहनत क्या कम थी?
खैरागढ़-   नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के ऐलान के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. खैरागढ़ जिले के छुईंखदान नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की सियासी गलियों में भूचाल आ गया है. वार्ड नंबर एक की पूर्व पार्षद और जिला महिला मोर्चा मंत्री शैव्या वैष्णव ने टिकट न मिलने से आहत होकर सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो जारी किया है. वीडियो में शैव्या रोते हुए न केवल पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है, बल्कि राजनीति में महिलाओं के संघर्ष और उनके साथ होने वाले अन्याय पर भी खुलकर अपनी बात रखी है. बताया जा रहा कि शैव्या वैष्णव को अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के करीबी वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख की बेटी शीतल जैन को उम्मीदवार बनाया है.

अपने वीडियो में शैव्या ने कहा, “मैं शैव्या वैष्णव, पूर्व पार्षद यह वीडियो उन सभी महिलाओं के लिए बना रही हूं, जो राजनीति में हैं. महिलाओं के लिए राजनीति करना आसान नहीं है. परिवार और बच्चों को छोड़कर मैदान में मेहनत करनी पड़ती है. मैंने भी दिन-रात मेहनत की थी, लेकिन नतीजा क्या मिला? उन महिलाओं को टिकट दिया गया, जिनके पीछे बड़े नेताओं और परिवार का हाथ है. हमारी मेहनत क्या कम थी? आरक्षण इसलिए आया था कि महिलाएं आगे बढ़ सकें, लेकिन यहां आरक्षण भी परिवारवाद का भेंट चढ़ गया.”

भाजपा ने शीतल जैन को बनाया है प्रत्याशी

स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शैव्या के प्रति जताई सहानुभूति

शैव्या ने पार्टी पर सीधे-सीधे परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि महिलाओं के संघर्ष और योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया. उनका यह बयान न केवल छुईंखदान, बल्कि पूरे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. शैव्या का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी हलकों में खलबली मच गई. लोगों ने भी इस वीडियो को शेयर कर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया है. वीडियो पर कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी कमेंट कर शैव्या के प्रति सहानुभूति जताई है. कुछ ने पार्टी नेतृत्व के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह भाजपा की “महिला सशक्तिकरण” के दावे को कमजोर करता है.

कांग्रेस ने कहा – भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी

शैव्या के वीडियो पर विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला बोला है. कांग्रेस नेताओं ने कहा, “भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी है. महिलाओं को सिर्फ दिखावे के लिए आगे बढ़ाने की बातें होती हैं, असल में उनके साथ अन्याय होता है.” BJP नेतृत्व इस पूरे मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि यह विवाद चुनाव में पार्टी को भारी पड़ सकता है. शैव्या का यह बयान और वायरल वीडियो छुईंखदान में BJP के चुनावी समीकरण बिगाड़ सकता है. पार्टी के सामने अब शैव्या को मनाने और कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.

टिकट वितरण के बाद कई जिलों के भाजपाइयों में असंतोष

भाजपा में टिकट वितरण के बाद लगातार असंतोष देखने को मिल रहा है. सक्ती नगर पालिका से चिराग अग्रवाल को टिकट मिलते ही वरिष्ठ भाजपा नेता संजय रामचंद्र ने इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि टिकट वितरण में लेन-देन और वरिष्ठ नेताओं की साजिशें शामिल हैं. इसी तरह रतनपुर नगर पालिका में टिकट काटे जाने पर भाजपा नेता कन्हैया यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. वहीं सुकमा में वर्तमान पार्षदों समेत 19 लोगों ने बीजेपी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.

निकाय चुनाव 2025: BJP ने रायपुर नगर निगम के सभी 70 वार्डों में अपने प्रत्याशियों का किया ऐलान, देखें पूरी लिस्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 2025 को लेकर BJP (भारतीय जनता पार्टी) अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है। इसी कड़ी में रविवार को पार्टी ने रायपुर नगर निगम के सभी 70 वार्डों के लिए अपने पार्षद प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की है। बीजेपी की इस लिस्ट की सबसे दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने इस बार 50% सिटिंग पार्षदों के टिकट काटे हैं। वहीं महापौर पद की रेस में रही सीमा साहू का भी टिकट काटा गया है। जानिए पार्टी ने किस वार्ड से किस प्रत्याशी को मौका दिया है।