28 सितंबर से गयाजी में होगा भव्य रामलीला महोत्सव, अयोध्या की प्रसिद्ध मंडली करेगी शुभारंभ, स्थानीय कलाकार देंगे लीलाओं की प्रस्तुति
गयाजी। धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से सराबोर गयाजी की धरती एक बार फिर रामलीला महोत्सव की गवाह बनेगी। श्री आदर्श लीला समिति, गयाजी द्वारा आयोजित यह भव्य आयोजन आगामी 28 सितंबर से 3 अक्टूबर तक ऐतिहासिक आजाद पार्क में किया जाएगा। समिति ने बताया कि इस वर्ष भी रामलीला का आगाज विशेष भव्यता और उत्साह के साथ किया जा रहा है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु भाग लेंगे।
अयोध्या मंडली से होगा शुभारंभ
समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने प्रेस वार्ता में बताया कि रामलीला महोत्सव का शुभारंभ 28 सितंबर की शाम को अयोध्या से आई हुई प्रसिद्ध रामलीला मंडली द्वारा किया जाएगा। मंडली राम विवाह सहित कई महत्वपूर्ण धार्मिक प्रसंगों का मंचन करेगी। गौरव ने कहा
यह महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम भी है।
स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति
29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक गयाजी और आसपास के स्थानीय कलाकार श्रीराम के जीवन प्रसंगों का मंचन करेंगे। इसमें राम वनगमन, सीता हरण, हनुमान लंका दहन, संजीवनी प्रसंग जैसे प्रमुख प्रसंग शामिल होंगे।
समिति के महासचिव संदीप कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि 2 अक्टूबर को दशहरा कमिटी द्वारा आयोजित रावण वध कार्यक्रम में भी श्री आदर्श लीला समिति की अहम भूमिका रहेगी। समिति के कलाकार भगवान रामचन्द्र की भूमिका निभाते हुए रावण का वध करेंगे। यह आयोजन हर वर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा।
भरत मिलाप से होगा समापन
महोत्सव का समापन 3 अक्टूबर को भरत मिलाप की भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ किया जाएगा। यह दृश्य हर वर्ष की तरह इस बार भी हजारों दर्शकों को भावविभोर कर देगा।
व्यवस्था और सुरक्षा पर जोर
संयोजक संतोष कुमार सिंह ने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा सुरक्षा, यातायात और पार्किंग व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सभी इंतजाम किए गए हैं।
धार्मिक उत्सव में उमड़ेगा जनसैलाब
हर साल की तरह इस बार भी गयाजी में रामलीला महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं और दर्शकों की बड़ी भीड़ उमड़ने की संभावना है। आयोजन समिति का मानना है कि यह उत्सव न केवल गयाजी की धार्मिक पहचान को और सशक्त करेगा, बल्कि स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान करेगा।
रामलीला महोत्सव की विशेष झलकियाँ
28 सितंबर – अयोध्या मंडली द्वारा राम विवाह का मंचन
29 सितंबर से 1 अक्टूबर – स्थानीय कलाकारों द्वारा रामलीलाओं का प्रदर्शन
2 अक्टूबर – रावण वध कार्यक्रम (श्री दशहरा कमिटी के सहयोग से)
3 अक्टूबर – भरत मिलाप की प्रस्तुति और महोत्सव का समापन
1969 से गयाजी की संस्कृति का प्रतीक बनी है श्री आदर्श लीला समिति
धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपरा का अद्भुत संगम है श्री आदर्श लीला समिति, जिसने पिछले पचपन वर्षों से गयाजी में रामलीला की परंपरा को जीवित रखा है। वर्ष 1969 में स्थापित इस समिति ने अपनी निरंतरता और समर्पण से गयाजी को बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है।
Sep 21 2025, 11:58