रसङा, बलिया में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा 'हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान' संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन
संजीव सिंह
रसङा, बलिया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आवाहन पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद बलिया के विद्यालयों में सोमवार, 1 सितंबर 2025 को "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत सभी विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में पाँच संकल्पों के साथ "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" की भावना को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने पूर्ण रूप से आत्मसात् किया। इसी कड़ी में रसड़ा विकास खंड के सैकड़ों विद्यालयों सहित कंपोजिट विद्यालय सरदारपुर में प्रार्थना सभा के दौरान पंच प्राण संकल्प लेकर कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे नाथ संप्रदाय के पीठाधीश्वर महंत कौशलेंद्र गिरी जी महाराज रहे!कम्पोजिट विद्यालय सरदारपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर राव ने कहा कि पूरे देश एवं प्रदेश में इस तरह का पहला कार्यक्रम किसी भी संगठन द्वारा आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल संगठन, बल्कि विद्यालयों एवं शिक्षकों की प्रतिष्ठा को भी निखारता है। उनका मानना है कि यह अनूठा कार्यक्रम देश एवं समाज के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
समाजसेवी रणधीर सिंह ने कहा कि "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" कार्यक्रम अद्वितीय और सार्थक संकल्पों पर आधारित है। जब शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर इन संकल्पों को निभाएंगे, तब विद्यालय वास्तव में स्वाभिमान करने योग्य बनेगा।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मंडल महामंत्री अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के लगभग एक लाख मान्यता प्राप्त विद्यालयों में यह आयोजन बड़े पैमाने पर हुआ है, जो एक नया रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि विद्यालय वह प्रयोगशाला है जहाँ भविष्य के नागरिक बनाए जाते हैं। भगवान राम, श्री कृष्ण, महात्मा गांधी, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों की सफलता के मूल में उनके विद्यालयों एवं संस्कारों की भूमिका रही है।
वर्मा ने तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों के ज्ञान और भारत के विश्व गुरु बनने की परंपरा का भी उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता का विकास है। उन्होंने बताया कि विद्यालय हमें संस्कार, स्वास्थ्य, अनुशासन और सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे हम जिम्मेदार नागरिक बनते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालयों में जाति, धर्म, पंथ, वर्ग, लिंग आदि किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा तथा सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय को एक तीर्थ समान सम्मान देकर उसमें श्रद्धा एवं समर्पण का भाव विकसित किया जाएगा। उन्होंने कल्पना की कि यदि देश के सभी विद्यालयों के शिक्षक और विद्यार्थी इन पाँच संकल्पों को निभाएंगे तो प्रत्येक विद्यालय स्वच्छ, अनुशासित, प्रेरणादायक और संस्कारित बनेगा, जिससे भारत पुनः विश्व गुरु का मार्गदर्शन करेगा।
रसड़ा इकाई के अध्यक्ष गणेश प्रसाद यादव ने इस कार्यक्रम की सफलता पर सभी को बधाई दी और बताया कि बलिया में यह दूसरी बार ऐसा सफल आयोजन हुआ है। महिला शिक्षक संघ की अध्यक्ष लक्ष्मी चौधरी ने इसे वर्तमान सामाजिक परिवेश में अत्यंत आवश्यक और सकारात्मक कार्य बताया, जो विद्यालयों और समाज के बीच सामंजस्य का पुल बनेगा।
कार्यक्रम के अंत में कंपोजिट विद्यालय सरदारपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश यादव ने उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। प्रमुख उपस्थित अतिथियों में जिला सह संयोजक रामअशीष यादव, संरक्षक जगदीश यादव, शिक्षक नेता जितेन्द्र यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेंद्र यादव, अनुज सिंह,कोषाध्यक्ष हरिशंकर यादव, मीडिया प्रभारी प्रदीप गुप्ता सहित सैकड़ों शिक्षक एवं समाजसेवी शामिल थे।
यह कार्यक्रम न केवल "हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान" की भावना को बल देता है, बल्कि शैक्षिक उन्नयन एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के सृजनात्मक आंदोलन की भी नींव रखता है।
Sep 03 2025, 21:16