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बिहार क्रिकेट को मिली नई पहचान: राजगीर स्टेडियम BCA के अधीन, खिलाड़ी और स्टाफ ने सीएम-डिप्टी सीएम का जताया आभार
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* पटना: बिहार क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। बिहार सरकार ने राजगीर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के अधीन करने का निर्णय लिया है। इस फैसले का स्वागत करते हुए आज पटना में BCA के खिलाड़ियों, कोचों और स्टाफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का आभार जताया। खिलाड़ियों और स्टाफ में उत्साह रणजी खिलाड़ियों ने कहा कि इस निर्णय से बिहार क्रिकेट को एक नई पहचान मिलेगी। उनका मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैदान, आधुनिक सुविधाएं और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मिलने से खिलाड़ियों की तैयारी और आत्मविश्वास दोनों बढ़ेगा। इससे वे बड़े मैचों के दबाव का सामना कर सकेंगे और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार हो पाएंगे। कोचों ने कहा कि इस तरह का माहौल खिलाड़ियों के तकनीकी और मानसिक विकास में मदद करेगा, जिससे उनके प्रदर्शन में लगातार सुधार होगा और बिहार से और भी प्रतिभाएं राष्ट्रीय टीम तक पहुंच सकेंगी। स्पोर्ट्स स्टाफ ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को अब फिटनेस, ट्रेनिंग और प्रैक्टिस की बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। भविष्य में होंगे IPL और अंतरराष्ट्रीय मैच BCA अधिकारियों ने विश्वास जताया कि राजगीर स्टेडियम BCA के अधीन आने से भविष्य में न केवल रणजी ट्रॉफी, बल्कि आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैच भी बिहार में आयोजित हो सकेंगे। इससे पूरे राज्य में क्रिकेट का माहौल और भी जीवंत बनेगा और युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सभी ने एक सुर में बिहार सरकार के इस फैसले को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया।
बोरिंग रोड के दो पथों का होगा कायाकल्प, 1.21 करोड़ की लागत से निर्माण: मंत्री नितिन नवीन* पटना:
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पटना के बोरिंग रोड स्थित दो प्रमुख सड़कों और एक नाले का जल्द ही कायाकल्प किया जाएगा। बुधवार को बिहार के पथ निर्माण मंत्री और बांकीपुर विधायक नितिन नवीन ने इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन निर्माण कार्यों पर कुल ₹1.21 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। यह निर्माण कार्य 'मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना' के तहत किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य नागरिकों को बेहतर सड़क संपर्क और जल निकासी की सुविधा देना है। परियोजना का विवरण: ₹69.29 लाख की लागत से: बोरिंग रोड चौराहा स्थित वार्ड 25 के होलसेल गली के लिंक रोड में प्रियदर्शिनी अपार्टमेंट से अजय कुटीर अपार्टमेंट तक और डॉ. अजय सिंह के मकान से शुभम तक पीसीसी सड़क और नाले का निर्माण होगा। ₹50.43 लाख की लागत से: गोरखनाथ कॉम्प्लेक्स से डॉ. अजीत मिश्रा के क्लिनिक होते हुए एडवोकेट योगेंद्र मिश्रा तक पीसीसी सड़क का निर्माण किया जाएगा। मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि यह योजना शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शुरू की गई है। इसके तहत जल निकासी, गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण और पार्कों व तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की जनता को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक यातायात मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस योजना के तहत उन सड़कों को प्राथमिकता दी जाएगी जो मुख्य सड़कों को जोड़ती हैं या जहां से बड़ी आबादी को लाभ मिलता है, साथ ही पर्यटन स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के पास की सड़कों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। शिलान्यास के मौके पर वार्ड 25 के पार्षद रजनीकांत, वार्ड 24 की पार्षद ज्ञानवती देवी समेत कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।
वोटर अधिकार यात्रा बड़ी असफलता के साथ समाप्त हुई : ऋतुराज सिन्हा*


*विपक्ष नहीं चाहता है कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण हो : ऋतुराज सिन्हा*







*बिहार में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने के रास्ते में राहुल-तेजस्वी अवरोधक : ऋतुराज सिन्हा* पटना, 1 सितंबर। भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने आज समाप्त हुई वोटर अधिकार यात्रा को लेकर कहा कि यह यात्रा एक बड़ी असफलता के साथ समाप्त हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस या राजद नहीं चाहती है कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण हो, जिस कारण वे एसआईआर का विरोध कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि 1 अगस्त को चुनाव आयोग ने मतदाता सूची का प्रारूप जारी कर साफ कहा कि जिनका आपत्ति है, वह आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसका विरोध करना शुरू किया। इसके बाद 16 अगस्त से यात्रा शुरू की और आज उसका समापन भी हो गया। उन्होंने आगे कहा कि फॉर्म 7 जमा करने की तिथि जब समाप्त हुई, उसी दिन यात्रा भी समाप्त कर दी गई। इससे साफ है कि यह यात्रा एसआईआर में व्यवधान पैदा करने की यात्रा थी। जो संविधान और लोकतंत्र की बात करते हैं, वह चुनाव आयोग को निष्क्रिय करने की भूमिका निभा रहे हैं। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से इस कार्य में सहयोग मांगा था, लेकिन महागठबंधन के किसी दल ने अपेक्षित सहयोग नहीं दिया। शिकायत तक नहीं दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि अगर गलती थी, तो सुधरवाने का प्रयास करते, लेकिन केवल जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर राहुल गांधी की यात्रा से बिहार को क्या मिला? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भगीरथ मांझी को घर की चाबी सौंपकर झूठ बोला कि घर कांग्रेस ने बनाया। जबकि जमीन उनकी ही थी और घर भी उन्हीं का था, केवल पेंट का काम कांग्रेस ने कराया। इसके अलावा उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र किया, जिसमें उनकी असंवेदनशीलता की भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने रेवंत रेड्डी और स्टालिन जैसे बिहारियों और सनातन का अपमान करने वालों का स्वागत करने की बात कही। इस दौरान भाजपा के नेता ने कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी की माताजी को गाली देने की घटना का जिक्र किया और उसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वोट चोरी नहीं, सीना जोरी कर रहे थे। भाजपा के नेता ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव स्वच्छ और पारदर्शी चुनाव चाहते ही नहीं हैं। वे लोकतंत्र के साथ खड़े नहीं हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए ये दोनों अवरोधक बने हैं। इसका परिणाम आने वाले चुनाव में साफ दिखेगा। इस प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल और सह मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश बबलू उपस्थित रहे।
मंत्री नितिन नवीन का विपक्ष पर हमला: 'वोटर अधिकार यात्रा' जनता के समर्थन के अभाव में बनी 'इज्जत बचाओ यात्रा'
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* पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय मां के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा, बिहार ने आज मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स में "प्रतिकार दिवस" मनाया। इस मौके पर आयोजित हस्ताक्षर अभियान में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। नितिन नवीन ने कहा कि प्रधानमंत्री की मां को गाली देना सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे भारत की जनता का अपमान है। उन्होंने इस कृत्य को कांग्रेस और राजद की "विकृत मानसिकता" और "संस्कारों की कमी" बताया। उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से सवाल किया कि क्या उनकी चुप्पी इस अपमान का समर्थन है? 'रैली फ्लॉप रही, जनता ने नहीं दिया साथ' मंत्री ने विपक्षी 'वोटर अधिकार यात्रा' पर निशाना साधते हुए कहा कि आज पटना के गांधी मैदान में होने वाली उनकी रैली पूरी तरह से फ्लॉप रही। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन नहीं मिलने के कारण रैली को जुलूस में बदलना पड़ा। नितिन नवीन ने कहा कि विपक्ष ने रैली के लिए आवेदन दिया था, जिसे प्रशासन ने अनुमति भी दी, लेकिन जब जनता नहीं आई तो उन्हें अपना कार्यक्रम बदलना पड़ा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह यात्रा अब 'इज्जत बचाओ यात्रा' में बदल गई है। 'बिहार की जनता ने इनके ढोंग को समझ लिया है' नितिन नवीन ने कहा कि बिहार की जनता कांग्रेस और राजद के "ढोंग और झूठ" को अच्छी तरह समझ चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों का इतिहास महिलाओं के अपमान से भरा हुआ है। उन्होंने कहा, "जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की माता को अपमानित किया है, तो यह अपमान हर गरीब और संघर्षशील भारतीय मां का है।" उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार की जनता किसी भी कीमत पर 'मां' के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस मौके पर विधायक डॉ. संजीव चौरसिया, अरुण कुमार सिन्हा, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष भारतेंदु मिश्रा समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कुम्हरार से जन सुराज की संभावित उमीदवार वंदना ने लगाई पुरी ताकत
इस बार कुम्हरार की लड़ाई दिलचस्प होने वाली है इस बार जन सुराज के विधान सभा मे इंट्री होने के बाद सभी दलों और जीते हुए प्रत्याशी के समीकरण बिगड़ने वाले है।कुम्हरार से जन सुराज की संभावित उमीदवार वंदना ने पुरी ताकत लगा दी है अभी से चुनाव प्रचार मे और सभा करने मे लगी है आज भी हनुमान नगर मे जन सभा की और पार्टी के सिद्धांतो की जहा बात की वही मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा कुम्हरार में बीजेपी के मौजूदा विधायक अरुण कुमार सिन्हा है जिसके खिलाफ इस बार जन स्वराज के साथ-साथ कई दलों के प्रत्याशी उतरेंगे और अपने किस्मत आज मायेगे जन सुराज की वंदना कुमारी ने लगातार जनसभा की है और जन स्वराज के बड़े-बड़े नेताओं को बुलाकर जनता से संबोधित कराया है।
वोटर अधिकार यात्रा' का पटना में समापन: गांधी मैदान से अंबेडकर मूर्ति तक विशाल मार्च, लाखों कार्यकर्ता जुटे*
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पटना: बिहार में पिछले 16 दिनों से चल रही 'वोटर अधिकार यात्रा' का आज पटना में भव्य समापन हो रहा है। महागठबंधन के प्रमुख नेता राहुल गांधी, तेजस्वी यादव सहित अन्य बड़े नेता इस मौके पर गांधी मैदान से अंबेडकर मूर्ति तक एक विशाल मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर के लिए लाखों की संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ता पटना पहुंच चुके हैं। आज की यात्रा की शुरुआत गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। इसके बाद सभी नेता और कार्यकर्ता अंबेडकर मूर्ति की ओर मार्च कर रहे हैं, जहां वे बाबासाहेब अंबेडकर को श्रद्धांजलि देंगे। इस मार्च में महागठबंधन के तमाम घटक दलों के शीर्ष नेता शामिल हो रहे हैं। नेताओं का कहना है कि यह यात्रा बिहार में सत्ता परिवर्तन का संकेत है। उनका आरोप है कि भाजपा द्वारा 'वोट चोरी' की साजिश को बिहार की जनता अब समझ चुकी है और आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी। यह यात्रा 16 दिनों तक बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुजरी, जिसका उद्देश्य जनता को मतदाता सूची में किए जा रहे कथित बदलावों और 'वोटर अधिकार' के प्रति जागरूक करना था। नेताओं ने दावा किया कि इस यात्रा को जनता का भरपूर समर्थन मिला है, जो इस बात का संकेत है कि बिहार में बदलाव निश्चित है।
*प्रधानमंत्री की मां पर अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में पटना में भाजपा का कैंडल मार्च

* पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ कथित तौर पर अमर्यादित टिप्पणी करने के विरोध में रविवार को पटना में भाजपा ने एक विशाल कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेता, सांसद और विधायक शामिल हुए। भाजपा कार्यालय से शुरू होकर यह कैंडल मार्च सप्तमूर्ति तक गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथ में मोमबत्तियां लेकर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 'मां का अपमान नहीं सहेगा बिहार' भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "मां का अपमान बिहार नहीं सहेगा।" उन्होंने कहा कि राजनीति में असहमति हो सकती है, लेकिन इस तरह की अमर्यादित और अपमानजनक टिप्पणियां कतई स्वीकार्य नहीं हैं। 'मातृशक्ति ने व्यक्त किया आक्रोश' उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की मां के प्रति आपत्तिजनक भाषा के खिलाफ पटना की सड़कों पर मातृशक्ति ने अपने दुख और आक्रोश को इस कैंडल मार्च के माध्यम से व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह मार्च राजद और कांग्रेस के भीतर पनप रहे जहर और दुर्भावना के प्रति लोगों के रोष को दर्शाता है। सम्राट चौधरी ने जोर देकर कहा कि "बिहार और नारीशक्ति इस अपमान का जवाब जरूर देगी।" कैंडल मार्च में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में महिला मोर्चा अध्यक्ष धर्मशीला गुप्ता, पूजा कपिल मिश्रा, विधायक अरुण सिन्हा, प्रदेश महामंत्री राकेश कुमार, राधामोहन शर्मा, लाजवंती झा, और पटना महानगर जिलाध्यक्ष रूप नारायण मेहता सहित कई अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। यह टिप्पणी हाल ही में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान की गई थी, जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में इस पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
पटना चुनाव प्रचार के साथ-साथ जनता को दिया जा रहा है लाभ कार्ड
सभी पार्टियों सरकार बनाने को लेकर चुनावी तैयारी में जुट गई है लेकिन उस सबसे एक कदम और आगे जनसुराज पार्टी चुनाव जीतने के बाद किस तरह से जनता के लिए काम किया जाए यह काम भी एक साथ कर रही है चुनाव प्रचार के साथ-साथ जनता को जन स्वराज के द्वारा लाभ कार्ड दिया जा रहा है कैंप लगाकर तमाम विधानसभा में जो प्रत्याशी हैं वह लाभ कार्ड वितरण कर रहे हैं लाभ कार्ड के माध्यम से जब जन स्वराज पार्टी की सरकार बनेगी तो उन तमाम नागरिकों को बेरोजगारी भत्ता या तमाम तरह के जो सुविधाएं हैं वह और उसकी राशि लाभ कार्ड के माध्यम से मिलेगी राजधानी के कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों ने नागरिकों के लिए लाभ कार्ड वितरित किए।
पटना में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, आक्रोश मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़
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पटना: कांग्रेस के एक नेता द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश थम नहीं रहा है। इस घटना के विरोध में भाजपा जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है और एफआईआर भी दर्ज करा रही है। आज इसी कड़ी में, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने पटना के कुर्जी मोड़ से एक आक्रोश मार्च निकाला। यह मार्च जब कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के पास से गुजरा, तो भाजपा कार्यकर्ता बेकाबू हो गए। उन्होंने कांग्रेस कार्यालय का गेट तोड़कर अंदर घुसकर गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की। कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए और बैनर-पोस्टर भी फाड़ दिए गए। इस दौरान, भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच भीषण झड़प हो गई। दोनों तरफ से लाठी-डंडे चले और जमकर मारपीट हुई। इस घटना के बाद से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता काफी आक्रोशित हैं।
भीड़भाड़ से स्वच्छ हवा तक: डेटा स्टडी के आधार पर पटना के स्मार्ट परिवहन व्यवस्था* -
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पटना के जाम से व्यस्त समय में वाहनों की गति 10 किमी प्रति घंटा से भी नीचे - पेट्रोल की खपत 177% बढ़ी, स्वास्थ्य जोखिम भी तेज़ी से बढ़ रहे - बिहार की पिछड़ी जातियों के लिए कारें अब भी सपना, प्रति 1,000 लोगों पर केवल 1 कार - पटना को 1,250 से ज़्यादा बसें चाहिए, लेकिन मौजूदा बेड़ा बेहद कम - बिजली कटौती और चार्जिंग की कमी ने ईवी उपयोगकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ाईं पटना, 28 अगस्त 2025: टिकाऊ शहरी परिवहन की चर्चा में आज पटना देशभर में सुर्खियों में रहा। द क्लाइमेट एजेंडा ने एनवायरोकैटालिस्ट्स और आईआईटी (बीएचयू) के सहयोग से दो अहम रिपोर्ट “जाम से हरित समावेशी गतिशीलता तक: पटना में यातायात, वायु गुणवत्ता और सार्वजनिक परिवहन के अवसरों का विश्लेषण” और “बिहार ईवी नीति, 2023 का आकलन” जारी की गई। रिपोर्ट लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पटना की महापौर श्रीमती सीता साहू मौजूद रहीं। इस मौके पर भीड़भाड़, बढ़ते वायु प्रदूषण और मजबूत सार्वजनिक परिवहन की ज़रूरत पर विशेष ज़ोर दिया गया। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की तत्काल आवश्यकता भी रेखांकित हुई। महापौर श्रीमती सीता साहू ने कहा, “पटना अपने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए अभिनव समाधान अपनाने को तैयार है। ये अध्ययन हमें स्पष्ट दिशा और ठोस सुझाव देते हैं। हम विशेषज्ञों और समुदाय के साथ मिलकर तेज़ आवागमन, स्वच्छ हवा और हरित भविष्य की राह बनाएंगे।” इस मौके पर सरकार, शिक्षाविदों और नागरिक समाज के बीच यह सहमति दिखी कि पटना समावेशी और हरित गतिशीलता का आदर्श बन सकता है। द क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक सुश्री एकता शेखर ने कहा, “यह केवल वाहनों या तकनीक की नहीं, बल्कि लोगों और उनके साझा भविष्य की बात है। स्वच्छ गतिशीलता का अर्थ स्वस्थ फेफड़े, सुरक्षित सड़कें और मजबूत अर्थव्यवस्था है। यदि स्पष्ट रणनीति और निर्णायक कदम उठे, तो पटना भारत के समावेशी, कम-कार्बन परिवहन का नेतृत्व कर सकता है।” एनवायरोकैटालिस्ट्स के संस्थापक व प्रमुख विश्लेषक सुनील दहिया ने बताया, “पटना की समस्याएँ – जाम, प्रदूषण और कमजोर पब्लिक ट्रांसपोर्ट – आपस में जुड़ी हैं और तत्काल समाधान चाहती हैं। हमारा अध्ययन यात्रियों की आवाज़ और ठोस आँकड़े सामने लाता है। सही नीतियों और ढाँचे से पटना स्वच्छ गतिशीलता का अग्रदूत बन सकता है।” आईआईटी (बीएचयू) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिषेक मुद्गल ने कहा – “पटना अब एक अहम मोड़ पर है। स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, मज़बूत बस कॉरिडोर और स्वच्छ परिवहन से न सिर्फ उत्सर्जन घटेगा बल्कि रोज़मर्रा की परेशानियाँ भी कम होंगी। सरकार की मदद से पटना ऐसा शहर बन सकता है जहाँ विकास और स्वच्छ हवा साथ-साथ आगे बढ़ें।” हालांकि, शोध कार्य द क्लाइमेट एजेंडा, एनवायरोकैटालिस्ट्स और आईआईटी-बीएचयू ने किया, लेकिन इसे हरित सफ़र और सस्टेनेबल अर्बन मोबिलिटी कलेक्टिव (SUMC) ने संयुक्त रूप से प्रकाशित किया। शोध कार्य से मुख्य निष्कर्ष पटना के लिए अवसर: जाम से हरित परिवहन तक · सार्वजनिक परिवहन का विस्तार और विद्युतीकरण: 1,250 से अधिक बसें जोड़ना, केवल बसों की लेन बनाना और 100% बिजली आधारित बसें लागू करना। · लोगों के लिए सड़कें: छायादार फुटपाथ, साइकिल लेन और पैदल यात्रियों की सुरक्षा पर प्राथमिकता। · समावेशिता आधारित डिजाइन: दिव्यांगजन के लिए आसान पहुँच, महिलाओं के लिए सुरक्षित विकल्प और अनौपचारिक मज़दूरों के लिए अंतिम-मील कनेक्टिविटी। · कार पर निर्भरता घटाना: भीड़भाड़ शुल्क, अधिक पार्किंग शुल्क और फ्लाईओवर फंड को पब्लिक व नॉन-मोटराइज्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर पर लगाना। · नागरिकों की भागीदारी: जागरूकता अभियान और योजनाओं में महिलाओं, दिव्यांगजनों, LGBTQIA+ और श्रमिकों की सीधी भागीदारी। बिहार ईवी नीति 2023 से सीख · बिजली संकट बाधा: बार-बार कटौती, वोल्टेज समस्या और कम चार्जिंग स्टेशनों से ईवी अपनाने में मुश्किल। · पारदर्शी सब्सिडी वितरण: समान वितरण के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ज़रूरी। · केवल दोपहिया से आगे ध्यान: ई-बस, ई-ट्रैक्टर और मालवाहक वाहनों को भी शामिल करना। · स्थायी वित्तपोषण के उपाय: डीज़ल उपकर और भीड़भाड़ शुल्क से ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर और गैर-मोटर चालित विकल्पों को सहयोग। · ग्रामीण व सामाजिक समानता: ईवी रोलआउट में गाँव और पिछड़े वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करना।