नगर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर मजलिसों का किया गया आयोजन
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर मजलिसों का किया गया आयोजन। शनिवार को मोहर्रम की नौ तारीख को क्षेत्र के मोहल्ला काजी टोला स्थित इमामबाड़ा सरकारे हुसैनी में, दूसरी मजलिस रफीक के घर पर तीसरी मजलिस ग्राम गौरैया प्रहलाद पुर में जाबिर के मकान पर, चौथी मजलिस शहंशाह अली खान के अजाखाने चिक्की टोला में मुनक़्किद हुई जिसे मौलाना हसन अली रिजवी ने ही खिताब किया उसके बाद फिर एक मजलिस का आयोजन इमामबाड़ा सरकारे हुसैनी में किया गया जिसे मौलाना हसन अली रिजवी ने यजीद की फौज के जुल्म का जिक्र करते हुए कहा कि, तकलीफ अपनी किससे बाबा करूं बयां, रुखसार नीले हैं टूटी हैं पसलियां, अब आपकी चहेती की हाथों पर जान है, कैसे बताऊं जुल्म हाय जालिम ने क्या किया जिसे सुनकर सभी लोग गम जदा हो गए। उन्होंने कहा कि आज का दिन व रात एक तरह से कयामत की रात है क्योंकि इमाम हुसैन के काफिले पर पानी सात तारीख से ही यजीद ने बंद कर दिया था कि वह किसी भी तरह इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम पर अपनी जीत प्राप्त करना चाहता था, उन्होंने कहा कि यजीद ने सोचा पहले पानी बंद करो जिससे इमाम हुसैन के काफिले वाले प्यास से तड़पेंगे और जंग नहीं कर पाएंगे मगर हजरत अब्बास अलैहिस्सलाम ने ऐसी जंग लड़ी ऐसी तलवार चलाई कि यजीद की फौज भागने लगी तब यजीद के एक सिपाही ने तीर चलाया जो हजरत अब्बास की आंख में लग गया और उनके दोनों बाजू कट गए जिससे हजरत अब्बास अलैहिस्सलाम जमीन पर आ गए उनकी बहादुरी की चर्चा पूरी यजीदी फौज पर भारी पड़ गई। मजलिस को खिताब करते मौलाना हसन अली रिजवी ने कहा हजरत अब्बास के शहीद होने पर कोहराम मच गया फिर यजीद ने सभी को बंदी बनाकर सबके सिर कलम करके नेजे पर उठा कर खुशी मनाई मगर यजीद को यह नहीं मालूम था कि कल क्या होगा उन्होंने फरमाया कि जनाबे मुख्तार जब अपनी फौज लेकर इमाम हुसैन की मदद को आए तब तक सभी शहीद हो चुके थे जिसे देखकर मुख्तार को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने यजीद के एक एक बच्चे को ढूंढ ढूंढ कर कत्ल करना शुरू कर दिया और फिर इमाम हुसैन के लाश पर जाकर माफी मांगी और रोया कि मौला हमें माफ कर दीजिए मुझे आने में देर हो गई, उन्होंने कहा कि आज इस वाकिए को 1400 सौ साल हो गए हैं मगर एक कौम जो कि शिया इमाम हुसैन का गम आज भी मनाते हैं और मनाते रहेंगे वहीं यजीद को लानत मिलती है और मिलती रहेगी। इस मौके पर भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।
Jul 07 2025, 19:36