कन्यादान जीवन का सर्वोत्तम दान- डॉ० बी०के०कश्यप
विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। सामाजिक संस्था त्रिवेणी संगम सेवा समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन यमुना पार स्थित गेस्ट में आयोजित किया गया।वैवाहिक कार्यक्रम में 15 जोड़ी वर-वधू वैवाहिक संस्कार में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य सदा-सदा के लिए एक सूत्र में बंध गए ।
उक्त सामूहिक पाणिग्रहण संस्कार में मुख्य अतिथि के रूप में कन्यादान का अनुष्ठान प्रभु श्री राम के बाल सखा निषादराज गुह्य के मूल वंशज डॉ०बी०के०कश्यप “निषाद” एवं कुलवधू श्रीमती रीता निषाद ने अपने करकमलों द्वारा करते हुए नव दंपत्ती को आशीर्वाद से अभिसिंचित किया । कार्यक्रम में सम्मिलित नवविवाहित नवयुगल अर्थात प्रत्येक वर-वधू एवं त्रिवेणी संगम सेवा समिति के समस्त सदस्यों व पदाधिकारियों को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अपने उद्बोधन कहा समाज में ऐसे सामूहिक कार्यक्रमों की नितांत आवश्यकता है ऐसे अनुष्ठान के माध्यम से हमें समाज में व्याप्त दहेज जैसे दानव को समाप्त कर सकते हैं और साथ ही अनावश्यक व्यय से भी बचा जा सकता है उन्होंने यह भी कहा कि मानव जीवन में कन्यादान से बड़ा कोई दूसरा दान नही है ।
कुल वधू रीता निषाद ने अपने आशीर्वचन में कहा कि सामूहिक विवाह पिता के कंधे से आर्थिक भार कम करने वाला सफल आयोजन है आज ऐसे कार्यक्रमो को समाज की बड़ी आवश्यकता कहा जा सकता है।
त्रिवेणी संगम सेवा समिति के द्वारा प्रति वर्ष आयोजित होने वाले महायज्ञ में मुझ किंचन को भी आहूति देने का शुभ अवसर समिति के द्वारा प्रदान किया गया जिसके लिए आयोजक मण्डल को हृदय से आभार व्यक्त करते है।
उन्होंने कहा, जब परमार्थ का कार्य नि:स्वार्थ भाव से किया जाता है तो उसका प्रभाव अनन्त काल तक समाज में विद्यमान रहता है और वही कार्य समाज के लिए प्रेरक बन जाती है ऐसे सेवा के लिए त्रिवेणी संगम सेवा समिति पूरे भारत में जाना जाता है । समिति के प्रत्येक साधुवाद के पात्र है।
Apr 13 2025, 19:40