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शोध से बदलता है समाज की दशा और दिशा, साई कॉलेज की राष्ट्रीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने समाज के लिए शोध और अनुसंधान का किया आह्वान

अम्बिकापुर- शोध हमेशा नये परिवर्तन और समाज की दशा-दिशा बदलने के लिए होता है। इससे समाज के विकास में भागीदारी बढ़ती है। यह बातें मंगलवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आईक्यूएसी एवं छत्तीसगढ़ सोशियोलॉजीकल एसोसिएशन के तत्वावधान में रिसर्च मेथडलॉली अंडरस्टैंड बेसिक कांसेप्ट ऑफ रिसर्च एंड इट्स मेथडलॉजी विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.एन. खरे ने कही।।उन्होंने कहा कि शोध, अनुसंधान से ग्लोबल इकोनॉमी एंड टेक्नालॉजी लगातार प्रभावित होती है। डॉ. खरे ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से लिटरेचर रिव्यू, विषय का चयन, प्राथमिक डाटा, द्वितीयक डाटा, आंकड़े के विश्लेषण, सैम्पलिंग और तथ्यों प्रस्तुतिकरण के बारे में बताया। उन्होंने रिसर्च प्लान और टाइमलाइन के बारे में विशेष सावधानी रखने का आह्वान किया।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया।

कार्यशाला का विषय प्रवर्तन करते हुए आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि पाषाण काल से अब तक लगातार शोध, अनुसंधान होते रहे हैं। यह मानव विकास इसी शोध, अनुसंधान का परिणाम है। उन्होंने आह्वान किया कि इस कार्यशाला से आधारभूत शोध और अन्वेषण को गति मिलेगी। डॉ. शर्मा ने कहा कि विज्ञान, साहित्य, समाज के सभी विषयों में शोध आवश्यक है जो जीवन की आवश्यकता है। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यशाला में शोधार्थी सीखते हैं। उन्हें अच्छे शोध, अनुसंधान के लिए शोध की प्रत्येक स्थिति को जानना आवश्यक है। डॉ. श्रीवास्तव ने शोध डिजाइन, विषय चयन, टूल्स, सर्वे, शोध विधियों से अवगत कराया।

महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुुमार इंगोले ने उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि शोधार्थियों को अच्छे शोध के लिए कार्यशाला में मार्गदर्शन मिल रहा है, यही इसकी सफलता है। उन्होंने कार्यशाला में शामिल सभी प्राध्यापक, शोधार्थियों को शुभकामना दी।

कार्यशाला के दौरान ऑनलाइन मोड में राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अनिल सिन्हा, रायपुर, बीरगांव स्थित शहीद नंद कुमार पटेल शासकीय महाविद्यालय की प्राचार्य एवं छत्तीसगढ़ सोशियोलॉजकल एसोसिएशन की अध्यक्ष प्रीति शर्मा, हैदराबाद स्थित एजुकेशन टेक्नालॉजी यूनिवर्सिटी की डॉ. उज्जवला सिंह ने शोध के सिद्धांत पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि डॉ. आर.एन. खरे को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान का सम्मानित किया गया।

कार्यशाला का संचालन सहायक प्राध्यापक पल्लवी मुखर्जी और देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। अतिथियों को आभार डॉ. श्रीराम बघेल ने प्रकट किया। कार्यशाला के दौरान ऑनलाइन मोड में प्राध्यापक और विषय विशेषज्ञ जुड़े रहे।

इस अवसर पर लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य, दीपक तिवारी, राहुल कुंडु, इंजीनियरिंग कॉलेज के सहायक प्राध्यापक रॉबिन थामस तथा सभी प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

दिल्ली से रायपुर आने वाली फ्लाइट में आई खराबी, छत्तीसगढ़ के सांसद और विधायक फंसे

रायपुर- दिल्ली से रायपुर आ रही एक फ्लाइट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई है, जिसके चलते यात्रियों को करीब दो घंटे तक विमान में ही फंसे रहना पड़ा. इस फ्लाइट में जांजगीर सांसद कमलेश जांगड़े, रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू और कोंडागांव विधायक लता उसेंडी भी मौजूद थे. तकनीकी दिक्कत के कारण उड़ान को रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार, फ्लाइट को दोपहर 12:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से रायपुर के लिए रवाना होना था, लेकिन टेकऑफ से पहले ही तकनीकी समस्या सामने आ गई. इसके चलते न तो विमान उड़ान भर सका और न ही यात्रियों को तुरंत नीचे उतारा गया, जिससे सभी को विमान के भीतर ही इंतजार करना पड़ा. जिसके बाद यात्रियों को फ्लाइट से उतारा गया और अब उन्हें दूसरी फ्लाइट से रायपुर लाने की तैयारी की जा रही है.

मामले में विधायक मोतीलाल साहू ने बताया कि वे एक मीटिंग के सिलसिले में दिल्ली आए थे. दिल्ली से रायपुर लौट रहे थे, 12:30 बजे की फ्लाइट से, तभी फ्लाइट में तकनीकी खराबी आ गई. करीब 2:20 बजे तक हम फ्लाइट के अंदर ही फंसे रहे. फिलहाल दूसरी फ्लाइट पकड़ने के लिए टरमैक से रनवे की ओर जा रहे हैं. फ्लाइट में कोंडागांव विधायक लता उसेंडी और जांजगीर-चांपा सांसद कमलेश जांगड़े भी मौजूद थीं.

तो क्या चाचा आरोपी नहीं? दुर्ग रेप केस में आया नया मोड़

दुर्ग- जिले के उरला इलाके में 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। पीड़िता की मां ने आरोपी सोमेश यादव को निर्दोष बताया है। इस बायान के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल, पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के चाचा को मुख्य आरोपी बनाया है, जो फ़िलहाल पुलिस हिरासत में है।

पीड़िता के परिवार ने कलेक्टर के प्रस्ताव को ठुकराया

पीड़िता के परिवार ने कलेक्टर अभिजीत सिंह द्वारा दिए गए मुआवजे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कलेक्टर ने मंगलवार को परिवार को कलेक्ट्रेट बुलाकर ढाई लाख रुपये मुआवजा देने की पेशकश की थी, लेकिन परिवार ने साफ कहा कि उन्हें पैसे नहीं, न्याय चाहिए। असली आरोपी को ही सजा मिलनी चाहिए।

SP ने किया SIT का गठन

मामले में दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) पद्मश्री तंवर की अगुवाई में गठित टीम पूरे मामले में साक्ष्य जुटाने से लेकर फास्ट ट्रेक कोर्ट में चार्ज शीट पेश करने का काम करेगी।

इस विशेष जांच दल में मोहन नगर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव प्रसाद चंद्रा, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक श्रद्धा पाठक, छावनी थाना प्रभारी उप निरीक्षक चेतन चंद्राकर, उप निरीक्षक पारस ठाकुर (मोहन नगर थाना), सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र देशमुख (थाना मोहन नगर), सहायक उप निरीक्षक संगीता मिश्रा, (रक्षा टीम) प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण पात्रे (मोहन नगर थाना) को शामिल किया गया है।

इन धाराओं में दर्ज किया गया है मामला

मामले में प्रार्थी ओम नगर, उरला निवासी सन्नी यादव पिता स्व. मनोहर लाल यादव की रिपोर्ट पर मोहन नगर थाना में अपराध क्रमांक 133/25 धारा 137 (2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। प्रकरण में धारा 103 (1), 64 (2)(एफ), 65 (2), 66, 238(ए) बीएनएस एवं 6 पाक्सो एक्ट का समावेश किया गया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

बता दें कि मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला इलाके की रहने वाली 6 साल की बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई गई थी। बताया गया कि, रविवार सुबह 9 बजे अपनी दादी के घर कन्या भोज के लिए गई थी। इसके बाद से वह घर नहीं लौटी। पुलिस भी तलाश में जुटी लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला। इस बीच, शाम 7.30 बजे सूचना मिली की बच्ची की लाश एक कार में मिली है। परिजन मौके पर पहुंचे और लाश को डिक्की से बाहर निकाला। इस दौरान बच्ची खून से लहूलुहान मिली।

बच्ची बहुत बुरी हालत में कार के अंदर सीट के नीचे पड़ी थी। उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, चमड़ी उधड़ी हुई थी। परिजन बच्ची को लेकर दुर्ग जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।

भीड़ ने संदेही के घर लगाई आग

वारदात के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। देर रात कार मालिक के घर और कार में तोड़फोड़ भी हुई। इधर पुलिस ने भी, कार मालिक, उसके ड्राइवर समेत 5 लोगों को संदेह आधार पर हिरासत में लिया। इनमें बच्ची का चाचा भी था। इसके बाद, आगे की पूछताछ में संदिग्ध में 3 लोग बचे। पुलिस का कहना है कि, पूछताछ, टेक्निकल सबूत और आरोपी के कबूलनामा से ये पता चला का कि, आरोपी बच्ची का ही चाचा है। फिलहाल उसे रिमांड में लेकर और सवालों के जवाब ढूंढे जा रहे।

दुर्ग रेप केस : आरोपी को जल्द सजा दिलाने SP ने बनाई SIT, कोर्ट में चार्जशीट पेश करने तक रोज करेगी काम…

दुर्ग- छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसके हत्या के मामले में दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) पद्मश्री तंवर की अगुवाई में गठित टीम पूरे मामले में साक्ष्य जुटाने से लेकर फास्ट ट्रेक कोर्ट में चार्ज शीट पेश करने का काम करेगी. 

पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित विशेष जांच दल में मोहन नगर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव प्रसाद चंद्रा, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक श्रद्धा पाठक, छावनी थाना प्रभारी उप निरीक्षक चेतन चंद्राकर, उप निरीक्षक पारस ठाकुर (मोहन नगर थाना), सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र देशमुख (थाना मोहन नगर), सहायक उप निरीक्षक संगीता मिश्रा, (रक्षा टीम) प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण पात्रे (मोहन नगर थाना) को शामिल किया गया है.

मामले में प्रार्थी ओम नगर, उरला निवासी सन्नी यादव पिता स्व. मनोहर लाल यादव की रिपोर्ट पर मोहन नगर थाना में अपराध क्रमांक 133/25 धारा 137 (2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है. प्रकरण में धारा 103 (1), 64 (2)(एफ), 65 (2), 66, 238(ए) बीएनएस एवं 6 पाक्सो एक्ट का समावेश किया गया है.

सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ मामले को लेकर ED पर कसा तंज, कहा- आपके मूल अधिकार हैं तो जनता के भी..?

नई दिल्ली/रायपुर-  प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पास यदि मूल अधिकार हैं, तो आम जनता के भी ऐसे ही अधिकार हैं. सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान यह स्पष्ट किया है. ED ने आर्टिकल 32 के तहत एक याचिका शीर्ष अदालत में प्रस्तुत की थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के नागरिक आपूर्ति निगम में हुए घोटाले की जांच को दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की गई थी. सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि यदि ED के पास अपने मूल अधिकार हैं, तो उसे जनता के अधिकारों का भी ध्यान रखना चाहिए. बेंच ने यह भी स्पष्ट किया कि आर्टिकल 32 के तहत याचिका तभी स्वीकार की जा सकती है, जब मूल अधिकारों का उल्लंघन हुआ हो. इसके बाद, ईडी ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है.

ED ने पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा और अन्य के खिलाफ चल रहे मामले में एक अर्जी दाखिल की है. ये सभी 2015 के एक मामले में आरोपी हैं, जिसमें नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा चावल की खरीद और वितरण में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया गया है. ईडी का आरोप है कि छत्तीसगढ़ का आपराधिक न्याय प्रणाली इस जांच को प्रभावित कर रही है, जहां गवाहों को धमकाया जा रहा है और जांचकर्ताओं पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है. ईडी ने इस मामले को नई दिल्ली में पीएमएलए के तहत विशेष अदालत में स्थानांतरित करने और नए सिरे से ट्रायल शुरू करने की मांग की है.

एजेंसी ने बताया कि इस मामले की जांच पर 2018 में सरकार के परिवर्तन का गहरा प्रभाव पड़ा. टुटेजा तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निकट हो गए और उन्हें अग्रिम जमानत प्रदान की गई, जिससे जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया गया. इसके अलावा, एजेंसी ने एसआईटी के सदस्यों और टुटेजा के बीच हुई वॉट्सऐप चैट्स का उल्लेख किया और कॉल रिकॉर्ड का डेटा भी प्रस्तुत किया. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की याचिका पर सवाल उठाए, यह कहते हुए कि यह आश्चर्यजनक है कि ईडी जैसी संस्था ने सरकार की एजेंसियों के खिलाफ याचिका दायर की है. अडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने ईडी की ओर से पेश होकर याचिका वापस लेने की बात कही।

इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों को मिलेंगे अब 3 लाख, क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना में राज्य शासन ने किया प्रावधान

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेने के लिए अब राज्य शासन की ओर से तीन लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी. आर्थिक कठिनाई के कारण राज्य के खिलाड़ी कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेने से चूक जाते हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस साल के बजट में अधिकतम 3 लाख रुपये का प्रावधान कर दिया है. साथ ही इन स्पर्धाओं में भाग लेने से पहले तैयारी के लिए संबंधित खेलों के उपकरण आदि के लिए भी राज्य शासन की ओर से फंड जारी किया जाएगा.

यह प्रावधान क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना के तहत किया जाएगा. इसमें ओलंपिक खेल, विश्व कप, एशियाड या राष्ट्रमंडलीय खेलों को ही शामिल किया गया है. इसके लिए खिलाड़ियों को अपने चयन संबंधी पत्र और वास्तविक यात्रा टिकट आदि प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा. इसी के आधार पर यात्रा व्यय की राशि की गणना की जा सकेगी. इसके लिए अनुदान के प्रकरणों पर प्रभारी मंत्री की अनुसंशा या अनुमोदन पश्चात कलेक्टर द्वारा कार्यवाही की जाएगी.

खेल संचालक तनुजा सलाम ने बताया कि योजना के लिए इस वित्तीय वर्ष में शासन ने 50 करोड़ का बजट रखा है. इसमें मुख्य रूप से 6 बिंदुओं को शामिल किया गया है. इनमें गांव से लेकर जिला मुख्यालय में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना, खेल प्रतिभाओं की पहचान करना एवं खेल मैदानों का उन्नयन कर खेल उपकरण प्रदान करना, खेलों की क्लब संस्कृति को बढ़ावा देकर पंजीकृत समिति या क्लबों को स्पर्धाओं का आयोजन करने आर्थिक सहयोग देना तथा पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने बढ़ावा देना है.

स्टेडियम और इंडोर हॉल के निर्माण के लिए जिला कलेक्टर के प्रस्ताव पर खेल विभाग सक्षम होगा. इसमें 80 लाख तक की सीमा के प्रस्ताव की स्वीकृति विभाग से और 3 करोड़ तक के निर्माण संबंधी प्रस्तावों पर प्रशासकीय स्वीकृति लेनी होगी. संचालक, खेल एवं युवा कल्याण स्तर पर पंजीकृत खेल समिति या क्लब को 5 लाख तक आर्थिक सहायता व खेल उपकरण की स्वीकृति संचालनालय स्तर पर ही होगी. इसके लिए जिला खेल अधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव आवश्यक रहेगा. प्रतिभा खोज, खेल वृत्ति एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिए भी जिला खेल अधिकारी के प्रस्ताव पर ध्यान दिया जाएगा.

पुलिस चौकी में ग्रामीणों ने देर रात तक मचाया हंगामा, ASI पर रिश्वत लेने के बाद भी आरोपियों को नहीं छोड़ने का लगाया आरोप…

कवर्धा- जिले के पोड़ी पुलिस चौकी में बीती रात ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया. बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस चौकी को घेरकर आधी रात तक विरोध-प्रदर्शन करते रहे. उन्होंने एएसआई पर दो लाख रुपए रिश्वत लेने के बाद भी आरोपियों को नहीं छोड़ने का आरोप लगाया. आखिरकार प्रशासनिक हस्ताक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए. 

ग्रामीणों का कहना था कि आईपीएल सट्टा के मामले में पकड़े गए चार आरोपियों को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 4 लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन लेन-देन के बाद 2 लाख में मामला “सेट” हुआ. आरोप है कि रिश्वत लेने के बावजूद आरोपियों को जेल भेज दिया गया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया.

ग्रामीणों ने जब एएसआई से पैसे वापस मांगे गए, तो विवाद और बढ़ गया. इस पर ग्रामीणों ने चौकी पहुंचकर जोरदार विरोध किया और एएसआई दिनेश झरिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है.

पोड़ी चौकी में पदस्थ दिनेश झरिया ने कहा है कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार है. पहले तो कार्रवाई नहीं करने और चारों आरोपियों को हथकड़ी नहीं लगाने के लिए पैसे देने की बात बात कर रहे थे. लेकिन हमने मामले की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों दे दी थी, किसी से कोई पैसा नही लिया गया है.

दुर्ग रेप केस : सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम लड़ेगी केस, जनसहयोग से अलावा खुद वकीलों का खर्च वहन करेंगे भाजपा विधायक…

रायपुर- दुर्ग में मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से स्थानीय वकीलों के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम केस लड़ेगी. इस बात की जानकारी देते हुए वैशाली नगर से भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि हमारी कोशिश है कि पीड़ित पक्ष को जल्द न्याय मिले. 

विधायक रिकेश सेन ने मीडिया से चर्चा में बताया कि बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में भिलाई के वकील राजकुमार तिवारी निःशुल्क सेवा देंगे. वहीं सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम भिलाई आएगी. हम लगातार उनके संपर्क में हैं. बांसुरी स्वराज से भी बातचीत चल रही है. इस कानूनी लड़ाई में वकीलों का जो भी खर्च होगा, मैं खुद जनसहयोग से वहन करूंगा.

रिकेश सेन ने कहा कि सबूत के अभाव में लोग छूट जाते हैं. मैं अभी दिल्ली गया था, जहां मैंने पांच बड़े वकीलों से मुकदमा लड़ने की बात की है. इसके साथ तय किया कि स्थानीय स्तर में दुर्ग जिले के पांच अधिवक्ता नि:शुल्क इस पूरे प्रकरण को देखेंगे. सबसे बड़े क्रिमिनल वकील राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में पांच लोगों का पैनल इस मामले को देखेगा.

उन्होंने कहा कि इसका पूरा खर्च जन सहयोग से हम वहन करेंगे. मुझे लगता है अगर ऐसे प्रयास होंगे तो निश्चित रूप से आरोपी को फांसी के तख्ते तक पहुंचाएंगे. बच्ची परिजनों को सहयोग मिले इसको लेकर सरकार ने व्यवस्था कर ली है. उसके परिवार को कुछ सहयोग दिया जाएगा. अभी तो आरोपी को फांसी के तख्ते तक पहुंचना है.

भाजपा विधायक ने कहा कि यह चिंता का विषय है. जो भी आरोपी रहता है, कानून के हाथ उस तक पहुंच जाते हैं. अगर कोई घर में ही क्रिमिनल बैठा हुआ है, और अपने ही रिश्तेदार से बच्चियों से अगर इस तरह का कृत्य करेंगे, तो यह कानून के लिए चिंता का विषय है. कहीं ना कहीं सरकारों के लिए चिंता का विषय है. जनता के लिए भी है चिंता का विषय है.

अवैध रेत खनन पर खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई, 4 ट्रैक्टर और 1 हाइवा जब्त…

सक्ती- छत्तीसगढ़ में “सुशासन त्योहार” की शुरुआत के साथ ही प्रशासनिक अमला एक्टिव हो गया है. आम जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा सांसद कमलेश जांगड़े के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि अनुभव तिवारी ने बुधवार तड़के रेत तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की.

सुबह 5 बजे खनिज विभाग के अधिकारियों को लेकर अनुभव तिवारी ने बम्हनीडीह क्षेत्र की हसदेव नदी में दबिश दी, जहां अवैध रेत उत्खनन जोरों पर चल रहा था. इस कार्रवाई में चार ट्रैक्टर और एक हाइवा को जब्त कर सारागांव थाने के सुपुर्द कर दिया गया.

अवैध कारोबार पर सांसद की सख्त नजर

जानकारी के मुताबिक, हसदेव नदी से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टरों में अवैध रेत निकाली जा रही थी, जिससे सरकारी राजस्व को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा था. सांसद प्रतिनिधि अनुभव तिवारी ने बताया कि कई स्थानों पर रेत का अवैध भंडारण भी किया गया है.

गौरतलब है कि इस कारोबार में शामिल कुछ लोग राजनीतिक दल और संगठनों से जुड़े होने का दावा कर दबाव बनाकर अवैध रेत खनन कर रहे थे. लेकिन अचानक हुई कार्रवाई ने रेत माफियाओं में हड़कंप मचा दिया. दर्जनों ट्रैक्टर मौके से फरार हो गए, जिससे खनिज विभाग की तैयारियों पर सवाल भी उठे हैं.

अवैध रेत खनन पर होगी सख्त कार्रवाई

सांसद कमलेश जांगड़े ने साफ निर्देश दिए हैं कि जिले में किसी भी प्रकार के अवैध कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनके निर्देश पर आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.

सीएम साय ने भाजपा की बैठक का ‘मोदी की गारंटी’ से जोड़ा नाता, कहा-

रायपुर- भाजपा की संगठन बैठक के संबंध में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सुशासन तिहार प्रदेश में प्रारंभ हुआ है. 15 महीनों की सरकार है. पीएम मोदी के वादों को छत्तीसगढ़ की जनता के लिए पूरा करने प्रयास किए हैं. चाहे प्रधानमंत्री आवास की बात हो, धान खरीदने की बात हो या फिर महतारी वंदन योजना हो. सुशासन देंगे, भ्रष्टाचार के मामले जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का प्रयास है, इसके लिए मंत्री और सांसद प्रदेश भर में औचक निरीक्षण करेंगे. 11 तारीख तक पार्टी पदाधिकारी जनता के बीच जाएंगे और उनकी समस्याओं का निवारण करेंगे.

वहीं गुजरात में कांग्रेस के अधिवेशन के संबंध में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कांग्रेस अधिवेशन करते रहती है. उनकी करनी और कथनी में बहुत फर्क होता है. पार्टी आज देश की जनता का विश्वास खो चुकी है. चाहे कुछ भी करले जनता का विश्वास खो चुके हैं. सिर्फ ब्राह्मण ही नहीं, पूरे देश की जनता उनसे दूर हो रही है.

वहीं वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर विष्णु देव साय ने कहा कि इसके लागू होने से समय और खर्च की बचत होगी. चुनाव चलते रहते हैं, आचार संहिता लगी रहती है. कई काम प्रभावित होते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री का प्रयास है. इसके लिए पूरे देश में वन नेशन वन इलेक्शन लागू हो.

उन्होंने कहा कि इस दिशा में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अध्यक्षता में कमेटी बनी है. हमने भी अभी छोटा सा प्रयास नगरी निकाय और पंचायत चुनाव के साथ कराकर उस दिशा में कदम रख चुके हैं.