केरेडारी: शमशान घाट पर विवाद गहराया।
हज़ारीबाग: केरेडारी प्रखंड के चट्टी बरियातू पंचायत के बरियातू गांव में शमशान घाट को लेकर विवाद अब सुर्खियों में है। मामला तब सामने आया जब एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल माइंस के एमडीओ कंपनी और संबंधित ठेकदारों द्वारा शमशान घाट की जमीन पर कब्जा करने और मोटी रकम लेकर डील करने का मामला सामने आया।
मृतक के परिजनों के अनुसार, तीन महीने पहले बरियातू गांव निवासी रूपलाल साव की अचानक मौत हो गई थी। मृतक की पत्नी एतवरीया देवी और उनके पड़ोसी खेमलाल साव और कैला साव ने बताया कि शव को जलाने के लिए पूर्व में निर्धारित शमशान घाट पर जाना था, लेकिन शमशान घाट की जमीन पर कोयला खनन के कारण वह स्थल अब उपयोग के लायक नहीं रहा।
इसके बाद कंपनी ने अन्य जगह शमशान घाट के लिए जमीन दी, लेकिन उस जमीन का भी खनन कर दिया गया। जब हुलास साव की मौत हुई, तो परिजनों और ग्रामीणों ने शव को जलाने के लिए पूर्व निर्धारित शमशान घाट पर रखने की कोशिश की, लेकिन कंपनी के सुरक्षा इंचार्ज डीएसपी द्वारा शव जलाने के लिए खैर पावर में स्थान देने की बात की गई, जिसे ग्रामीणों ने विरोध किया।
मामले को रफा-दफा करने के लिए मृतक के परिजनों को दस हजार रुपये दिए गए। इस दौरान यह भी सामने आया कि मैनेजिंग ठेकदारों द्वारा शमशान घाट की जमीन के खनन के लिए कंपनी से मुआवजा लिया गया था।
अब यह समस्या उत्पन्न हो गई है कि यदि भविष्य में कोई व्यक्ति मरता है, तो शव को जलाने के लिए शमशान घाट कहां होगा, क्योंकि शमशान घाट की जमीन को मौखिक सहमति के तहत ठेकदारों ने कंपनी को बेच दी है। इस पूरे मामले में कंपनी और ठेकदारों के बीच हुई डील की चर्चा भी जोरों पर है, और अब गांववाले यह सवाल उठा रहे हैं कि शमशान घाट की समस्या का समाधान क्या होगा।





Mar 18 2025, 19:22
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