गया पुल के नए अंडरपास निर्माण की अंतिम बाधा होगी दूर
धनबाद : गया पुल के नए अंडरपास की अंतिम बाधा इसी महीने दूर होगी। पथ निर्माण विभाग मुख्यालय रांची एक साल से लटके टेंडर को फाइनल करने की तैयारी कर रहा है। रेट की वजह से अंडरपास का टेंडर फाइनल नहीं हो पा रहा है।
पथ निर्माण विभाग ने टेंडर में भाग लेने वाली छत्तीसगढ़ की कंपनी शीला कंस्ट्रक्शन से वार्ता करके उसे दस प्रतिशत अधिक दर पर काम करने का प्रस्ताव दिया है, जबकि कंपनी ने 20 प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर डाला है। कंपनी ने दस प्रतिशत अधिक रेट पर काम करने में लगभग अपनी सहमति दे दी है।
कंपनी अगर इस प्रस्ताव पर राजी नहीं होती है तो इसे कैबिनेट में ले जाने की तैयारी विभाग ने कर ली है। हर स्थिति में इस महीने गया पुल का टेंडर फाइनल कर दिया जाएगा।
गया पुल में नए अंडरपास की योजना पिछले तीन वर्षों से फाइलों में लटक रही है। टेंडर होने के बावजूद रेट को लेकर यह योजना अटक गई है। पथ निर्माण विभाग ने 25 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला था। टेंडर में शामिल शीला कंस्ट्रक्शन कंपनी ने शेड्यूल रेट से 20 प्रतिशत अधिक रेट कोट कर टेंडर डाला है।
नियम के अनुसार 20 प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर आवंटन के लिए विभाग को कैबिनेट से मंजूरी लेनी होगी। गया पुल में नए अंडरपास के सिविल वर्क में 24 करोड़ 76 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं इस योजना के लिए रेलवे की 2200 वर्गफीट जमीन का अधिग्रहण भी किया जाएगा। इसके एवज में पथ निर्माण विभाग छह करोड़ रुपए का भुगतान रेलवे को करेगा। अब इस आरयूबी निर्माण में कुल 30 करोड़ 50 लाख 43 हजार 700 रुपये खर्च होंगे।
12.5 मीटर चौड़ा और 40 मीटर लंबा होगा नया अंडरपास
गया पुल में बनने वाला नया अंडरपास 12.5 मीटर चौड़ा और 40 मीटर लंबा होगा। राइट्स कंपनी ने अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में बताया है कि यह 7.5 मीटर चौड़ा टू लेन होगा। नए अंडरपास में 1.5 मीटर चौड़ा फुटपाथ और 1.1 मीटर ऊंची रेलिंग भी रहेगी। नए आरयूबी को पुराने आरयूबी से 15 मीटर दूर बनाया जाएगा। इसके लिए एप्रोच रोड भी होगा।
एप्रोच रोड के लिए श्रमिक चौक की चौड़ाई कम की जाएगी। श्रमिक चौक से सीधे नए आरयूबी तक नया एप्रोच रोड बनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ की कंपनी को दर वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया था। विभाग के प्रस्ताव पर अगर कंपनी तैयार हो जाती है तो उसे काम आवंटित किया जाएगा, ऐसा नहीं होने पर कैबिनेट में यह प्रस्ताव लाकर इसका बजट बढ़ेगा।
3 hours ago