राजधानी पटनावासियों के लिए बुरी खबर : दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई पटना की हवा, सूचकांक 300 के पार
डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए बुरी खबर है। पटना की हवा दिल्ली से ज्यादा जहरीली हो गई है। परिवेशीय वायु में धूलकण अधिक होने से शहर में लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। बीते रविवार को पटना का राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक 307 पहुंच गया, जबकि दिल्ली का सूचकांक 273 रहा। वहीं सूबे का सबसे प्रदूषित शहर राजगीर है। यहां का सूचकांक 312 पहुंच गया। वहीं हाजीपुर शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक पटना के बराबर है। पटना की हवा में धूलकण की मात्रा मानक से तीन गुना अधिक हो गई है। पीएम10 और पीएम2.5 की मात्रा बढ़ गई है।
डाकबंगला से आयकर गोलंबर तक बना हॉट स्पॉट
रविवार को राजधानी के प्रमुख क्षेत्रों में डाकबंगला चौराहा से आयकर गोलंबर वायु प्रदूषण का हॉट स्पॉट बन गया। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के स्वचालित वायु गुणवत्ता निगरानी केन्द्र से प्राप्त आकड़े बता रहे हैं कि इस क्षेत्र का सूचकांक 362 तक पहुंच गया है। जिसमें सबसे अधिक पीएम10 की मात्रा सबसे अधिक पायी गई। वहीं समनपुरा क्षेत्र का 327, दानापुर का 305, राजवंशी नगर का 262 सूचकांक पाया गया। जबकि गांधी मैदान में विभिन्न प्रकार के गतिविधियां बंद होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक में कमी आयी है। इस क्षेत्र का सूचकांक 279 है। हालांकि गांधी मैदान की हवा अभी खराब श्रेणी में ही है।
केन्दीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से जारी राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक सूबे के छह शहरों की हवा खराब और बेहद खराब श्रेणी में पायी गई है। वहीं सूबे में सबसे अधिक प्रदूषित वाला शहर राजगीर बना है। आरा का सूचकांक 280, मुजफ्फरपुर 281, मुंगेर 253 रहा।
Jan 13 2025, 12:58