/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz NSUI का सदस्यता अभियान शुरू, संगठन में एक लाख नए सदस्य जोड़ने का रखा लक्ष्य… cg streetbuzz
NSUI का सदस्यता अभियान शुरू, संगठन में एक लाख नए सदस्य जोड़ने का रखा लक्ष्य…

प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस अभियान के तहत NSUI के पदाधिकारी प्रदेश के हर कॉलेज कैंपस में जाकर छात्रों को संगठन से जोड़ने का प्रयास करेंगे. इसके साथ छात्रों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने का काम करेंगे.

उन्होंने कहा कि NSUI का यह कदम छात्रों के अधिकारों की रक्षा और भाजपा सरकार की छात्र-विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए है. कॉलेज कैंपस के जरिए छात्रों को संगठन से जोड़ते हुए उनकी मूलभूत समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा.

प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने NSUI के सदस्यता अभियान का शुभारंभ करते हुए सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को लक्ष्य पूरा करने के लिए पूरी मेहनत और प्रतिबद्धता से काम करने का आह्वान किया. उन्होंने इस अभियान को निकाय चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया. उन्होंने बताया कि  यह अभियान छात्रों को NSUI के साथ जोड़ने और कांग्रेस की नीतियों एवं विचारधारा को छात्रों और युवाओं के बीच ले जाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

NSUI मीडिया विभाग के चेयरमैन संकल्प मिश्रा ने जानकारी दी कि यह सदस्यता अभियान 11 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाएगा. इसके लिए महाविद्यालय और विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

सदस्यता अभियान के पोस्टर विमोचन और पत्रकारवार्ता में प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू , राष्ट्रीय सचिव हनी बग्गा, प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा , संगठन महामंत्री हेमंत पाल , मीडिया चेयरमैन संकल्प मिश्रा , जिला अध्यक्ष शहर शांतनु झा , जिला अध्यक्ष ग्रामीण प्रशांत गोस्वामी ,अंकित पांडेय , संस्कार पांडेय उपस्थित हुए. 

अभियान के लिए संभाग प्रभारी बनाया गया-

अमित शर्मा रायपुर, सोनू साहू दुर्ग, लकी मिश्रा बिलासपुर, आदित्य बिसेन बस्तर, हिमांशु जायसवाल सरगुजा को संभाग प्रभारी बनाया गया है 

फरवरी से सभी जिलों में चरणबद्ध आंदोलन 

NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने कहा साय सरकार की नाकामी का 1 साल पूरा हो गया जिसमें प्रदेश के छात्र छात्राएँ अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं. स्कूल कॉलेजों में शिक्षक प्रोफ़ेसर नहीं हैं. 33 हज़ार शिक्षकों की भर्ती के नाम पर धोखा दिया गया. किसी भी सरकारी विभाग में भर्ती नहीं निकल रही है. कॉलेजों में सीट नहीं बढ़ रही हैं. कानून व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है, प्रदेश में अराजकता की स्थिति है. असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिल रहा है जिससे स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं समेत माता- बहनें असुरक्षित महसूस कर रही  और प्रदेश की भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. बीजेपी के कार्यकाल में स्कूल कॉलेजों की बिल्डिंग का काम ठप है. जिसके ख़िलाफ़ प्रदेश के सभी जिलों में चरणबद्ध तरीक़े से आंदोलन करेंगे.

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने की तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के कार्यो की समीक्षा

रायपुर-   उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर तथा तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि साइंस सिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गैलरी, स्पेस म्यूजियम और क्लाइमेट चेंज म्यूजियम की स्थापना की जाए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इन आधुनिक संस्थानों का उद्देश्य युवाओं को भविष्य की तकनीकों और पर्यावरणीय शोध से जोड़ना होगा। बैठक में उन्होंने प्रदेश में बड़े निर्माण कार्यों की प्रगति की उपग्रह चित्रों के माध्यम से निगरानी करने की भी बात कही। उन्होंने सूरजपुर जिले के प्रतापपुर तहसील के ग्राम मायापुर में एस्ट्रो साइंस सेंटर की स्थापना को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि प्रदेश के छात्रों और शोधकर्ताओं को खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक मंच मिल सके। इसके अलावा प्रदेश में बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण के लिए हेल्पलाइन व्यवस्था शुरुआत करने के निर्देश दिए।

बैठक में उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और नवाचार एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए गुजरात की तर्ज पर स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पालिसी तैयार करने के निर्देश दिए। इस नीति के अंतर्गत एक विशेष नवाचार केंद्र आई हब स्थापित किया जाएगा, जो प्रदेश के युवाओं को उनके स्टार्टअप और नवाचार विचारों को साकार करने के लिए मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करेगा।

उपमुख्यमंत्री ने रोजगार कार्यालयों में तकनीकी विकास और डिजिटल सेवाओं को सशक्त बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ रोजगार एप्प के माध्यम से प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह एप युवाओं को न केवल पंजीयन करने में सहायक होगा, बल्कि उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार की संभावनाओं की जानकारी भी देगा। साथ ही उन्होंने इस एप के प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक युवा इसका लाभ उठा सकें।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अग्निवीर योजना के अंतर्गत आगामी भर्तियों हेतु पंजीकृत युवाओं की सहायता और उनके प्रशिक्षण के लिए जिला स्तर पर विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इन युवाओं की ऑनलाइन और ऑफलाइन तैयारी के लिए हर संभव संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। इसके लिए प्रशिक्षकों की नियुक्ति और पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। परीक्षा के दौरान आवेदकों को उनके परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए परिवहन सुविधा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।

तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों में कार्यरत शिक्षक और लिपिक संवर्ग के सेवा भर्ती नियमों में आवश्यक संशोधन किए जाएं। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों को क्यूआईपी योजना के तहत एम.ई., एम.टेक., और पीएचडी पाठ्यक्रमों के अध्ययन के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल और तेज किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आगामी सत्र 2025-26 में छत्तीसगढ़ के पांच स्थानों नवा रायपुर, कबीरधाम, जगदलपुर, रायगढ़ और जशपुर में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (सीजीआईटी) के स्थापना के कार्यों में तेजी लाए जाए। यह संस्थान आईआईटी की तर्ज पर संचालित होंगे और युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी शिक्षा प्रदान करेंगे।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए नीति निर्धारण का कार्य प्रक्रियाधीन है, जिसे आगामी दो माह में पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह नीति शैक्षणिक की गुणवत्ता में वृद्धि और छात्रों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अत्यंत आवश्यक है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण से जोड़ना है, ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। सरकार द्वारा लिए गए ये निर्णय प्रदेश को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग एस भारतीदासन और संचालक तकनीकी शिक्षा विभाग ऋतुराज रघुवंशी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

5 सालों से नहीं बढ़ा वेतन, स्वामी आत्मानंद स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन
रायपुर -    5 सालों से वेतन वृद्धि न होने पर छत्तीसगढ़ सेजेस टीचर्स एंड एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के आव पर जिले के सभी स्वामी आत्मानंद स्कूलों के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. संघ के अध्यक्ष विकास तिवारी, महासचिव अरुण मिश्रा एवं प्रदेश सहसचिव हर्षवीर वैष्णव ने बताया कि वर्ष 2023 में तात्कालीन मुख्यमंत्री ने सभी विभागों में कार्यरत संविदा कर्मियों के वेतन में 27 % की वेतन वृद्धि की थी, किंतु आज तक स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.
संघ के पदाधिकारियों ने कहा, तात्कालीन सरकार में शिक्षा विभाग में कार्यरत अन्य संविदाकर्मियों के वेतन में 27% की वृद्धि की गई. इसके लिए अनेकों बार शासन-प्रशासन के समक्ष ज्ञापन सौंप अपनी मांग से अवगत कराया गया, किन्तु अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया. इसके चलते विवश होकर सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने शनिवार को कार्यस्थल पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य किया एवं शासन से वेतन वृद्धि की मांग की. इसका समर्थन छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिस्टोफर पॉल एवं छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ ने भी किया.
छत्तीसगढ़ में पत्रकार के परिवार की हत्या: पुलिस ने 23 आरोपियों को किया गिरफ्तार, जल्द हो सकती है कई और लोगों की गिरफ्तारी

सूरजपुर-  जिले के खड़गवा चौकी क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव में शुक्रवार को संपत्ति विवाद की वजह से पत्रकार संतोष कुमार टोपो के परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। कत्ल की इस वारदात के बाद पूरे इलाके में सनसनी मच गई थी, मामले में पुलिस ने अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है, ऐसे में यदि इस वारदात से जुड़े और नाम भी सामने आते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार, जगन्नाथपुर के डूबकापारा में संयुक्त खाते की जमीन को लेकर पत्रकार के परिवार के बीच विवाद चल रहा था। विवादित जमीन पर उमेश टोप्पो, नरेश टोप्पो (30 वर्ष), उनकी मां बसंती टोप्पो (55 वर्ष) और पिता माघे टोप्पो (57 वर्ष) के साथ खेती करने पहुंचे। इस दौरान दोपहर करीब 1 बजे माघे टोप्पो के रिश्तेदार भाई के परिवार समेत 25 से ज्यादा लोग वहां पहुंच गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच खेती को लेकर विवाद हो गया, जो कुछ ही देर में हिंसक झड़प में बदल गया।

इस दौरान, दूसरे पक्ष ने माघे टोप्पो के परिवार पर कुल्हाड़ी, फावड़ा और लाठियों से हमला कर दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने से बसंती टोप्पो और नरेश टोप्पो की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं माघे टोप्पो गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में माघे टोप्पो को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। हमले के दौरान संतोष के दूसरे भाई उमेश टोप्पो ने भागकर अपनी जान बचाई और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच में जुट गई। बताया जा रहा है कि विवादित जमीन जगन्नाथपुर कोयला खदान के सामने है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। जिस जमीन को लेकर यह हत्याकांड हुआ, उस पर पहले पत्रकार संतोष के चाचा का परिवार खेती करता था।

बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हुई थी हत्या

बताते चलें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उनका शव एक ठेकेदार के ठिकाने से सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। मुकेश चंद्राकर ने एक सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसके बाद उनका शव चट्टनपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े में बने सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। वे 1 जनवरी से लापता थे।

‘छत्तीसगढ़ के रामायण’ के किरदारों पर डिप्टी सीएम अरुण साव का तंज, कहा- कांग्रेस नेताओं को सोचना चाहिए…

रायपुर-  सोशल मीडिया में वायरल “छत्तीसगढ़ के रामायण’ के पात्रों को लेकर शुरू हुए विवाद पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को उस रूप में दिखाया गया है, तो उन्हें सोचना चाहिए. विष्णु का सुशासन केवल नारा नहीं है, हमने वास्तव में इसे करके दिखाया है. 

छत्तीसगढ़ के रामायण में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राम के तौर पर दर्शाए जाने पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि इस पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है, लेकिन यह कल्पना सही है कि जिस तरह से राज्य में हमारी सरकार काम कर रही है. जिस प्रकार से हम जरूरतमंद को सेवा कर रहे हैं.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वहीं नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस की तैयारी नहीं दिखने पर कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी पार्टी के बारे में विचार करने की बजाय इधर-उधर की बातें करके जनता में भ्रम फैलाने का काम करते हैं. कांग्रेस के नेता अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी निश्चित रूप से लोग काम करने के लिए तैयार नहीं हो रही है. जनता तो दूर जा ही चुकी है, कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी पार्टी से दूर जा रहे हैं.

इसके साथ विष्णु की सरकार राम राज्य के कितने करीब हैं, इस पर अरुण साव ने कहा कि जिस राज्य में गरीबों की सेवा हो, जरूरतमंदों को मदद हो और सरकार का काम निष्पक्ष और पारदर्शी हो, इसी से राम राज्य की कल्पना की जा सकती है. पारदर्शिता के लिए लगातार हमारी सरकार ने काम किया है.

उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन, गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास, यह सभी बताते हैं कि हमारी सरकार सुशासन की सरकार है.

तातापानी महोत्सव : बॉलीवुड, छालीवुड और भोजपुरी कलाकारों से सजेगी शाम, नशेड़ियों पर होगी सख्ती…
बलरामपुर- मकर संक्रांति के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में होने वाले तातापानी महोत्सव में बालीवुड, छालीवुड और भोजपुरी कलाकारों से शाम सजेगी. आयोजन साफ-सुथरा रहे, इसके लिए कार्यक्रम स्थल में शराब लेकर आना और नशे की हालत में पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई भी होगी. 

मकर संक्रांति के अवसर पर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में होने वाले तातापानी महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है. 14 से 16 जनवरी तक चलने वाले इस तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे. इस महोत्सव में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के साथ लाखों श्रद्धालु और पर्यटक हिस्सा लेंगे.

महोत्सव को लेकर कलेक्टर राजेंद्र कटरा ने प्रेसवार्ता में बताया कि सुरक्षा और पार्किंग की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. महोत्सव में 300 जोड़ों का सामूहिक विवाह भी होगा. मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ के मंत्री नवविवाहितों को आशीर्वाद देंगे. वहीं, सरकारी योजनाओं के स्टॉल, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेने का भी मौका मिलेगा.

तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में मुख्य आकर्षण छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी संगीत कार्यक्रम होंगे, जिसमें बालीवुड के सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर मिथुन शर्मा, भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह, और गरिमा दिवाकर की विशेष प्रस्तुति होगी. स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला प्रदर्शन का मौका दिया जाएगा.

आयोजन की तैयारी का जायजा लेते प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी.

पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर ने बताया कि आयोजन को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. शराब पीकर आने वालों और वाहन चलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी. प्रेस वार्ता के दौरान जिला पंचायत सीईओ रैना जमील ने भी आयोजन को लेकर जानकारी दी.

CGPSC भर्ती घोटाला : CBI ने टामन के भतीजे और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर को कोर्ट में किया पेश, 13 जनवरी तक मांगी रिमांड

रायपुर-   CGPSC भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है. दोनों को सौम्या राय के कोर्ट में पेश किया गया. CBI के वकीलों ने नितेश और ललित की 13 जनवरी तक रिमांड मांगी है. मामले में सुनवाई जारी है.

बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने कहा कि पूर्व में इस मामले में टामन सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल की गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में ही नितेश और ललित को गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने कोर्ट में दोनों को रिमांड पर मांगी है. कोर्ट का जैसा आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा.

बता दें कि डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए साल 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा/साक्षात्कार में टामन सोनवानी के रिश्तेदार समेत कुछ VIP लोगों के करीबी रिश्तेदारों के चयन पर सवाल उठे थे. इन्हीं आरोपों के आधार पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. इस केस की जांच जारी है. इस मामले में सीबीआई सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

ये है पूरा मामला

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

अविनाश एलिगेंस की निर्माणाधीन रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में हादसा: सेंट्रिंग के नीचे अभी भी दबे हैं 2 मजदूर, 9 को पहुंचाया अस्पताल, रेस्क्यू जारी…

रायपुर-   राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड पर अविनाश एलिगेंस की निर्माणाधीन रेसिडेंशियल कॉप्लेक्स में आज एक बड़ा हादसा हो गया. काम के दौरान सेंट्रिंग गिरने से 11 मजदूर दब गए. इनमें से 9 को बाहर निकालकर अस्पताल भेज दिया गया है. दो मजदूर अभी भी सेंट्रिंग के नीचे दबे हैं. यह घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र की है.

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. मौके पर कलेक्टर गौरव सिंह समेत पुलिस के आला अफसर पहुंचे हैं. बताया जा रहा कि तीन मंजिला रेसिडेंशियल कॉप्लेक्स बनाने का काम चल रहा था, छत ढलाई के दौरान ये हादसा हुआ है.

छत ढलाई के दौरान हुआ हादसा

अविनाश एलिगेंस के निर्माधाीन बिल्डिंग के काम में लगे प्रत्यक्षदर्शी मजदूर ने बताया कि इस हादसे में 11 मजदूर दबे हुए थे. 9 घायलों को निकालकर हॉस्पिटल भेजा गया है. यह हादसा छत ढलाई के समय हुआ है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में हुए शामिल: मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों का किया सम्मान

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के चौबे कॉलोनी में आयोजित तीन दिवसीय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने इस महती अधिवेशन के सफल आयोजन के लिए 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया और समाज के लिए उनके योगदान की प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने मराठी समाज के पुरोधाओं को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच अटूट रिश्ता है और दोनों के सांस्कृतिक संबंधों में यह बात झलकती है। पड़ोसी राज्य होने के कारण यह जुड़ाव अधिक सहज भी है। श्री साय ने सीपी बरार के दौर का जिक्र करते हुए कहा की उस दौर में दोनों क्षेत्र की राजधानी नागपुर हुआ करती थी और जनप्रतिनिधि मनोनीत होते थे। मेरे दादा स्वर्गीय बुद्धनाथ साय मनोनीत विधायक थे और महाराष्ट्र से सहज जुड़ाव मेरी स्मृतियों में है। श्री साय ने अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के संस्थापक बालासाहेब देशपांडे सहित मराठी समाज के मूर्धन्यों का पुण्य स्मरण किया।

उन्होंने कहा कि श्री देशपांडे ने जो संकल्प लिया था, आजीवन उसी रास्ते पर चले। आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन पिछले साल भगवान राममला अपने मंदिर में विराजे थे। उन्होंने सभी को इस पावन दिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस पवित्र दिन आपके अधिवेशन की शुरुआत हुई है, निश्चित रूप से यह अपने उद्देश्यों में सफल होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मराठा मंडल के वार्षिक अधिवेशन की स्मारिका का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल के सेवाभावी लोगों का शिक्षा सहित जनसेवा के अन्य क्षेत्रों में विशेष योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहित्य, कला, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण सहित अलग-अलग क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने वाले प्रतिभावान लोगों को इस मंच से सम्मानित कर हम खुद को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का मेल, भाईचारा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव हमें एकजुट रहकर समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। सनातन धर्म की रक्षा में छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमारी सरकार सभी वर्ग के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ नई औद्योगिक नीति से सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास से हम विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर हैं। छत्तीसगढ़ी संस्कृति के साथ ही पड़ोसी राज्यों की परंपराएं और संस्कृति को जानने के लिए इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए।

इस अवसर पर विधायक राजेश मूणत, विधायक सुनील सोनी, विधायक मोतीलाल साहू, बृहन्महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष मिलिंद महाजन, रायपुर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले, डॉ. रामप्रताप सिंह और डॉ. सुनील किरवई सहित समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

2 महिला माओवादी समेत 9 हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेण्डर, कुल 43 लाख के इनाम की हुई थी घोषणा…

सुकमा-   छत्तीसगढ़ के सुकमा में आज 2 महिला नक्सलियों समेत 9 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्म समर्पण कर दिया है. इनमें से 2 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए के इनाम थे और 4 नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी. सरेण्डर हुए सभी 9 नक्सलियों पर कुल 43 लाख रुपए का इनाम घोषित था, जो बुर्कापाल घटना समेत दर्जनों घटनाओं में शामिल रहे हैं. इन सभी नक्सलियों ने पुलिस के दबाव बढ़ने पर और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर SP किरण चौहान के समक्ष आत्म समर्पण किया है।

बता दें, बस्तर संभाग नक्सलियों का कोर क्षेत्र माना जाता है, लेकिन संभाग के सभी जिलों में सुरक्षा बलों के नए केम्प स्थापित किए गए हैं, जिससे नक्सलियों पर पुलिस का दबाव बढ़ा है. वहीं सरकार द्वारा चलाई जा रही नियद नेल्ला नार योजना से भी प्रभावित होकर नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया और मुख्य धारा से जुड़ कर नए सिरे से शुरुआत करने का फैसला लिया है.

क्या है नियद नेल्लानार योजना?

नियद नेल्लानार का मतलब है ‘आपका आदर्श गांव’. यह योजना विष्णुदेव साय सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें सुरक्षा कैंपों के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ शत प्रतिशत हितग्राहियों तक पहुंचाने की मुहिम चलायी जा रही है. इस योजना के सुचारू क्रियान्वयन से इसका असर अब अंदरूनी गांवों में भी देखने को मिल रहा है. स्थानीय हाट बाजार अब गुलजार होने लगे हैं. बंद पड़े हाट बाजार और स्कूल अब फिर से शुरू हो रहे हैं, जिससे बस्तर अंचल की तस्वीर बदल रही है. नक्सली प्रगतीशील समाज का हिस्सा बनने सामने आकर आत्म समर्पण कर रहे हैं और सरकार उनका पुनरुत्थान कर रही है. सालों से बम धमाकों के बीच दहशत में जीवन गुजारने वाले आदिवासियों के जीवन का पुराना दौर लौटने लगा है और इन इलाकों में सािलों बाद मांदर की थाप फिर गूंजने लगी है.